क्या तुम महामहिम का साथ नहीं चाहतीं?

यह ... यह शिकायती आवाज़ में क्या है!?

उसके गले से, गर्म साँसें निकल रही थीं और इस सुस्त और आलसी आदमी के कारण, ये वानवान हतप्रभ रह गई।

क्या, सी येहान वास्तव में बिगड़ा हुआ है?

शायद सदमे से या उस अनोखे तरीके के कारण जो सी येहान दिखा रहा था, जिसके कारण ये वानवान ने अवचेतन रूप से अपना सिर हिलाया।

जब तक, उसे महसूस हुआ कि क्या हुआ है, सी येहान पहले ही उठ गया था और वापस आ गया था।

उनके वापस आने के बाद, नौकरों ने तुरंत उनका गर्मजोशी से स्वागत किया, "9 वें मास्टर, मिस ये! बड़ी मैडम ने हमें, विशेष रूप से मिस ये के लिए, एक कमरा तैयार करने का निर्देश दिया है? क्या मिस ये अब आराम करना पसंद करेंगी? मैं आपको कमरा दिखाता हूँ।"

उसके पास कोई रास्ता नहीं था क्योंकि वह सी येहान के आकर्षण में बँध गई थी और उसने पहले ही, सी येहान से वादा किया था कि वह उसका साथ रहेगी। ये वानवान ने, सी येहान को देखा और कहा, "मैं पहले अपनी चीज़ों को रख दूं, फिर स्नान करूँगी। मैं बाद में आपसे मिलती हूँ।"

नींद पूरी न होने से, सी येहान अभी भी अच्छे मूड में नहीं था, लेकिन वह मान गया,"हम्म्।"

इस प्रकार, ये वानवान ने नौकरानी के पीछे, दक्षिण की ओर, दूसरी मंजिल पर कमरे में प्रवेश किया।

"मिस ये, कृपया अंदर आएँ, यह आपका कमरा है," नौकरानी ने दरवाजा खोल दिया।

जब दरवाजा खुला, उसने सब कुछ देखा, पूरे कमरे में एक गुलाबी थीम थी, गुलाबी चादर और रजाई, गुलाबी पर्दे और कालीन। यहां तक कि पलंग का सिरहाना एक छोटे मुकुट के आकार में था और ओवरहेड एक स्वप्निल कैनोपी था - यह सब, एक सपने की तरह था और लड़कियों को पसंद आने वाला था।

अपने पिछले जीवन में, बड़ी मैडम के प्रति उसे काफी गहरी ग़लतफहमी थी; उसे लगता था कि वह जैसे शैतान हों, लेकिन वास्तव में, बड़ी मैडम, उसे अपनी भावी पौत्र-वधू के रूप में देखती थीं। अन्यथा, वह उसके लिए एक कमरा तैयार नहीं करवातीं। उन्होंने इतना प्रयास केवल इसलिए किया, क्योंकि वह और सी येहान डेटिंग कर रहे थे। आप यहां तक कह सकते हैं कि उन्होंने वानवान के साथ अपनी पोती की तरह ही व्यवहार किया।

लेकिन अपने पिछले जीवन में, वह एक मुसीबत थीं और उन्होंने हर बात की आलोचना की।

"मिस, क्या आप इस कमरे से संतुष्ट हैं? अगर आपको कुछ पसंद नहीं है, तो हम इसे तुरंत बदल सकते हैं," नौकरानी ने भय और संकोच के साथ कहा।

ये वानवान को शुरू में बहुत आश्चर्य हुआ, पर उसने फिर से संयम क़ायम कर लिया, "परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं है, मुझे यह कमरा बहुत पसंद है। कृपया मेरी तरफ से दादी माँ को धन्यवाद कहें।"

नौकरानी ने राहत की सांस ली, "फिर मिस ये, आप आराम करिए। अगर आपको किसी भी चीज की जरूरत हो, तो आप कभी भी घंटी बजाकर मुझे बुला सकती हैं। 

"ठीक है, धन्यवाद," वानवान ने सिर हिलाया।

कमरे में कपड़े और अन्य सभी सुविधाएँ उपलब्ध थीं।

ये वानवान ने अलमारी से एक प्यारा, हल्का गुलाबी नाइटगाउन उठाया और फिर स्नान करने के लिए बाथरूम में चली गई।

लड़कियों को नहाने में अधिक समय लगता है और जब वह नहा लेती हैं तो, आधा घंटा यूँ ही बीत चुका था।

ये वानवान मे अपने बालों को सुखाते हुये जैसे ही बाथरूम का दरवाज़ा खोला तो उसने देखा कि सी येहान वहाँ उस स्वपनिल और लड़कियों के लिए बने पलंग बैठा हुआ था। उसे इस बात का बिलकुल अंदाज़ा नहीं था कि वो वहाँ कब से बैठा था।

एक पल के लिए ये वानवान भौंचक्की रेह गई फिर तुरंत बोली, "मुझे अपने बाल सुखाने दो और थोड़ी क्रीम लगाने दो, मेरा काम जल्दी खत्म हो जाएगा...."

जब उसने देखा कि सी येहान ने कोई जवाब नहीं दिया तो वो शीशे के सामने बैठ गयी और अपने बाल सुखाने लगी।

इस दौरान सी येहान चुपचाप पलंग पर बैठ कर उसका इंतज़ार करने लगा। उसे बाल सुखाते हुए, अपने चहरे पर पानी छिड़क कर क्रीम लगा कर आँखों पर क्रीम लगाते हुए …. उसकी नज़र एक बार भी उस पर से नहीं हटी। 

ये वानवान ने शीशे में से उस आदमी पर नज़र डाली। उसका चेहरा गुस्से में लग रहा था।

उसे न जाने क्यूँ ऐसा लगा कि उसके चेहरे यह शब्द चिपके हुए हैं: तुम अभी भी अपने महामहिम के साथ क्यूँ नहीं चल रही हो...

ये वानवान ने जल्दी से सब निपटाया, अपने चेहरे को लापरवाही से पोंछा और बोली, "मेरा काम हो गया, चलो चलते हैं"!