स्पेड ज़ेड शिक्षक नहीं बल्कि शिष्य था!

लिफ्ट का बटन दबा।

फैटी पहले छत की तरफ भागा।

लेकिन वहाँ कोई नहीं था!

किसी इंसान की परछाई भी नहीं थी!

यह कैसे मुमकिन था?

"सी ई ओ किन," फैटी के चेहरे का रंग उड़ा गया और वह पलटा।

"स्पेड ज़ेड को यहीं होना चाहिए था! मैं गलत नहीं हो सकता!"

यह तो कहने वाली बात थी, लेकिन आखिर वह था कहाँ?

परेशान फैटी हर जगह ढूंढ रहा था।

किन मो ऊपर पहुंचा, उसकी तेज़ और उदासीन नज़रें लोलिपोप के फेंके हुए कागज पर पड़ी। वह अभी भी गरम था।

"यहाँ कोई तो था," किन मो ने अपने काले फौजी जूतों के तले लोलिपोप के कागज़ेड को मसलते हुए कहा। वह छत पर खड़ा होकर नीचे स्कूल के मैदान और उसके चारों ओर देख रहा था। फौजी वर्दी में वह एक देव की तरह दिख रहा था। "स्पेड ज़ेड एक शिष्य है।"

फैटी चिड़ गया। "आप यह लोलिपोप का छिलका देख कर बता सकते हैं?"

"क्या ऐसा कोई शिक्षक है जो इस कदर ऊब गया हो कि लोलिपोप खाने लग जाये? तुम्हारा निशाना शुरू से ही गलत था।" किन मो ने अपनी नजreinरें उसकी तरफ मोड़ीं।

फैटी सी ई ओ की नज़रों का सामना नहीं कर पा रहा था, वो नज़रें जो लोगों का दम घोंट देतीं थीं और जो सी ई ओ हर समय अपने चेहरे पर लेकर घूमता था।

किन मो को स्पेड ज़ेड का बच निकलना अच्छा नहीं लग रहा था।

फैटी ने अपराध बोध में अपनी नाक को छूते हुए कहा "आप मुझे जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते। जब मैंने देखा कि स्पेड ज़ेड अपने काम में कितना अढ्भुत है, तो मैंने सोचा कि वह एक शिक्षक होगा। कौन सोच सकता था कि एक शिष्य इतना अच्छा हो सकता है।"एक शिष्य! हे भगवान, यह एक माध्यमिक विद्यालय है! ऐसा कौन सा शिष्य है जो उसे टक्कर दे सके?!

"फैटी, क्या तुम शिष्यों को कम समझ रहे हो? मैं एक शिष्य हूँ और मैं खेल खेलने में तुमसे बेहतर हूँ!" बिल्ली जैसा दिखने वाले आदमी को विश्वास नहीं हो रहा था और उसने दीवार को खरोंच डाला।

किन मो ने चेतावनी देते हुए अपना हाथ ऊपर उठाया और अपनी नज़रों को घुमाया।

एक पल में सन्नाटा छा गया।

"मुझे कुछ सुनाई दे रहा है।" किन मो की आवाज़ नरम थी पर आदेश का आभास दे रही थी। उसने कठोरता से एक शब्द कहा, "ढूंढो!"

काले वस्त्र पहने अंगरक्षक चारों तरफ फैल गए और छत की तलाशी लेने लगे।

अचानक!

कोई चिल्लाया, "छोटे मालिक! वो यहाँ है!"

उधर एक कूड़ादान था।

उसमे एक आई पैड एयर २ पड़ा हुआ था।

वह बिलकुल ठीक था और एकदम नया लग रहा था। उसके ऊपर मुश्किल से एक-दो खरोंचे नज़र आ रही थीं। वो आवाज़ टेबलेट से आ रही थी, और पास जाने पर, साफ तरह से सुनाई देने लगी।

"क्या स्पेड ज़ेड ने इसे यहाँ छोड़ा है?!" फैटी की आँखों में अविश्वास झलक रहा था।

किन मो ने पहले कभी भी किसी कूड़ेदान से कुछ नहीं उठाया था। उसने अपनी भौहें तानी और अपना बायाँ हाथ आगे किया और एक काला दस्ताना तुरंत उसके सामने रख दिया गया।

"क्या वह बंद है?" बिल्ली-जैसे दिखने वाले युवा की आँखों में हैरानी थी। "उसने अपना टेबलेट यहाँ क्यूँ छोड़ा?"

फैटी का चेहरा बुझ गया। "उसे पता चल गया था कि हम उसे ढूंढ रहे हैं और इसलिए उसने सारे सबूत मिटा दिये। कितना चालाक है। अब यह मत कहना कि वह एक आई पैड के जरिये मुझसे लड़ रहा था!"

"और अगर यही सच हुआ तो?" बिल्ली-जैसे दिखने वाले आदमी को समझ नहीं आ रहा था कि उससे क्या फर्क पड़ता है?

फैटी गंभीरता से देखते हुए बोला। "एक आम लैपटॉप के मुक़ाबले, एक आई पैड की काम करने की गति पाँच गुना धीमी होती है! अगर वह आई पैड से ऐसे काम कर सकता है तो क्या तुम सोच सकते हो वह लैपटॉप से कितना अद्भुत काम कर सकता होगा?"

बिल्ली-जैसा दिखने वाला युवा यह सुनकर हैरान रह गया!

फैटी की आँखें उन संभावनाओं की सोच में डूब गईं। "मैं उसकी तरह कठोर परिस्थिति में होता तो कुछ सोच भी नहीं पाता। इतना माहिर है, फिर अभी तक किसी श्रेणी में क्यूँ नहीं आया? कौन है वह? एक... माध्यमिक विध्यालय का शिष्य?"

किन मो एक तरफ खड़ा था। उसकी पतली और लंबी टाँगे के कारण उसकी रूप-रेखा को नाज़ुक बना रहीं थीं। और उसकी उदासीन और गहरी आँखें जैसे कोई प्राचीन ताल जैसी ठंडी। काले दस्तानों के अंदर से उसकी उँगलियों ने आई पैड के स्क्रीन को छुआ और अचानक उस पर एक शब्द उभरा!

"के.ओ.!"