Poem No 15 तुझे हम चाहते थे

तुझे हम चाहते थे

कुछ इस तरह से

जैसे दो बदन और एक जान हो

जैसे ज़िन्दगी का एक भाग हो

जैसे तुम बिन मैं अधूरा हो

जैसे तुम ही सब कुछ हो

तुझे हम चाहते थे

कुछ इस तरह से

जैसे तुम बिन दिन सुना लगे

हर पल तेरी याद सताने लगे

तुम ना हो तो जीवन अर्थहीन लगे

तुम मिले तो दुनिया कदमो में लगे

तुझे हम चाहते थे

कुछ इस तरह से

---Raj