Poem No 47 कर के तो देखो

कर के तो देखो

एक बार जरा

करने के बाद ही केहना

मुमकिन है या नामुमकिन

किये बिना नहीं समझता

कोशिश जरूर करें

एक बार जरा

कर के तो देखो

एक बार जरा

----Raj