रंग बिरंगे सपने मेरे
तुम यूँ ही बिकरकर चली गई
चली गयी तो अब चली गयी
पर यादों में क्यों सताने लगी
एक दिन तुमको एहसास होगी
के तुमने क्या करके चली गयी
तुम यूँ ही बिकरकर चली गयी
----Raj