Poem No 78 रिश्तों पर ना बर्फ़ जमे

रिश्तों पर ना बर्फ़ जमे

जब तुम मेरे साथ रहे

अपने रिश्तों की गर्मी से

इस बर्फ़ को फिगला दे

सदा मजबूत होकर रहे

यह प्यारा रिश्ता हमारे

रिश्तों पर ना बर्फ़ जमे

जब तुम मेरे साथ रहे

----Raj