Poem No 95 प्यार ना सही

प्यार ना सही

प्यार के बोल तो हों

दो चार मुलाक़ात ना सही

एक मुलाक़ात तो हों

फ़ोन पे कॉल ना सही

कम से कम व्हाट्सप्प तो हों

चिट्टी ना सही

ईमेल तो हों

----Raj