नदी में प्रवेश

भलेही कई सारे हत्यारों की पेड़ों के नीचे आने से मौत हो गई थी पर इन हत्यारों की गिनती कम ही नहीं हो रही थी वह अभी भी हजारों की तादाद में थे और उन तीनों का पीछा कर रहे थे वह हवा में उत्पन्न गरम बाफ की भी परवाह नहीं करते और उसके बीच में से ही दौड़ कर उन तीनो का पीछा करने लगते हैं गरम बाफ के कारण उन हत्यारों के शरीर की त्वचा जलकर गलने लगती है और उनके पहने हुए कवच का धातु गल कर उनके शरीर में चिपक जाता है परंतु वह हत्यारे उन तीनों का पीछा करना नहीं छोड़ते हैं उन सबके मन में उन तीनों को पकड़ने की सनक आ जाती है आज तो वह अपनी जान देकर भी उनको पकड़ कर ही रहेंगे यह देखकर गर्व मंदार और केदार के होश उड़ गए थे उन्हें यह एहसास होने लगा कि आज तो यह लोग उनकी जान लेकर ही मारेंगे परंतु गर्व ऐसे कैसे हार मान सकता था उसको अपने पिछले जन्म के हत्यारो की सच्चाई का पता लगाना था कि ऐसा क्या हुआ कि एक रात में ही उसकी एकदम से हत्या कर दी गई क्या उसका यह जन्म भी बर्बाद हो जाएगा नहीं कुछ भी हो जाए वह अपने जीवन के लक्ष्य को हासिल करके ही रहेगा यह सोचकर वह अपनी गति को और तेज कर लेता है और उसको देखकर मंदार केदार भी अपनी गति को बढ़ा देते हैं उनको दौड़ते दौड़ते कहीं वक्त हो गया था और वहां एक दो किलोमीटर की ऊंचाई के खाई की किनारों पर से दौड़ रहे थे और सारे हत्यारे अभी भी उनका पीछा कर रहे थे कि कई हत्यारों की तो बाफ की वजह से त्वचा गल जाती है परंतु उस हालत में भी उनका पीछा करना नहीं छोड़ते हैं वह देखने में तो ऐसा लग रहा था कि कोई मुर्दों की सेना किसी का पीछा कर रही है तभी गर्व देखता है कि खाई के नीचे दो पर्वतों के बीच में से एक बड़ी नदी बह रही है और वह उस नदी में छलांग मारने का निर्णय लेता है और यह वह मंदार केदार को भी बताता है तो वे गर्व से कहते हैं कि यह करना एक मूर्खता होगी क्योंकि नदी में बहुत सारे खतरनाक जलीय प्राणी भी हो सकते हैं तुम उनकी चिंता मत करो मैं उनको संभाल लूंगा पर अगर हम ऐसे ही दौड़ते रहे तो हम हत्यारों के जरिए जल्द ही मारे जाएंगे इतना कहकर गर्व खाई से नीचे नदी में छलांग मार देता है यह देखकर उन दोनों के पास भी कोई दूसरा चारा नहीं रह गया था और वह भी खाई के ऊपर से नदी में छलांग मार देते हैं यह देख कर सारे हवा में उड़ रहे हत्यारे उन तीनो पर हवा से ही तीरो की बौछार देते हैं और साथ में जमीन पर मौजूद सारे हत्यारे उनका पीछा करने के लिए नदी में छलांग मारते हैं उनके अपने पीछे इतने सारे तीरो को आते हुए देखकर गर्व अपनी तलवार का इस्तेमाल करके नदी की सतह को बर्फ से जमा देता है ऐसा करते ही वह सारे तीर नदी की सतह पर जमा बर्फ में फस जाते हैं और उन तीरो के पीछे नदी में छलांग मारने वाले हत्यारे उन तीरो पर ही गिर कर उनकी जगह पर ही मौत हो जाती है यह देखकर गर्व मंदार और केदार राहत की सांस लेते हैं मंदार कहता है गर्व तुम्हारा निर्णय एकदम सही है हमें जमीन पर रहने के बजाय पानी में रहकर ज्यादा लाभ मिलेगा और तभी धड़ाधड़ धड़ाधड़ की जोरदार आवाज आने लगती है यह और किसी की नहीं हत्यारों की नदी की सतह पर जमी बर्फ पर कूदने की हो रही थी भले ही कई सौ हत्यारों की उन तीरो पर गिरकर मौत हो जाती है फिर भी वह हत्यारे नदी में कूदना बंद नहीं करते हैं और लगातार उन तीरो में फसे हत्यारों की लाशों पर कूदते जाते हैं उन हत्यारों का भार इतना बढ़ जाता है कि नदी के सतह पर जमा बर्फ टूट जाती है और वहा जमा हुई लाशों के साथ-साथ सारे तीर और पीछा करते हुए हत्यारे नदी के अंदर आ जाते हैं और साथ ही में कालीचरण उसी नदी में छलांग मार देता है यह देखकर मंदार को क्रोध आ जाता और हताश होकर चिल्लाता है अरे यह कमीने मरते क्यों नहीं तभी उसको शांत करते हुए गर्व उससे कहता है चिंता मत करो यह भले ही जमीन पर हमारे लिए खतरा थे पर वह हमारा पानी में कुछ नहीं बिगाड़ सकते यह सारे वायुमंडल के योद्धा है और यह पानी में ज्यादा देर तक नहीं रह सकते इसलिए हम इनको यहीं खत्म कर सकते हैं इतना कहकर वह अपने स्टोरेज रिंग में से तीन कवच निकालता है और एक को खुद पहन कर दो कवच को मंदार केदार को देता है और साथ ही सौ किलो की चार तलवारो को निकालकर यह मंदार केदार को देते हुए कहता है जाओ और इन मूर्ख हत्यारों को उनकी जिंदगी से आजाद कर दो पर याद रहे तुम भूलकर भी जलीय जीवो के पीछे मत पड़ना अगर तुम उनके पीछे पड़े तो तुम लोग मारे जा सकते हो उनका सामना मैं अपनी बर्फीली तलवार से करूंगा इतना कहते ही वह दोनों भी पानी में मौजूद सारे हत्यारों पर टूट पड़े और गर्व भी एक हाथ में बर्फीले तलवार और दूसरे हाथ में 100 किलो की तलवार को लेकर सारे हत्यारों पर टूट पड़ता है मंदार और केदार के मन में भी उन हत्यारों के प्रति काफी गुस्सा और घृणा भरी हुई थी उनके अड्डे में उन्होंने पिछले रात को बहुत कुछ सहा था इसलिए वह अपनी पूर्ण ताकत से उन हत्यारो पर टूट पड़ते हैं और वह सारे हथ्यारे वायुमंडल के होने के कारण उनकी जल में गति बहुत ही धीमी थी और मंदार केदार के आकाश मंडल में होने के कारण उनकी जल में गति बहुत ज्यादा थी सैकड़ों हत्यारे साथ मिलकर भी मंदार और केदार को पानी में छू भी नहीं पा रहे थे और दूसरी तरफ उन दोनो की तलवारे रुकने का नाम नहीं ले रही थी वह अपने तलवार के एक ही वार से कई सारे सरो को उनके धड़ों से अलग करते जा रहे थे उनके हर एक वार के साथ दो तीन हत्यारों के सर धड़ से अलग होते जा रहे थे इस खून खराबी के कारण उस जगह की नदी के पानी का रंग लाल हो जाता है और ऐसा लगता है मानो वहां कोई रक्त की नदी बह रही है यह देखकर कालीचरण को बहुत गुस्सा आ जाता है और वह भी मंदार केदार के साथ युद्ध करने के लिए उनकी तरफ बढ़ने लगता है यह देखकर गर्व मंदार केदार का साथ देने के लिए उनकी तरफ बढ़ता है क्योंकि कालीचरण भी एक आकाश मंडल का योद्धा था और मंदार केदार को एक साथ सैकड़ों हत्यारो के साथ कालीचरण का मुकाबला करना मुश्किल हो जाता और उनकी जान भी जा सकती थी और वह भी इस लड़ाई में शामिल हो जाता है और उन सब में पानी के अंदर ही घमासान लड़ाई छिड़ जाती है उनकी बड़ी और ताकतवर तलवारे आपस में टकरा कर पानी के अंदर ध्वनि तरंगें पैदा होते जा रही थी और यह सारे नदी में फैलती जा रही थी अचानक से नदी में हुई हलचल से नदी में मौजूद खतरनाक जलीय जीव भड़क उठते हैं यह कौन है जो की उन्ही के घर में आकर इतना शोरगुल कर रहे हैं वह पानी में चल रही लड़ाई की जगह जाना चालू करते हैं इनको अपनी तरफ आते हुए देखते वह हत्यारे घबराते नहीं है बल्कि वापस से अपनी तरफ आते हुए खतरनाक प्राणियों पर हमला कर देते हैं परंतु वह तो उनके सामने किसी चींटी के तरह थे बड़े-बड़े शार्क मछली जैसे दिखने वाले वह प्राणी अपना मुंह खोलकर एक साथ पाच दस हत्यारों को निकलना चालू करते हैं उनकी इस ताकत को देखकर गर्व अचंभित रह गया था इनके सामने तो गर्व भी टिक नहीं सकता है पर उन सब के बावजूद भी सारे हत्यारे मिलकर उन बड़े-बड़े मछलियों का पीछा नहीं छोड़ रहे थे पता नहीं कहां से उस नदी के अंदर सैकड़ों की तादाद में हत्यारे आ जाते हैं और वह सभी अपने भालों से उन बड़े मछलियों पर हमला कर देते हैं और कुछ ही वक्त में उन मछलीयो के शरीर में हर जगह भाले ही भाले नजर आ रहे थे और बहुत सारी बड़ी-बड़ी मछलियां पल भर में ही मारी जाती है यह देखकर कालीचरण को भी जोश आ जाता है और वह अपनी तलवार से बिजली उत्पन्न कर के गर्व और उसके साथियों के तरफ उछाल देता है जोश में वह यह भूल जाता है कि बिजली पानी के अंदर तेजी से प्रवाहित होती है और इसका असर विरोधियों के साथ-साथ खुद पर भी हो सकता है इस खतरे को गर्व पहले से ही भाप लेता है और वह खुद के और मंदार केदार के सामने बर्फ की एक मोटी दीवार के अपने तलवार के जरिए बनाता है बिजली पानी के अंदर प्रवाहित होती वह सारे पानी में फैल जाती है और इसी बिजली के कारण कई सैकड़ों हत्यारों की उसी जगह मौत हो जाती है और कई सारे बड़े जलीय प्राणी और कालीचरण उनकी शक्ति ज्यादा होने के कारण उनका पूरा शरीर सुन्न पड़ जाता है और बिजली जैसे ही गर्व और उसके साथियों के सामने बनी बर्फ की दीवार पर टकराती है वैसे ही पूरी बर्फ की दीवार एक झटके में पिघल जाती है वह बिजली गर्व और उसके साथियों पर टकराने ही वाली होती है तभी गर्व मंदार केदार को पानी में उल्टी दिशा तेजी से गोता लगाने को कहकर खुद पानी में और गहराई में गोता लगाता है उसके पीछे पीछे मंदार और केदार भी पानी में और गहराई पर गोता लगाते हैं वह बिजली की धार बर्फ की दीवारों को चीरते हुए और उनके साथियों के करीब तक पहुंचती है पर वह इन तीनों की जल्द ही गोता लगाने के कारण वह इस तेज बिजली की धार से बच जाते हैं गोता लगाते हुए वह तीनों पीछे मुड़कर कालीचरण की ओर देखते हैं पर बिजली का झटका लगने के बावजूद भी उसकी ज्यादा हालत खराब नहीं होती है उसका थोड़ा सा शरीर सुन्न पड़ा हुआ होता है अगर वे फिर उसकी तरफ जाते हैं तो उसी वक्त में वह ठीक हो जाता और बाकी के हत्यारे भी नदी में प्रवेश कर गए होते और बाकी के बड़े और खतरनाक जलीय प्राणी भी उसी तरफ आ रहे थे और इन सब से सामना करना उन तीनो के लिए मुश्किल हो जाता इसलिए वह पानी में गहराई की तरफ गोता लगाने का निर्णय लेते हैं वह बहुत अंदर तक पानी में जाते हैं जहां पानी की घनता बहुत ही ज्यादा थी यहां पर पानी की गहराई के कारण और यह नदी पहाड़ों के बीच में होने के कारण नदी की गहराई में काफी अंधेरा था उन तीनों को जल्द से जल्द किसी सुरक्षित जगह जाना होगा अगर वह इसी तरह कुछ देर और उन हत्यारो से और खतरनाक जलीय जीवों से लड़ते रहे तो उनकी कुछ ही देर में शक्ति कम हो जाएगी और उनको पकड़कर तांडव कबीले के लोग उनका जो हाल करेंगे वह तो कोई सोच भी नहीं सकता है वह पानी की गहराई में एक सुरक्षित जगह की खोज कर रहे थे जिससे कि वह पानी में कुछ देर तक उन हत्यारो से सुरक्षित रहे