इतना कहकर वह वहां से अपने सैनिकों के साथ बाहर की तरफ जाने लगे यहां पर तो सभी परीक्षार्थि उमेदवार केंद्रीय अधिकारी बनने का सपना लेकर यहां पर आए थे पर गर्व की बातों को सुनने के बाद उनके मन में एक अजीब सा डर बैठ गया था वह तो इन केंद्रीय अधिकारी के पद को लात मारकर अपने-अपने राज्य में सुरक्षित वापस जाना चाहते थे उन्हें यहां पर सब कुछ अजीब अजीब लगते जा रहा था उन्हें लग रहा था कि यहां पर जो कुछ भी हो रहा है वह उनके समझ के बाहर है वह तो यहां से भाग जाना चाहते थे पर वह ऐसा भी नहीं कर सकते हैं उन्हें तो अब कल तक के लिए इस इमारत में उनकी सुरक्षा करने के नाम पर बंदी बना लिया गया है वह अब कुछ भी नहीं कर सकते थे उन्हें बार-बार गर्व के बारे में शक होते जा रहा था कि इस आदमी में कुछ तो गड़बड़ है यह पूरे तांडव कबीले के हत्यारों से भी मिला हुआ हो सकता है पर वहां पर मौजूद राज्यवर्धन को ऐसा बिल्कुल भी नहीं लग रहा होता है उसे पूरा यकीन होता है कि गर्व कभी भी कोई भी गलत काम नहीं कर सकता है और वह तांडव कबीले के साथ में तो बिल्कुल भी मिला नहीं है इसके थोड़ी देर बाद अधिकारी आकाश सिंह ने उन सब लोगों को अपने अपने कमरों की तरफ पहुंचा दिया उन सबके लिए एक खास कमरे को आरक्षित कर दिया गया था और इन कमरों के बाहर केंद्रीय अधिकारियों के सैनिक पहरा दिए जा रहे थे और साथ में उनके कमरे के भीतर भी एक केंद्रीय अधिकारी का सैनिक मौजूद होता है जो कि उन लोगों की निगरानी करते जा रहा था यह एक जैसे उनको कारागार के अंदर डालने के जैसा ही होता है जिनको वहां से कहीं भी जाने की इजाजत नहीं होती है और उन्हें बस वही पर रहना होता है गर्व के हर एक सैनिक को भी वहां पर एक अलग कमरा मिला होता है यह देखकर वहां पर मौजूद हर एक सैनिकों के मुखिया को आश्चर्य होते जा रहा था क्योंकि वहा किसी भी उम्मीदवार के सैनिकों को अलग से कमरा नहीं दिया गया था यहां पर सिर्फ गर्व के ही सैनिकों को अलग से कमरा दिया गया होता है यहां तक कि बड़े राज्य के सैनिकों को भी वहां पर कमरा नहीं दिया गया होता है उन सब को इस इमारत के पहले मंजिल पर ठहराया गया होता है अपने सैनिकों को इतना खास व्यवहार मिलते हुए देखकर गर्व चौक गया था उसे ऐसा लग रहा होता है कि यहां पर जल्द ही उसके साथ में कुछ बड़ा होने वाला है और आश्चर्य की बात तो यह थी कि गर्व को फिर से वही कमरा मिला होता है जो कि उसे पहले मिला हुआ था और उसके कमरे के अंदर 2 सैनिक मौजूद होते यह अधिकारी अग्निमित्र के सैनिक लग रहे थे उनके पीठ के पीछे दो तलवारे उनके म्यान में होती है यह वही कमरा होता है जहां पर वह डेढ़ साल पहले 2 महीने तक ठहरा हुआ था और यहीं पर उसने काले ध्यान की शक्ति का अभ्यास किया हुआ था और उसी के वजह से तो जंगल में उन तांडव कबीले के हत्यारों का गुलाम बनते बनते रह गया था तभी उसकी नजर खिड़की की तरफ गई वह फिर खिड़की की तरफ गया अभी तक यहां पर रात हो चुकी थी गर्व वहा पर खिड़की के बाहर का सारा नजारा साफ-साफ देख सकता था वहां पर इस इमारत के नीचे कई सारे युद्धपोत जमा हो चुके थे और वह सारे इस जगह की सुरक्षा करते जा रहे थे अचानक वहां पर एक ध्वनि क्षेपक की आवाज हुई इस ध्वनि क्षेपक की आवाज पूरे केंद्रीय अधिकारी के इमारत में चारों तरफ फैल रही होती है यह ध्वनि क्षेपक एक युद्धपोत में बैठा हुआ होता है वह आसमान में उड़ते हुए एक जगह पर स्थिर हो गया था उस ध्वनी क्षेपक की आवाज गर्व को भी साफ-साफ सुनाई देते जा रही थी उस ध्वनी क्षेपक से आवाज से आई केंद्रीय इमारत के परिसर में मौजूद सारे लोग सावधान हो जाएं आज रात किसी भी आदमी या औरत को या फिर किसी भी दूसरी जाति के लोगों को इस इमारत के परिसर से बाहर जाने की अनुमति नहीं है जो भी पहले इस जगह से बाहर जा चुका है या फिर जो कोई युद्धपोत यहां से बाहर चले गए हैं उनको छोड़कर किसी को भी इस इमारत के परिसर के बाहर जाने की इजाजत नहीं है अगर कोई भी इस इमारत के परिसर से बाहर जाने की कोशिश करता है या फिर ऐसी कोशिश करते हुए पकड़ा जाता है तो उनके साथ जो होगा उसके लिए वह खुद ही जिम्मेदार होगे इतना कहकर उस पूरे इमारत के परिसर को एक ऊर्जा की दीवार से ढक किया गया यह ऊर्जा उस इमारत की ऊंचाई पर मौजूद काले तेंदुए की आंखों से निकलते जा रही थी और साथ में इस इमारत के चारों तरफ सैनिक जमा हो गए गर्व समझ गया कि यह अधिकारी लोग जल्द ही तांडव कबीलों के हत्यारों पर अपना हमला बोलने वाले हैं इसलिए यहां पर इतनी सारी तैयारी की जा रही है तभी उसकी नजर पश्चिम दिशा में मौजूद पहाड़ियों पर गई क्योंकि यह अमावस्या की रात नहीं होती है और आसमान में चांद भी आधा होता है इसलिए उस चांद के प्रकाश में वह पहाड़ी अपनी आंखों से देख सकता था उसे वह पहाड़िया इस वक्त थोड़ी अजीब लग रही होती है क्योंकि उन पहाड़ियों की ऊंचाई उतनी नहीं होती है जो कि पहले होती है गर्व को उन पहाड़ियों की ऊंचाई 200 या 300 मीटर से कम लग रही होती है और साथ में गर्व को उन पहाड़ियों के आजू-बाजू की पहाड़ियों की भी ऊंचाई कम लग रही थी और उन पहाड़ियों के बीच में से जंगली प्राणियों के चिल्लाने की आवाज आ रही थी गर्व ने देखा था कि उन जंगलों में भले ही जानवर मौजूद हो और उन पहाड़ियों पर उसे कोई भी जंगली जानवर दिखाई नहीं दिए थे फिर उन पहाड़ियों पर से इन जानवरों के चिल्लाने की आवाज कहां से आती जा रही है फिर गर्व की नजर इस परिसर की सबसे ऊंची मंजिल पर गई वहा ऊंचाई पर जो मंजिल बनी होती है उसके चारों तरफ प्रकाश फैला हुआ था गर्व ने पहले देखा था कि उस मंजिल के प्रकाश में से उसने एक आदमी के प्रतिकृति को देखा था पर यहां पर इस वक्त उस बाहर निकलते हुए प्रकाश के बीच में से वह कई सारे आदमी और औरतों की प्रतिकृति को हलचल करते हुए देख सकता था उस अधिकारी अग्नि मित्र ने जरूर ही गर्व की बातों को बड़े पद पर काम कर रहे अधिकारियों के कानों में डाली होगी इसीलिए यहां पर इतनी हलचल मची हुई है पहले तो उस ध्वनि क्षेपक की घोषणा और अब इस कमरे में इतने सारे लोगों की होती हुई हलचल अचानक उस कमरे में एक आकृति अपने जगह पर ठहर गई गर्व ध्यान से उस आकृति की तरफ देखे जा रहा था यह किसी किशोर युवती की आकृति नजर आ रही है और वहां पर वह एक जगह पर स्थिर हो गई थी और वहां से बाहर की तरफ देखे जा रही थी गर्व को ऐसा लग रहा था कि वह आकृति उसी के तरफ देखे जा रही है तभी उस आकृति ने फिर से हलचल की और वह अपनी जगह से चली गई क्योंकि उस मंजिल के बाहर बहुत ज्यादा रोशनी बाहर आती जा रही होती है इसलिए गर्व उस कमरे के भीतर के किसी भी आदमी या औरत के चेहरे को नहीं देख सकता था वह बस उस कमरे के बीच में से चलती हुई आकृतियों को ही देख सकता है फिर उनसे अपना ध्यान हटाकर गर्व वापस अपने कमरे में आ गया यहां पर वह अधिकारी अग्नि मित्र के सैनिक अभी भी मौजूद होते हैं वह गर्व पर अपनी नजर बनाए हुए थे उनके तरफ बिल्कुल भी ध्यान ना देते हुए गर्व वापस जमीन पर ही पद्मासन की अवस्था में बैठ गया और वह ध्यान साधना करने में तल्लीन हो गया क्योंकि वह इस जन्म में नींद बिल्कुल भी नींद नहीं ले सकता है वह नींद ले सकता है या नहीं इसके बारे में उसे कुछ भी पता नहीं होता है वह पहले ही नींद में जाकर 900 साल आगे आ चुका होता है अगर वह फिर से नींद में चला गया तो फिर क्या होगा जो उसको भी पता नहीं होगा क्योंकि ध्यान साधना करने से शरीर की थकावट दूर होने के साथ-साथ शरीर को और मन को भी आराम मिलता है इसलिए वह नींद की जगह ध्यान साधना कर सकता है इस वक्त वह काले ध्यान का अभ्यास नहीं कर सकता है क्योंकि काले ध्यान का अभ्यास करते करते उसके खून का रंग आधा काला और आधा लाल हो चुका है अगर यहां पर उसके खून के रंग के बाहर बारे में किसी को पता चल गया तो उसे यहीं पर तांडव कबीले का जासूस समझ कर यहीं पर मार दिया जाएगा बहुत सारे लोगों को पता होता है कि उन तांडव कबीले के हत्यारों के शरीर के खून का रंग काला होता है अगर यहां पर किसी को भी उसके खून के रंग के बारे में पता चल गया तो उसके लिए काफी बड़ी मुश्किल खड़ी हो सकती है उसे अपने हमेशा के ध्यान साधना का अभ्यास करने की जरूरत है उसे भरोसा होता है कि उसके पहले की ध्यान साधना की तकनीक से उसका खून पहले की तरह काले से लाल रंग में परिवर्तित हो जाएगा भले ही इसके कारण उसकी काली ध्यान शक्ति की शक्ति खत्म हो जाए पर इसका उसे कोई भी गम नहीं होगा जो कि केंद्रीय सत्ता के इमारत में रहकर वह अपने खून को आधे काले रंग में नहीं रख सकता है फिर उसने अपनी जेब से जड़ी-बूटी को निकाला और इसका सेवन कर लिया उसके जेब में उसने स्टोरेज रिंग को रखा था और इसमें से उसने उस जड़ी-बूटी को निकाला था क्योंकि इस जड़ी-बूटी कहा का आकार बहुत ही छोटा होता है और वह आराम से गर्व के जेब में भी आ सकती थी इसलिए उस पर किसी को शक भी नहीं हुआ इस जड़ी बूटी से गर्व की शारीरिक शक्ति कुछ देर के लिए बढ़ती है और मन के सारे विचार भी कुछ देर के लिए खत्म हो जाते हैं जिसके कारण मन को शांति मिलती है और वह जल्दी से ध्यान लगा सकता है