6. Complet marrige.  With impatience.

Chapter. 6

Complet marrige.  With impatience. 

मंगलसूत्र और सिंदूर की विधि को पूरा करने के बाद देवा ने एक पल की भी देरी नहीं की।   और झुकते हुए सीधे अपनी new wedded wife को अपनी बाहों में उठा लिया।

देवा के ऐसे अचानक से उठते ही दिव्या ने देवा के shoulder पर अपने हाथों की पकड़ को कस दिया,,  और आंखों ही आंखों में देवा को ये सब न करने के लिए requast करने लगी।

लेकिन,   देवा ने इस बार अपनी queen की एक भी नहीं सुनी,,  और अपने सामने खड़े सभी guast को देखकर सीधे उन लोगों को भगाने के लिए कड़कती आवाज में बोला,,    "खाना खा लिया,, शादी हो गई।  अब गोली की speed में निकलो यहां से।  मुझे चींटी भी नजर नहीं आनी चाहिए।  अगर.... मुझे 10 सेकंड के बाद कोई भी दिखाई दिया,   तो वो अपने पैरों पर चलकर वापस नहीं जाएगा।"   

देवा की बात सुनकर शर्मन देवा को रोकने के लिए कुछ बोलते ही वाले थे,,   कि...  10 सेकंड के अंदर अंदर पूरा hotel वहां से खाली हो गया। 

सब guast के जाने की रफा दफा होने के बाद सरमन जी ने आंखें छोटी करते हुए कमर पर हाथ रखकर अपने बेटे की तरफ देखा,,   तो देवा लापरवाही के साथ बोला,,   "dad. आपकी बीवी आपका wait करी होगी।  तो जाइए... अपनी बीवी के साथ enjoy कीजिए।   मुझे मेरी बीवी के साथ time spend करना है।" 

 उसे लड़की को नहीं पता था कि. .  आखिर वो किसके साथ रिश्ते में बंधी है।   और उसके सामने इस वक्त कौन-कौन शख्स खड़े हैं।  लेकिन,,   सरमन की बातों को सुनने के बाद देवा की बाहों में कैद लड़की शर्माते धीमी आवाज में घबराते हुए बोली,,   "अपने dad से कोई ऐसी बात करता है।   कम से कम शादी करने के बाद अपने बड़ों का आशीर्वाद तो लेना चाहिए था ना।   शादी की भी कुछ रसमें कुछ रीति रिवाज होते हैं।   आपने तो उन्हें भी पूरा नहीं करनी दिया और सबको भगा दिया।" 

देवा से ये बात बोलते बोलते डर की वजह से देवा की queen की आंखों में आंसू आ चुके थे।

अपनी queen की आंखों में आंसू देख कर देवा का दिल बेचैनी से भर हो गया। 

सरमन को भी लगा था, ,   कि.... उनकी बहू उनसे दुश्मनी निकालने के लिए खुश हो जाएगी।   क्योंकि. . .  देव जिस तरह से सरमन से बात कर रहा था,   उसे देखकर सबको यही लगने वाला था,  कि...  देवा अपने बाप के साथ बदतमीजी कर रहा है।   

 लेकिन,,  अपनी बहू की बातें सुनने के बाद सरमन के चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान आ गईगई। 

 सरमन ने तुरंत ही अपनी बहू के सर पर हाथ रखा और मुस्कुराते हुए बोले,,,  " कोई बात नहीं बेटा।   आज तुम मेरे बेटे के साथ time spend करो।  तुम्हारी सारी रस्मों को कल करनी महल में पूरा कर दिया जाएगा।"

अपने dad की बात सुनकर देवा भी मुस्कुराते हुए अपने डैड को देखने लगा। 

लेकिन,,   इससे पहले की सरमन वहाँ से जा पाते,   queen ने सरमन को रोकते हुए कहा,,    " रुकिए...   पापा जी।"

ये  पापा जी शब्द बोलते हुए इस वक्त दिव्या की धड़कनें बेहद तेज speed से दौड़ रही थी। 

लेकिन,   हिम्मत करके इतना बोलने के बाद दिव्या देवा की तरफ requast भरी नजरों से देखकर कहने लगी,,   " हमें नीचे उतार दीजिए... Please.  हम आपके पापा जी का आशीर्वाद लेना चाहते हैं।"    

दिव्या के मुंह से पापा जी शब्द सुनने के बाद सरमन भी रुक चुके थे।   और देवा ने भी अपनी queen को अपनी बाहों से नीचे उतार दिया।

नीचे उतरने के बाद दिव्या ने देवा की तरफ देखा,,   और घबराते हुए बोली,,  "हम अकेले आशीर्वाद लेंगे।  आप साथ में नहीं चलेंगे।"

अपनी queen की कही बात को पूरा करने के लिए देवा ने मुस्कुराते हुए अपनी queen के हाथ को पकड़ा,  ओर आगे बढ़ कर सीधे अपने dad के सामने जाकर अपनी queen के साथ अपने डैड को पैरों को छूते हुए बोला,,    "लीजिए dad.   अब मैंने आपका आशीर्वाद भी ले लिया।   भले ही मेरा,,  साला दुश्मन पक्का था।  लेकिन,,   उसने मेरी बीवी को संस्कार बड़े अच्छे दिए हैं।"

खुशी से इतना बोलते हुए देवा सरमन के पैरों को छूकर खड़ा हो गया।

"तो मैंने तुम्हें काम संस्कार नहीं दिए हैं? "   देव की बात सुनते ही सरमन ने मुस्कुराते हुए देवा से कहा।  

की बात सुनने के बाद देवा ने मुस्कुराते हुए अपना चेहरा झुका लिया।   

"अब अपनी बीवी की हर एक wish को सर आंखों पर रखने की जिम्मेदारी तुम्हारी है।   कोई शिकायत नहीं मिली चाहिए मुझे।"   देवा से इतना बोलकर सरमन जी ने अपनी बहू और बेटे के गालों को प्यार से थपथपाया और मुस्कुराते हुए poket मे हाथ डालकर अतुल के साथ होटल से बाहर निकल गए। 

सरमन जी के वहां से बाहर निकलते ही देवा ने एक कातिल मुस्कान के साथ अपनी queen को देखा      और अपने कदमों को अपनी queen की तरफ मुड़ कर झटके के साथ झुकते हुए अपनी queen को अपनी बाहों में उठा लिया। 

"आह्ह्म....। "  अचानक से फिर एक बार फिर से हवा में उठने की वजह से दिव्या के मुंह से चीख निकली,,   तो देवा मुस्कुराते हुए अपनी queen के होठों को अपने होठो से हल्का सा touch करके बोला,,   " Tha true devil ने तुम्हारी सारी बातें मानी,,  so...  अब तुम मुझे नहीं रुकोगी।"

देवा का बात की बात सुनते ही दिव्या बुरी तरह से घबरा गई।  क्योकि.... शादी के बाद क्या होता है,, ये बात तो वह लड़की भी अच्छे से जानती थी।     से जिस तरह से मंडप में ही देवा हनीमून का नाम ले रहा था,,  उसे सुनने के बाद तो दिव्या के रोंगटे खड़े हो गए थे।

एक बार फिर से वो उसी मंजिल पर आकर खड़ी हो चुकी है,   जिस चीज से उसने भागने की कोशिश की थी।   लेकिन,,  इस बार उसके साथ ये सब करने वाला कोई और नहीं,,  बल्कि... उसका पति था।   जो आसमान की तरह अचानक से आ टपका,   जो उसे शादी के बंधन में बांधने के बाद अपनी दुनिया मे शामिल कर चुका था।  

 एक अनजान शख्स,,   जिसे वो पहचानती भी नहीं थी,   वही शख्स उसे अपनी से पत्नी बनाने के बाद उसके क्या साथ क्या करने वाला है,   ये सोचकर ही दिव्या शर्म के मारे धरती में गड़े जा रही थी।  दिल जोरो से धड़के जा रहा था।  और शर्म के मारे इसका चेहरा धीरे-धीरे लाल पड़ने लगा था।   

लेकिन,  अफसोस...,,  की.... इस वक्त दिव्या के पैर जमीन पर भी नहीं थे।  ताकि,  वो अपने सामने खड़े devil से खुद को बचा सके।  क्योकि... वो खुद इस वक्त उसकी बाहों में थी।   

जब दिव्या इन हालातो से नहीं खुद को नहीं निकाल पाई,,   तो दिव्या ने शर्म के मारे अपनी आंखों को बंद करके अपने चेहरे को देवा के सीने में छुपा लिया। 

"Hummm... बीवी जी,,   आप तो हमें लूट कर रहेंगी।   एक ही दिल है इस devil के पास।  कितनी बार चुराएंगी...आप?"   अपनी queen को एक बार फिर से शरमाते देख देवा ने मुस्कुराते हुए कहा।  और अपनी queen को लेकर सीधे लिफ्ट के अंदर आ गया। 

लिफ्ट के अंदर आते ही देवा ने अपनी एक उंगली से top floor का बटन press  किया,,   और मुस्कुराते हुए अपनी शर्म से लाल होती बीवी को देखने लगा।

  अपनी बाहों मे शर्माती हुई अपनी बीवी को देखकर देवा के लिए ये वक्त मानो जैसे थम सा गया था।   

देवा की नजरों को अपने में ऊपर महसूस करते हुए दिव्या शर्म के मारे हर सेकंड के साथ देवा की बाहों में सिमटती जा रही थी।   

Lift कब top floor पर आकर खुद open हो गई     देवा को खुद पता नहीं चला।

देव का ध्यान अपनी queen को देखने में था।  और दिव्या का ध्यान खुद को देवा की नजरों से बचाने में था।    

लेकिन, ,  time out  होने की वजह से lift एक बार फिर से बंद होने लगी,,   तो देवा का ध्यान अचानक से अपनी queen के चेहरे से हटा,,   और देवा मुस्कुराते हुए अपनी queen को लेकर सीधे एक दरवाजे के सामने आकर खड़ा हो गया। 

"आंखें खोल लीजिए... बीवी जी।  क्योंकि.... अभी आपके लिए एक बहुत बड़ा surprise ready है।"   देवा ने मुस्कुराते हुए इतना कहा,   और सीधे दरवाजे को लात मार कर खोल दिया। 

देवा के कहने पर दिव्या ने जैसे ही दरवाजे को खुलते देखा,,   तो अंदर का नजारा देखकर दिव्या की आंखें हैरानी से फटी की फटी रह गई। 

देवा अपनी queen को लेकर कमरे के अंदर आया,,   और कमरे के अंदर अपनी queen के पैरो को फूलों से ढके floor पर रखने के बाद देवा ने सीधे दरवाजा बंद कर दिया।

दिव्या अपनी हैरानी से बाहर भी नहीं निकली थी,   कि...  कमरे के बंद होने की आवाज सुनकर दिव्या अचानक से डर कर पीछे की तरफ मुड़ गई।  

और पीछे की तरफ मुड़ते ही एक बार फिर से दिव्या की आंखों के सामने देवा आ गया,,  जो कातिल मुस्कान के साथ उसे ही देखे जा रहा था।