श्रेयांश की बात सुनते ही बच्चों ने तुरंत मुस्कुराते हुए अपने हाँ में अपना सर हिला दिया।
" टूक.. टूक,, " अचानक से मुंह से आवाज निकालते हुए श्रेयांश ने अतुल को अपने पास आने का इशारा कर दिया।
अतुल ने जैसे ही श्रेयांश के मुंह से निकली आवाज और हाथों से किए गए इशारे को देखा,, तो अतुल के जबड़े कस गए,, और अतुल गुस्से से श्रेयांश को देखने लगा।
" बिडू इधर आ। Don't be angry. " अतुल को जबड़े कसते देख श्रेयांश ने अपने गॉगल्स बेल्ट से निकाल कर स्टाइल में आंखों पर डालते हुए अतुल से कहा।
अतुल ने जैसे ही श्रेयांश की बात सुनी,, तो अतुल का पूरा मूड खराब हो गया। अतुल का मन करने लगा,, कि.... वो श्रेयांश का मुंह तोड़ दे।
लेकिन, , श्रेयांश के मुंह से निकला डोंट बी एंग्री सुनने के बाद अतुल वो भी नहीं कर पाया। और मजबूरी बस अतुल को श्रेयांश के पास जाना पडा।
" साले... तू अपुन के पास आने से इस तरह से क्यों डर रहा था... Ummmhh?" अतुल जैसे ही श्रेयांश के पास पहुंचा, तो श्रेयांश ने अपनी आईब्रो को उछालते हुए अतुल से सवाल कर दिया।
"Heee... उम्र में बड़ा हूं तुझसे, इसलिए... गाली मत दे।" अतुल ने श्रेयांश को उंगली दिखाकर वार्निंग देते हुए कहा।
" अपुन तेरे को इसी तरह से गाली देगा। क्या कर लेगा बे... तू.. Ummmhhh." अतुल की बात सुनकर श्रेयांश अतुल पर चढ़ते हुए बोला।
"देख... श्रेयांश,, दिमाग खराब मत कर। मुझे बहुत काम है। चुपचाप घर के अंदर जा।" अतुल ने वहाँ हाथ से खिसकते हुए श्रेयांश से कहा।
लेकिन, इससे पहले की अतुल वहां से जा पाता,, श्रेयांश ने दो कदम तेजी से आगे बढ़कर अतुल का हाथ पकड़ा,, और बच्चों की तरफ देखते हुए अतुल के पीछे की तरफ इशारा कर दिया।
" श्रेयांश छोड़ मुझे। मुझे बहुत सारे काम है। तेरी तरह पागलपंती करने के लिए मैं फ्री नहीं हूं।" अतुल ने श्रेयांश को हल्की डांट लगाते हुए कहा।
लेकिन, अचानक से अतुल के पैरों के पीछे पटाखे फूटने लगे।
अपने पैरों में फूट पटाखे की वजह से अतुल पटाखों से दूर भगाने की कोशिश करने लगा।
लेकिन, श्रेयांश अतुल को पटाखों से दूर जाने दे तब ना। श्रेयांश ने अतुल का हाथ इस तरह से पकड़ा हुआ था, कि.... अतुल उन पटाखों से दूर जा नहीं पा रहा था।
और पटाखों के जलने की वजह से अतुल को उसी जगह पर बंदरों की तरह उछल कूद करनी पड़ रही थी।
अतुल को बंदरों की तरह उछल कूद करते देख,, श्रेयांश ओर श्रेयांश के साथ मौजूद बच्चे अतुल पर हंस रहे थे।
लेकिन, अतुल पटाखों से जलने की वजह से अभी भी उछल रहा था।
पटाखों के जलने की आवाज सुनकर वीरा और सरमन जैसे ही प्रिंस हाउस के बाहर आए, तो बाहर की कंडीशन देखकर वह दोनों हैरान रह गए।
लेकिन, श्रेयांश को देखकर उनके चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई।
"श्रेयांश...!" उन दोनों ने श्रेयांश को देखते ही आवाज लगा दी। और दोनों के दोनों अपनी बाहें फैला कर श्रेयांश की तरफ बढ़ गए।
"सर...मुझे प्लीज बचा लीजिए। " अतुल ने सरमन की आवाज सुनकर शर्मन से रिक्वेस्ट करते हुए कहा।
श्रेयांश ने भी अपने मां-बाप को देखते ही अतुल को छोड़ा, और दौड़ते हुए अपने मां-बाप के गले लग कर,, हल्का सा झुककर उनके पैरों को छू लिया।
और अपने गॉगल्स उतार कर स्माइल करते हुए बोला, , "whatsapp buddy and cuty. How were you both without me? भाई ने आप दोनों को मेरे हिस्से की खुशी दी या नहीं?"
"जाओ तुम अपना काम करो। ". अतुल को चैन की सांस दिलाने के लिए शर्मन ने अतुल को वहां से खिसकने का इशारा कर दिया।
सरमन के इशारा करते ही अतुल भी वहाँ से तेजी से खिसक गया।
" आयु ओर श्रेयान नहीं आये. ..? " श्रेयांश को अकेले देखकर वीरा ने हैरान होते हुए श्रेयांश से पूछा?
" उन दोनों का मुझे नहीं पता। And I don't even want to know. i'm so hungry i need food. " श्रेयांश ने तेजी से अंदर दौड़ते हुए अपनी मां को जवाब दे दिया।
श्रेयांश की बात सुनने के बाद सरमन और वीरा भी अंदर चले गए।
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एक बार फिर से जैसे ही दीप्ति की आंख खुली, you उठते ही दीप्ति ने अपना सर पकड़ लिया, और नजरे घुमाकर पूरे कमरे को देखने लगी।
देवा के पूरे रूम का इंटीरियर बेहद ही स्टाइलिश था। रूम की एक पूरी दीवार पर ग्लास लगा हुआ था जिसमें इंसान पूरे कमरे का नजारा देख सकता था।
देव के रूम में सिंगल किंग साइज सोफा लगा हुआ था, , बेड के पास बेहद ही खूबसूरत मेट बिछा हुआ था,, साइड टेबल पर दो बेहद ही खूबसूरत से शोपीस रखे हुए थे। बेड के दूसरी साइड पर एक बेहद ही clssee table lamp लगा हुआ था। और glass wall के एक कोने पर ready होने के लिए जरूरत की हर एक चीज बेहद खूबसूरती के साथ रखी हुई थी।
बेड के राइट साइड में एक गिलास विंडो लगी हुई थी इसके दूसरी तरफ बेहद ही बड़ी बालकनी थी। And दीप्ति के ठीक पीछे दरवाजे के पास एक वाडरूम बना हुआ था।
देवा के रूम को देखने के बाद दीप्ति की आंखें हैरानी से फटी की फटी रह गई थी।
दीप्ति झट से बद से उठी, , और पूरे कमरे में नजर घुमा कर देखने लगी।
लेकिन, जैसे ही दीप्ति की नजर bed पर गई, तो दीप्ति का दिल अचानक से थम गया।
व्हाइट कलर के बेड पर Green mint के matters,, bed sheat and blancket मे देव का बेड बेहद ही खूबसूरत और हर किसी की नजर को अपनी तरफ अट्रैक्ट करने वाला दिख रहा था।
इन सब चीजों को देखकर दीप्ति को ऐसा लग रहा था,, जैसे कि.... दीप्ति ख्वाबों की दुनिया में आ चुकी है। क्योंकि.... आज से पहले दीप्ति ने ऐसा कुछ कभी भी नहीं देखा था।
"ये सब क्या है..?? मैं कहाँ हु...?" अपने दिल पर हाथ रखते हुए दीप्ति ने घबराकर खुद से सवाल कर दिया।
लेकिन, , दिल पर हाथ रखने के बाद अचानक से दीप्ति के हाथ में अपना मंगलसूत्र आ गया।
दीप्ति ने सर झुकाकर अपने हाथ में आए मंगलसूत्र को देखा, तो दीप्ति को याद आ गया, कि.... देवा के साथ उसकी शादी हो चुकी है। और दीप्ति इस वक्त देवा के घर में है।
दीप्ति को ये सब किसी सपने से कम नहीं लग रह रहा था।
लेकिन, साथ ही दीप्ति को इस बात का भी डर सताने लगा था, कि.... अगर इन लोगों को ये बात पता चल गई, की... वो दिव्या नहीं दीप्ति है, तो वो लोग उसे जान से मार डालेंगे। इन फैक्ट.... देवा उसे खुद अपने हाथों से मार डालेगा।
दीप्ति मरना नहीं चाहती थी। इसलिए, दीप्ति ने अपने मंगलसूत्र को अपने हाथों में कसकर पकड़ लिया, और घबराते हुए खुद से बोली, "नहीं... दीप्ति। तुझे यहां से भगाना होगा।"
खुद से इतना बोलकर दीप्ति दरवाजे की तरफ बड़ी ही थी, कि.... अचानक से पूरे कमरे की लाइट ऑफ हो गई।
अंधेरे को देखकर दीप्ति बुरी तरह से घबरा गई।
लेकिन, तभी देवा की आवाज वहां गूंज गई, , "मुझसे बचकर कहां भागने की कोशिश कर रही हो. .. My love."
दीप्ति के भागने के प्लान के बारे में जानकर क्या करेगा देवा दीप्ति के साथ.. . ???
कौन हे आयु और श्रेयान. ..??
क्या होने वाला है आगे. ..??
जानने के लिए पढ़ते रहिए. . . . देवा bold love of gangster.