अनिका दीवान

अभिमन्यु ने अपनी मां की बात की बात सुनकर फोन रख दिया। उसकी आंखों में एक तरह की उदासी थी लेकिन इस वक्त वह ऑन ड्यूटी था तो पर्सनल बातों के बारे में सोचने को उसके पास समय नहीं था। उसने अपने आप को तरोताजा करने के लिए दो-तीन बार लंबी लंबी सांसे ली और फिर आगे बढ़ने लगा।

जैसे ही वह उस कमरे के पास पहुंचा तो वहां पर डेड बॉडी को सूटकेस से बाहर निकाल कर रख दिया गया था। वह डेड बॉडी भी एक तरह से अकड़ गई थी तो अभी भी वह एक छोटे से सेप में थी। अभिमन्यु ने देखा के कोने में एक आदमी बैठ कर रो रहा है।

अभिमन्यु उस आदमी की तरफ जा ही रहा था कि इंस्पेक्टर थापा ने आकर उनको रोकते हुए कहा।

" सर जो डेड बॉडी सूटकेस से मिली है उसकी रिपोर्ट से पता चल गया है कि यह डेड बॉडी किसी और की नहीं कुछ दिनों पहले मिसिंग हुई इंडियन टूरिस्ट अनिका दीवान की है।"

अभिमन्यु ने कोने पर बैठ कर रोते हुए इंसान की तरफ देख कर पूछा।

" हां उस केस में भी काफी जोर पकड़ा हुआ था कि इंडिया से एक कपल यहां पर आया था जो कि अपने हनीमून पर था। लड़की का नाम अनीका दीवान और लड़के का नाम क्या था? हां प्रभु दीवान। तो क्या वह आदमी प्रभु दीवान है?"

इंस्पेक्टर थापा ने अपनी गर्दन हा में हिलाते हुए कहा।

" जी हां सर यही प्रभु दीवान है।"

अभिमन्यु ने इंस्पेक्टर थापा की तरफ देखकर पूछा।

" जहां तक मुझे याद है अनिका दीवान आज से 5 दिन पहले मिसिंग हुई थी तो क्या यह आदमी इंडिया वापस चला गया था? अगर इंडिया वापस चला गया था तो इतनी जल्दी तो वापस नहीं आ सकता।"

इंस्पेक्टर थापा ने अपनी गर्दन हिलाते हुए कहा।

" नहीं सर हमने उनको यहां से जाने ही नहीं दिया था। हमने उन्हें नेपाल में ही रहने के लिए कहा था लेकिन वह इस होटल में रहना नहीं चाहते थे इसीलिए सामने की होटल में जाकर रह रहे थे।"

अभिमन्यु ने शक भरी नजर से उस आदमी की तरफ देख कर पूछा।

" जानती हो एक कहावत है कि गांव में जब बच्चा मरता है तो सबसे ज्यादा डायन रोती है। इसका पति तो डायन से भी ज्यादा रो रहा है। मुझे कहीं से कुछ बुं आ रही है इसके बारे में पता करो। यह क्या करता है और इसका पूरा बैकग्राउंड मुझे चाहिए।"

इंस्पेक्टर थापा ने भी उस आदमी की तरफ देखते हुए कहा।

" जी हां सर वह मैं पता कर लूंगी।"

अभिमन्यु प्रभु दीवान के पास जाता है तो सामने बैठा हुआ प्रभु अभिमन्यु को देखकर और भी ज्यादा रोने लगता है। प्रभु का इस तरह से रोना अभिमन्यु को उसके ऊपर और भी ज्यादा शक करने के लिए मजबूर कर रहा था। लेकिन फिर भी उसने दिलासा देने वाले अंदाज में कहा।

" तो मिस्टर प्रभु दिवान आपकी पत्नी कब गायब हुई थी आपको याद है?"

प्रभु ने अपने आंसुओं को पोंछते हुए कहा।

" जी बिल्कुल याद है। उस मनहूस दिन को मैं कैसे भूल सकता हूं। उस दिन शनिवार था और हम लोगों को यहां आए हुए 2 दिन हो गए थे। मुझे पता चला कि पोखरा में एक बहुत बड़ा बाजार लगता है जहां पर अच्छी-अच्छी चीजें मिलती है। मैंने सोचा कि अनिका वहां से कुछ खरीद लेगी क्योंकि उसे नेपाल बहुत ज्यादा पसंद था।"

कहते हुए वो रुक गया और फिर से अपनी रोने की आवाज और थोड़ी बढ़ा दी। अभिमन्यु समझ गए कि से और थोड़ा वक्त लगने वाला है इसीलिए उसने कुछ कहा तो नहीं लेकिन अपना दोनों हाथ आपस में बांधे हुए शांति से उसकी तरफ देखने लगा। प्रभु ने अपने आप को संभालते हुए आगे कहा।

" मुझे नहीं पता था कि वहां ऐसा कुछ हो जाएगा। बहुत ज्यादा भीड़ थी वहां पर तो वो वहां की दुकान में कुछ लेने में बिजी थी और इतने में मेरे घर से कॉल आ गया। मैं बात कर रहा था और जब मेरी बात खत्म हुई और मैंने वहां देखा जहां पर अनिका खड़ी थी तो वहां कोई नहीं था। मैंने हर जगा में उसको ढूंढा उसको आवाज भी लगाई लेकिन वह कहीं नहीं मिली।"

अभिमन्यु ने कुछ सोचते हुए प्रभु को देखा और पूछा।

" अच्छा मिस्टर दीवान आप यह बताइए कि आपकी यह लव मैरिज की अरेंज?"

प्रभु जब तक अपनी गर्दन नीचे करके बैठा हुआ था उसने अभिमन्यु की तरफ देखा और आवाज में दबाव लाते हुए पूछा।

" इंस्पेक्टर आप मुझ पर शक कर रहे हैं?"

अभिमन्यु ने अपने दोनों हाथ जो उसने बांधे हुए थे उसको खोला और हथेली को दिखाते हुए कहा।

" मैंने ऐसा कब कहा? देखिए हमारा काम इन्वेस्टिगेशन करना है और इसमें इन सारे सवालों का सामना सबको करना ही पड़ेगा। इसलिए आप मेरे सवालों का सीधा सीधा जवाब दीजिए।"

प्रभु को अब समझ आ गया था कि उसके सामने खड़ा हुआ वह इंस्पेक्टर अपने सवालों के जवाब लिए बिना मानने वाला नहीं है। इसलिए उसने एक लंबी सांस ली और कहा।

" नहीं यह हमारी अरेंज मैरिज है। मैं एक बिजनेसमैन हूं और मैंने अभी अपना बिजनेस अपने पार्टनर के साथ एस्टाब्लिश कर रहा हूं। ऐसे वक्त में मैं शादी नहीं करना चाहता था लेकिन माता-पिता की जिद के कारण मुझे करनी पड़ी थी। लेकिन मैंने अपनी शादी को बड़ी ही ईमानदारी से निभाया मैंने अनिका को हर वह खुशी देने की कोशिश की जो उसको चाहिए थी।"

" यह आदमी ये भी तो कह सकता था कि उसकी लव मैरिज थी।उसने यह भी नहीं सोचा कि हो सकता है कि मैं उसके उपर इस खून का आरोप लगा दूं यह कहते हुए कि यह शादी उसकी मर्जी से नहीं हुई है। लेकिन फिर भी इसका रोना मुझे अजीब लग रहा है। हालांकि मुझे यह बेगुनाह लग रहा है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मैं इसके ऊपर भरोसा करूंगा।"

यह सारी बातें अभिमन्यु अपने मन में सोच रहा था कि फिर से उसका फोन बजने लगा। अभिमन्यु ने देखा कि फिर से उसकी मां का फोन आया हुआ था इसलिए उसने प्रभु को एक्सक्यूज मी कहा और फोन लेकर साइड में चला गया।

अभिमन्यु नीचे से ही फोन कान में लगाया उसके कानों में एक जोर से चिल्लाने की आवाज आई।

" अभिमन्यु तुम वहां क्या कर रहे हो? तुम जल्दी से यहां आते हो कि मैं वहां पर आऊ?"

फोन में से तेज चिल्लाने की आवाज से अभिमन्यु के कान में एक तीखा सा दर्द महसूस हुआ। उसने फोन को हटाया और कान में उंगली डालते हुए फोन को दूसरी तरफ लगाकर कहा।

" व्हाट हैपन तनाया? इस वक्त में ड्यूटी पर हूं और एक सीरियस केस पर काम कर रहा हूं। बस 2 मिनट रुको मैं आ जाता हूं अभी।"

" नहीं नहीं नहीं। जब तक तुम नहीं आओगे मैं खाना नहीं खाऊंगी।"

अभिमन्यु के बात खत्म करते ही सामने से रूठी हुई आवाज आई। आवाज सुनकर अभिमन्यु ने हंसते हुए कहा।

" ओके माय लव में बस अभी आता हूं लेकिन मुझे आने में थोड़ा समय तो लगेगा ना। तब तक तुम एक काम करो ब्रेड और जॅम खाओ और खाना मैं तुम्हें अपने हाथों से खिलाऊंगा। यह ठीक है ना?"

" नहीं मुझे ब्रेड और जॅम नहीं खाना मैं चाऊमीन खाऊंगी। लेकिन खाना तो मैं तुम्हारे ही हाथ से खाऊंगी।"

फोन पर तनाया की बात सुनकर अभिमन्यु के चेहरे पर और गहरी मुस्कान आ गई और उसने कहा।

" ठीक है माय लव खाना मैं ही तुम्हें खिलाऊंगा। अब मैं फोन रखु?"

" ओके।"

जवाब मिलते ही अभिमन्यु ने फोन डिस्कनेक्ट किया और फोन की तरफ एक उदास नजरों से देख कर एक लंबी सांस ली। अब वो रूम नंबर 1270 पर गया और डेडबॉडी की तरफ देखने लगा जो अभी भी सिकुड़ी हुई पड़ी थी।

" कमाल की बात है दोनों ही डेडबॉडी को एक ही तरीके से पैक करके रखा गया था। दोनों ही बॉडी इसी तरह से अकड़ी हुई है। लेकिन अनिका दीवान इंडिया से बिलॉन्ग करती है और वह लड़की निहारिका मगर ललितपुर नेपाल से बिलॉन्ग करती है। मुझे नहीं लगता दोनों में कोई कनेक्शन होना चाहिए लेकिन बॉडी की हालत एक जैसी ही है। दोनों मौतें एक दूसरे से लिंक्ड है या नहीं?"

क्या सच में यह दोनों मौतें एक दूसरे से लिंक्ड है? क्या सच में प्रभु दीवान बेकसूर है या नहीं?