अब आगे
सभी लोग एक तक श्रद्धा की ओर देख रहे थे श्रद्धा को सिद्धार्थ ने अपनी बाहों में जकड़ रखा था और सिद्धार्थ की पीठ पर वह खंजर लगा था, वह खंजर सिद्धार्थ की पीठ की बाई और उसके शोल्डर पर लगा हुआ था जहां से खून का फवारा निकल रहा था। हुआ यह था कि जैसे ही माया ने श्रद्धा पर वार किया वैसे ही सिद्धार्थ अलर्ट हो गया और तुरंत उसने श्रद्धा को अपनी बाहों में समेट लिया और जो वार माया श्रद्धा पर कर रही थी वह सिद्धार्थ ने अपने ऊपर ले लिया।
करणवीर और सिद्धार्थ का असिस्टेंट दोनों भाग के सिद्धार्थ के पास आए श्रद्धा सिद्धार्थ को ऐसे हालात में देखकर परेशान हो गयी, उसकी आंखों में आंसू बहने लगे उसने सिद्धार्थ को देखकर का सिद्धार्थ तुम ठीक तो होना सिद्धार्थ , यह कह कर बार-बार वह उसके चेहरे को अपने हाथों में भरे जा रही थी, सिद्धार्थ एक तक श्रद्धा को देख रहा था उसने अपने टूटे हुए शब्दों से इतना ही कहा मैं तुम्हें कभी कुछ नहीं होने दूंगा श्रद्धा आई लव यू सो मच यह कहकर वह बेहोश हो गया। सिद्धार्थ को बेहोश होते देखकर श्रद्धा की आंखों से आंसू बहने लगे।
सिद्धार्थ का असिस्टेंट तुरंत ही अलर्ट हो गया उसने श्रद्धा को देखकर कहा मैंम, मैंम प्लीज सर को हमें हॉस्पिटल लेकर जाना होगा, करणवीर ने भी सिद्धार्थ के असिस्टेंट की हेल्प की दोनों ने सहारा देकर सिद्धार्थ को उठाया और गाड़ी में ले जाकर बैठा दिया माया को वहां से सिद्धार्थ के बॉडीगार्ड पकड़ कर लेकर चले गए। गाड़ी में सिद्धार्थ का सर श्रद्धा की गोद में था वह बार-बार उसके चेहरे को सहलाई जा रही थी और उसे होश में लाने के लिए बार-बार उसका नाम बुला रही थी श्रद्धा की आंखों से आंसू बहे जा रहे थे।
श्रद्धा के बगल में कृति बैठी थी उसकी आंखों में भी आंसू बह रहे थे, करण बहुत तेज ड्राइव कर रहा था उसके बगल में सिद्धार्थ का असिस्टेंट बैठा था। करण इतनी तेज ड्राइव कर रहा था कि उसने 1 घंटे के रास्ते को लगभग 30 35 मिनट में ही पूरा कर दिया वह उनकी गाड़ी हॉस्पिटल के सामने एक झटके के साथ रुकी।
हॉस्पिटल के एक वीआईपी एरिया में श्रद्धा एक और बैठी अपने हाथ जोड़ भगवान से प्रार्थना कर रही थी उसकी आंखों में अभी भी आंसू थे उसी के बगल में करणवीर भी बैठा हुआ था उसकी गोद में उसकी प्यारी सी बच्ची कृति सो रही थी। करण इन सब का दोषी खुद को मान रहा था ना वह यह सब करता ना आज सिद्धार्थ किए हालत होती सिद्धार्थ का ऑपरेशन चल रहा था ऑपरेशन चलते हुए लगभग 2 घंटे के ऊपर हो चुका था लेकिन अभी तक डॉक्टर बाहर नहीं आए थे।
ढाई घंटे बाद डॉक्टर बाहर आए उन्होंने अपना सर्जिकल कैप निकाला और उनके बाहर आते ही श्रद्धा भाग कर उनके पास गई और उनसे पूछने लगी डॉक्टर में हस्बैंड कैसे हैं वह ठीक तो है ना उन्हें कुछ हुआ तो नहीं ना प्लीज डॉक्टर बताइए ना। डॉक्टर ने श्रद्धा की ओर देखा और कहा मिसेज़ ओबेरॉय घबराने की जरूरत नहीं है श्री ओबरॉय ठीक है बस उनके कंधे पर जो जख्म उसकी वजह से वह अपना बाया हाथ कुछ टाइम तक नहीं हिला सकते बाकी वह ठीक है। ऑपरेशन सक्सेसफुल रहा थोड़ी देर में हम उन्हें नॉर्मल वार्ड में शिफ्ट कर देंगे उनके होश में आने के बाद आप उनसे मिल सकते हैं यह कहकर वह जाने लगे तभी अचानक से रुक कर उन्होंने श्रद्धा की ओर देखा और कहा।
मिसेज़ ओबेरॉय अब आपकी कंडीशन कैसी है आप ठीक तो है ना, श्रद्धा असमझ सी डॉक्टर को देखकर कहती है मुझे क्या हुआ है डॉक्टर मैं तो एकदम ठीक हूं चोट तो सिद्धार्थ को लगी है उसका ऑपरेशन हुआ तो आप मुझे इस तरह से क्यों पूछ रहे हैं, डॉक्टर श्रद्धा को देखकर कहते हैं क्या मिस्टर ओबेरॉय ने आपको नहीं बताया, जिस दिन मैंने उनको आपकी रिपोर्ट्स दी थी उस दिन तो वह बहुत खुश थे मुझे लगा था सबसे पहले जाकर आप कोई यह गुड न्यूज़ देंगे आखिर आप लोग की जिंदगी कितनी बड़ी प्रॉब्लम जो सॉल्व हो गई थी।
श्रद्धा डॉक्टर को देखकर कहती है आप किस प्रॉब्लम के बारे में बात करें डॉक्टर मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा है। डॉक्टर कुछ कहते हैं उसके पहले ही एक नर्स भागते हुए उनके पास आई और उनसे कहने लगी की एक इमरजेंसी केस आ गया है उन्हें अभी चलना होगा डॉक्टर श्रद्धा की ओर देखकर कहते है, मिसेज़ ओबेरॉय अभी मुझे जाना होगा आप एक कम कीजिएगा 1 घंटे बाद मुझे मेरे कैबिन में मिलिएगा मैं आपको सारी बातें समझा दूंगा। श्रद्धा हमें से हिला देती है उसके बाद डॉक्टर वहां से चले जाते हैं।
श्रद्धा अभी भी खड़ी डॉक्टर की बात के बारे में सोचती रहती है कि आखिर ऐसी कौन सी बात थी उसके बारे में जो सिद्धार्थ जानता था और वह नहीं जानती है, आखिर उसे ऐसा क्या हुआ था जिसके बारे में आज तक उसे ही पता नहीं चला। वह इन्हीं सभी ख्यालों में थी कि तभी उसे करणवीर की आवाज आती है जो कहता है श्रद्धा सिद्धार्थ को नॉर्मल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है तुम उससे मिल सकती हो। उसकी बात सुनकर श्रद्धा हां मैं से हिलती है और उसे शब्द की ओर चली जाती है जिधर सिद्धार्थ को शिफ्ट किया गया है।
श्रद्धा जब सिद्धार्थ के वार्ड में पहुंचती है तो सिद्धार्थ बेड पर लेटा हुआ है वह अभी भी बेहोश है उसे होश आने में अभी कुछ टाइम बाकी था श्रद्धा उसके बगल में बैठकर उसके एक हाथ को पड़कर उसे देखने लगती है, इस समय उसके दिमाग में अजीब सी उथल-पुथल मची हुई थी, उसे इतना तो यकीन हो गया था कि उसके और माया के बीच में कुछ भी नहीं था माया ने उन दोनों के बीच में यह प्रॉब्लम क्रिएट की थी और वह माया का सपोर्ट सिर्फ इसलिए करता था क्योंकि माया ही कृति को बचा सकती थी। लेकिन उसने श्रद्धा को यह सारी बातें क्यों नहीं बताई और वह कौन सी बात थी जिस बारे में डॉक्टर कह रहे थे यही सब सोचते हुए श्रद्धा वहीं बैठे-बैठे कब सो गई उसे पता ही नहीं चला।
दूसरी ओर माया को पुलिस के हवाले कर दिया गया था उसके ऊपर अटेम्प्ट टू मर्डर का केस लगा था, उसके अलावा किसी को प्रोवक़ करके उसके हाथों से मर्डर करवाने का भी केस लगा था, माया इस समय जेल में बैठी अपनी ही किस्मत पर रोए जा रही थी, लेकिन अभी भी उसके चेहरे पर कोई गिल्ट नहीं था उसकी आंखों में अभी भी नफरत पनप रही थी यह नफरत कहां तक जाएगी यह तो समय ही बताने वाला था।यह न्यूज़ अब तक चारों तरफ फैल गई थी कि श्रद्धा पर जानलेवा हमला हुआ है जिसे माया ने किया है और उसे बचाने के चक्कर में सिद्धार्थ घायल हो चुका है और वह इस समय अस्पताल में है और माया जेल में है।
आगे क्या होगा इस कहानी में जानने के लिए
To be continued ♥️♥️♥️♥️
राधे राधे