और वही मिहिर ,,,,,अपने गहरी से आखों से,,,, वह आपने सामने स्थित से खड़ी लड़की को ,,,, घुरी जा रहा था,,,,,,,,,उसका चेहरा तो नहीं देख पाया था,,,,
,लेकिन उसे जैसे लग रहा था,,,,,,,,कि यह लड़की काफी खूबसूरत होगी ,,,,,,, की तबी उसकी नजर ,,,,,उसकी कमर पर जाती है,,,,,,,,जहां पर कमरबंद लगी थी,,,,,,,जो की पूरी मोतियों से बनी थी ,,,,,
जिसे देख मिहिर खुद को ना रोक ,,,,,,,,,अपने हाथ आगे बढ़ा ,,,,,,उस लड़की की कमर पकड़ ,,,,,,अपनी तरफ घुमा,,,,,,,,,उसे अपने करीब खींच लेता है ,,,,,,,
🩵🩵🩵🩵🩵🩵🩵🩵🩵🩵🩵🩵🩵🩵
Aab aage_________
जब मिहीर उस लड़की की कमर पकड़ता है ,,,,,,तो उसे वह कमर किसी रुई की तरह लग रही थी,,,,,,,,,,,,,,,
जिससे वह धीरे-धीरे अपनी उंगलियों से ,,,,,,,उसकी कमर को थोड़ा-थोड़ा प्रेस करने लगा था,,,,,,क्योंकि उसे काफी अच्छा लग रहा था ruhi की कमर को छूना,,,,,,
ऐसी हरकतें वह पहली बार कर रहा था,,,,उसे तो ऐसा फिल तब भी ,,, कभी नहीं हुआ था,,,,,जब वह अलीशा को देखता था,,, लेकिन आज उसे ऐसा फील क्यों हो रहा था ,,,,,,,उसे भी नहीं पता ,,,,,,,
आपने सामने खड़ी,,,,,इस ,छोटी सी लड़की का,,,,,,,, मिहीर अब चेहरा देखना चाहता था ,,,,,,,की यह यह लड़की है तो है कौन ,,,,,,जिसे वह देखने के लिए उसके मास्क की तरफ,,,,,,अपने हाथ ,,,,आगे बढ़ने लगता है
और वही रुही डर से कांप रही थी,,,,,,,उसे इस वक्त बहुत डर लग रहा था ,,,,,,कि की कही मिहिर उसे पहचान ना ले ,,,,,,,अगर ऐसा हुआ,,,,,,,,तो उसका अब बचना नामुमकिन होगा
मिहिर जैसे-जैसे अपने हाथ बढ़ा रहा था,,,,,,,रोहि की धड़कनें भी तेज बढ़ती जा रही थी
की तभी मिहीर,,,,रूही का मास्क पकड़ लेता है,,,,,,,जिससे रुही की तो ,,,,,जैसे सांस ही अटक गई हो,,,,,,,
वह तो मिहिर को धक्का दे ,,,, वहा से,,,,भाग जाना चाहती थी ,,,,,,,,लेकिन वह यह सब कर ,,,,,,और मुसीबत खड़ा नहीं करना चाहती थी,,,,,,,,जिससे रोहि डर की वजह से ,,,,,अपनी आंखें बंद कर लेती है,,,, अब जो होगा देखा जायेगा,,,,
कि तभी पीछे से आवाज आती है ,,,,,,अरे राठौर साहब ,,,,,,, आप यहा,,,,,,,,, यह कहते हुए,,,,,वह अपना हाथ आगे बढ़ा देता है ,,,,,,,और वही मिहिर उससे बात करने लगता है,,,,,,यही मौका पा रूही वाहा,,,,,,,बगैर एक पल रुके,,,,,,वह दौड़ते हुए वहां से चली जाते हैं
उसे कोई होश नहीं था,,,,,,,वह अपने सीने पर हाथ रख,,,,लंबे सास भरते हुए भाग रही थी
की तभी वह किसी से टकरा जाती है,,,,,टक्कर इतनी जोर की होने की वजह से ,,,,,रूही सीधा जमीन पर गिर जाती है ,,,,,,,और फिर धीरे-धीरे अपनी आंखें खोल ,,,,अपने सामने आयुष को देख ,,,,,,,वह जल्दी से खड़ी हो ,,,,,,,आयुष के गले लग जाती है ,,,,और रोने लगती है
और वही आयुष तो काफी कन्फ्यूज था ,,,,,,उसे नहीं पता था,,,,,कि यह सामने वाली,,,लड़की कौन है,,,,,,,जो उसके गले लगे,,,,,इस तरह रोये जा रही है,,,,,,,जिससे आयुष जल्दी से उसे ,,,,,,खुद से अलग कर ,,,,उसे ऊपर से नीचे देखते हुए ,,,,हु आर यू
और वही रूही आयुष की बात सुन समझ जाती है,,,,कि आयुष ने उसकी कपड़े,,,और मास्क की वजह से,,,,,उसे पहचान नहीं पाया है ,,,,
जिससे वह अपने मास्क को हटाने लगती है ,,,,,कि तभी अपने मन में ,,,,नहीं नहीं अगर आयुष ने मुझे इस तरह देखा तो,,,,,,मेरे बारे में क्या सोचेगा ,,,, यह सोच रुही,,,,अपनी नजर झुकाए हुए ,,,,,आई एम सो सॉरी ,,,,मुझसे गलती ,,,,यह कह रुही दोबारा वहां से भाग जाती है ,,,,,,क्योंकि उसका गला रोध आया था ,,,,,यह कहते हुए
और फिर वह जल्दी से लेडी वॉशरूम में जा,,,,दरवाजा बंद कर अपने मुंह पर हाथ रख ,,,,,जोर जोर से रोने लगती है,,,,,,और फिर रोते हुए ,,,,,,,,अपने मन मे ,,,,,,,आई एम सॉरी आयुष ,,,,,,,मैं तुम्हें नहीं बता सकती ,,,,,,,,कि मैं ही रूही हूं ,,,,,,,तुम्हें मैं और परेशान नहीं कर सकती थी,,,,,
अब मैं तुमसे कोई मदद भी नहीं ले सकती ,,,,,,,मैं अब तुम्हें ,,,, कोई मुसीबत में नहीं डाल सकती हूँ ,,,,,तुम मुझसे जितना दूर रहोगे,,,,,, तुम्हारे लिए अच्छा होगा
और वहीं दूसरी तरफ मिहिर ,,,,,उस इन्सान से बात कर ,,,,,,पीछे मुड़ ,,,,,अपने सामने देखता है ,,,,,तो वहां पर ,,,,वह लड़की नहीं थी,,,,,,जिसे कुछ देर पहले,,,,,मिहीर ने ,,,,अपने बाहों में भरा था
उस लड़की को अपने सामने ना देख ,,,,,, मिहीर,,, की गुस्से से,,,,,, हाथों की मुठ्ठी बन गई,,,,,, यह देख तो,,,,, अब साफ पता चल रहा था ,,,,,, की इस वक्त मिहीर कितने गुस्से में है,,,,
उसे काफी गुस्सा आ रहा था,,,,, जिससे मिहिर अपनी नजर चारों तरफ घुमा,,,,,,उस लड़की को देखने लगता है ,,,,,लेकिन उसे वह लड़की वहां नजर नहीं आ रही थी,,,,
उस लड़की को वहां ना पाकर मिहिर , , ,, अपने दांत पीसते हुए ,,,,अपने मन में ,,,,तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई,,,,,,,my peace यहां से जाने की,,,,,,,,,वह भी बगैर अपना चेहरा दिखाएं ,,,,,,,,यह कहते हुए मिहिर काफी गुस्से में लग रहा था,,,,,,,जिससे वह वहां से निकल जाता है,,,,, वह भी बगैर किसी से बात कीये ,,,,,,और बगैर उनकी कोई बातें सुने,,,,,,,क्योंकि वह यहां पर,,,,,मीटिंग के लिए आया था
और वही मिहिर अपने कार में बैठ ,,,,,अपनी असिस्टेंट से ,,,,,,,,सिद्धार्थ पता करो ,,,,,,,,,कि यहां पर जितनी भी लड़कियां आई थी ,,,,,,वह सब लड़कियां किस एनजीओ से आई थी,,,,,क्या वह हमारी एनजीओ से
🩵🩵🩵🩵🩵🩵
और वहीं दूसरी तरफ आर्य ,,,,,एक अंधेरे कमरे में बंद थी,,,,,और उसके आसपास कुछ लोग खड़े थे,,,,,,जिसे देख आर्य गुस्से से,,,,,, तुम सब कौन हो ,,,,,,,,और मुझे यहां क्यों लेकर आए हो,,,,,क्या चाहते हो मुझसे
जिसे सुन,,,,,वह लोग ,,,,,,जिन्होंने मार्क्स पहना था ,,,,,,,,वह आर्य की तरफ देखते हुए ,,,,,,, वह तो हमारी लेडी बॉस ही,,,,,तुम्हें बताएंगी,,,,,कि उन्होंने तुम्हें,,,यहां क्यों लाने को कहा था,,,,,,,,,यह कह,,,,,,वह लोग वहां से जाने लगते हैं
जिसे सुन आर्य उन लोगों को वहां से जाता देख,,,,,,,,,,गुस्से से ,,,,,,, कौन है तुम्हारी लेडी बॉस
और वही वह लोग आर्य की आवाज सुन,,,,,,एक पल के लिए,,,,,वह भी शहम जाते हैं,,,,,,,,क्योंकि उसकी आवाज थी ही,,,,बहुत भयानक ,,,,,,
लेकिन उन्हें पता है ,,,,,कि उससे कहीं गुना भयानक ,,,,,उसकी लेडी बॉस है,,,,,जिससे वहां बगैर कुछ बोले,,,,,,एक नजर आर्य को देख ,,,,,,,,बगैर कुछ कहे ,,,,,,वह सब वहां से निकल जाते हैं
और वही आर्य उन लोगों को जाता देख,,,,गुस्से से ,,,,उन सब को घुरते हुए,,,,,,अभी तक तुम्हारी,,,,,,वह लेडी मुझे जानती नहीं है ,,,,,,कि मैं हूं कौन
आ जाने दो ,,,,,तुम्हारी लेडी बॉस को ,,,,,मैं उससे भी निपट लूंगी ,,,,, ,,, यह कह आर्य गुस्से से बैठ जाती है,,,,,,,,और वही वह सब लोग बाहर जाते हैं ,,,,,और फिर आर्य की बात सुन,,,,,वह लोग आपस में ,,,,,,,,लगता है यह हमारी लेडी बॉस को जानती नहीं है ,,,,,,,अगर जानतू तो ,,,,,ऐसी बात ना करते हैं
,,,,तभी तो उनका नाम डेविल क्वीन है ,,,,,,,पता नहीं कितने लोगों को,,,,,,, उन्होंने मौत के घाट उतार दिया है ,,,,,,,,,तो इस लड़की का क्या करेंगे,,,,,यह कहते हुए ,,, वह लोग एक लंबी गहरी सांस लेते हैं
आज के लिए बस इतना,,,,,,आगे क्या होगा रूही की लाइफ में ,,,,,क्यों मिहीर इतना बेचैन है ,,,,और वही डेविल क्वीन ने ,,,,क्यों आर्य को किडनैप किया ,,,,जाने के लिए पढ़ते रह