begunah

क्योंकि यह तिनो ,, उनके पीठ पीछे उन्हें तंग कर,,,,,किसी और का नाम लगा देते थे ,,,,यहां तक की कई प्रोफेसर भी उनसे तंग आ गए थे ,,,,,,,लेकिन वह सब मिनिस्टर के बच्चे होने के कारण, वह उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते थे,,,,,,,,जिससे यह खुद को बड़े महान समझते थे

लेकिन आज ,, उन तीनों को ,,,,,,,,किसी लड़की के पैरों में देख ,,,,,,,वो भी इस तरह,,,,जिससे उन सब की आखे,,, हैरानी से बढ़ी हो जाती है

उन्हें तो यकीन नहीं हो रहा था,,,,कि ऐसा भी क्या हुआ ,,,,कि यह तीनों लड़के इतना सुधर गए ,,,,जिससे वहां आगे बढ,,, बस उन तीनों को देख रहे थे,,,,,यहां तक अयान भी,,,,,,जो हैरान नजर से उन तीनों को ही देख रहा था ,,,,,क्योंकि अयान ने भी कई बार इन्हें समझाने की कोशिश की थी ,,,,, और धमकी दी थी कि उनकी कंप्लेंट वहां ऑफिस में कर देगा,,,,,,,,,लेकिन यह तीनो नहीं मानते थे ,,,,,,,यहां तक की एक बार आयान ने इन्हें मारा पीटा ,,,,,लेकिन फिर भी वह नहीं सुधर रहे थे की,,,,,तभी उसकी नजर आर्य पर जाती है ,,,,,,जो अपने फोन में कुछ देखते हुए मुस्कुरा रही थी

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अब आगे________

उसे मुस्कुराता देख,,,,,आयान,,,,इसका मतलब ,,,यह सब तुम्हारा किया धरा है ,,,,और फिर अपने मन मे,,,,,,लेकिन इसने ऐसा भी क्या किया ,,,,,,की ये तीनों,,,इतना बदल गए

क्या इसने इन्हें मारा होगा ,,,,,या धमकी दी होगी,,,,,या फिर ब्लैकमेल किया होगा ,,,,,,इन तीनों चीजों की सिवा ,,,,, इस लड़की को आता ही क्या है,,,,,सिर्फ लोगों की मजबूरी का फायदा उठाना ,,,,,,,और फिर से,,,, उसे नफरत से देखते हुए ,,,,सच में आर्य,,,,,,तुम पहले जैसी आर्य नहीं रही,,,,तुम पूरी बदल गई ,,,,,यह सोच अयान अपनी नजर आर्या से फेर लेता है

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और वहीं दूसरी तरफ मैगी ,,,,,रूही के कमरे में जाती है,,,,,तो देखती है कि रोहि अब भी रो रही थी,,,,,,उसे रोता देख,,,,,मैगी

रुही तुम रो रही हो,,,,,,,,,क्या,,उन लोगों ने तुम्हारे साथ बदतमीजी की ,,,,,देखो रोहि यहां पर ऐसा ही होता है ,,,,,,तुम्हें इस सब,,, चीजों में खुद को ढलना होगा ,,,,,,या फिर तुम्हें ,,,,यहां से जाना होगा,,,,,,तुम्हारे पास दोनों ऑप्शन है ,,,,,तुम्हें याहा टिकना है,,,,या फिर यहां से जाना है

देखो रोहि,,,,,,तुमने यहां के सारे रूल्स पड़े थे,,,,ना ,,,,,,

तब ही,,,,तुमने जोब अप्लाई किया था ,,,,,जो तुम्हें इस बारे में पहले से पता था ,,,,,तो यह रोना-धोना क्या ,,,

यहां पर यही सब होता है ,,,,,और रोज होता रहेगा ,,,,,,तो प्लीज रोना बंद करो ,,,,, और खुद को फिर से तैयार करो,, अगले दिन के लिए,,,,,,,,,क्योंकि मैगी को रूही का रोना अच्छा नहीं लग रहा था

क्योंकि उसे रूही बहुत अच्छी लगती थी ,,,,,,वहां की जितनी लड़कियां थी ,,,,,रोहि से ना खुश थी,,,,,क्योंकि रुही,,,,,, उन सबसे ज्यादा खूबसूरत थी,,,,,,, ,,, और उसकी डीमंड भी बहुत होती थी,,,,,,सब उसी के हाथो से,,, सराब पीना चाहते थे,,,,

जिसे उन सब का बरताओ ,,,,,रोहि के लिए बहुत ही बुरा था ,,,,,,,लेकिन मैगी ऐसी नहीं थी,,,,,,जिसे मैगी रूही को सत्य बना देते हुए,,,,,,देखो रुही ,,,,जब तक तुम नहीं चाहोगी ,,,,,,यहां पर तुम्हारे साथ कुछ भी ऐसा नहीं होगा,,,,,,सो टेंशन लेना बंद करो ,,,,अब कल के लिए तैयार हो जाओ

क्योंकि मुझे अभी कॉल आया था,,,,कि कल यहां के ऑनर भी आने वाले हैं ,,,,,,,,,,और तुम्हें ही,,, उन्हे पैंपर करना होगा ,,,,,सो रेडी रहना ,,,,कल के लिए ,,,,,क्योंकि सर बहुत ही गुस्सैल है ,,,,,उन्हें एक भी मिस्टेक पसंद नहीं ,,,,,,क्योंकि तुम्हारी एक गलती है ,,,,,, और तुम्हारी नौकरी गई ,,,,,,,

,इसलिए तुम ध्यान रखना,,,,,और किसी को भी ना खुश मत करना, ,,,,, और बाकी रोना बंद करो ,,,,,,मैं हूं ना तुम्हारे साथ द,,,,,यह सब कहे,,,,मैगी वहां से चली जाती है

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और वहीं दूसरी तरफ,,,,एक अंधेरे कमरे में डेविल क्वीन खड़ी ,,,,,,,अपने सामने लगे तस्वीर को देखते हुए, ,,, उसके नजदीक जा ,,,,,,उस पर हाथ फेंकते हुए ,,,,,,दी तुम कहां हो ,,,,,मैं बस एक बार आपसे मिलना चाहती हूँ,,,,आपका सुकरिया आदा करना चाहती हूँ,, 

क्योंकि मैं सिर्फ और सिर्फ ,,,आपकी वजह से ,,,,आज यहां हूं ,,,, वो भी,,,,जिंदा खड़ी हूं,,,,

और उन लोगों की दुश्मन हूं,,,,,जो दूसरों के दुश्मन है,,,,,यह कहते हुए ,,,,,,उसके होठों पर दर्द साफ देखा जा सकता था,,,,

और वह डैविल क्वीन ,,,,जिसनू,,,,,, अब भी,,,अपना चेहरा ढका हुआ था ,,,,,,वह उस तस्वीर को छूटे हुए,,,,,,बस ,,,,मै आखिरी बार आपसे मिलना चाहती हूं,,,,,कि अब आप कहां हो ,,,,,,

क्योंकि डेविल क्वीन इस तस्वीर को ,,,, पूजती थी,,,,,,,और अपने घर वाले और सब दुनिया वालो से छुपा कर रखती थी,,,,,,इस कमरे में कोई नहीं आता था ,,,,,शिवाय उसके

और फिर वह कुछ देर बाद ,,,,,,उस रूम से बाहर निकलती है,,,,,,कि तभी उसका असिस्टेंट,,,,,,,दृष्टि जो की बहुत ही खूबसूरत थी,,,,,,वह डेविल क्वीन की तरफ देखते हुए,,,,,,,मैंम युग आपके बारे में पता लगाने की कोशिश कर रहा था ,,,,,,,,उसकी बात सुन डेविल क्वीन,,,,,,,हंसते हुए,,, तो लगाने दो पता उसे ,,,,,

क्योंकि,,,,मैं भी तो देखू ,,,,, की उसे पता कब चलता है,,,, की डैविल क्वीन,,, आखिर है कौन,,,,,,,,,,और कब कामयाब होता है ,,,,,मेरी असली पहचान जानने से ,,,,,,

क्योंकि इतना आसान नहीं है,,,,डेविल क्वीन को पहचाना,,,,,यह कह ,,, वह वहां से निकल जाती है

उसे जाता देख,,,,,,दृष्टि अपने मन में,,,,,,सही कहा,,,,,,,आज तक तो मैं पता नहीं लगा पाई,,,,,,,जो कि हमेशा आपके आसपास घूमती रहती हूँ,,,,,आपके साथ रहती हूँ,,,,,,,फिर भी मुझे अब तक पता नहीं चला,,,,,,कि आप असल मै,,,,,हो कौन ,,,,और दिखती कैसी हो ,,,,,,और असली नाम क्या है ,,,,,तो उस युग को कहां से पता चलेगा ,, की आप हो कौन

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अरे दूसरी तरफ अदित्य,,घर पहुंचता है ,,,,,वह इस वक्त बहुत ही गुस्से में लग रहा था,,,,,,,वह इतने गुस्से में था कि,,,,,,,वह किसी की भी जान ले सकता था,,,,,,,वह सीधा अपने कमरे में जाता है,,,,,,,,और गुस्से से अपना कोट उतार ,,, सोफे पर फेक,,,,वह सीधा ,,,वॉशरूम में चला जाता है ,,,

और सावर ओन कर खुद की गुस्से को कंट्रोल करने की कोशिश करता है,,,,,,लेकिन उसका गुस्सा आब भी कंट्रोल नहीं हो रहा था ,,,,

लगभग आधे घंटे बाद,,, आदित्य शावर ले,,,,,,,क्लोजेस्ट रूम में जा ,,,,,कपड़े चेंज कर सिधा कमरे में आता है,,,,,,और फिर वह चारों तरफ देखता है,,,,,तो उसे साइना कहीं नहीं देखती,,,,,,,,,,,,जिसे आदित्य गुस्से से,,,,,,अपने कदम बढा,,,,कमरे से बाहर निकाल देते हैं

और अब तो आदित्य को और भी गुस्सा आने लगा था,,,,,,एक तो आदित्य,,,पहले से गुस्सा में था ,,,,,और दूसरा साइना को ,,,,,अपने सामने ,,,,,उस कमरे में ना देख,,,,,आदित्य का गुस्सा और बढ़ गया था

जिससे आदित्य गुस्से से,,,,,उस कमरे में जाता है,,,,,,जहां पर साइना हो सकती थी,,,,,,

वहां जा देखता है तो,,,,,उसका दरवाजा लॉक था,,,,,,,जिसे देख आदित्य , ,, समझ जाता है ,,,,कि साइना अंदर ही है ,,,,,

 और फिर वह अपने मन मे ,,,,, ,,,,ओ माय लिटिल वाइफ ,,,, तुम मुझसे छिपना चाहती हो,,,,,तो ऐसा कभी नहीं होगा,,,,,यह सोच आदित्य ,,,मास्टर की से ,,,,,,,,,,,,उस दरवाजे को खोल देता है ,,,,,और कमरे में जा देखता है तो,,,,, साइना बड़े सुकून से ,,बेड पर सो रही थी,,,,,जिसे देख आदित्य के कदम ,,,,, साइना की तरफ बढ़ जाते हैं

वह उसी के पास बैठ,,,,, उसे बड़े,,, गौर से देखने लगता है ,,,,,,इस वक्त साइना बहुत ही खूबसूरत और मासूम दिख रही थी,,,,,

जिसे देख आदित्य का गुस्सा तो,,,,,जैसे,,,,,,, छू मंत्र हो गया था ,,,,,,,वह तो बस अब ,,,,,साइना को,,,,,,,अपनी बाहों में ले,,,, उसके साथ प्यार के संमून्दर में खोना चाहता था,,,,,,,और उसे अपने आगोश में ले,,,,,सुकून की नींद सोना चाहता था

जिसे वह झुक कर साइना के होठों पर हॉट रख देता है,,,,और उसे बड़े सिद्धत से चुमने लगता है ,,,,,वह तो जैसे भूल गया था ,,,,,कि इस वक्त साइना ,,, गहरी नींद में है ,,,,

लेकिन वह अब भी,,,,,बहुत ही एग्रेसिव हो साइना के होठों को चूम रहा था ,,,,,,और कुछ ही पल में साइना के सारे कपड़े जमीन पर पड़े थे,,,,,,और आदित्य उसके पुरे जिस्म को चूम रहा था 

और वहीं साइना तो ,,,,,,आब भी नींद में थी ,,,,,,उसे हमेशा आदित्य का डर लगा रहता था,,,,,की कैसे आदित्य,,,,,,,,हमेशा जबरदस्ती उसके करीब आ,,,,,,,, उसे परेशान करता है ,,,,,,,jisse उसे अब भी ऐसा लग रहा था ,,,,,कि कोई उसे चूम रहा है ,,,,,,,,क्योंकि उसे यह सब ,,,,,सपना लग रहा था ,,,,,,,और यह सपना उसे काफी अच्छा लग रहा था,,,,,इसलिए वह अपनी आंखें खोल नहीं रही थी,,, क्रियाओं वह यहसपना तोड़ना नहीं चाहती थी

और उसे पता भी था कि,,,,,,यह सिर्फ एक सपना है ,,,,,क्योंकि उसेेे याद है ,,, की उसने दरवाजे को लॉक किया है ,,,,,,जिससे आदित्य कमरे में नहीं आ सकता था,,,,,,इसलिए वह यह सब एक सपना सोच अपनी आंखें नहीं खोलती ,,,, 

और वही आदित्य जो आब वाइल्ड होता जा रहा था ,,,,,इसलिए आप साइना को नींद में भी बर्दाश्त करना मुश्किल हो रहा था ,,,,जिससे साइना अपना सपना तोड़ाश आंखें खोल देती है,,,,,,और अपने सामने सच में आदित्य को देख ,,,,,,वह झट से आदित्य को खुद से दूर कर ,,,,हर बढ़ाते हुए बेड से उतर जाती है 

और वही आदित्य,,,,,जो साइना को प्यार करने में बिल्कुल खोया हुआ था,,,,,इसलिए वह साइना की धक्का देने से ,,,,,,,, साइना के ऊपर से हाट,,,,,,,,,उसी के बगल में जा गिरर्ता है ,,,,,,,,जिससे उसके चेहरे पर नाराजगी ,,,,साफ देखी जा सकती थी ,,,,,,,उसे साइना के इस हरकत पर गुस्सा भी आने लगा था ,,,,,,क्योंकि उसकी मनपसंद चीज जो साइना ने उससे छीन ली थी,,,, जिससे वह बड़े गुस्से से साइना को घुरने लगता है

की तभी साइना बडे गोर से आदित्य को देखती हैं तो ,,,,,,,आदित्य इस वक्त सिर्फ अपने बॉक्सर में था ,,,,,,उसे सिर्फ बोप्शन में देख,,,,, साइना को बहुत शर्म आ रही थी,,,,,,कि तभी वह खुद को देखती हैं ,,,,,,,तो वह इस वक्त बगैर कपड़ों के उसके सामने खड़ी थी, श,,,जिससे वह एक चीख के साथ ,,,,,,साइना झट से कंबल को खींचकर ,, खुद को कवर कर लेती है ,,,,और खुद की ऐसी हालत देख,,, वह सुबक सुबक,,,कर रोने लगती है 

और वही आदित्य,,, साइना को रोता देख,,,,उसका कंबल पकड़ ,,,,,अपनी तरफ खींच लेता है,,,,, जिससे साइना सीधा कंबल सहित ,,,,बेड पर जा गिरती है ,,,,और फिर आदित्य साइना के ऊपर आ,उसके चेहरे को देखते हुए

 

आज के लिए बस इतना