वो सिर्फ एक गलती थी

नील ईशा के चेहरे के करीब जा उसके सुंदर चेहरे को देखते हुए बोला -" Baby, this night is going to be very special for you ".

इतना कह वो उसके शरीर को धीरे धीरे अपने शरीर मैं समाते हुए अपना बनाने लगा, और ये नशीली रात उसके शरीर को अपना बनाने हुए बीतने लगा, फिर उसके शरीर को पूरे तरीके से अपना बनाने के बाद वह आदमी ईशा को अपने बाहों मै ही भर , अपने आंखो को बंद कर लेता है।

अगली सुबह।

धूप की पहली किरण खिड़की से होकर जैसे ही ईशा के चेहरे के ऊपर पड़ती है वह कसकसाते हुए अपनी आंखें धीरे-धीरे खोलती है, ईशा को इस समय अपने पूरे शरीर और सिर में ऐसा दर्द महसूस हो रहा था मानो उसके ऊपर किसी ने बुलडोजर चला दिया हो, जिस वजह से ईशा दोबारा अपनी आंखें बंद कर लेती है और फिर करवट बदल कर सोने को होती है, लेकिन तभी ईशा को अपने ऊपर कुछ भारीपन सा महसूस होता है जिससे ईशा की आंखें एक झटके में खुल जाती है।

आंखें खोलते ही ईशा खुद को किसी अनजान शख्स की बाहों में पाती है, जो इस समय नींद में ही ईशा को कसकर अपनी बाहों में जकड़े हुए था, खुद को ऐसे किसी अनजान शख्स की बाहों में देख ईशा की नींद एक झटके में उड़ जाती है।

और तभी ईशा की नजरें उस शख्स के चेहरे से हटकर उसकी बॉडी के ऊपर जाते हैं जो इस समय पूरी तरह शर्टलेस था उस शख्स को खुद के साथ इस हालत में देख ईशा और भी ज्यादा घबरा जाती है, तभी उसकी नजर अपने गाउन पर पड़ती है जो इस वक्त फर्स पर पड़ा हुआ था, यह सब देख कर ईशा की आंखें नम हो जाती है, उसे समझ नहीं आ रहा था कि उसके साथ आखिर क्या हुआ है और ना ही उसे कुछ याद था यह सब सोच सोच कर ईशा अपना सर पकड़ कर रोने लग जाती है।

"नील जो गहरी नींद में सुकून से सो रहा था जैसे ही उसके कानों में ईशा के रोने की आवाज पड़ती है उसकी आंखें खुल जाती हैं आंखें खोलते ही "नील अपने सामने बेड पर खुद को ब्लैंकेट से कवर किए रो रही ईशा को देखता है।

ईशा को ऐसे रोते हुए देख नील उसके कंधे पर हाथ रखते हुए ही उससे सवाल करते हुए कहता है। - "hey what happened? तुम रो क्यों रही हो?"

ईशा जो इस समय ब्लैंकेट से खुद को कवर कर रो रही थी जैसे ही वह अपने कंधे पर किसी का हाथ महसूस करती है, और एक अनजानी सी आवाज सुनती है तो वह घबरा जाती है और उसका हाथ तुरंत अपने कंधे से झटक कर घबराहट के साथ ही उस शख्स की तरफ देख कर उससे कहती है। - "देखो मेरे करीब मत आना!" कौन हो तुम?? और मैं यहां कैसे आई??

ईशा की बात सुन नील के चेहरे पर बड़ी सी मुस्कान आ जाती है और वह अपने चेहरे पर उसी मुस्कान को लिए ईशा के करीब जाने लग जाता है, नील को ऐसे अपने करीब आते हुए देख ईशा और भी ज्यादा घबरा जाती है और वह तुरंत पीछे की तरफ सरकने लगती है, लेकिन ईशा कुछ ही पीछे सरकी ही थी कि वह बेड के ऊपरी सिरे जा टकराती है, खुद को और पीछे ना कर पाने की वजह से ईशा दोबारा नील की तरफ घबराहट के साथ देख उससे कहती है। - "देखो मैंने कहा ना मेरे करीब मत आना!"

लेकिन नील ईशा की एक नहीं सुनता और उसके बेहद करीब आकर धीरे से उसके कानों में अपने सेडक्टिव आवाज मैं फुसफुसाकर कहता है। - " hey relax तुम किस से इतना घबरा रही हो, हम दोनों तो पहले ही इतना करीब आ चुके हैं!" इतना कहकर वह ईशा की गोदी में सर रखकर आंखें बंद कर लेता है ।

नील की बात सुन ईशा की आंखें एक बार फिर से नम हो जाती है और उसकी आंखों से आंसू बहने लग जाते हैं, ईशा की बहते आंसू नील की बॉडी मैं जा गिरने लगते हैं जब नील को अपनी शरीर मैं गर्म आंसू मेहसूस होते हैं तो वह झट से अपनी आंखे खोल कर अपना सर ईशा की गोद से हटाकर उससे दूर हो कर कहता है -" फाइन...! मैं तुम्हारे करीब नही आ रहा हूं, अब रोना बंद करो"

नील के दूर जाने के बाद भी ईशा के आंखो से आंसू निकलना बंद नही हुए, वही नील ईशा को चुप करने के लिए फ्लर्टी अंदाज मैं बोल पड़ा -" तुम तो ऐसे रो रही हो जैसे मैंने तुम्हारे साथ जबर्दस्ती की हो , let me tell you, मैंने नहीं बल्कि तुमने मेरे साथ जबरदस्ती की है, मैंने तो तुम्हें मना किया पर तुमने मेरी एक नहीं सुनी और जो तुम मुझे इस हाल में देख रही हो ना! यह भी तुमने ही किया है –"नील अपनी गर्दन पर ईशा को एक निशान दिखाते हुए कहता है और फिर वह आगे कहता है मैंने तो कितनी बार तुम्हें मना किया पर तुम मनी ही नहीं, तुम खुद ही मेरे रूम में आई और मेरे साथ.... मैं भी कब तक मना करता आखिर मेरे भी तो इमोशन है ना" यह सब कहते हुए नील के फेस पर एक फ्लर्टी मुस्कान बनी हुई थी।

नील की बातो सुन कर ईशा को कल रात की एक एक बात याद आने लगी,

तभी उसे याद आया उसके बॉयफ्रेंड आर्यन मेहता और उसकी बचपन की दोस्त कीर्ति ने साथ मिल कर उसे धोका दिया ,

तो उसके आंखो से आंसू बहना बंद हो गए और अपने दर्द तकलीफ को भूल उसके चेहरे पर गुस्सा भर गया,

वही ईशा की आंखो में एक अलग ही चमक देख एक पल के लिए नील उसकी आंखो में खो चुका था, तभी ईशा बोल पड़ी है-" ऐसे क्या घूर रहे हो जो हुआ हमारे बीच वो बस एक गलती थी"

नील बेड से उतर अपने कपड़े पहनते हुए ईशा की बात को सुनकर टोंट मारने के अंदाज में कहता है-" गलती!!! "ओ... वाओ" ऐसी गलती रोज करती हो क्या तुम ??"

नील की बातो को सुन ईशा का चेहरा कठोर हो गया और वह गुस्से मैं आ गई, वह गुस्से मैं ही चिल्ला कर कहती हैं-" सट–अप मिस्टर" जो भी तुम्हारा नाम है।

नील..... नील कहते है मुझे, तुम चाहो तो मुझे बेबी, जान कुछ भी कह कर बुला सकती हो बुरा नहीं मानूंगा मैं" नील अपनी शर्ट पहनते हुए फ्लर्टी मुस्कान के साथ बेड के तरफ देखते हुए कहता है ।

नील से नजर से नजर मिलाकर ईशा झट से अपने शरीर पर ढके आधे कंबल को पूरे में ओंठ लेती है,

ईशा की इस हरकत पर नील के होंठो पर मुस्कान छा जाती है, तभी ईशा का नजर घड़ी पर जाता, टाइम देख ईशा चिल्ला कर कहती है -" ओह सीट, बहुत लेट हो गया है, मैं अब वहां कैसे पहुंचूंगी"।

ईशा के बातो को सुन नील बोल पड़ता है-" बेबी" तुम चाहो तो मैं ड्रॉप कर सकता हूं आखिर कल रात हमने इतना अच्छा क्वालिटी टाइम स्पेंड किया है अब इतना तो कर ही सकता हूं मैं तुम्हारे लिए।

"शट–अप" मैं तुम्हारी बेबी नहीं हूं और कहा ना मैंने, जो भी कल रात हमारे बीच हुआ वह सिर्फ एक गलती थी, और कुछ नहीं " और अब मुझे तुम्हारी हेल्प की कोई जरूरत नहीं है मैं कैप बुक कर लूंगी।

नील अपने दिल पर हाथ रख कर ईशा की तरफ देखकर शायराना अंदाज में बोला –

"उफ़.... तेरा यूं चिढ़ना, तेरा यूं गुस्सा करना,

दिल की गहराइयों में तेरा असर करना।

ईशा नील की इस हरकत पर चिढ़ते हुए उसे घूर कर देखती है।

ऐसे मत देखो मुझे प्यार हो जाएगा मैं तो बस यह कह रहा हूं कि दिखने में तो अच्छे खासे घर की लगती हो पर न्यूजपेपर नहीं पड़ती क्या आज कैब वालों की स्ट्राइक है इसलिए तुम्हें कोई भी कैब नहीं मिलेगी तुम चाहो तो मेरे साथ आ सकती हो, तुम्हारे पास सिर्फ 10 मिनट है, जल्दी रेडी हो कर नीचे आ जाओ"

इतना कह नील कमरे से बाहर जाने लगता है, उसके बाहर जाते ही ईशा अपने शरीर से चादर हटा, बेड से उतर अपने कपड़े को फटा फट से पहन कमरे से बाहर आ जाती है।