"ब्यूटी with एंगर डेडलिएस्ट कॉन्बिनेशन, "इंटरेस्टिंग "
नील यह सब कहते हुए वह लगातार ईशा जिस तरफ जा रही थी उधर ही देख रहा था तभी उसका फोन रिंग करता है जिससे उसका ध्यान ईशा से हटकर अपने फोन पर आ जाता है और फिर फोन पर कुछ बात कर नील तेजी से कार स्टार्ट कर ओबेरॉय प्रोडक्शन के बाहर से निकल जाता है।
वहीं दूसरी तरफ ईशा जैसे ही ओबेरॉय प्रोडक्शन के अंदर एंट्री कर रही होती है तभी एक शख्स तुरंत ईशा का रास्ता रोकते हुए उससे कहता है। - "सॉरी मैम, पर आप अंदर नहीं जा सकती है!"
ईशा के कानों में यह बात पड़ती है वह हैरान हो जाती है और फिर हैरानी के साथ ही उस शख्स की तरफ देखने लग जाती है जिसने उसे अभी कंपनी के अंदर एंट्री करने से रोका था लेकिन जैसे ही वह उस शख्स का चेहरा देखती है उसकी हैरानी और भी ज्यादा बढ़ जाती है।
क्योंकि शार्वी को रोकने वाला शख्स कोई और नहीं बल्कि उसकी कंपनी के चीफ सिक्योरिटी गार्ड विजय पवार थे, कुछ पल तक ऐसे ही हैरानी के साथ विजय पवार की तरफ देखते हुए ही ईशा की हैरानी तुरंत ही गुस्से में बदल जाती है और वह उसी गुस्से के साथ विजय पवार की तरफ देखते हुए उनसे कहती है। - " पवार जी यह क्या बदतमीजी है ? आप भला मेरा रास्ता क्यों रोक रहे हैं ? हटिए मेरे रास्ते से !"
इतना कहकर ईशा तुरंत विजय पवार का हाथ अपने सामने से हटाती है और गेट से अंदर जाने लगती है।
लेकिन जैसे ही ईशा गेट के अंदर इंटर करने लगती है एक बार फिर से चीफ सिक्योरिटी गार्ड पवार उसके आगे का रास्ता रोकते हुए उससे कहते हैं। - "सॉरी मैम पर आप कंपनी के अंदर नहीं जा सकती!"
एक बार फिर से विजय पवार को अपना रास्ता रोकते हुए देख ईशा गुस्से से उस पर चिल्लाते हुए कहती है। - " what the hell, आपकी हिम्मत कैसे हुई दोबारा मेरे रस्ते में आने की, मैंने कहा रस्ता छोड़ो मेरा" और आप होते कौन हो मुझे मेरी ही कंपनी में जाने से मना करने वाले , हटो मेरे रस्ते से वरना मैं तुम्हें आज ही जॉब से निकाल दूंगी !"
ईशा की धमकी सुन विजय अपना सर झुकाते हुए माफी मांगने के लेहजे में ईशा से कहता है। - " मैडम आई एम सो सॉरी, मेरा भी ऐसा कुछ करने का बिल्कुल मन नहीं है लेकिन मैं भी मजबूर हूं, मुझे भी ऊपर से आर्डर मिले हैं आपको कंपनी में ना जाने देने के ! "
अपनी बात पूरी कर विजय पवार अपना सर झुका लेते हैं, वही पवार का जवाब सुनकर ईशा और भी ज्यादा गुस्से में आ जाती है और गुस्से के साथ ही पवार से सवाल करते हुए कहती है। - " किसकी इतनी हिम्मत जो मुझे मेरी ही कंपनी में आने से रोकने का ऑर्डर दे रहा है ?"
ईशा का सवाल सुन पवार अपना सर नीचे किए हुए ही ईशा को जवाब देते हुए कहता हैं। - " मैडम आपको कंपनी में ना आने देने के ऑर्डर आर्यन सर ने दिए हैं !"
विजय पवार का जवाब सुन ईशा का गुस्सा और भी ज्यादा बढ़ जाता है, और वह गुस्से के साथ कहती है। - " आर्यन, आर्यन का नाम सुनते ही ईशा को कल रात की सारी बातें याद आ जाती है की कैसे आर्यन और कीर्ति एक साथ मिले हुए हैं यह सोच सोच के उसे और भी ज्यादा गुस्सा आसमान चढ़ चुका था और वह गुस्से के साथ ही कहती है –" उसकी इतनी हिम्मत कब से हो गयी ,जो मेरी ही कंपनी में मुझे ना ..... "
लेकिन इससे आगे ईशा कुछ कह पाती, इससे पहले ही उसके कानों में एक बेहद मीठी हैरानी से भरी आवाज पड़ती है। - "अरे ईशा तुम यहां इस समय ?"
लड़की कीे आवाज को सुन ईशा उसके तरफ देखती, तभी वो लड़की उसके पास आ कर कहती है -" ईशा, तुम मेरे साथ चलो ।"
ये लड़की और कोई नही ईशा की फ्रेंड कीर्ति थी।
कीर्ति इतना कह ईशा का हाथ पकड कऱ उसे अपने साथ ले जाना चाहती थी, तभी ईशा अपने हाथ को झटक देती है और उसे कठोरता से देखती है, फिर एक पल के लिए रात की याद कर उससे कुछ कहती उससे पहले ही आर्यन वहां आ जाता है और ईशा से कहता है-" क्या तमाशा लगा रखा है ईशा, तुमने यहां।"
आर्यन के इस बात को सुन ईशा कठोरता से उसे देख कर बोली -" तमाशा, मैं कर रही हूं या तुम, अपनी औकात से आगे मत बढ़ो आर्यन, नही तो बहुत बुरा होगा, अगर ईशा ओबेरॉय तुम्हे उपर उठने मैं इतना हेल्प कर सकती है ना, तो तुम्हे वहां से गिरा भी सकती है"।
ईशा की बातो को सुन आर्यन जोर जोर से शैतानी हंसी हंसने लगा, फिर वह बोल पड़ा -" ओह बेब..... मैं तो डर गया ....!!
इतना कहकर वह फिर से जोर-जोर से शैतानी हंसी हंसने लगा और फिर एकदम से अपने चेहरे की एक्सप्रेशन बदलकर ईशा की तरफ कठोरता से देखते हुए कहता है–"अब तुम वो ईशा ओबेरॉय नही रही हो" जिसकी सारी बातें सुनी जाए और लोगों से देखकर यस मैंम, यस मैम.. कहकर आगे पीछे घुमे।
ईशा को कुछ समझ नही आ रहा था, आर्यन की बात को सुन कर, वो उसे कठोरता से देख बोलने ही जा रही थी, की.....
कि तभी कीर्ति अपने मन मैं ही कहती है -" ईशा अब तुम्हारा सब कुछ मेरा है, अब देखो मेरी जगह रह कर, तुम्हारे कारण मैंने कितना कुछ सहा है "।
अपने मन मैं इतना कह उसके होंठो पर शैतानी मुस्कान छा गयी,
फिर वो अपने शैतानी मुस्कान को झूठी चिंता मैं बदल कर कहती है -" आर्यन तुम ऐसा क्यों कर रहे हो, प्लीज ऐसा मत करो"।
तभी आर्यन ईशा के आगे आकर उसे एक फाइल बढ़ाते हुए शैतानी मुस्कान के साथ कहता है-"ईशा...! देखो मैं तुम्हारे लिए क्या लेकर आया हूं??
कीर्ति का नाटक और आर्यन को देख ईशा गुस्से मैं उस फाइल को देखती है फिर कठोरता से पूछ पड़ी -" क्या है ये सब??"
आर्यन ईशा के एकदम करीब आकर उसके कान में कहता है –"तुम्हारे लिए सरप्राइज है बेब...!!!
आर्यन को अपने इतने करीब देखते ही ईशा को एक बार फिर कल रात के सारी बातें याद आ जाती है कि वह आर्यन को गुस्से से देखते हुए कहती है –"तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई यहां आने की, और क्या है इस फाइल में??
ईशा का सवाल सुनकर आर्यन के फेस पर एक शैतानी मुस्कान आ जाती है वह ईशा की तरफ फाइल बढ़ाते हुए कहता है–" नहीं नहीं मैं तुम्हें कुछ बताऊंगा नहीं बल्कि तुम्हें दिखाऊंगा, तुम खुद देख लो अपनी बरबादी"
ये सुन ईशा गुस्से मैं उस फाइल को उठा कर खोलती है और पढ़ने लगती है और जैसे जैसे वो पेज पलट एक एक लाइन पढ़ते जा रही थी, उसका गुस्सा अब हैरानी मैं बदलता जा रहा था।
वही उसके चेहरे के भाव को बदलता देख कीर्ति के चेहरे पर एक बार फिर मुस्कान छा गई, वही फाइल पढ़ने के बाद ईशा आर्यन को अपने नम, गुस्से से भरे आंखो से देखते हुए बोली -" मैने तुम्हे बेइंतहा प्यार किया और खुद से ज्यादा भरोसा किया आर्यन" पर तुमने मेरे भरोसे और प्यार को शीशे की तरह चकना चूर कर दिया ।"
ईशा की बातो को सुन आर्यन अपनी कठोर आवाज मैं ही बोला -" भरोसा, या नौकर!! तुम्हारे लिए मैं सिर्फ तुम्हारा नौकर था, और तुम्हे क्या लगता था, तुम्हारा नौकर बनकर आर्यन मेहता जिंदगी भर तुम्हारी सेवा करेगा"।
आर्यन ने जो उसके साथ किया उससे ज्यादा उसकी बातें ईशा को हैरान कर रही थी ।