chapter 48

मोहित हॉस्पिटल मै आ गया था। और उसने आर्यन के बोलने पर निशिका को खून भी दे दिया जब डॉक्टर ने बोला की निशिका अभी खतरे से बहार नही आई है। तो आर्यन गुस्सा हो गया कबीर ने डॉक्टर को अपना काम करने के लिए बोला और आर्यन को आराम करने के लिए बैठा दिया।

जैसे ही आर्यन बैठा तो इतने मै वहाँ कुछ पुलिस वाले आ गए।

एक पुलिस वाले ने पूछा तुम मैं से आर्यन कोन है।

आर्यन ने जब पुलिस को देख तो वो हैरान हो गया फिर आर्यन आराम से खड़ा हुआ और पुलिस की तरफ़ जाते हुए बोला मै हूँ आर्यन आपको मुझसे क्या काम है। ।

उन पुलिस मै जो सबसे बड़ा अधिकारी था। उसने कहा आपको गिरफ्तार किया जाता है। , फिर एक हवालदार आगे आया और उसने आर्यन को हतकड़ी लगदी ।

आर्यन ने पूछा लेकिन आप मुझे पकड़ क्यों रहे हो मैने किया क्या है। पहले ये बता तो दो।

उस अधिकारी ने आर्यन को घूर कर देखा और फिर कहा तुमने कल जो रास्ते मै मारा मारी की है। उसके लिए पकड़ रहे है।

इतने मै कबीर ने कहा लेकिन लडाई तो पहले उन सबने की थी। उनकी ही वजह से हमारी दोस्त, ज़िंदगी और मौत के बीच

मै है।

पुलिस वाले ने कबीर की तरफ़ देखते हुए कहा तुम्हारी दोस्त ज़िंदगी तो है। अभी लेकिन आर्यन ने चार लोगो को मारा था। उनमे से तीन की मौत हो गयी है। और एक की हालत काफी खराब है।

ये सुनते ही सबके होश उड़ गए आर्यन के तो पैरो के नीचे से ज़िमीन निकल गयी, आर्यन को ऐसा लग रहा था। की वो अब मारने ही वाला है। ये क्या हो गया उस से।

इतने मै उस अधिकारी ने बाहर की तरफ़ चलना शुरू किया और एक पुलिस वाले को बोला की इस को ले चलो।

कबीर और मोहित ने उनको रोकने की कोसिस की लेकिन वे नही रुके आर्यन को पुलिस की गाड़ी मै डाला और वहाँ से ले गए

आर्यन ने जाने से पहले उनको निशिका के साथ रहने के लिए कहा।

आर्यन के जाने के बाद कबीर ने मोहित से कहा भाई तु काजल के पास रुक यहाँ पर मदत करनी पड़ सकती मै पुलिस स्टेशन जाता हु आर्यन को बाहर निकालने के लिए कुछ करता हु।

जब कबीर आर्यन को लेने पुलिस स्टेशन जा रहा था। तभी एक अंधेरे से कमरे मै एक टेबल पर फोन भजने लगा।

एक एक आदमी ने फोन उठाया तो सामने से आवाज आई भाई एक बड़ी गड़बड़ हो गयी है। हमारा सारा काम खराब हो गया है।

उस आदमी ने कहा क्या गड़बड़ हुई है। ठीक से बता ।

जब वो आदमी बात कर रहा था। इतने में किसी ने कमरे की Light on कर दी जिस ने Light on की थी। जब उसने देखा की कमरे मैं कौन है। तो उसने कहा डैनी भाई आप और ये कौन है। भाई आपके साथ ।

डैनी ने उस आदमी को गुर कर देखा और बाहर जाने का इशारा कर दिया।

वो आदमी तुरंत ही बाहर चला गया।

फिर डैनी ने फोन पर कहा बोल अब क्या हुआ था। ।

फोन के दूसरी तरफ़ एक आदमी ने बोलना शुरू किया भाई आर्यन को पुलिस ने पकड़ लिए है।

तो डैनी ने कहा है। तो उसने लडाई की थी। पुलिस तो उसको पकड़ने आएगी ही।

उस आदमी ने कहा भाई पुलिस वालो ने आर्यन पर तीन लोगो को मारने का आरोप लगाया है। आर्यन ने जिनको पीटा था। उन मै से तीन मर गए।

ये सुनते ही डैनी हैरानी से बोला क्या वो मर गए ऐसा कैसे हो सकता है। , अच्छा अब मेरी बात ध्यान से सुन आगे जो भी होता है। वो सब मुझसे तुरंत बताना।

उस आदमी ने कहा ठीक है। भाई फिर डैनी ने फोन काटा और अपने सामने बैठे आदमी को गुस्से से देखते हुए बोला ये सब तुमने किया था। ना।

उस आदमी ने कुछ नही कहा बस डैनी को देखता रहा।

वही दूसरी और आर्यन को पुलिस स्टेशन के अंदर लाने के बाद लॉक अप मै डाल दिया था। आर्यन ने एक पुलिस वाले से कहा मुझे एक फोन करना है।

उस पुलिस वाले ने कहा सुबह कर लेना ये बोल कर वो आर्यन से दूर चला गया।

आर्यन ने उसको आवाज दी पर उसने उसकी एक नही सुनी इतने में आर्यन के पीछे से आवाज आई चुप हो जा नही तो मार दुगा ।

आर्यन ने जब पीछे देखा तो वहाँ एक आदमी कम्बल ओड् कर सो रहा था। उसने कम्बल के अंदर से कहा क्या क्या थे लड़के, यहाँ क्यों आया है। ।

जब उस आदमी ने पूछा तो आर्यन ने कहा मुझ पर तीन लोगो को मारने का इलजाम है। ये सुनते ही उस आदमी ने कम्बल दूर किया और आर्यन को देखने लगा।

तेरी सकल से लगता तो नही है। की तु किसी को मार सकता है। फिर तूने ये किया कैसे फिर आर्यन ने अपनी बात बताई और आर्यन को पता चला की इस आदमी का नाम मोहन था। और उसके लोग उसको स्टीवन बुलाते थे ।

आर्यन की कहानी पूरी होने के बाद आर्यन ने स्टीवन से पूछा की तुम यहाँ कैसे आए ।

आर्यन उसके साथ ही बैठ गया था। स्टीवन ने बताना शुरू किया मै और मेरे दोस्त ने मिल कर काम शुरू किया लेकिन वो काम जादा नहीं चला तो हमने बंद कर दिया फिर हमने लोगों को किडनैप करना शुरू किया और काफी काम 2 नंबरी शुरू कर दिया, उस टाइम हमको कोई जानता नही था। इस लिए मैने काफी काम किया और हमारा नाम बड़ा किया हम जो भी काम लेते उसको पुरा करते इस लिए हमको जादा काम मिलने लगा और कुछ टाइम मै ही काफी पैसे बना लिए एक दिन मैने मेरे दोस्त को पैसे निकलते हुए देख लिए।

मैने उस से पूछा इतने पैसों का क्या करेगा तब उसने कहा एक काम है। फिर उसने वो पैसे एक मंत्री को दिया और मंत्री की मदत से मुझे अंदर करा दिया मेरे अंदर जाने के बाद उसने वहाँ से सारे पैसे लिए और कहीं दूर चला गया उस के बाद से मैने उसको कभी नही देख ।

आर्यन जाना चाहता था। की स्टीवन का दोस्त कौन था। और उसने धोखा क्यों दिया।

आर्यन को पुलिस ने पकड़ लिए था। आर्यन को वहाँ एक आदमी मिला जिसका नाम स्टीवन था। पहले उसने आर्यन से उसके बारे मै पूछा फिर उसने अपने बारे में बताने शुरू कर दिया।

जैसे ही स्टीवन चुप हुआ तो आर्यन ने उस से कहा क्या मै आपसे कुछ पूछ सकता हु ।

स्टीवन ने कहा पूछो जो पूछना है।

जैसे ही आर्यन कुछ बोलने वाला था। तो इतने मै उसको एक आवाज आई आर्यन ने सुना की कोई उसका नाम ले रहा है।

फिर आर्यन खड़ा हुआ और देखने लगा की कौन है। आर्यन ने देखा की कबीर वहाँ आ गया है। और वो पुलिस वाले से उसकी के बारे मैं पूछ रहा है।

आर्यन कबीर को देख कर खुश हो गया आर्यन को खुश देख कर स्टीवन ने कहा वो तुम्हारा दोस्त है। क्या ।

जैसे ही आर्यन ने पीछे देख तो आर्यन चोक गया आर्यन के पीछे स्टीवन खड़ा था। वो भी एक दम पास मै आर्यन को पता ही नही चला

की वो कब उसके इतने पास आकार खड़ा हो गया।

फिर आर्यन ने खुद को शांत करते हुए स्टीवन से कहा है। वो मेरा दोस्त है। उसका नाम कबीर है।

एक तुम्हारा दोस्त है। जो तुमको जेल से निकालने के लिए आ गया और एक मेरा दोस्त है। जिसने कुछ पैसों के लिए मुझे जेल मै भेज दिया स्टीवन ने आर्यन से कहा।

आर्यन ने स्टीवन की तरफ देखते हुए कहा ये तो किस्मत की बात होती है। किसी को अच्छे दोस्त मिलते है। और किसी को नही ये तो उनके साथ रहने से ही पता चल जाता की वो कैसे है।

फिर स्टीवन वापस अपनी जगह पर बैठा और वही से बोला ये कितनी भी कोसिस कर ले ये तुमको नही छुड़ा सकता तुम पर तीन लोगो को मारने का इल्जाम है। और मुझे लगता है। की तुम किसी बड़ी फैमिली से भी नही हो इस लिए तुमको यही रहाना होगा वैसे भी आज Friday है। और कल Saturday फिर Sunday दो दिन कोर्ट बंद होगा अभी 4 भेज है। अगर शाम के 5 भेज तक इसने तुमको छुड़ा लिए तो तुम बच भी सकते हो।

आर्यन ने स्टीवन की बात ध्यान से सुनी लेकिन उसको कुछ नहीं बोला तो स्टीवन फिर से कम्बल से अपना चहरा ढक कर सो गया।

इतने मै कबीर ने पुलिस वाले से आर्यन से कुछ देर मिलने के लिए पूछ लिए था। और पुलिस वाले ने भी उसको मिलने के लिए हाँ बोल दी।

कबीर आर्यन के पास गया और आर्यन से पूछने लगा की भाई तु कैसा है। ।

आर्यन ने कहा मै तो ठीक हु लेकिन मैने तुमको निशिका के साथ रहने के लिए बोला था। वो कैसी है। उसको होस तो आ गया ना।

कबीर ने एक उदास से चहरे के साथ कहा मैने कुछ देर पहले ही मोहित से बात की थी। और उसने मुझे बताया की निशिका को होश नहीं आया है। और डॉक्टर ने आज सुबह के 9 भेज तक का बोला है। अगर निशिका को 5 घंटे मै होश नही आया तो वो कोमा मैं जा सकती है।

ये सुनकर आर्यन का सर गुम गया आर्यन ने सोचा की अगर निशिका कोमा मै चली गयी तो मैं खुद को माफ नही कर पाऊगा मैने सब ठीक करने का बोला था। उसकी ज़िंदगी खराब करने के लिए नही।

जब आर्यन हैरानी से कबीर को देख रहा था। तो कबीर ने आर्यन को छूते हुए कहा अभी टाइम है। उसको होश आ जाएगा और उसके होश मै आने से पहले तु बहार होगा।

आर्यन ने हाँ मै सर हिलाया और फिर कबीर ये बोल कर वहाँ से चला गया की वो कुछ करता है। , कबीर के जाने के बाद आर्यन एक तरफ जा कर बैठ गया, आर्यन ने स्टीवन को देखा तो वो आराम से सो रहा था। आर्यन ने अब उस से बात करने की भी नही सोची आर्यन चुप चाप आखे बंद कर के बैठा रहा।

लग-बग सुबह के 8 भेज कबीर एक वकिल के साथ आया आर्यन ने जब कबीर को देखा तो वो खडा हो गया कबीर ने उस वकिल को वही छोड़ कर आर्यन के पास आ गया।

आर्यन ने कबीर से पूछा की क्या हुआ ।

कबीर ने एक उदासी भरी आवाज में कहा मैने सब करके देख लिए काफी वकिल से भी मिला पर सबने यही कहा की तुमको बचना मुश्किल है। तुम्हारे खिलाफ काफी सबूत भी है। और सबसे बड़ा तो ये है। की जब तुम उनको मार रहे थे वो सब वहाँ लगे हुए कमरो मैं आ गया है। इस लिए कोई तुम्हारा केश नही ले रहा लेकिन ये मान तो गया है। पर मुझे लगता है। इस से भी हमको जादा उमीद नहीं करनी चाहिए।

आर्यन ने एक बार उस वकिल को देखा और फिर कबीर से कहा कोई बात नही अगर मैने उनको मारा है। तो मुझे सजा भी मिलेगी लेकिन मैने उनको नही मारा है। तो मै यहाँ नहीं रुकुगा ।

फिर कबीर ने कहा तु क्या करने की सोच रहा है। ।

मुझे यहाँ से निकाला है। एक बार फिर मै खुद पता लगा लुगा की मुझे क्या करना है। आर्यन ने कहा।

ये बात सुन कर कबीर ने आर्यन को थोड़ी भरी सी आवाज में कहा तु पागल हो गया है। क्या, ऐसा करने की सोचना भी मत अगर तू यहाँ से भागा तो सबको यही लगेगा की तूने ही ये सब कुछ किया है। और फिर तुमको बचना मुश्किल हो जाएगा।

फिर आर्यन ने कहा जो होगा वो देखा जाएगा पर मुझे कुछ तो करना होगा अब तु मुझे ये बता की निशिका कैसी है। ।

कबीर ने कहा एक मिनट अभी पूछ के बताता हु।

जब आर्यन कबीर से बात कर रहा था। तो स्टीवन उन दोनों की बात सुन रहा था।

फिर कबीर ने फोन काटा और कहा आर्यन एक बुरी खबर है। निशिका को अभी तक होश नही आया है। और डॉक्टर ने कहा है। की उसकी हालत खराब हो गयी है।

आर्यन ने कहा ठीक है। तु अब एक काम कर निशिका के पास जा और उसका ध्यान रख बाकी मै देखा लुगा ।