रावत मेंशन
Cherry हैरानी से दिव्यांश की तरफ देख रही थी, जिसने उसे गोद में उठाया हुआ था। वो अटकती हुई आवाज में बोली "आप आप मुझे कहां लेकर जा रहे हैं Avocado? छोड़िए मुझे! मुझे मुझे Strawberry के पास जाना है, उन्होंने मुझे…
उसकी बात पूरी होती उससे पहले ही दिव्यांश बोला "सॉरी Red लेकिन तुम्हें तुम्हारी Strawberry ने नहीं बल्कि मैंने अंदर बुलवाया था, वो क्या है कि मेरा मूड हो रहा था!" ये बोलते हुए उसके चेहरे पर एकदम डेविल एक्सप्रेशन थे और उसकी मूड वाली बात सुनकर Cherry हैरान रह गई।
वो तुरंत बोली "मूड मूड से क्या मतलब है आपका Avocado?"
अभी वो बोल ही रही थी कि दिव्यांश उसे लेकर उसके रूम के अंदर आया और उसे बेड पर लेटाकर बोला "इतनी भी मासूम नहीं हो तुम Red कि तुम्हें समझ ना आए कि आखिर मेरा मतलब क्या है?"
उसके मुंह से अपने लिए वो Red शब्द दोबारा सुनकर Cherry को कुछ-कुछ होने लगा था। वो बिस्तर से उठते हुए बोली "मुझे मुझे यहां नहीं रुकना, मुझे बाहर Strawberry के पास जाना है!"
ये बोलते हुए वो बाहर जाने के लिए आगे बढ़ रही थी, लेकिन दिव्यांश ने उसकी कलाई को पकड़कर उसे रोक लिया और अगले ही पल सामने साइड टेबल से रिमोट उठाया और दरवाजा लॉक कर दिया।
Cherry हैरान रह गई। दिव्यांश ने अपनी शर्ट के बटन खोलते हुए कहा "मुझे लगता है तुम्हें मेरी बात समझ में नहीं आई Red, बट कोई बात नहीं मैं तुम्हें दोबारा समझा देता हूं! मेरा मूड है और तुम जानती हो मेरा मूड किस चीज का है? और जब तक तुम मुझे सेटिस्फाई नहीं कर देती तब तक तुम यहां से कहीं नहीं जाओगी!"
Cherry गुस्से से बोली "ओह रियली? सीरियसली Avocado? आप एक बार फिर से उन सब चीजों के बारे में सोच रहे हैं? आप ऐसा सोच भी कैसे सकते हैं? अभी-अभी निहारिका कपूर से आपकी शादी की अनाउंसमेंट हुई है और मेरी मेरी इंगेजमेंट की अनाउंसमेंट भी हुई है! फिर भी आप मेरे साथ वो सब करने का सोच रहे हैं?"
दिव्यांश ने अपनी शर्ट को साइड में फेंका और बोला "सोच नहीं रहा हूं Red मैं सब करूंगा भी!"
ये बोलते हुए अब उसने Cherry को हल्का सा धक्का दिया तो Cherry सीधा बिस्तर पर गिरी।
Cherry एकदम हैरान रह गई। वो गुस्से से बोली "लेकिन मैं आपको ऐसा कुछ भी नहीं करने दूंगी!"
ये बोलकर वो जैसे ही उठने लगी दिव्यांश ने उसके आसपास अपने हाथ रखे और बिल्कुल उसके कानों के पास अपने होठ लाकर बोला "तुम्हें सच में लगता है Red कि तुम मुझे रोक सकती हो?"
ये बोलते हुए वो जिस तरह से उसके कानों के पास फुसफुसाए जा रहा था, उसकी आवाज बेहद गर्म थी।
उसकी वो आवाज सुनकर Cherry के कान भी गर्म होने लगे थे। उसका दिल जोरो से धक धक कर रहा था और उसके हाथ दिव्यांश के कंधों पर थे।
दिव्यांश ने अब उसके हाथों को अपने हाथों में जकड़ लिया और उन्हें बिस्तर पर ऊपर की तरफ लगाकर बड़ी ही सेडक्टिव नजरों से Cherry को देखने लगा।
वो उसकी तरफ देखते हुए बोला "यू नो व्हाट Red You are looking so sexy, so gorgeous… तुम्हें देखते ही मन किया कि तुम्हें बहुत सारा प्यार करूं पर बाहर वो सब ड्रामा चल रहा था तो थोड़ा टाइम लग गया! पर तुम सोच भी नहीं सकती मैंने खुद को कितना मुश्किल से कंट्रोल किया… ये बोलते हुए अब उसने अपने होठों को हल्का सा अपने दांतों में दबा लिया और Cherry को कुछ-कुछ होने लगा।
वो प्यार करती थी दिव्यांश से, वो भी अब से नहीं बचपन से! दिव्यांश बेशक से उससे नफरत करता था उससे नाराज था लेकिन Cherry के दिल में तो वो प्यार का बीज बचपन में ही पनप चुका था और अब उसे अपने इतना करीब महसूस कर उसके रोंगटे खड़े हो रहे थे। उसके और दिव्यांश के बीच आज सुबह ही वो सब हुआ था, जिसने उसे एक उम्मीद दी थी लेकिन अगले ही पल दिव्यांश ने वो उम्मीद तोड़ भी दी थी… पर अब एक बार फिर से दिव्यांश उसके करीब आ रहा था। Cherry को समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या करें?
वही दिव्यांश उसकी तरफ देखते हुए बोला "क्या सच में तुम नहीं चाहती मैं तुम्हारे करीब आऊं Red? You don't love me?"
Cherry की आंखों में नमी तैर गई। वो तुरंत बोली "आई लव यू Avocado, But you don't love me ना? आप तो किसी और से शादी करना चाहते हैं तो फिर क्यों कर रहे हो आप मेरे साथ ऐसा?" ये बोलते हुए वो बहुत मासूम लग रही थी।
वही दिव्यांश उसके चेहरे पर झुका और उसके होठों की तरफ देखते हुए बोला "मुझे सिर्फ इतना बताओ Red You love me or you love me not? क्या तुम नहीं चाहती मैं तुम्हारे करीब आऊं?"
Cherry की आंखों से आंसू बहने लगे। वो उसकी आंखों में आंखें डाल कर बोली "मैं तो चाहती हूं आप मेरे करीब आओ Avocado और मेरे अलावा आप और किसी के करीब मत जाओ! आप सिर्फ मेरे बन कर रहो बिकॉज़ आई रियली लव यू… आप किसी और के करीब जाते हैं तो दिल जलता है मेरा, लेकिन आप है कि उस दिल को जलाकर राख बनाने में लगे हुए हैं! अगर आप चाहे तो बहुत कुछ हो सकता है Avocado…
अभी वो बोल ही रही थी कि दिव्यांश उसके होठों के बिल्कुल करीब अपने होठों को कर बोला "मैं सिर्फ तुम्हें चाहता हूं Red, I want to love you and I want to love you passionately और मैं चाहता हूं कि तुम भी मुझे उतना ही प्यार करो! I just want to feel you… तुम समझ रही हो ना मैं तुमसे क्या कह रहा हूं?"
ये बोलकर अब उसने अपने होठों को Cherry के होठों पर रख दिया और Cherry की आंखों से आंसुओं की कुछ आखिरी बूंदे बह गई। उसे लगा शायद दिव्यांश ने ये कॉन्फेंस कर लिया है कि वो उससे प्यार करता है, इसका मतलब वो निहारिका से अपनी शादी तोड़ देगा और उसे भी किसी कार्तिक अवस्थी से शादी नहीं करनी पड़ेगी। वो और दिव्यांश एक दूसरे से प्यार करते हैं मतलब उन दोनों की शादी होगी।
उसने दिव्यांश के हाथों पर अपनी उंगलियां कस दी थी और दिव्यांश अब उसे और भी ज्यादा पैशनेटली किस करने लगा था, Cherry भी उसमें खोने लगी थी।
उसकी सांसे दिव्यांश की सांसों में घुलने लगी थी और दिव्यांश जो पहले उसके होठों को बहुत सॉफ्टली किस कर रहा था, अब उसे थोड़ा वाइल्डली किस करने लगा था और धीरे-धीरे वो दोनों पूरी तरह से एक दूसरे में खोने लगे थे।
सामने बालकनी का दरवाजा खुला था जहां से चांद की रोशनी अंदर की तरफ आ रही थी और सफेद रंग के पर्दे हवा में लहरा रहे थे।
दिव्यांश अपनी शर्ट उतार कर पहले ही नीचे जमीन पर फेंक चुका था और कुछ ही देर में Cherry का पार्टी गाउन भी नीचे जमीन पर गिरा हुआ था और उसकी गहरी सिसकियां उस पूरे कमरे में गूंज रही थी।
उसके हाथ दिव्यांश की पीठ पर कसे हुए थे और दिव्यांश उसके पूरे बदन को अपने होठों से प्यार कर रहा था।
दिव्यांश के होठों की वजह से Cherry की पूरी गर्दन लाल पड़ती जा रही थी। रूम में Ac नहीं चल रहा था इसीलिए उन दोनों के बदन पसीने से भर चुके थे लेकिन शायद अगर Ac चल भी रहा होता तो उन दोनों का यही हाल होता!
दिव्यांश Cherry को अंदर तक फील कर रहा था और Cherry भी अपनी बॉडी में पेन के साथ-साथ एक प्लेजर भी फील कर रही थी....
पार्टी में कपल डांस चल रहा था लेकिन जिस कपल को देखने की हसरत धरा को सबसे ज्यादा थी, वही कपल वहां से गायब था।
निहारिका दिव्यांश को कॉल कर रही थी लेकिन दिव्यांश उसका कॉल पिक ही नहीं कर रहा था।
वही धरा के चेहरे पर परेशानी भरे एक्सप्रेशन देखकर व्योम तुरंत बोला "गेस करो तुम्हारा बेटा इस वक्त कहां होगा?"
धरा तुरंत बोली "वो जहां भी हो बस Cherry के पास ना हो!"
व्योम उसकी बात सुनकर हंसा और बोला "यू नो व्हाट तुम्हारे और मेरे रिश्ते में और दिव्यांश और Cherry के रिश्ते में क्या सिमिलैरिटी है?"
धरा के चेहरे पर सवालिया एक्सप्रेशंस आ गए। व्योम तिरछी मुस्कुराहट के साथ बोला "यही कि वहां पर भी तुम्हारी एक नहीं चली और यहां पर भी तुम्हारी एक नहीं चलेगी! वहां भी वो सब हुआ जो तुम नहीं चाहती थी और यहां भी वो सब हो रहा है जो तुम नहीं चाहती! अब तुम्हें समझ में आ गया होगा कि मैं तुमसे किस बारे में बात कर रहा हूं Cry Baby?"
ये बोलते हुए उसने अपने हाथों में पकड़ा हुआ वाइन का गिलास अपने होठों से लगाया और फिर चेहरे पर डेविल स्माइल लिए वहां से चला गया।
वहीं धरा के चेहरे पर हल्की सी मुस्कुराहट थी। वो तुरंत बोली "हमारे रिश्ते में आपने बेशक से मुझे लाख तकलीफें दी हो मिस्टर रावत, लेकिन उन तकलीफों को सुकून भी आपने ही दिया था! मुझे इस बात से प्रॉब्लम नहीं कि वो दोनों साथ हैं, बस इतना चाहती हूं कि आपका खडूस बेटा मेरी Cherry को कोई तकलीफ ना दे और अगर दे भी तो वो उसे सुकून भी दे…
ये बोलकर उसने एक गहरी सांस ली और वहीं दूसरी तरफ बिस्तर पर Cherry गहरी गहरी आहें भर रही थी। उसका चेहरा ऊपर की तरफ उठा हुआ था और दिव्यांश उसके होठों के बिल्कुल करीब हो, उन आहों को बहुत ही हसरत से सुन रहा था और साथ ही साथ उसकी बॉडी मूव हो रही थी।
Cherry के हाथ दिव्यांश की गर्दन से लेकर उसकी पीठ तक चल रहे थे…
धीरे-धीरे पूरी रात बीतती जा रही थी… लेकिन Cherry और दिव्यांश दोनों एक पल के लिए भी एक दूसरे से अलग नहीं हुए।