क्या तुम हमें हिप्नोटाइज करने की कोशिश कर रही हो & हमारी सुकून

Hello friends, how are you all? I hope you are well, so let's go into the world of our story without delay ... 

अब तक आपने पढ़ा होगा

तब जाकर स्मृति जी का ध्यान प्रियांश क्रियांश पर पड़ा उनको देखते ही स्मृति जी हड़बड़ा गई ।

 स्मृति जी सॉरी सॉरी वह हमेशा ऐसा नहीं होता आज पता नहीं कैसे अचानक होने लगा वैसे आपको कुछ चाहिए तो हमें बताएं ।

वही स्मृति जी की बात सुन कर प्रियांश क्रियांश एक साथ हम उसे छूना चाहते हैं ।

 उनकी बात स्मृति जी शॉक्ड रह गई और उन होने एक बारी फिर उन दोनों की ओर देखते हुए आप दोनों ने क्या कहा मुझे समझ नहीं आया ।

वहीं स्मृति जी को अपनी बात ना मानते हुएं देखकर प्रियांश क्रियांश मैं इस बार गुस्से में स्मृति जी के पेट कि ओर इशारा कर हमें उसे छूना है ।

वहीं उनकी बात सुन कर एक बार फिर स्मृति जी शॉक्ड रह गई ।

अब आगे 👉 👉 👉 👉 👉 👉 👉 👉 ।।

 

वही स्मृति जी को अपनी जगह वैसे ही खड़े देख कर इस बार प्रियांश क्रियांश तेज आवाज में गुस्से में चिल्लाते हुए "क्या आपको सुनाई नहीं दिया हमें उसे छूना है ।"

 वहीं उन दोनों की तेज आवाज सुन कर स्मृति जी घबड़ा गई और धीरे कदमों से चलते हुए उनके पास पहुंच गई ।

वहीं प्रियांश क्रियांश एक टक स्मृति जी के पेट कि ओर देखते हुए उनके पूरे पेट पर अपना हाथ चलाने लगे ।

 करीब 15 मिनट बाद वो दोनों ने स्मृति जी को छोड़ दिया 

 प्रियांश सख्त आवाज में" हमारे लिए कॉफ़ी लाइए "

 वही तुम दोनों से छुटते ही स्मृति जी घबराते हुए" जी ठीक हैं पर यहां किचन किधर है ।"

वहीं स्मृति जी की सवाल को सुन प्रियांश अपने बगल के रूम की ओर इशारा करते हुए " वहां है किचन ।"

 स्मृति जी ठीक है इतना कह कर तेज कदमों से चलते हुए जल्दी से किचन में चली गई ।

 करीब आधे घंटे बाद स्मृति जी उन दोनों के लिए काफी बनाकर लायी ।

 प्रियांश स्मृति जी को ओर देखते हुए " कॉफी यहीं रख दीजिए टेबल पर ।"

 वहीं प्रियांश की बात सुन स्मृति जी कॉफी टेबल पर रख कर वहां से जाने लगी पर बीच में ही प्रियांश क्रियांश एक साथ उन्हें रोक दिए 

 प्रियांश गहरी आवाज़ में " उसे हमसे दूर करने कि कोशिश मत करो "

 " हहहह मतलब " स्मृति जी उन दोनों की अचानक से चिल्लाने पर घबड़ा कर बोली जिसे सुनकर क्रियाशं अपने सामने रखे चेयर की ओर इशारा करते हुए " सामने चेयर पर बैठ जाइए ।"

 वही उन दोनों कि कठोर आवाज सुन कर स्मृति जी चेयर पर बैठ गई ।

 स्मृति जी अपने मन में घबराते हुए " नीचे तो मुझे कहा गया था कि इन दोनों के पास कोई रहे इन्हें पसंद नहीं फिर ये लोग मेरे बच्चे के लिए ऐसा बिहेव क्यों कर रहे हैं " फिर कुछ देर रुक कर सोचते हुए " जो भी हो ये जगह और ये लोग मेरे बच्चे के लिए ठीक नहीं है अब मुझे कैसे भी करके यहां से निकलना होगा ।"

 रात का वक्त 

रात का वक्त हो गया था पर स्मृति जी आराम करने की बजाय सब की सोने का इंतजार कर रही थी जैसे ही सभी मेंशन में सो गए स्मृति जी सबसे बचते हुए मेंशन से निकल गई ।

 स्मृति जी को कुछ नहीं पता था कि ऐसे सुनसान रात में वह कहां जाएंगे पर फिर भी वह बस रास्ते में चले जा रही थी रास्ता सुनसान होने की वजह से वो घबरा कर इधर से उधर भी देखे जा रही थी पर उनका ध्यान इधर से उधर देखने की वजह से सामने बड़े पत्थर पर नहीं गया और उनका पैर उससे टकराकर वह जमीन पर जा गिरी ।

वहीं स्मृति जी का आठवां महीना चलने कि वजह और पेट के बल गिरने कि वजह से वो दर्द से कराह उठी चिल्लाने लगी ।।

 करीब आधे घंटे बाद 

 एसपी इंटरनेशनल हॉस्पिटल के वीआईपी वार्ड में स्मृति जी की चीखें गूंज रही थी वही वार्ड के बाहर P.K के बॉडीगार्ड्स पूरे फ्लोर को घेरे खड़े हुए थे वही बीच में वार्ड के ठीक सामने चेयर पर प्रियांश क्रियांश अपने चेहरे पर मास्क लगाएं हुए पूरे ब्लैक कपड़े में किसी राजा कि तरह एक पैर पर पैर चढ़ाकर बैठे हुए थे ।

 कुछ समय बाद ही स्मृति जी की चीखें बंद हो गई और एक बच्चे के रोने कि आवाज पूरे वार्ड में गूंज पड़ी जिसे सुनते ही प्रियांश क्रियांश खड़े हो वार्ड के अंदर गए जहां एक नर्स बच्चे को साफ़ कर व्हाइट कलर कपड़े में लपेटकर शांत करने कि कोशिश कर रही थी 

 क्रियात सख्ती से " give me this child "

 वहीं नर्स नई अपॉइंटमेंट होने की वजह से वो प्रियांश क्रियांश को नहीं पहचानती थी जिस वजह से वह प्रियांश क्रियांश की और देखते हुए " आप दोनों कौन है इस बच्चे के "

 वही उसे नर्स के सवाल पूछने पर प्रियांश गुस्से में " Just shut up and let us get this kid "

 वहीं उन दोनों की बात सुन कर नर्स कुछ कहती उससे पहले ही डॉक्टर " Give them the baby quietly sweetie "

वहीं वह नर्स जिसका नाम स्वीटी थी उसने डॉक्टर की बात सुन कर बिना कुछ कहे चुपचाप उस बच्चे को प्रियांश के हाथों में दे दिया 

 क्रियाश Everybody get out of this ward.

 डाक्टर जी सर इतना कहकर सभी के साथ वार्ड से बाहर निकल गया ।

वहीं प्रियांश जो अब तक उस बच्ची को बिना किसी इमोशन के देखे जाना था उसने धीरे से उस रोते हुए बच्चे के गालों पर हाथ फेरा जिससे वो बच्चा जो बेबी गर्ल थी उसने रोना बंद कर धीरे से अपनी आंखें खोली ।

 उस बेबी गर्ल कि आखे बिल्कुल क्रियाशं कि तरह नेवी ब्लू कलर की थीं ।

 वही क्रियाश उस बच्ची को देखते हुए" इसे फेक दो ब्रो "

 वही उसकी अचानक से बात सुनकर प्रियांश चौंकते हुए " व्हाट "

 वहीं क्रियाश प्रियांश का सवाल सुन कर और उसकी ना समझी देख कर क्रियाश उस बच्ची को अपनी गोद में लेकर एक झटके में उससे लपेटा हुआ सफेद कपड़ा निकाल कर फेंक दिया 

 क्रियाश नफरत से सफेद कपड़े को देखते हुए " सफेद कपड़े को मरे हुए लोगों को पहनाया जाता है और ये जिंदी है । "

 इतना कहकर क्रियाश उस बेबी गर्ल को लेकर पास में ही रखे सोफे पर जाकर बैठ गया ।

 वहीं प्रियांश भी क्रियांश के पीछे-पीछे उस पर जाकर बैठ गया ।

 दोनों सोफे पर बैठ कर एक टक अपनी गोद में लि हुई बेबी गर्ल को देख रहे थे जो उन्हें एक सुकून पहुंचा रही थी । 

वही वो बेबी गर्ल भी एक टक अपनी नेवी ब्लू कलर आंखों से उन दोनों भाईयों को देख रही थी ।

 प्रियांश उस बेबी गर्ल को देखते हुए " our princess "

वहीं क्रियांश एक टक बेबी गर्ल को देखते हुए एक नजर उसकी नीली आंखों पर डालकर " बेबी गर्ल क्या तुम हमें अपनी नीली आंखों से हिप्नोटाइज करने की कोशिश कर रही हो ??"

वहीं क्रियांश कि बात सुनकर वो बेबी गर्ल खिल खिलाकर हंस पड़ी वहीं उसकी हंसी काफी प्यारी थी और उस पर चार चांद तो उसके गालों पर पड़ने वाले डिंपल थे ।

 प्रियांश " हमम इसका नाम क्या रखा जाए "

 क्रियाश " इससे हमें सुकून मिल रहा है ये हमारी सुकून है तो इसका नाम सुकून होगा ।"

 क्रियाश के इतना कहते ही दोनों भाई एक-साथ हमारी सुकून हमारी प्रिंसेस ।

वहीं वहा कोई और भी थे जो उन्हें हैरानी भरी नजरों से देखें जा रहे थें ।

 कौन है जो इन्हें हैरानी भरी नजरों से देखे जा रहे हैं ? और कैसा होगा टू डेविल्स और एंजल का सफर जानने के लिए पढ़ते रहिए ....