अयान के इतना करीब आने से आही का दिल एकदम बुलेट ट्रेन की तरह तेजी से धड़कने लगता है और उसकी वो नीली समुद्र जैसे गहरी आंखे हैरानी से फैल गई थी ।
उसकी बड़ी बड़ी आंखे बेहद खूबसूरत लग रही थी और वो आंखे अयान को अपनी ओर खींच रही थी।
अयान आही के कमर को अपने एक हाथ से बड़ी मजबूती से पकड़े हुए दूसरे हाथ को उसके चेहरे के करीब ले आता है।
आही के होठ एकदम से कांपने लगे थे और वो हकलाते हुए बोली " ये आप क्या कर रहे हैं? छोड़िए मुझे।"
आही की छोटी सी नाक गुस्से से एकदम लाल हो गई थी और वो आंखे बड़ी बड़ी किए हुए आयन को देखे जा रही थी।
अयान बिना कुछ बोले आही को बड़ी ही इंट्रेस्ट भरी नजरो से देखे जा रहा था।
अयान की गहरी नजरे इस वक्त आही के होठ और उसके किनारे पर लगी आइसक्रीम पर टिकी हुई थी।
अयान की नजरे खुद के होठों पर महसूस करते ही आही की आंखे और भी बड़ी बड़ी हो गई।
आही कसमसाते हुए थोड़ी तेज आवाज में बोली " देखिए आप ये बहुत गलत कर रहे "
अयान आही को अपनी गहरी नजरों से घूरते हुए उसके सॉफ्ट से पिंक होठों पर अपनी उंगली रख देता है। आही अब कुछ बोल ही नहीं पाई।
अयान को आही की करीबी अच्छी लग रही थी। आही को अपने करीब महसूस करके बेहद सुकून महसूस हो रहा था ।
अयान का एक हाथ वॉल पर था तो दूसरा आही की कमर पर था और आही उसके मजबूत सीने से टकरा गई थी।
अयान को अपने इतना करीब महसूस करते ही आही की सांसे गहरी होने लगी थी।
" दे दे देखिए "
आही हकलाते हुए कुछ बोलने की कोशिश करती है लेकिन आही कुछ बोल पाती उससे पहले अयान उसके चेहरे के बेहद करीब होकर खड़ा हो गया, तो आही की आवाज उसके मुंह के अंदर ही रह गई।
आही की सांसे अब गहरी होने लगीं थीं। आज पहली बार था जब कोई लड़का उसके इस तरह से करीब आया था ।
आही वॉल से पूरी तरह लगी हुई थी और उसके दिल में हो रही हलचल बाहर तक आ रही थी जो अयान की गहरी नजरों से छुपा नहीं था।
अयान उसके होठों के करीब धीरे धीरे झुकने लगा और तिरछी स्माइल करते हुए बोला" हम्मम तो अब बोलो क्या बोल रहीं थी तुम लिटिल एंग्री बर्ड "
आही के होठों से तो कुछ निकल ही नहीं रहा था। उसके होठ कांप रहे थे।
वो अब भी कसमसाते हुए छूटने की कोशिश कर रही थी लेकिन उसकी कोशिश बेकार थी।
उसके दिल की धड़कन इतनी ज्यादा बढ़ चुकी थी कि उसका शोर अयान के कानों तक आराम से आ रही थी।
आयन का हाथ अब भी उसकी कमर पर था और उसकी बढ़ती धड़कन को सुनकर, आयन के होठों पर एक डेविल स्माइल आ गई थी।
आही बड़ी मुस्किल से हकलाते हुए बोली " देखिए ये गलत है आप मेरे साथ ऐसा नहीं कर सकते, इसलिए प्लीज मुझे छोड़ दीजिए। अब मैं आपको कुछ कह भी नहीं रही हूं तो आप मेरे साथ ऐसा क्यों कर रहे है?"
आही का चेहरा अब रोने वाला हो गया था। उसका चेहरा इस वक्त बेहद लाल हो गया था जो अयान को और उसकी तरफ खींच रहा था।
आही को कुछ समझ नहीं आता तो थोड़े गुस्से से बोली " अगर आपने मुझे अभी इसी वक्त नही छोड़ा तो "
आही अपनी बात पूरी कर पाती उससे पहले ही अयान ने बेफिक्र होकर कहा " तो क्या कर लोगी तुम मेरा ? "
इतना कह अयान उसे घूरते हुए उसके गुस्से से फूले हुए नाक पर टैप करता है।
आही की एक बार फिर से बोलती बंद हो गई थी और वो अब बुरी तरह से चिढ़ गई थी।
आही अयान के मस्कुलर बॉडी के सामने बिल्कुल एक बच्ची जैसे थी, और वो तो बड़ी मुस्किल से उसके कंधे तक आ रही थी।
पता नहीं उसमे ऐसा क्या था जो किसी लड़की को नजर उठा कर ना देखने वाले अयान की नजरे उस पर ही टिकी हुई थी। उसमे कुछ तो खास था।
वही अब आही का हाल ऐसा हो गया था कि अगर अयान ने अभी उसे नहीं छोड़ा तो वो रो देगी।
अयान उसके होठों के किनारे लगे हुए आइसक्रीम को हल्के से रफ करते हुए बोला" दुबारा मेरे सामने ऊंची आवाज में बात मत करना वरना किसका मुंह किस तरह से बंद करना है। ये मैं बहुत अच्छे से जानता हूं।"
इतना कह अयान ने उसे जैसे ही छोड़ा, तो आही की जान में जान आई और वो लगभग से भागते हुए वहा से निकल गई।
आही को इस तरह से भागता देख कर अयान गहरी नजरों से उसे ही घूरने लगता है और फिर हल्का सा मुस्कुरा देता है।
अयान मुस्कुराते हुए बोला" एक बार जो मेरे नजरों के सामने आ गया फिर वो मुझसे बच नहीं सकता है इसलिए तुम्हारे भागने का कोई मतलब ही नहीं बनता।"
वही आही भागते हुए जा रही थी कि तभी सामने से रिया उसके पास आते हुए परेशानी से बोली " आप कहा चली गई थी? आपको पता है आपके ना मिलने से मैं कितना डर गई थी? मैंने आपको पूरे गार्डन में ढूंढा लेकिन आप कही नही मिली।
सर ने आपकी जिम्मेदारी मुझे दी थी और मैं उन्हें बिल्कुल भी निराश नहीं करना चाहती हूं। अच्छा हुआ आप मुझे मिल गई वरना मेरी तो जान ही निकल गई थी। "
रिया को देख कर ही साफ पता चल रहा था कि वो सच में डर गई है, अगर आही को कुछ हो जाता तो पक्का अक्षत उस पर बहुत गुस्सा करता और जॉब से भी निकल देता।
रिया को अपने लिए परेशान होता देखकर आही खुद को नॉर्मल करते हुए बोली " मैं ठीक हूं आपको टेंशन लेने की जरूरत नहीं है।"
रिया अब आही को अपने साथ लेकर गार्डन साइड चली जाती हैं। आही गार्डन में जाना नहीं चाहती थीं लेकिन रिया को मना भी नहीं कर पाई।
वैसे भी कुछ समय पहले अयान की गई उन हरकतों ने आही को इतना परेशान कर दिया था कि उसे इस वक्त खुद को शांत करने की बहुत ज्यादा जरूरत थी।
कुछ देर बाद अक्षत और शेरा फ्री होते हैं और तभी अक्षत की नजरे अपने फोन पर जाती हैं। आही के इतने सारे कॉल्स को देख कर वो परेशान हो जाता है।
अक्षत अपने फोन को देखते हुए अब जल्दी से लिफ्ट के अन्दर इंटर करता है और खुद से ही बोला " आही ने मुझे इतनी बार कॉल किया है। वो ठीक तो होगी ना।"
अक्षत जल्दी से गार्डन में आता है और सीधा आही के पास चला जाता है जो इस वक्त रिया के साथ बाते करने में बिजी थी।
अक्षत आही के पास आते ही बोला " क्या हुआ बच्चा? तुमने मुझे इतनी बार कॉल किया था। कोई प्रॉब्लम थी तुम्हे? बताओ मुझे ।"
आही के दिमाग में आचनक से आयन का ख्याल आता है लेकिन वो उसे झटक कर हल्की सी स्माइल करते हुए बोली " हा भाई मैं बिल्कुल ठीक हूं, पर मुझे अच्छा नही लग रहा था। बस इसलिए आपको कॉल कर रही थी।"
अक्षत ने आही को ध्यान से देखा और परेशान होकर बोला " अब कैसा लग रहा है। तुम ठीक हो ?"
आही मुस्कुराई और बोली " हा भाई अब मैं बिल्कुल ठीक हूं। आप ना छोटी छोटी बातों में डर जाते है।"
अक्षत ने आही का हाथ पकड़ लिया और बोला " चलो अब घर चलते हैं।"
आही अक्षत को देखते हुए बोली " पर भाई मुझे भूख लगी है ।"
अक्षत ने आही को देखा और बोला " घर चल कर खा लेना जो तुम्हारा मन करे।"
अब आही ने कुछ नहीं कहा और वो घर के लिए निकल गए। वैसे भी आज जो कुछ हुआ उसके बाद उसका दिमाग खराब हो गया था।
वहीं दूसरी तरफ
मैक्स फोन पर किसी से बाते करने के बाद अयान के पास आया और बोला " बॉस आपके बिजनेस पार्टनर मिस्टर वर्मा आपसे मिलना चाहते हैं।"
यहां आए कई बिजनेस मैन अयान से मिलना चाहते थे लेकिन अयान ने उसे पूरी तरह इग्नोर करते हुए बोला " कार निकालो हम चल रहे हैं।"
मैक्स की आंखे बड़ी हो गई और बोला " बॉस हम अभी कुछ देर पहले ही तो आए हैं और फिर मिस्टर साह अब तक आपसे मिले भी नहीं है और बहुत से बिजनेस मैन यहां पर आपके आने की खबर सुनकर आपसे ही मिलने आए है ,अगर आप यू ही बिना मिले जायेगे तो उन्हे बहुत बुरा लगेगा।"
मैक्स अभी बोल ही रहा था कि अयान की सर्द नजरे उसे अपने ऊपर महसूस होती है और वो तुरंत चुप हो जाता है।
अयान उसे घूरते हुए कड़क आवाज में बोला " अपनी जुबान थोड़ा कम चलाया करो मैक्स वरना प्रॉब्लम तुम्हें ही होगी।"
मैक्स घबरा कर जल्दी जल्दी से हा में दो बार अपना सर हिला देता है और अयान अब वहा से निकल जाता है।
कुछ देर बाद
अयान इस वक्त अपनी कार में था और मैक्स कार ड्राइव कर रहा था। उनकी कार काफी रफ्तार में थी।
कुछ देर बाद उनकी कार अयान के बड़े से आलीशान विला पर आ कर रुकी और अयान कार से निकल कर तेज कदमों से सीधा अपने कमरे की तरह बढ़ जाता है।
अयान अपने कमरे में आया और सीधा शावर लेने चला गया। कुछ देर बाद अयान शावर लेकर बाहर आया। इस वक्त वो बाथरोब में था।
उसके बाल उसके माथे पर बिखरे हुए थे और बालों से टप टप पानी टपक रहा था। वो इस लुक में बेहद हैंडसम लग रहा था।
अयान क्लोसेट में जा कर चेंज करता है और फिर सीधा बालकनी की ओर चला गया।
अयान बालकनी की रेलिंग पर हाथ रख कर एकटक चांद को देखने लगता है।
उसकी नजरे चांद पर गहरी थी और वो एकटक चांद को देखे जा रहा था। उसके आंखों के सामने आही का चेहरा घूम रहा था।
आही का गुस्से से लाल पड़ चुका चेहरा याद करते हुए अयान अजीब तरह से मुस्कुराया और बोला " मई लिटिल एंग्री बर्ड "
काली रात में अयान काफी टाइम तक चांद को निहारने के बाद अपनी गहरी आंखों में एक जूनून सा लेकर बोला "ये सुकून जो आज तुम्हारे करीबी से मुझे महसूस हुई है ये सुकून अब मैं हर लम्हा महसूस करना चाहता हूं।"
इतना कह कर अयान डेविल स्माइल करने लगता है।आही में कुछ तो ऐसा खास था, जो अयान को उसकी ओर खीच रहा था।
अगली सुबह
राठौड़ पैलेस
राठौड़ पैलेस ,जैसा नाम इसकी खूबसूरती भी ठीक वैसे ही थी। बड़ी सी खूबसूरत महल और उसके चारों ओर गार्ड का पहरा था।
बड़े से आलीशान लिविंग हॉल में लगे सोफे पर इस वक्त दो आदमी बैठे हुए थे और उनमें से एक आदमी काफी गुस्से में लग रहा था।
वो अपने सामने बैठे आदमी को देखते हुए बोले " डैड देखिए, आपका पोता आज भी घर नहीं आया है। ऐसा कब तक चलेगा ?
आप लोग उसे क्यों सर पर चढ़ा रहे हो? वैसे भी वो बहुत बिगड़ चुका है और आप उसे क्यों बिगाड़ रहे हो? आपको पता है कल रात मिस्टर साह की पार्टी में गया था वो।
मैं भी गया था उस पार्टी में सोचा था उससे मिलूंगा लेकिन वो जनाब पता नहीं कहा गायब हो गए और मेरा कॉल भी नही उठाया उसने। वो जानबूझ ऐसा करता है।"
ये कोई और नहीं बल्कि विक्रम सिंह राठौड़ है जो इस घर के बेटे हैं और ये फिलहाल थोड़े गुस्से में है जिसकी वजह है उनका छोटा बेटा अयान सिंह राठौड़।
उनके सामने बैठे देवेंद्र सिंह राठौड़ जी ने एक ठंडी आह भरी और बोले" तुम इतना गुस्सा क्यों कर रहे हो? तुम तो जानते हो ना, वो ऐसा ही है। हम चाह कर भी उसका कुछ नहीं कर सकते।"
अपने पिता की बात सुनकर विक्रम जी अब अपनी पत्नी की तरफ देखते हुए बोले " विराट इस घर का बड़ा बेटा है, लेकिन वो मेरी कोई बात नहीं टलता। लेकिन तुम्हारा वो लाडला दिन बा दिन और भी जिद्दी होते जा रहा है।
उसके घर आए एक महीने से भी ज्यादा हो गए। वो आज भी घर नहीं आया है। तुम उसे घर बुलाओगी या फिर मुझे ही कुछ करना पड़ेगा, क्योंकि बिना कुछ किए वो घर कहा आता है।"
अपने पति की बात सुनकर उसके पास में बैठी मीनाक्षी सिंह राठौड़ जी उन्हे नाराजगी से देखने लगती है।
मीनाक्षी विक्रम सिंह राठौड़ जी इस घर की लाडली बहू है और इनके दो बेटे हैं। विराट सिंह राठौड़ और अयान सिंह राठौड़। अयान इस घर का छोटा पोता है।
मीनाक्षी जी विक्रम जी से नाराजगी से बोली " आप मेरे बेटे पर हर वक्त गुस्सा ही क्यों करते रहते है? आ जायेगा आप इतना गुस्सा क्यों कर रहे हैं? बच्चा है अभी वो ।"
मीनाक्षी जी का साथ देते हुए देविका जी बोली " हा बेटा बहु बिल्कुल सही कह रही है। तुम उसे क्यों बार बार टोकते रहते हों। तुम्हे भी पता है वो कैसा है ?"
विक्रम जी चिढ़ कर बोले" मां आप दोनों की वजह से ही वो इतना बिगड़ गया है। वो सिर्फ 25 साल का है, लेकिन किसी की नहीं सुनना ।
आप दोनों उसे पहले ही बिगाड़ चुकी है। अब प्लीज और मत बिगाड़िए। उससे मैं परेशान हो चुका हूं। ना घर आता है ना ही मेरी कोई बात सुनता है। "
देविका जी विक्रम जी को घूरते हुए बोली" बस बहुत हुआ मेरे पोते की बुराई। अरे मेरे दोनों पोते तो हीरे है। पता नहीं तुम्हे ही अयान से क्या परेशानी होती है।
माना इस घर में सबसे छोटा है वो, लेकिन बच्चा नहीं रहा इसलिए उसे उसके हिसाब से रहने दो और अब तुम उसके बारे में एक शब्द नही कहोगे। समझे। "
विक्रम जी ने अपनी मां को देखा और फिर अपनी जगह से उठते हुए बोले" दो दिन बाद विराट वापस आने वाला है तो मैं चाहता हूं कि अयान भी घर पर ही रहे और आप उसे घर बुला लीजिए।"
देविका जी ने हा में सर हिलाया और माहौल को शान्त करते हुए बोली " ठीक है मैं उसे बुलाती हूं। तुम गुस्सा क्यों होते हो? अब ये सब छोड़ों चलो ब्रेकफास्ट का टाइम हो गया है।"
देविका जी ने मीनाक्षी जी को देखा तो मीनाक्षी जी हल्का सा मुस्कुराई और सब के लिए ब्रेकफास्ट लगाने चली गई।
खुराना मेंशन
अक्षत इस वक्त अपने रूम में था और वो जहा जहा जा रहा था। आही भी उसके पीछे पीछे घूम रही थी।
अक्षत उसके इस तरह पीछे पीछे घूमने से परेशान हो गया था और वो अब चिढ़ कर बोला " क्या है बच्चा? मैं कब से देख रहा हूं तुम मेरे पिछे पिछे क्यों घूम रही हो? बताओ क्या चाहिए तुम्हे ?"
आही का चेहरा खिल गया और वो मुस्कुरा कर बोली " भाई आप गुस्सा तो नही करोगे ना ?"
आही की इस बात पर अक्षत कुछ पल रुक कर बोला " नहीं करूंगा बताओ क्या बात है ?"
आही ने अपने पीछे छुपाया हुआ फोन को बाहर निकला और धीरे से बोली " सॉरी भाई ये गलती से मुझसे गिर कर टूट गया आपने मुझे ये कितने प्यार से गिफ्ट किया था।"
आही का चेहरा मुरझा गया तो अक्षत ने कुछ पल फोन को देखा और उसे अपने हाथ में लेकर बोला " कोई बात नहीं बच्चा मैं तुम्हे दूसरा दिला दूंगा। तुम अपसेट मत हो ।"
आही जल्दी जल्दी से ना में सर हिलाते हुए बोली " नही भाई मुझे दुसरा नही चाहिए।"
आही की इस बात पर अक्षत उसे ही देखने लगता है तो आही मुस्कुरा कर बोली " भाई मुझे दुसरा नही चाहिए। ये ठीक है। बस कुछ स्क्रेच आए हैं, आप इसे ठीक करवा दो आपने इतने प्यार से ये मुझे गिफ्ट किया था। मैं बस इसे ठीक चाहती हूं।"
अक्षत ने आही का सर बड़े प्यार से सहलाया और बोला " ओके मैं इसे ठीक करवा दूंगा और अब तो खुश हो ना।"
आही मुस्कुराते हुए जल्दी जल्दी से हा में सर हिलती है।
अक्षत आही के साथ बैठ कर ब्रेकफास्ट करता है और फिर ऑफिस के लिए निकल जाता है। वही आही अपने कमरे की ओर बढ़ जाती हैं।
वही दूसरी तरफ
सुबह के आठ बज चुके थे लेकिन अब तक अयान अपने किंग साइज बेड पर फैल कर बड़े ही आराम से सोया हुआ था। आज पहली बार था जब वो इतनी देर तक सोया हुआ था ।
अयान का कमरा एंटिक पीस से सजा हुआ था और वो बेहद लग्जरी था जो कमरे को देख कर ही साफ पता चल रहा था।
बड़ी सी खूबसूरत बालकनी की ग्लास वॉल से धूप की रोशनी छन कर सीधा किंग साइज बेड पर पड़ रहीं थीं।
धूप की रोशनी सीधा बेड पर पड़ने की वजह से ना चाहते हुए भी अब अयान की ग्रे आंखे खुलने लगी थी।
धीरे धीरे अयान की आंखे खुलने लगती है और वो जैसे ही अपनी गहरी आंखे खोलता है उसके आंखों के सामने आही का चेहरा आ जाता है।
गुस्से से लाल हो चुकी नाक और फूले फूले गालों में वो बहुत प्यारी लग रही थी।
सुबह सुबह आही का इतना प्यारा सा चेहरा अपने आंखों के सामने महसूस कर अयान के होठों पर अपने आप ही मुस्कान खिल गई।
अयान को कुछ प्रॉब्लम थी, जिसकी वजह से उसे रात में ठीक से नींद नहीं आती थी।
नींद पूरी ना होने की वजह से वो चिढ़ा हुआ रहता था और छोटी छोटी बातों पर उसे गुस्सा आ जाता था लेकिन आज वो सुकून से सोया था।
अयान ने आही को याद करते हुए सुकून भरी मुस्कान के साथ कहा " यू लिटिल बर्ड, तुम में तो जैसे कोई जादू है। तुम्हारी वो नीली आंखें मेरी आंखों में जैसे बस सी गई है।"
अयान बेड से उठा और फ्रेश होकर विला में बने हुए जीम में चला गया।
वैसे तो वो सुबह जल्दी उठ जाता था लेकिन आज उसे लेट हो गया था और इसकी वजह शायद आही थी।
अयान जिम में अपना वर्क आउट करते हुए पसीने से भींगे हुए हल्का हल्का मुस्कुरा रहा था, जो शायद आही के लिए खतरनाक साबित होने वाला था।
अयान बचपन से ही बहुत जिद्दी इंसान था और ये अपनी जिद के आगे किसी की नहीं सुनता था जिस वजह से पूरा राठौड़ खानदान परेशान था और अब आही उसका जिद्द बनने वाली थी।
क्या चल रहा है अयान के दिमाग में ?
कहीं आही की जिन्दगी में कुछ धमाका तो नहीं होने वाला है जिसकी उम्मीद शायद किसी को ना हो ?
क्या ये अयान के जुनून की शुरुआत है ?