आयुष सिस्टम से पूछता है, "क्या तुम मुझे और जानकारी दे सकती हो?"
इस पर सिस्टम जवाब देती है, "आपका शरीर अभी और जानकारी को सहन करने में असमर्थ है। अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको अपनी शारीरिक और मानसिक शक्ति को बढ़ाना होगा।"
आयुष थोड़ा सोचकर बोलता है, "वो तो ठीक है, लेकिन फिलहाल मैं कितना शक्तिशाली हूँ?"
सिस्टम का उत्तर सुनकर वह चौंक जाता है—
"आप वर्तमान पृथ्वी पर सबसे अधिक शक्तिशाली व्यक्ति हैं।"
आयुष उत्साहित होकर कहता है, "ये तो कमाल की बात है!"
लेकिन तभी सिस्टम गंभीर स्वर में बोलती है, "मैं आपको एक बात अच्छे से समझाना चाहती हूँ।"
आयुष हँसते हुए कहता है, "हाँ हाँ, कहो!"
सिस्टम ठहरकर कहती है,
"चूँकि आपके कारण दुनिया का संतुलन बिगड़ गया है, इसलिए वे शक्तियाँ, जो सदियों से सो रही थीं, अब जागने लगी हैं। और वे हर संभव प्रयास करेंगी जिससे इस दुनिया को नष्ट किया जा सके।"
आयुष घबराए हुए स्वर में पूछता है, "तो हमारे पास कितना समय बचा है?"
सिस्टम बोलती है, "लगभग 1 साल।"
आयुष यह सुनकर उलझन में पड़ जाता है। वह समझ नहीं पा रहा था कि अब उसे क्या करना चाहिए। तभी अचानक, उसे एक जानी-पहचानी आवाज सुनाई देती है। कोई उसका नाम पुकारते हुए चिल्ला रहा था—
"आयुष! आयुष भाई! तुम कहाँ हो? मुझे सिग्नल दो ताकि मैं तुम तक पहुँच सकूँ!"
यह आवाज सत्यम की थी।
सत्यम, जो एक S-रैंक योद्धा था और साथ ही आयुष का छोटा भाई भी। उम्र में वह आयुष से डेढ़ साल छोटा था, लेकिन उसकी 'कम्पलीट वॉरियर' स्किल के कारण, वह एक 21 साल के युवा जितना मजबूत और परिपक्व दिखता था।
आयुष ने जोर से चिल्लाया, "सत्या! सत्या! मैं यहाँ हूँ भाई!"
सत्यम ने बिना समय गँवाए एक ऊँची छलांग लगाई। उसके पैरों के नीचे की ज़मीन टूटने लगी, और हवा में एक तीव्र ऊर्जा कंपन फैल गया। कुछ ही सेकंड में वह सीधा आयुष के सामने आकर उतरा।
सत्यम ने चिंता भरी नज़रों से उसकी ओर देखा और कहा, "दादा! तू ठीक तो है ना? राडार ने अभी एक ब्लैक पोर्टल बर्स्ट होने की सूचना दी थी और तुम्हारी लोकेशन भी यहीं आ रही थी!"
आयुष ने गहरी साँस लेते हुए कहा, "हाँ, मैं ठीक हूँ। तू टेंशन मत ले। पोर्टल को मैंने खुद बर्स्ट होते हुए देखा था, लेकिन कुछ हंटर्स पहले ही आकर उसे नष्ट कर चुके हैं। अब यहाँ सब ठीक है, चलो, हम भी चलते हैं।"
सत्यम को कुछ गड़बड़ तो लग रही थी, लेकिन उसने इसे नज़रअंदाज किया और अपने भाई को उठाने लगा।
आयुष, जब बिजली गिरने के बाद होश में आया था, तब से वह लेटा हुआ सिर्फ सिस्टम की स्क्रीन को घूरकर उससे बातें कर रहा था। वह इतना व्यस्त हो गया था कि उसे यह ध्यान ही नहीं रहा कि उसे अब खड़ा भी होना चाहिए।
सत्यम आयुष से बोलता है, "दादा, क्या तेरा लेवल अप हुआ है?"
इस पर आयुष कहता है, "हाँ, मैंने कुछ लो-टियर मॉन्स्टर्स का शिकार किया था जिससे मेरा लेवल 21 से 40 हो गया है।"
सत्यम बोलता है, "भाई, तुम ये सब टेंशन मत लिया करो। मैं एक S-रैंक सेवियर हूँ और हमें किसी चीज़ की कोई कमी नहीं है। तुम बार-बार अपनी जान को जोखिम में मत डाला करो।"
आयुष कुछ नहीं कहता और सत्यम के साथ चुपचाप चलता रहता है।
घर लौटने के बाद
आयुष और सत्यम बातें करते-करते घर पहुँच जाते हैं। उनकी माँ दरवाजे की घंटी सुनकर दरवाजा खोलते हुए मज़ाकिया अंदाज में कहती हैं, "आ गए दोनों लाड़साब!"
सत्यम मुँह बनाते हुए कहता है, "मम्मी, छोड़ो यार, भूख लगी है जबरदस्त!"
उनकी माँ हँसते हुए कहती हैं, "ठीक है, पहले फ्रेश हो जाओ, मैं टेबल पर खाना लगा देती हूँ।"
दोनों भाई अपने-अपने कमरे में जाते हैं।
आयुष सिस्टम से कहता है, "तुमसे एक बात और पूछनी है।"
सिस्टम जवाब देती है, "हाँ, कहो।"
आयुष सोचकर कहता है, "मुझे एक बात समझ नहीं आ रही कि आखिर मेरे पास इतनी सारी ब्लडलाइन कैसे हैं?"
सिस्टम बताती है, "सभी देवताओं के पिता एक ही थे, जिनका नाम लेने की इजाजत किसी को नहीं है। उनकी एक बेटी थी, जिसने दिव्य शक्तियों के बिना जन्म लिया था। उनका विवाह स्वर्ग के स्वर्णिम कवच के देवता इंद्र से हुआ था। उनके पुत्र का नाम 'यामी' था, जो बड़े होकर परछाइयों के देवता 'कालदूत' बने। उनकी पत्नी जल की देवी वारुणी थीं, जो समुद्र के देवता वरुण की पुत्री थीं। यह वंशावली आगे चलती रही और देवताओं तथा दानवों के बीच संधि हुई। इस संधि में दानव पुत्री 'कलिका' का विवाह देव पुत्र 'आनंदरी' से हुआ, जो संगीत के देवता थे। इसके बाद कई पीढ़ियों के बाद मनुष्य 'मनु' इसी वंशावली में उत्पन्न हुए। और अब, इस वंशावली के वर्तमान उत्तराधिकारी तुम हो।"
आयुष गंभीर स्वर में पूछता है, "तो फिर ड्रैगन और अन्य प्रजातियों का क्या?"
सिस्टम कहती है, "अभी आप योग्य नहीं हुए हैं, इसलिए इंतजार करें।"
आयुष गहरी साँस लेता है और डाइनिंग रूम की ओर बढ़ जाता है, जहाँ सत्यम और उनकी माँ उसका इंतजार कर रहे होते हैं। वह अपनी आँखों पर हाथ फेरता है, गहरी साँस लेते हुए चेहरे पर हल्की मुस्कान लाता है और अपनी सभी चिंताओं को एक तरफ रखकर खाने के लिए बैठ जाता है।