Bestfriend

जिया और टीना अपनी परफॉर्मेंस के लिए बनारस जा रहे थे, वो लोग इस वक्त रेलवे स्टेशन पर थे।

यहां जिया की पूरी फैमिली थी,, बस उसका सार्थक नहीं था क्योंकि उसके प्री बोर्ड थे,,इसलिए वो यहीं था वो इस वक़्त वो अपनी मासी के घर था।

सारे लोग इस वक्त प्लेटफार्म पर थे और अपनी ट्रेन का इंतजार कर रहे थे,, जिया और टीना को देख सबके चेहरे पर मुस्कान आ गई,, सीमा जी टीना के पास आई और उसे गले लगाते हुए बोली,, कैसी है तू बेटा टीना ने कहा,, एक दम फर्स्ट क्लास आंटी जी और अब तो आपसे मिल ली तो एक दम टनाटन उसकी ये बातें सुन जिया ने अपना सर हिला दिया वहीं मनीष जी और जिया की दादी हस पढ़े 

मनीष जी भी टीना से बोले, बेटा क्या सिर्फ आंटी से ही मिलना है अंकल को जरा याद नहीं किया ना उनकी बात सुनो टीना जल्दी से उनकी तरफ जाते हुए बोली,, अरे अंकल जी क्या बात कर दी आपने कोई आपको भूल सकता है क्या आप तो एक दम शम्मी कपूर जैसे हैं और हीरो को कौन भूलता है भला उसकी बात सुन फिर सब हस पढ़े 

टीना अब दादी से मिली,, और बोली,, अरे मेरे कूल बडी, आप बताओ आप कैसी हो देखो इन सबसे मिलने के चक्कर में मैं तो अपनी बेस्ट फ्रेंड से मिलना ही भूल गई 

दादी उसके गाल पर प्यार से मरते हुए बोली,, चल हट बदमाश कहीं की 

सीमा जी जिया के पास आई और बोली,,गुड्डो बहुत टाइम लग गया कहां रह गई थी,,जिया ने कहा,, वो मां मार्केट में आज बहुत दर्द था इसलिए टाइम लग गया 

कहते हैं ना कि आप पूरी दुनिया से झूठ बोल सकते हैं लेकिन अपनी मां से नहीं वो आपका झूठ क्यों पकड़ लेती है जैसे कुत्ते बिल्ली को,,

सीमा जी ने अपनी बेटी के चेहरे पर चिंता देख पूछा,, गुड्डो तू ठीक है ना,, सब ठीक है ना बेटा,, उनका इस सवाल को सुन जिया एक पल के लिए शॉक्ड हो गई उसकी माँ को कैसे पता चला लेकिन फिर भी वो अपने एक्सप्रेशंस को नॉर्मल करते हुए बोली,, हां मां सब ठीक है वो बस परफॉर्मेंस से पहले थोड़ी घबराहट हो रही है इसलिए 

सीमा जी ने उसका हाथ थामा और कहा,, बेटा ये घबराहट अपने मन से निकल दे सब ठीक होगा मुझे अपनी बेटी पर और उसकी प्रतिभा पर पूरा भरोसा है सब ठीक होगा 

उनकी बात सुन जिया ने हा में सर हिला दिया तभी मनीष जी उनके पास आकर बोले,, अरे सिर्फ आपको क्यों हमें भी हमारी बेटी पर पूरा भरोसा है फिर वो दोनों से बोले, वैसे अगर ये काउंसलिंग सेशन हो गया हो तो चले ट्रेन लग गई है 

सीमा जी और जिया ने हा कहा और वो लोग ट्रेन में चढ़ गये।

उनकी सीट द्वितीय श्रेणी स्लीपर कोच में थी,, सीमा जी मनीष जी और जिया की दादी एक कंपार्टमेंट मैं और टीना और जिया दूसरे 

ट्रेन के जाने का समय 7:30 हो गया था क्योंकि ट्रेन आधे घंटे लेट हो गई थी।

थोड़ी देर में ही ट्रेन स्टेशन से प्रस्थान हुई,, और निकल पड़ी बनारस की तरफ।

ओबेरॉय मेन्शन 

सिद्धार्थ को वापस आते हुए 9 बज गए थे, और वो जानता था दादी उससे नाराज़ होगी क्योंकि उसने कहा था वो जिया को लेने आएगा लेकिन वो नहीं आया उसे समझ नहीं आ रहा था वो दादी से क्या कहेगा क्योंकि उसको पता चल चुका था कि जिया बनारस के लिए जा चुकी है।

वो अपने मन मैं बोला, पता नहीं दादी को कैसे समझूंगा और वो चिपकली क्या बोलकर गई होगी दादी को, पाका मेरी बुरई करके गई हो 

इतना बोल उसने एक लंबी सांस ली और अंदर चला गया,,अन्दर दादी पीहू को लेकर सोफ़े पर बैठी थी,, पीहू शायद ड्राइंग कर रही थी,,

और दादी उसको देख मुस्कुरा रही थी, तभी उनकी नज़र दूर से अंदर आते सिद्धार्थ पर गए, तो उनकी मुस्कान गायब हो गई और उनके चेहरे पर गुस्से वाले एक्सप्रेशन आ गए जो देख सिद्धार्थ समझ गया कि आज उसकी खैर नहीं,, दादी उसे घूर रही थी,, तभी पीहू ने उनकी साड़ी को खींचा दादी ने अपने एक्सप्रेशन नॉर्मल किए और उसकी तरफ देखा तो पीहू ने अपनी ड्राइंग दिखाई उसकी ड्राइंग देख दादी के चेहरे पर एक मुस्कान आ गई,, पीहू ने इशारों में पूछा,, कैसी है तो वो उसके गाल पर हाथ रख प्यार से बोली,, बहुत प्यारी है बिल्कुल पीहू को तरह पीहू बहुत खुश हुई,, उसने ड्राइंग को फिर से देखा और दादी को कुछ बोलने की कोशिश करने लगी दादी ने उसका इशारा समझ कहा,, हम्म तो बेबी को मम्मा को अपनी ड्राइंग दिखाई है,, पीहू ने हा में सर हिलाया।

तो दादी ने पीहू से कहा, ठीक है हम मम्मा को अभी कॉल करेंगे ठीक है लेकिन पहले आप जाओ पापा को ड्राइंग दिखाओ अपनी ,, उनकी बात सुन पीहू ने सिद्धार्थ की तरफ देखा,, सिद्धार्थ भी अंदर आकर पीहू के पास बैठ गया,,

पीहू ने उसे भी अपनी ड्राइंग दिखाई तो सिद्धार्थ एक पल को उसकी ड्राइंग देख शॉक हो गया ,, उसने ड्रॉइंग में 3 लोगो को ड्रॉइंग किया था, उसने कहा था कि उसने सिद्धार्थ जिया और खुद को ड्रॉ करा था। 

उस ड्राइंग में पीहू उन दोनों के बीच में थी और उसने दोनों का एक एक हाथ पकड़ा हुआ था, और वो तीनो साथ में काफी अच्छे लग रहे थे।

तभी दादी ने पीहू से कहा,, पीहू आप जाओ हाथ धोकर आओ फिर डिनर करेंगे फिर उन्हें नानी को देख कर कहा, जाओ बेबी को लेकर जाओ और अच्छे से उन्हें फ़्रेश करा दो,, नानी ने हा में सर हिला दिया और पीहू को लेकर वहां से चली गई,,

पीहू के वहां से जाते ही दादी के एक्सप्रेशन फिर से हार्ड हो चुके थे वह सिद्धार्थ की तरफ से मुड़ी और उनके गुस्से से कहा तुम्हें देर कैसे हो गई मैंने कहा था ना तो मैं बहू को छोड़ने जाना है तो मैं जानता हूं तुम्हे बहू अकेली गई है,, उनकी बात पर सिद्धार्थ ने आपको डिफेंड करते हुए बोला दादी वह मैंने आपको बोला था ना मेरी एक महत्वपूर्ण मीटिंग है वह मीटिंग को ज्यादा लंबी खिंच गई इसलिए मेरे दिमाग से निकल जा तू मुझे उसको छोड़ने जाना है सॉरी उसकी बात सुन दादी ने सीरियस एक्सप्रेशन के साथ कहा,, सिद्धार्थ कब समझोगे तुम अब तुम सिंगल नहीं रहे एक शादीशुदा आदमी हूं काम और घर वालों को संभालना सीखो जितना काम को टाइम देते हो उतने घर पर भी देना सिखाओ तुम्हारी बीवी भी है और बेटी भी है उन दोनों को संभालना तुम्हारी जिम्मेदारी है तुम्हें,, सिद्धार्थ ने एक अपराधी की तरह हाँ में सर हिलाया,, दादी आगे बोली,, बहू कब तक वापस आएगी या तुम्हें पता है,, सिद्धार्थ ने कहा,,बीजी दादी मेरी उससे बात हुई थी उसने कहा था वह चार-पांच दिन में वापस आ जाएगी,, दादी ने मुँह कहा और कहा ठीक है जाओ जाकर फ्रेश होकर आओ।

इतना बोल वो भी अपने कमरे में चली गई और सिद्धार्थ भी अपना सर हिला वहां से चला गया।

ट्रेन में 

ट्रेन अपनी स्पीड में चल रही थी ट्रेन जब से चलना शुरू हुई थी टीना तब से लगतार कुछ ना कुछ बोले जा रहे थे वही जी आप बिना इंटरेस्ट के उसकी बातें सुनी जा रही थी क्योंकि

जिया के मन में आज सुबह से लेकर उसके साथ अभी तक जो कुछ भी हुआ वह उसके मन में आ रहा था उसकी आंखों के आगे बार-बार यही आ रहा था कि कैसे एक दिन में उसकी पूरी दुनिया बदल गई वह जिस लड़के से प्यार करती थी उसने उसे धोखा दे दिया फिर उसकी शादी है कैसे इंसान से हो गई जिसे वह जानती थी तब तक नहीं और जब वह उसके घर पहुंचे तो वहां उसकी बेटी से मिली जिससे वह दो हफ्ते पहले बस मॉल मुझे कुछ घंटों के लिए मिली थी लेकिन कुछ घंटों की मुलाकात में भी उसके अंदर इतनी ममता भर दी थी कि वो उसके बिना नहीं रह पा रही थी

वहीं टीना ने जब जिया को अपनी सोच में गम देखा तो वह उसको हिलाते हुए बोली ,,ओ मैडम कब से मैं ही बोल रही हूं कहां गायब है कहां ध्यान है तेरा कब से देख रही हूं जब से मैं तुझे मिली हूं तब से तो बस अपनी दुनिया में है हुआ क्या है कुछ बोलेगी 

फिर वहीं कुछ सोच गुस्से में बोले,, कहीं सौरभ के बच्चे ने कुछ नहीं किया ना तो बता मुझे अगर उसने कुछ किया है तो उसे कमीने की ना मैं जान ले लूंगी वैसी ही मुझे वह पसंद नहीं आटा लंगूर सा पता नहीं तुम्हें पता नहीं क्या देखा उसके अंदर उससे प्यार कर बैठी,

जिया ने उसकी बात का जवाब देते हुए कहा, तू चुप करेगी मैं उसके बारे में नहीं सोच रही, टीना आगे बोलती है तो पता है कि तू किसके ख्यालों में खोई हुई है महबूबा अपने कहां से महबूब के ख्यालों में आप खोए हुए हैं जो आपको किसी चीज का ख्याल नहीं है

जिया उसके सवाल पर एक बार फिर चुप हो गई उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह टीना को कैसे समझा फिर उसने एक लंबी बिना ली और बोलना शुरू किया, टीना मेरी शादी हो गई,

उसकी बात सुन टीना के आंखें शौक से बड़ी हो गई वह बोली,, तुम क्या सीरियस हो तेरी शादी हो गई कैसे और अगर तुमने मजाक किया होगा ना मैं तेरी जान ले लूंगी ऐसा मजाक मत किया कर मेरे साथ,,,

जिया ने उसके हाथ पर अपने हाथ रखते हुए कहा,, टीना मैं सच कह रही हूं और मैं सीरियस हूं मेरी आज शादी हो गई,,

टीना फिर बोली,, किस्से उस सौरभ से कि प्लीज मुझे मत कहो कि तूने उसे गधे से शादी की है वरना उसे मार के मैं जेल चली जाऊंगी तुझे विधवा कर दूंगी,,

उसको गुस्सा करते देख जिया ने उसको शांत करते हुए कहा,, ओ मेरी झांसी की रानी शांत हो जाओ पहले मेरी बात सुन ले मेरी शादी सौरभ से नहीं हुई है

उसकी बात सुन टीना थोड़ी शांत हुई लेकिन फिर से वह गुस्सा करते हुए बोली,, तो किस्से हुई है तेरी शादी बोलेगी,, जिया ने एक दोस्त को सोचा और फिर बोली सिद्धार्थ ओबरॉय,, यह नाम तो टीना फिर अपनी सीट से उछल पड़े और बोली किस से शादी की फिर से बोल सिद्धार्थ ओबेरॉय तू जानती है ना वह कौन है और तेरी शादी कैसे हो गई उससे अंकल आंटी सार्थक किसी को नहीं पता तूने शादी उससे कैसे कर ली और तुम सौरभ से प्यार करती थी ना तो यह सिद्धार्थ बीच में कैसे आ गया,,

जिया ने उसको फिर से सीट पर बिठाया और बोली,, पहले ध्यान से मेरी बात सुन पूरी उसके बाद कुछ बोली हो,, माता प्लीज हाथ जुड़ती हूँ मैं तेरे आगे और प्लीज धीरे बोलिए मम्मी पापा और दादी साथ वाले डब्बे में ही है,

उसकी बात सुन टीना ने कहा,, ठीक है धीरे बोलूंगी पर तुम मुझे बताओगी सारी बातें,, फिर से एक लंबी बिना ली और फिर आज दिन भर में जो भी हुआ उसे सब बता दिया कैसे सौरभ ने उसे धोखा दिया कैसे वह सिद्धार्थ से टकराई कैसे सिद्धार्थ ने फरमान जारी कर दिया कि वह उससे शादी करेगा और कैसे शादी के बाद वह उसके घर गई जहां पर वह पीहू से मिली,,

सारी बातें सुनने के बाद टीना फिर से उछल पड़ी,, हे भगवान मतलब तू कहना चाहती है कि तू एशिया का नंबर वन बिजनेसमैन श्री सिद्धार्थ ओबेरॉय की पत्नी बन गई गई.

उसकी बात सुन जिया ने फिर से उसको रोकते हुए कहा,, टीना तेरे को मैंने कहा था ना धीरे बोल मम्मी पापा दादी सब साथ वाले डब्बे में किसी ने सुन लिया तो प्रॉब्लम हो जाएगी मैंने किसी को भी उनके बारे में नहीं बताया प्लीज बैठ जा,

टीना झट से नीचे बैठ बोली, सॉरी यार लेकिन एक्साइटमेंट कंट्रोल नहीं हुआ लेकिन क्या करती बात ही ऐसी है नेशनल क्रश है इंडिया की हर लड़की चाहती है जिससे शादी करना तू उसकी वाइफ बन गई की तो बहुत बड़ी ब्रेकिंग न्यूज है यार,,

और दूसरी अच्छी बात हो गई कि आखिरकार वह गधा उल्लू सौरभ तेरी लाइफ से गया मुझे वैसे भी बोलूं पसंद नहीं था गधा कहीं का पता मुझे पता था वह ऐसा ही कुछ कर सकता है,

जिया ने चिंतित स्वर में कहा, लेकिन यार मुझे एक बात अभी भी समझ में नहीं आ रही है कि मैं इस बारे में मम्मी पापा को कैसे बताऊं, टीना ने उसकी बात पर सोचते हुए कहा,, हा यार यह बात तो सोच ही नहीं रही है अंकल आंटी को कैसे बताएंगे इस बारे में

जिया ने भी अपने मुंह को अपने हाथों से धकेलते हुए कहा,, हा यार मुझे भी इसी बात की टेंशन हो रही है कैसे बताऊंगी मम्मी पापा को वह दोनों इसी बारे में सोचने लगे सभी

टीना के दिमाग में एक आईडीया आया और वह बोल पड़ी,, वह यार सुन मेरी बात अभी तो अंकल आंटी कुछ दिन मुझे लगता है बनारस में ही रहने वाले हैं ना वो तेरी कोई कजिन है उसकी शादी है राइट जिया ने हां में सर हिलाया और कहा हा है तो,

टीना ने कहा ,,तो मतलब यह मेरी जान की तेरी प्रॉब्लम कुछ दिनों के लिए खत्म हो गई अब देख हम तो परफॉर्मेंस के बाद वापस आ जाएंगे क्योंकि हम लोग कॉलेज की छुट्टी नहीं ले सकते राइट और अभी हमारे प्रैक्टिकल भी शुरू हो जाएंगे तो हमारे पास अच्छा बहाना है और तुझे भी टाइम मिल जाएगा सोचने के लिए कि तुझे अंकल आंटी को अपनी शादी के बारे में बताना है और सिद्धार्थ के बारे में कैसे बताना है तो अभी तो इस बारे में मत सोच मेरी जान और खुश रहे और परफॉर्मेंस के बारे में सोच, उसकी बात सुन जिया भी रिलैक्स हो गई

तभी उन्हें सीमा जी की आवाज आई जो उन्हें खाना खाने के लिए बुला रही थी ,, टीना ने कहा ,, चल यार पहले खाना खा ले बाकी बातें बाद में सोचेंगे।

जिया ने कहा,, और पीहू के भी खाने का टाइम हो गया है और दादी ने बताया था कि वो खाना नहीं खाया बहुत परेशान करती है इसलिए तू चल मैं उससे बात करके आती हूं 

टीना ने उसकी बात सुन कहा ,,एक काम करती हूं मैं दोनों का खाना यहीं ले आती हूं मैं भी अपनी भांजी से मिल लुंगी आख़िर कर मासी हूँ उसकी ,, जिया ने ठीक कहा ,, तो टीना वहां से चली गई।