After 8 months :
अर्जुन अपने कमरे से निकलता है और नीचे की तरफ जाने लगता है.... जाते ही सबसे पहले मासा को गुड मॉर्निंग करता है और फिर अपनी मां गहना को ....।
गहना जवाब देते हुए कहती है आ बेटा खाना खा ले ..... नाश्ता कर ले तेरे फेवरेट परांठे बनाए है ।
जहां हर रोज की तरह आज भी अर्जुन सबके साथ खाने से मना करता हुआ कहता है ... नहीं मां !! मै आप पैक कर दीजिए मै हॉस्पिटल में खा लूंगा । और आज भी मुझे आने मै लेट हो जाएगा आप सो जाइए गा । और इतना कहता हुआ गहना उसको टिफिन पकड़ाती है और टिफिन लेकर अर्जुन घर से रवाना हो जाता है हॉस्पिटल की तरफ ।
अर्जुन से जाने के बाद सुरेखा आग मै घी डालते हुए कहती है ... बेचारा अर्जुन !! लड़की ने ही देखा दे दिया इसको तोह ।।।
गहना गुस्से से आंखे दिखाती हुई सुरेखा को देखती है और दांत पीसते हुए उसे कहती है शर्म करले कुछ !!! तेरा भी कुछ लगता है ।
जहां सुरेखा मुंह मारते हुए कहती है अरे अरे!! जीजी आप तोह सीरियस हो गई है ।
मासा एक ही नजर से दोनो को देखती है और दोनो की नज़रे नीचे ही अटक जाती है मासा के आगे ।
( मासा को तनिषा के बारे मै कुछ भी नहीं पता था न ही किसी ने उन्हें बताने की कोशिश करी पर जब मासा को सुरेखा की बातों से पता लगता है )
मासा गहना को अपने कमरे मै आने को कहती है । गहना भी उनकी बात का पालन करके उनके कमरे मै चले जाती है ।
मासा गहना से पूछती है क्या नीचे जो भी सुरेखा ने कहा वो सब सच था ??
जहां गहना चुप रहती है ।
मासा जोर से चिल्लाते हुए गहना को कहती है तू बोलती है सीधे तरीके से या मै बुलवाऊ??
गहना डर जाति है और मासा से कहती है कि एक लड़की थी जिसके नाम था तनीषा । अर्जुन के साथ पढ़ती थी । अर्जुन उसके साथ शादी करना चाहता था लेकिन उसने अर्जुन को धोखा देकर किसी और से शादी करली ।
सुरेखा मासा और गहना की बातें छुप छुप के सुन रही होती है।
मासा बिना कुछ कहे गहना की सारी बातें सुन कर वहां से चल पड़ती है ।
जैसे ही मासा बाहर जाती हैं वे गहना को रंगे हाथों बातें सुनते पकड़ लेती है ।
गहना खिड़की से मासा और गहना की बाते सुन रही होती है तो वो पीछे इतना ध्यान नहीं देती है । पर मासा उसको उसी के अंदाज न समझाना चाहती थी इसलिए वे गहना के पीछे आ के खड़ी हो जाती है और धीरे से सुरेखा के कान के पास आकर कहती है ..
मुझे भी बताओ क्या सुन रही हो ??
सुरेखा: अभी मै खुद सुन रही हु तुम्हे क्या बताऊं क्या चल रहा है अंदर .... मुझे मासा और जीजी की बातें सुनने दो ।
मासा : आओ मै बताती हु .... क्या बात हो रही थी ।
सुरेखा : अरे!! दूर्वा क्यों सर खा रही है काम कर ना । अपना जा के।
मासा फिर एक बार सुरेखा की पीठ को पीछे से थपथपाती है।
सुरेखा फिर अनदेखा करके उन्हें बोलती है मै कहा न रुक जा ।
मासा फिर गहना की पीठ थपथपाती है जैसे ही गहना पीछे मूड के बोलने ही लगी थी अभी की क्यों बुलाए जा री हो । मासा को देख कर उसके ऐसे ही सांसे अटक जाती है ।
मासा : क्या !? कर रही है इधर??
सुरेखा : वो वो !!! वो !! वो!!!!
मासा : वो वो नि बातें सुनने आई है ?? मुंह पर बोल ना पीठ पीछे तो बड़ा बोल रही थी ।
अभी भी बोल ...
सुरेखा : नहीं मासा ...
मासा : चुप !!!!!! मुंह तोड़ के हाथ मै दे दूंगी तेरा !!! झूठ बोली तोह खुद सुन है मै तेरे मुंह से .।।।।। न काम की न काज की दुश्मन अनाज की।
काम ढंडा नहीं है क्या तुझे कोई ?? जो यह पर बातें सुनने आ जाती है ??
सुरेखा : नहीं मासा ऐसा कुछ नहीं है।
मासा : चल भाग ethy से और काम कर जा के अपना । आज का खाना तू बनाएगी यह तेरी सजा है।
इतने मै गहना भी बाहर आ जाती है .... और मासा गहना को कहती है तू क्या मुंह देख रही है चल तू भी काम कर कपड़े और बाकी घर का झाड़ू पोछा ऐसे भी दूर्वा अभी नहीं आई है
वही अर्जुन की जैसे ही हॉस्पिटल में एंट्री होती है । अर्जुन का आज से एक नया सेशन शुरू होने वाला था ।
जहां पर अर्जुन नए बच्चों को जिन्होंने MBBS कंप्लीट करी थी उन्हें ट्रेनिंग देनी थी ।
अर्जुन जैसे ही क्लास मै जाता है आगे उस क्लास मै अर्जुन के इलावा बस ५ ही बच्चे होते है । अर्जुन को ज्यादा आदत नहीं थी किसी से बात करने की । तोह अर्जुन जा के लास्ट बेंच पर बैठ जाता है । और बच्चों का ड्रामा देखने लगता है ।
धीरे धीरे बचे सब मज़े मज़े से क्लास मै आने लगते हैं। एक लड़का आता है लास्ट बेंच पर जा के अर्जुन को बोलता है उठ चल बेटा यहां से आज तेरा भाई इधर bathega । अर्जुन उठने से मना कर देता है । जहां वो लड़का बोलता है देख बेटा !!! पहली बात यह हॉस्पिटल तेरा नहीं है न ही तेरे बाप का । सो मै मेरा जिधर मन करेगा उदर ही बैठेगा।
अर्जुन अपने मज़े से उसकी बातें सुन रहा होता है । अर्जुन इस लड़के को इग्नोर कर देता है ।
पर वो लड़का नहीं मानता है और अर्जुन के सामने आके उसे गलत बोलने लगता है ।
अर्जुन फिर भी नहीं कहता है कुछ पर वो लड़का क्लास के बाकी लड़कों को कहता है भाई लोग .... चलो !! इसकी भी मज़ा चखा ही देते है ताकि इसे भी पता लगे कि यह किस से पंगा ले रहा है।
अर्जुन उनकी बातों को इग्नोर करता है और जब उसे लगता है कि क्लास मै बच्चे पूरे हो गए है वह उठता है और आगे बोर्ड की तरफ जाने लगता है।
इतने मै वो लड़का आ के अर्जुन को कहता है भाई !!! यह लोग जो पीछे बोल रहे थे यह बहुत खतरनाक है इनसे बच के ही रहना तू । अर्जुन उस लड़के को एक डेविल स्माइल देते हुए कहता है ने प्रॉब्लम रोहित कोई कुछ नहीं कर सकता ।
रोहित अर्जुन को देख कर हैरान हो जाता है कि अर्जुन को उसका नाम कैसे पता है । न अर्जुन ने उसे बात करी न उसे बताया पर तब भी वो उसे रोहित के नाम से बुलाता है।
अर्जुन : क्या सोच रहे हो ? की तुम्हारा नाम कैसे पता है ??
रोहित : हां...
अर्जुन अभी थोड़ी ही देर में पता लग जाएगा ।
अर्जुन बोर्ड के पास जाता है और सभी को देखते हुए बोलता है क्या सभी क्लास मै आ गए है ??
सब बचे पहले तोह अर्जुन की तरफ देखते है पर फिर उन्हें इग्नोर कर देते है ।
अर्जुन भी बिना कुछ बोले क्लास से चला जाता है और एक एक बच्चे की एब्सेंट मार्क कर देता है ।
जैसा कि हॉस्पिटल में रूल था बच्चों की क्लासेज मै अगर कोई भी एब्सेंट होता है उन पर पेनल्टी लगेगी और सब बच्चों को g -mail पर मैसेज आ जाता है कि उन्होंने आज क्लास नहीं लगाई ।
सब बच्चे सोच के हैरान हो जाते है कि क्लास मे तोह ऐसा कोई टीचर नहीं आया पढ़ाने पर एब्सेंट मार्क कैसे हो सकती है ।
इतने मै anatomy के टीचर आते है अर्जुन को लेकर...
सभी बच्चे खड़े हो जाते है ...और उन्हें विश करते है जहां वो टीचर बता के जाते है कि अर्जुन आपका न्यू टीचर है जो आपको ट्रेन करेगा की कैसे आप सब अपनी आगे की journey देखोगे और उस journey मै क्या क्या करोगे।
सब बच्चे देख कर हैरान हो जाति है क्योंकि अर्जुन पहले एक बार क्लास से होकर जा चुका था और उसे किसी ने भी हल्के मै नहीं लिया था ।
अर्जुन सबसे पहला जा कर अपनी इंट्रोडक्शन देता है ....हेलो !! एवरीवन मै सेल्फ अर्जुन !! एंड im ur ट्रेनर ।
मेरे कुछ रूल्स और रेगुलेशंस है जो आप सब को ध्यान में रखने है।
पहला : बग़मीजी इस क्लास मै नोट अलाउड होगी समझे में रजत .... बाप के पैसों पर ऐश करने वाले।
रजत( नजर झुकता हुआ ) yes सर!
दूसरा : क्लास पर सब टाइम पर आएंगे यह कोई फिश मार्केट बिलकुल भी नहीं है जो आप लोग समझा है सो बिहेव एवरीवन ।
नो लेट कैंडिडेट्स are permitted to come ईंटों my क्लास
और तीसरा और लास्ट यह की आपकी ड्यूटीज लगा करेंगी और आपको अपनी ड्यूटीज पूरी करनी है । इस हॉस्पिटल में जगह जगह पर कैमरेज है जिनमें आपकी निगरानी रखी जाएगी और आप लोग फुल प्रोटेक्शन के साथ काम कर सकते हो स्पेशली लड़कियां ।
साथ ही पता चलता रहेगा कि कौन अपने काम को लेकर कितना सीरियस है और कौन डॉक्टर बनने के लायक है ।
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Got it every वन।
सभी बच्चे जोर से yes सर बोलते है ।
Ok सो एवरीवन कल से आपको ट्रेन किया जाएगा आज बस इंट्रोडक्टी का दिन था जो कंप्लीट हुआ मेरी तरफ से नोट आप लोगों की तरफ से । सो मिलते है कल .....
अब अर्जुन अपने केबिन में चल जाता है । जैसे ही अर्जुन केबिन मै जाता है आगे एक लड़की दोनो टांगे टेबल पर रखे हुए अर्जुन की कुर्सी पर बैठी हुई होती है ।
अर्जुन उसे देख कर गुस्से से लाल पीला हो उठ त है । और अपने हाथों की मुट्ठी का के बंद कर लेता है।
अर्जुन को ऐसे खड़ा देख वो लड़की चेयर से उठ कर अर्जुन की तरफ जाने लगती है और जा कर उसके कंधों पर अपना हाथ रखती है। वह लड़की कोई और नहीं बल्कि माया थी अर्जुन की कलीग.....
माया अर्जुन के कान के पास जाकर उसे कहती है .... कौनसे कलर की चढ़ी पहने हो !!!
जिस से अर्जुन को बहुत गुस्सा आता है । पर उसकी चुप्पी अब ज्यादा देर तक नहीं थी अर्जुन माया को कहता है बिहेव !!!
जहां माया अर्जुन के मुंह पर हल्का हल्का हाथ फेरते हुए कहती है अरे ! मै डार्लिंग ..... तुम कभी तोह मुझे देख लिया करो मुझे तुम्हे ऐसे देखना बहुत पसंद है । माया अर्जुन से कहती है ....कभी तोह देख लिया करो ....!
यहां अर्जुन चुप हो जाता है और उसे तनीषा की याद आने लगती है कि कैसे जब तनीषा उसे अपनी तरफ अट्रैक्ट करने को कोशिश करती थी और वह दूर भागता था और तनीषा भी कहती थी कभी तोह देख लिया करो।
जिस से अर्जुन अपना आपा खो बैठता है और माया को धक्का देकर उसे दूर जा गिरा देता है ।
और उसे लास्ट वार्निंग देता है ... अगर तुम मुझे मिली तो कान खोल के सुन ले माया मुझे से बुरा कोई नहीं होगा ।
नफरत है मुझे लड़कियों से ऐसा कहते हुए अर्जुन वहां से चल जाता है ।
वही माया वही जमीन पर पड़ी होती है पर मानो अर्जुन की बातों का उसपर कोई असर ही नहीं हुआ था ।
माया मन मै बड़बड़ाती हुई कहती है ..... तुम्हारे ऐसे ही बिहेव के पीछे मै तुम पर सेंटी हु । तुम क्या जानो पीछे का राज़।
तुम जिस मुर्गी के अंडे हो मुझे उस मुर्गी तक पहुंचना है और फिर मेरे पास भी फेम होगा आखिर हवेली की बहु रानी बनूंगी।
और इतना बोलते ही वो वहां से चले जाती है ।
थोड़ी देर बाद अर्जुन अपने केबिन मै आता है और खाना खा के पेशेंट्स को देखने चले जाता है ।
और वहां सब खत्म करके घर की ओर निकल जाता है ।
अभी अर्जुन रस्ते मै गाड़ी लेकर आ ही रहा होता है कि एक लड़की अर्जुन की गाड़ी के सामने अचानक से आ जाती है ।
अर्जुन फटाफट ब्रेक्स लगा देता है।
ओह शीट!!! यह क्या बतमीजी है ।।।।
वो लड़की फटाफट से अर्जुन की गाड़ी मै बैठ जाती है और अर्जुन से हेल्प मांगती है ।
अर्जुन उसकी हेल्प करने से इनकार कर देता है क्यों कि अर्जुन को बिल्कुल भी पसंद नहीं आता है उस लड़की का बिहेवियर की ऐसे कैसे कोई आ कर गाड़ी मै बैठ के हेल्प मांग सकता है।
वो लड़की जरा भी संकोच नहीं करती है अर्जुन से हेल्प मांगने मै ।
प्लेस ....कूबर सा .... प्लेस मेरी हेल्प कीजिए ।
प्लेस .....
क्या अर्जुन बचाएगा या समझ पाएगा उस लड़की को आखिर कौन है वो लड़की ... या अभी भी तनीषा की यादों मै रहता हुआ अर्जुन नहीं करेगा उस लड़की की मदद ।
Janne ke liye bane rahe humare novel ke sath ...
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SEE U ALL GUYS IN THE NXT PART ...