देविका मल्होत्रा की एंट्री

आर्यन का मेंशन,

मेंशन के सामने 4 , 5 गाड़ी आ कर रुकी और गाड़ी से आर्यन सिया को बाहर निकालता है और खींचते हुए मेंशन के अंदर ले जाता है सब नौकर जो आर्यन के मेंशन में काम करते है वो सब एक लड़की को आर्यन के मेंशन में देख कर चौंक गए वो भी आर्यन के साथ। सब नौकर काना फूसी करने लगे एक नौकर ने बोला, “ ये में क्या देख रहा है बॉस के घर में एक लड़की” , दूसरे ने बोला, “ वो भी इतनी खूबसूरत” पहले वाले नौकर ने बोला, “ धीरे से बोल अगर बॉस ने सुन लिया तो हमें मारने में एक सेकंड नही लगाएंगे” तो एक बूढ़ी औरत जो आर्यन का बचपन से खयाल रख रही थी वो बोली, “पर ये बच्ची तो आर्यन बाबा से बहुत छोटी लग रही है”।

वो बूढ़ी औरत कुछ सोच कर बोली, “ मुझे उन्हे बताना चाहिए या नहीं अगर नही बताया तो वो मुझे नही छोड़ेंगे अगर बता दिया तो आर्यन बाबा मुझे नही छोड़ेंगे क्या करूं।” ये बोल कर वो आखिर में किसी को कॉल करती है दूसरी तरफ से कॉल पिक होता है,” हैलो शांति बोलो क्या खबर है।” तो शांति जी बोली, “ आपको हमेशा पता चल जाता है की मैं किस लिए कॉल करती हूं।” तो उधर से आवाज आई, “ हां मुझे सब पता चल जाता है क्यों की में बहुत सालों से हूं और तुम्हे अच्छे से जानती हूं।” , तो शांति जी इधर उधर देख कर बोली, “ बड़ी मालकिन मैं जो बात बताऊंगी न आप उसे सुन कर बेहोश हो जाऊंगी।” ये बात सुन बड़ी मालकिन देविका मल्होत्रा जो आर्यन की दादी है वो बोली, “ ऐसा क्या बात पता चली है तुम्हे जिसे सुन कर मैं बेहोश हो जाऊंगी चलो बताओ।”

तो शांति जी बोली, “अरे बड़ी मालकिन आपको यकीन नही होगा आज आर्यन बाबा एक लड़की को घर ले कर आए है और वो लड़की को देख कर लगता है वो आर्यन बाबा से बहुत छोटी है।” तो देविका दादी चौंकते हुए बोली, “ क्या ये क्या कह रही हो तुम शांति कहीं तुम्हे धोका तो नही हुआ है न।” , शांति जी अपना माथा पीटते हुए बोली, “ मुझे कोई धोका नही हुआ है अगर यकीन नही हो रहा है तो बाकी सब से पूछ लीजिए।” तो देविका जी कुछ सोचते हुए बोली, “ इसकी कोई जरूरत नहीं है मैं वहीं आ रही हूं।” ये बोलकर वो कॉल काट देती है।

शांति जी चौंक कर बोली, “क्या।”, वो आगे कुछ बोलती उससे पहले ही कॉल काट चुका था। वो खुद से बड़बड़ाई और बोली, “ अब हो गई मेरी छुट्टी आज ही आने की क्या जरूरत थी दो तीन दिन बाद आ जाते।” ये बोलकर वो अपनी माथा पीट लेती है। तो पास खड़े एक नौकर ने आ कर बोला, “ शांति काकी आपको बॉस स्टडी रूम में बुला रहे है।” तो शांति जी बोली, ‘“ क्यों बुला रहे है।” तो नौकर ने अपना कंधा उचकाते हुए बोला, “ पता नही।” ये बोल कर वो अपना काम पर चला गया।

शांति जी आर्यन के स्टडी रूम में चली गई। आर्यन। उन्हे सक्त ऑर्डर देते हुए बोला, “ शांति काकी सबसे कह दीजिए की गेस्ट रूम का दरवाजा कोई भी नही खोलेगा इसलिए मेरे परमिशन के बगैर कोई भी उस कमरे के आस पास नही जायेगा और हां अगर उसे कुछ भी जरूरत हो तो उसे दे दीजिएगा।”

तो शांति जी बोली, “ ठीक है आर्यन बाबा पर क्या..क्या वो आपकी गर्लफ्रेंड है।” ये शांति जी ने घबराते हुए पूछा था आर्यन जो लैपटॉप पर काम कर रहा था वो अचानक रुक गया और शांति जी को देखा तो शांति जी डर गई और बोलने लगी ,” सॉरी आर्यन बाबा मुझे ये बोलना नही चाहिए था।” ये बोलकर वो चुप हो गई।

तो आर्यन बोला, “ नही वो मेरी गर्लफ्रेंड नही अभी आप जा सकती है।”

मल्होत्रा विला,

देविका दादी एक बड़ी सी सूटकेस में अपनी सारी कपड़े पैक करवा रही थी। तो अरमान मल्होत्रा जो आर्यन का छोटा भाई है वो बोला, “ पर दादी मैं आपके साथ क्यों नहीं चल सकता में जाऊंगा तो हम दोनो साथ में भैया को मनाएंगे।” तो दादी अरमान को माना करते हुए बोली, “ मैने कहा न तुम अभी मेरे साथ नही जा सकते।” अरमान जिद करते हुए बोला, “ पर क्यों दादी।”

देविका दादी बोली, “ अगर तुम मेरे साथ वहां चलोगे तो तुम्हारे चालक भाई को हम दोनो के ऊपर शक हो जायेगा और वो हमें भागा देगा इसलिए मैं नही चाहती की मेरा प्लान फेल हो।”

दूसरी तरफ,

मून कैफे में पूर्वी आर्य को मैसेज करती है, ‘' आर्य यहां बहुत अजीब हुआ।” ये बोलकर वो उसे मैसेज करती है और सब बताती है। आर्य पूर्वी का मैसेज पढ़ कर शॉक्ड हो जाता है और सोच में पड़ जाता है।

आर्य बाकी टीम मेंबर्स को भी बताता है और सबको ऑर्डर देता है की आर्यन का जितना भी जानकारी निकल सकते हो निकालो। सब अपने काम पर लग जाते है आर्य बड़े से स्क्रीन को घूर कर देख रहा था उसे समझ नही आ रहा था की पूर्वी ने जो बताया वो सच है या आर्यन कोई खेल खेल रहा है।

आर्यन का मेंशन,

देविका जी एक दम से दरवाजा से अंदर आती है जिसे देख कर सब शॉक्ड रह जाते है और एक दूसरे को देखते है। शांति जी अनजान दूर हुए मुस्कुरा कर बोली, “ अरे बड़ी मालकिन आप।” ये बोलकर वो उनके पास जा ही रही थी की आर्यन की एक सर्द आवाज आती है , “ आप मेरे घर पर क्या कर रही है।” जिसे सुन कर सब डर जाते है और अपने काम करने लगते है देविका दादी भी डरी हुई थी वो जल्द बाजी में यहां आ तो गई पर उन्हे अब समझ नही आ रहा था की वो क्या करे आर्यन से क्या बोले वो अपना डर छुपा कर बोली, “ हां तो क्या हुआ में यहां नहीं आ सकती क्या अब मेरा पोता मुझसे मिलने नही आता तो मुझे ही उससे मिलने आना पड़ता है।” ये बोलकर वो सोफे पर बैठ जाती है और शांति जी को ऑर्डर देते हुए बोली, “ और तुम शांति जाओ जाकर मेरी बैग्स मेरे कमरे में रखवा दो।” जिसे सुन आर्यन बोला, “ आप यहां नही रह सकती।”

देविका दादी चौंकते हुए बोली, “ क्यों नहीं रह सकती क्या मेरे यहां रहने से तुम्हे प्रॉब्लम हो रही है।” तो आर्यन बोला, “ नही मेरा ये कहने का मतलब नहीं था।” तो देविका दादी सोफे से उठते हुए बोली, “ तुम्हारा यही मतलब है तुम नही चाहते की तुम्हारी दादी तुम्हारे साथ न रहे तो ठीक यही सही जा रही हूं मैं तुम्हारे घर से एक तो तुम कभी अपने दर्शन नही देते मिलने आते हो तो बस 5 min के लिए कभी थोड़ी देर बैठ कर हमारा हाल चाल पूछा है तुमने नही बस तुम्हे अपना काम दिखता है और कुछ नही जा रही हूं मैं और हां अगली बार से मेरे घर आने की भी कोई जरूरत नहीं है तुम्हे समझे।” ये बोलकर वो वहां से जाने लगी तभी आर्यन जल्दी से देविका दादी के आगे आया और उन्हे गले लगा कर बोला, “ मेरा मतलब वो नही था दादी मैं कुछ दिनों के लिए बाहर जा रहा हूं और आप यहां बोर हो जाएंगी इसलिए मैं मना कर रहा था।”

तो दादी बोली, “ मैं अकेली कहां हूं शांति और बाकी सब है न मेरे साथ।” तो आर्यन हर मानते हुए शांति जी को देविका दादी के बैग्स को उनके कमरे में ले जाने को कह दिया क्यों की वो जनता था उसकी दादी के आगे उसकी बात नही चलने वाली। आर्यन देविका दादी कमरे में जा रही था क्यों की उसे पता था सिया जिसको आर्यन ने रूम में लाते ही बेहोश कर दिया था वो कभी भी होश में आ सकती है और वही हुआ जो उसने सोचा था तभी उन्हे सिया की चिलाने की आवाज आई जिसे सुन वो चौंक गई और आर्यन की तरफ देखने लगी और आर्यन गेस्ट रूम के दरवाजे को घूरने लगा।

क्या होगा आगे जानने के लिए पढ़ते रहिए " THE SECRET BRIDE OF A MAFIA"