मुना की जलन

मुना सब देख रहा था। बड़ी आई दीदी को बोलने वाली मोली स्माइल कर रहा था।

ये सब तू से शिखा ने बस स्माइल कर दी मुना सब देख रहा था।

अनुराग तू के पागल से स्माइल देख काका सब सुन रहे थे।

और तूने कुछ नोटिस नहीं किया के आदमी बोला भाई से दूरी बना के रखती से ये कोई सब सुन रहा था।

दादू सब सुन रहे थे। और pidi बताया ये दीनू के पति की बेटी से जो उससे भी बड़ी से और गैरी इसके आगे चू भी नहीं करता 2 और 3 आदमी सब सुन रहा था।

और मेरी जान इसको दीदी बोलती से दादू सब सुन रहे थे।

बात तो सही से 2 आदमी सब देख रहा था। चाल भी आदमियों जैसी से इसकी दादू सब सुन रहे थे।

मुनिया 4 आदमी बोला शिखा स्माइल कर रही थी। दीदी आप तो मुंह बंद करवा दी सब का विक्रम जी सब सुन रहे थे।

अच्छा मुना बोला भाई के हुआ लड़का बोला कुणाल बेटा दादू सब सुन रहे थे।

बोल भी कुणाल इसको बोल जायदा मात बोले विक्रम जी सब सुन रहे थे।

अपने जमाने मै क्या दिखती थी। Suzi इससे जलती थी। सही वही से के चश्मा न देख हा भाई hm दादू सब सुन रहे थे।

मुना कुछ नहीं बोला काका सब सुन रहे थे। बोलने दो मै बस आपकी हु मुना के चेहरे पे स्माइल आ गई जब शिखा ने बोला तो