गुफा में हमला

वह कोई और नहीं बल्कि कालीचरण ही होता है अब तक मंदार और केदार भी अपने सर पर पत्तियों को लपेटकर वह गुफा के द्वार के कोने से बाहर के नजारे को देखना चालू कर देते हैं कालीचरण अपने बड़े बाज पक्षी को धीरे-धीरे नीचे उतारकर वह हवा में एक जगह पर स्थिर करता है और वह हत्यारों को कहता है साथियों आज आज वह दिन है जब हम बलि के बकरे की हत्या करने वाले हैं यह सुनकर सारे हत्यारे जोर-जोर से चिल्लाने लगे फिर कालीचरण उनसे कहता है हम सिर्फ हत्या ही नहीं करने वाले हैं बल्कि हम उस बकरे की तड़पा तड़पा कर जान लेने वाले हैं यहां सुनकर सारे हत्यारे और जोर जोर से चिल्लाने लगे यह देखकर तो मंदार और केदार के पसीने छूटने लगे वह भले ही आकाश मंडल के योद्धा हो पर वह इतने सारे योद्धाओं का सामना नहीं कर सकते थे उनको तो आज उनकी मौत का पूरा यकीन हो गया था वह गर्व की तरफ मुड़ कर देते हैं वह सिर्फ शांत होकर बाहर की तरफ देख रहा था उसको देखकर उन दोनों ने अपना सिर पीट लिया और सोचने लगे की राजा ने किस मूर्ख आदमी के पीछे हमको लगा दिया है यह तो खुद मरेगा ही साथ ही हमारी भी यह कब्र खोद देगा तभी कालीचरण मंदार पहाड़ियों की तरफ देखते हुए जोर से कहता है गर्व बच्चे आज हम लोग तेरे मौत का पैगाम लाए है भाग लो जितना भागना चाहो तुम आज हम से नहीं बच सकते इतना कहकर वह पहाड़ी के नीचे खड़े हत्यारों को आगे बढ़ने का हुक्म देता है हुकुम मिलते हैं सारे हत्यारे अपने पालतू जानवरों के साथ हर एक पहाड़ी पर चढ़ना चालू कर देते हैं और हर एक गुफा को गुफा की जांच करना चालू करते हैं यह देखकर मंदार केदार और गर्व धीरे से पीछे खिसक कर अपने सिर से पत्ते को हटा देते हैं उसके बाद मंदार गर्व से कहता है हमने तुम्हें पहले ही कहा था यह पहाड़िया बहुत ही खतरनाक जगह है और ऊपर से यह तांडव कबीले के हत्यारे आज हम यहां से जिंदा बचकर अपने घर नहीं जा सकते यह सुनकर गर्व उन से आगे कहता है खतरों से खेल कर ही कोई योद्धा शूरवीर कहलाता है इतना कहकर वह अपने स्टोरेज रिंग में से दो धनुष्य और कई सारे तीर निकलता है और उनको देकर कहता है कि यह आज हमारे काम आने वाले हैं और वह तीर और धनुष ले लेते हैं वह आगे कहता हैं कि माना कि यह पर हजारों की संख्या में वायुमंडल के हत्यारे हैं पर वह भी तो इस पहाड़ी पर है इससे हमें फायदा होगा सबसे पहले हम इस गुफा में शांति से बैठते हैं और अगर यहां पर हम पर हमला होता है तो हम उन को मारकर पहाड़ियों के मध्य स्थान की तरह भागेंगे और उसके बात की बात को बाद में देखेंगे और फिर नई रणनीति बनाएंगे इतना कहकर वह उस छोटी सी गुफा में एक अंधेरे कोने में में शांति से छुप कर बैठ जाते हैं जल्द ही उस गुफा के अंदर एक हत्यारों का समूह आ जाता है मंदार केदार और गर्व गुफा के अंधेरे कोने में छुपकर बैठे हुए थे वह हत्यारे अंधेरे में देखने के लिए जैसे ही आग जलाने वाले होते हैं तभी गर्व पत्थर को जमीन पर मारकर मंदार केदार को संकेत कर देता है संकेत मिलते ही वह तीनो एक साथ उन हत्यारों पर टूट पड़ते है क्युकी वह कम संख्या में भूमि मंडल के हत्यारे थे इसीलिए उन लोगों को मरने के लिए उन तीनो को ज्यादा तकलीफ नहीं हुई उन सारे हत्यारों को मारकर वह गुफा के बाहर निकल कर पहाड़ियो के मध्य भाग की तरफ भागने लगते हैं जहा पर पहाड़ियों का सबसे खतरनाक क्षेत्र था जहां पर 2 से 3 किलोमीटर लंबे पहाड़ पाए जाते हैं उनको भागता हुआ देखकर कालीचरण जोर-जोर से हंसने लगता है और कहता है वह देखो चूहे अपने बिल से निकलकर भागने लगे पीछा करो उनका इतना कहते ही कालीचरण की दिखाए हुए दिशा की तरफ सारे हत्यारे उन तीनों के पीछे भागने लग जाते हैं और साथ ही बाज पर सवार कई हत्यारे भी उनके पीछे लग जाते हैं मंदार और केदार के साथ-साथ अब गर्व को भी अपनी मौत का भय लगने लगता है परंतु वह इस आखिरी वक्त तक अपनी पूर्ण शक्ति का प्रयोग करने का निर्णय लेता है वह तीनो पहाड़ियो के फिसलन भरे पत्थरों से भागने लग जाते है और उनके पीछे तांडव कबीले के सारे हत्यारे पड़ जाते हैं इतने सारे लोगों के पहाड़ों पर से दौड़ने की वजह से पहाड़ों पर कंपन उत्पन्न हो जाता है और पहाड़ों पर रहने वाले जानवरों में भगदड़ मच जाती है बाज पर बैठे हत्यारों हत्यारे अपने हाथों में तीर और धनुष लेकर उन तीनों के ऊपर बाणों की वर्षा करते हैं गर्व भले ही अपनी तलवार से अपनी पीठ के पीछे की बर्फ की चादर बिछा कर अपनी सुरक्षा कर रहा होता है परंतु मंदार और केदार लिए यह बहुत ही कठिन परिस्थिति बन गई थी उनको अपनी तरफ आने वाले सभी तीरो को अपनि तलवारों से काटना पड़ रहा था यह देखकर गर्व उनसे कहता है कि अपने तीर धनुष का उपयोग करो यह सुनकर बहुत वह तलवार को कमान में रखकर दौड़ते दौड़ते ही बाज पर बैठे हत्यारों की तरफ तीर चलाने लग जाते हैं वह आकाश मंडल के होने के कारण की उनकी गति बहुत अधिक थी इसलिए वह उन हत्यारों का सामना कर पा रहे थे परंतु उन हत्यारों के मरते ही वह बाज पक्षी उनका पीछा नहीं छोड़ रहे थे एक साथ कई सौ बाज पक्षी उनसे चारों तरफ से हमला कर रहे थे परंतु वह बाज पक्षी उन के पास आते ही वह उनको अपनी तलवार से काट देते थे परिस्थिति के मुश्किल होते देखकर गर्व उनसे पहाड़ों के ऊंचे स्थान पर दौड़ने को कहता है क्योंकि वहां पर इन हत्यारों का पहुंचना बहुत ही मुश्किल होने वाला है इतना कहते ही वह पहाड़ों के मध्य बने चार से पांच किलोमीटर बने ऊंचे पहाड़ों की तरफ भागना चालू करते हैं और साथ ही साथ वह अपने तीरो से वह एक-एक बाज पक्षी को भी मारते जा रहे थे हैं गर्व भी अपनी बर्फीली तलवार का इस्तेमाल करते हुए कई सारे बाज पक्षियों को हवा में ही बर्फ से जमाना चालू कर देता है और साथ में वह भी ऊंचे पहाड़ों की तरफ भागता रहता है यह भागादौड़ी का खेल लगातार दो घंटों तक चलते रहता है इस वक्त भले ही गर्व को कोई भी चोट नहीं आई थी परंतु मंदार और केदार को कई सारी चोटें आई थी उनके पीठ पर कई सारे तीर लगे थे अच्छा था कि उन्होंने कवच पहना होता है नहीं तो आज तो उनकी मौत तो पक्की थी अगर कुछ देर और वह उनका सामना करेंगे तो कई सारे तीरो के कारण उनके कवच का टूटना एकदम पक्का था तभी गर्व को एक तीन किलोमीटर लंबे पहाड़ पर एक बड़ी गुफा दिखाई पड़ती है और वह मंदार और केदार को उस गुफा के तरफ इशारा कर कर वहां जाने के लिए कहता है खुद भी उसी गुफा में चला जाता है यह गुफा बहुत ही बड़ी थी यह करीब 500 मीटर लंबी और 100 मीटर चौड़ी थी तभी गर्व को उस गुफा में एक छोटा सा तालाब बना हुआ दिखता है और वह मंदार केदार को वहा पर छलांग मारने को कह कर खुद भी वहा पर छलांग मार देता है इस तरह वह तीनो भी वहा पर छलांग मार देते है यह गुफा भले ही मोटी हो पर उसका का प्रवेश द्वार बहुत ही छोटा होता है जिसके कारण बाज पक्षी पर बैठे हत्यारे वहा पर एकदम से नहीं आ सकते थे इसलिए वह एक-एक करके इस जगह घुसने लगे करीब आधे घंटे तक हत्यारे इस गुफा में घुसते रहे और वह पूरी गुफा को छान मारने लगे परंतु पूरी गुफा में उन लोगो को उन तीनो का पता नही चला यहां पर उस तालाब में वह तीनों ही चालीस मीटर तक अंदर जाकर वहां से बाहर का निरीक्षण करने लगे उनको पानी के अंदर जाकर 1 घंटे से भी ज्यादा का समय हो चुका था वह आकाश मंडल के योद्धा थे वह पानी में 1 दिन से ज्यादा वक्त तक बिना सांस लिए जिंदा रह सकते थे परंतु लगातार दो घंटों तक भागते भागते उनका शरीर थक चुका था और वह ज्यादा देर तक पानी के अंदर नहीं रह सकते थे उनकी सारी शक्ति अब जवाब देना चालू करती है उनके मन में ख्याल आता है कि हम पानी में रहकर मरने से अच्छा हम इन हत्यारों से लड़ते-लड़ते मरे यह सोचकर मंदार और केदार पानी के बाहर निकलना चालू करते हैं वह दोनों भले ही गर्व के कुछ सगे नहीं लगते थे पर वह उनको मरने नहीं दे सकता था क्योंकि वह आगे चलकर उसके बहुत काम आने वाले थे वहीं दूसरी तरफ पूरी गुफा को छान मार कर वह हत्यारे कुछ भी पता नहीं लगाने से वह हत्यारों का समूह निराश हो जाता है पर तभी उनको वहा पर एक तालाब दिखाई पड़ता है यह वही तालाब होता है जहां पर मंदार केदार और गर्व छुपे हुए होते हैं कुछ हत्यारे तालाब का निरीक्षण करने लग जाते हैं यह बात गर्व को ध्यान में आ जाती है इस वक्त गर्व के दिमाग के घोड़े तेज गति से दौड़ना चालू करते हैं कुछ सोच गर्व कुछ सोच यहां से अब कैसे निकलना है तो भी उसे गुफा के छत पर मधुमक्खियों के बहुत बड़े छत्ते नजर आते हैं यह बहुत ही बड़े बड़े छत्ते होते हैं और करीब करीब पूरी गुफा की छत को वह ढके हुए होते हैं तभी गर्व अपने धनुष पर तीर चढ़ाकर पानी के अंदर से ही उन छत्तो की तरफ तीर छोड़ देता है वह तीर सीधा जाकर उन मधुमक्खी के छत्तों के अंदर घुस जाता है