उनमें से एक हत्यारा कहता है अरे बच्चे अब तुम अपने भगवान को याद कर लो क्यूकि तुम्हारा वक्त जल्द ही पास आने वाला है दूसरा हत्यारा करता है तुम्हारे जीवन की सारी कठिनाइयां सारे दुख और दर्द अब खत्म होने वाले है तुम अब आराम से नीचे जाओ बैठ जाओ जैसे कि अभी तक बैठे हुए थे और परलोक जाने की तैयारी कर लो गर्व अभी भी उन सब की तरफ गुस्से से भरी निगाहों से घूरे जा रहा था तभी वहां मौजूद एक हत्यारा उस से कहता है अबे आंखें किसको दिखाता है बे इतना कहकर वह उसके कमरे में मौजूद 3 सेंटीमीटर छेद में से एक छोटी सी चीज एकता और बाकी के हत्यारे भी उसी छेद में से वह छोटी सी चीज को गर्व के कमरे के अंदर फेकता है और बाकी के हत्यारे भी उसी छेद में से वह छोटी चीज को गर्व के कमरे के अंदर लगातार फेंकते जा रहे थे इस छोटी सी वस्तु में से लगातार धुआं उठता जा रहा था और वह गर्व के पूरे कमरे में फैलते जा रहा था यह वही जहरीला धुंआ था जो पहले भी गर्व के कमरे के अंदर आया था इसको उन्हीं हत्यारों ने उस जासूस सैनिक के जरिए यहां पर पहले फेका था इस धुएं को कमरे में चारों तरफ फैलता देखकर गर्व जल्दी से अपनी जादुई शक्ति से अपने 2 मीटर के दायरे में ऊर्जा की दीवार बना लेता है जिसके कारण वह धुआं गर्व की बनाई ऊर्जा की दीवार से टकराकर उलटी दिशा में फैल रहा था और पूरे कमरे में उल्टी दिशा में फैलते जा रहा था वहा बाहर मौजूद हत्यारों को लगा कि पूरे कमरे में जहरीले धुवे के फैलने के कारण वह बेहोश हो गया होगा और उसकी तड़प तड़प कर जान चली जाएगी इसीलिए वह उसका जोर जोर से हंस कर मजाक उड़ाते जा रहे थे उनको तो बताया गया था कि गर्व बहुत ही चालाक इंसान है उसे मारना कोई आसान बात नहीं पर वहां तो इतनी जल्दी ही मारा जा रहा है पर वह यह नहीं जानते थे गर्व अंदर एक ऊर्जा की लहर में अभी भी सुरक्षित है कमरे के अंदर मौजूद गर्व की ऊर्जा लहर उस जहरीले धुएं के कारण कमजोर होते जा रही थी वह दीवार अगले कुछ मिनटों तक ही इस जहरीले धुएं को सह सकती थी उसे जल्दी कुछ सोचना होगा नहीं तो उसकी इस धुएं के कारण यहीं पर मौत हो जाएगी तभी उसे अपने स्टोरेज रिंग का खयाल आता है वह अपने स्टोरेज रिंग में जाकर अपनी जान को नहीं बचाने वाला होता बल्कि वह तो इसका उपयोग उन हत्यारों को मारने के लिए करने वाला होता है वह अपनी स्टोरेज रिंग निकाल कर झट से कमरे में मौजूद उस तीन सेंटीमीटर के छेद की तरफ फेंक देता है और वह तेजी से उस स्टोरेज रिंग में प्रवेश भी कर लेता है यह दोनों काम बहुत वह एक सेकंड के हजारवे हिस्से में करता हैं क्योंकि वह स्टोरेज रिंग सिर्फ 2 सेंटीमीटर ही बड़ी होती है इसलिए उस कमरे के 3 सेंटीमीटर बड़े छेद में से आसानी से बाहर निकल जाती है उस कमरे के बाहर वह हत्यारे गर्व का लगातार हंसते हुए मजाक किए जा रहे थे उन्हें अपनी तरफ आने वाली स्टोरेज रिंग पर बिल्कुल भी नजर नहीं जाती तभी गर्व अपने स्टोरीज रिंग में से तेजी से बाहर निकलते हुए एक हत्यारे के सर को अपने हाथों में पकड़ कर सामने की तरफ मौजूद नीली ऊर्जा की दीवार पर मार देता है उस नीली ऊर्जा की दीवार पर सर लगने से उसका सर जलने लगता है पर फिर भी गर्व रुकता नहीं है और उसको अपनी पूर्ण ताकत उस नीली ऊर्जा की दीवार पर घुसाते जा रहा था उस ऊर्जा की दीवार पर सर लगने से उस हत्यारे के सर की हड्डियां और मांस जलकर हवा में बिखरते जा रहे थे गर्व उसके पूरे सर को उस नीली उर्जा की दीवार से जलाकर रख देता है उसने उसका सर एक सेकंड में पूरा जलाकर रख दिया था वह सारे हत्यारे तो गर्व का मजाक बना रहे थे पर एक सेकंड में गर्व ने उन लोगों में एक का सर उसके धड़ से अलग कर दिया था फिर गर्व उन सब हत्यारों की तरफ गुस्से से भरी निगाहों से देखने लग जाता है गर्व को अपने सामने किसी मौत के देवता की तरह खड़े हुए देखकर उन हत्यारे होश उड़ जाते हैं उनके सर से पसीना टपकने लग जाता है गर्व उनको मारने के लिए अपनी तलवार उठाने ही वाला होता है तभी गर्व के पीठ के पीछे से एक तीर उसकी तरफ आता है गर्व सतर्क होने के कारण वह अपनी पीठ के पीछे से आए हुए तीर को अपने दूसरे हाथों से हवा में ही पीछे से पकड़ लेता है गर्व इस वक्त बहुत ही गुस्से में होता है वह पीछे मुड़कर देखता है किसने उसकी तरफ तीर छोड़ा है तो वह देखता है कि यह वही सैनिकों के भेस में तांडव कबीले का जासूस होता है जिसने उस यंत्र चलाने वाले की हत्या की थी उसको देखकर गर्व का पारा और चढ़ जाता है और वह अपनी मुट्ठी को जोर से कसता है जिसकी वजह से उसके दूसरे हाथ में मौजूद वह तीर बीच में से टेढ़ा हो जाता है गर्व का पूरा ध्यान उस जासूस पर होने के कारण वहां मौजूद बाकी की हत्यारे वहां से तेजी से भाग जाते हैं गर्व अपने पूर्ण शक्ति का इस्तेमाल करता है और वह उस जासूस की तरफ दौड़ पड़ता है गर्व को अपनी तरफ आता देखकर वह जासूस भी डर जाता है और वह तेजी से वहां से भागने लग जाता है वह जासूस वहां मौजूद नीले ऊर्जा के कमरों के बीच की जगह से इधर-उधर भागने लगता है क्योंकि वहां पर बहुत ही कम जगह होती है इसलिए वह जासूस इधर-उधर मुड़ कर वहां से भागे जा रहा था इसलिए गर्व को उस वक्त में अपनी पूर्ण शक्ति का इस्तेमाल नहीं कर पा रहा था तभी गर्व अचानक से गायब हो जाता है और कहीं पर भी दिखाई नहीं दे रहा था यह देखकर वह जासूस चौक जाता है और इधर उधर देखने लग जाता है तभी अचानक से किसी ने उसको पीठ के पीछे से पर उठाकर वापस पीठ के बल पर जमीन में पटक दिया यह और कोई नहीं बल्कि गर्व ही था गर्व ने उसी तरकीब का इस्तेमाल किया था जिस तरकीब से वह उस नीले ऊर्जा के कमरे की बाहर आया था गर्व ने भागते भागते अचानक अपने स्टोरेज रिंग में प्रवेश कर लिया था और जब गर्व को अपने आजू-बाजू मौजूद ना होते हुए देखकर वह जासूस आराम से चलने लगा तभी गर्व ने तेजी से अपने स्टोरेज रिंग के बाहर निकल कर उस जासूस की पीठ के पीछे कमर की ओर से उसे जकड़ लिया था और उसको ऊपर उठाकर वापस जमीन पर पटक दिया था इसकी वजह से उस जासूस के पूरे शरीर में पीड़ा उत्पन्न हो जाती है उसकी पीठ की पूरी नसे अखड़ गई थी पर वह अभी भी अपने मुंह से आह तक की आवाज नहीं निकल रहा था यह देखकर गर्व सोच में पड़ गया कि यह कोई पिशाच तो नहीं है यह सोचकर वह सावधानी से उस जासूस की तरफ जाने लगता है वह जासूस अब अपनी पीठ के बल पर लेटा था और कुछ भी हलचल नहीं कर पा रहा था वह हाथ उठाकर गर्व को नहीं नहीं कहने की भाषा में हाथ हिला रहा था पर गर्व उसकी तरफ तनिक भी ध्यान ना दे कर उसकी तरफ सावधानी से बढ़ता है क्योंकि यह कोई पिशाच भी हो सकता था वह अपनी तलवार से उसके चेहरे के कपड़े को उसके चेहरे से अलग कर देता है उसके चेहरे को देखकर गर्व को जोर से झटका लगता है उसके चेहरे को देखकर तो गर्व को मानो झटका ही लग गया और वह लगभग जमीन पर गिर ही पड़ा तुम गर्व जोर से चिल्लाया और उसकी आवाज पूरे कारागार में हर तरफ फैल गई यह जो जासूस होता है यह और कोई नहीं बल्कि मंदार ही होता है मंदार को देखकर तो गर्व के पैरों तले जमीन ही खिसक गई थी उसे विश्वास नहीं हो रहा था कि ऐसा भी हो सकता है जो आदमी इतने वक्त उसके पास रहा था वह ऐसा कैसे कर सकता था साथ ही उसने गर्व के साथ मिलकर जंगल में कई सारे हत्यारों की जान भी ली थी और हत्यारों के अड्डे पर यही सबसे ज्यादा दुखी लग रहा था पर इस मंदार ने कितनी निर्ममता से उस यंत्र चलाने वाले सैनिक की हत्या की थी यह सोच कर गर्व के गुस्से का पारा चढ़ जाता है और वह जमीन से उठाकर मंदार की तरफ बढ़ने लगता है वह मंदार के सर के हर तरफ अपनी तलवार चलाने ही वाला होता है तभी मंदार जादुई तरीके से अपनी जगह से दूसरी तरफ खिसक गया था वह उस कारागार के एक कोने तक खिसक गया था गर्व उस कोने की तरफ ध्यान से देखता है तभी उसे दिखता है कि उस कोने में एक भालू के जैसे दिखने वाला आदमी मौजूद था गर्व अपनी तलवार को मंदार के ऊपर चला पाता उससे पहले ही वह भालू जैसा दिखने वाला आदमी मंदार के शरीर को रस्सी से बांधकर उसको अपनी तरफ खींच लिया था उस आदमी का पूरा शरीर बहुत ही बड़ा होता है उसके शरीर में हर जगह पर बड़े बड़े काले बाल उगे हुए थे उस आदमी की ऊंचाई सात फीट से भी ज्यादा होती है उसका चेहरा आदमी की तरह ही था और बाकी का पूरा शरीर भेड़िए जैसा होता है उसने अपने शरीर पर कवच भी पहना हुआ होता है और उसके शरीर के काले बाल उस कवच के बीच में से बाहर आ रहे थे इस आधे आदमी और आधे भेड़िए को देखकर गर्व आश्चर्यचकित हो गया था गर्व ने अपने पिछले जन्म में भी ऐसे अजीबो गरीब आदमी को नहीं देखा था जिस तरह से इस आदमी ने मंदार को गर्व के वार करने के पहले ही रस्सी से बांधकर अपनी तरफ खींच लिया उससे ही उस आदमी की क्षमता का परिचय हो रहा था साथ ही इससे उसकी गति का अनुमान भी लगाया जा सकता है पर यह आदमी कितना भी ताकतवर क्यों ना हो और वह मंदार को इतनी आसानी से कैसे जाने दे सकता है आखिर उसने गर्व के साथ इतना बड़ा विश्वासघात किया है और वही इस राज्य की जनता को गर्व के खिलाफ भड़काने के पीछे हो सकता था इसलिए उसने राजा को देरी से गर्व की जानकारी दी होगी और साथ ही गर्व की योजना की सूचना उसने कालीचरण को भी दी होगी वह अपनी तलवार को कसकर पकड़ते हुए उस आदमी की तरफ बढ़ते जाता है वह कुछ कदम आगे ही चलता है कि कि वह देखता है कि उस बड़े आदमी की बाजू में 1 मीटर लंबा गड्ढा बना होता है और उनमें से उसी आदमी की तरह कई सारे आदमी लगातार बाहर आते जा रहे थे और सारे कारागार में फैलते जा रहे थे उनको देखकर गर्व के कदम अपनी जगह पर ही ठिठक जाते हैं उसे तो इस बात का भी अब तक अंदाज नहीं आया था कि वह उस एक आदमी से लड़ सकता है या नहीं पर यहां पर तो उसके जैसे और भी आदमी लगातार बाहर आते जा रहे थे गर्व को शक करते हुए देखकर मंदार उसके तरफ देखते हुए हंस देता है उसके चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाती है वह गर्व के तरफ देखकर लगातार मुस्कुराए जा रहा था वह अपनी मुस्कुराहट से मानो गर्व से हो यह कह रहा था कि बच्चे अब तुम क्या करोगे मैं भी देखता हूं कि आखिर तुम क्या कर सकते हो मंदार के चेहरे की हंसी देखकर गर्व का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है