chapter ४०

गर्व भी उनकी तरफ देखकर अपनी आंख मार देता है उसको आंख मारता हुआ देखकर कैदियों को गुस्सा आ जाता है पर गर्व उनकी परवाह किए बिना अपने कमरे में पद्मासन के अवस्था में बैठता है और सोचने लग जाता है कि आखिर सच में इस दुनिया की हर जगह हर कोने में इतने सारे तांडव कबीले के जासूस है तो वह अपनी जिंदगी का लक्ष्य कैसे हासिल कर पाएगा वह तांडव कबीले के जासूस तो हमेशा ही उसके काम में बाधा उत्पन्न करते ही जाएंगे और वह अपना लक्ष्य हासिल करने के पहले ही मारा जाएगा पर वह ऐसे कैसे हार मान सकता है क्या उसका दूसरा जन्म भी ऐसे ही बर्बाद हो जाएगा नहीं वह बिल्कुल भी हार नहीं मान सकता अगर उसके सामने तांडव कबीले का बाप भी आ जाएगा तो वह उस से भी लड़ जाएगा वह अपने जीवन के लक्ष्य को इतनी आसानी से नहीं भूलेगा इतना सोचते सोचते ही उसको अपने नाम की आवाज आने लगती है कोई उसे बाहर से पुकार रहा होता है वह आंखें खोल कर देखता है तो वह सामने केदार खड़ा होता है वह गर्व को आवाज दे रहा था और उसके आंखों में से आंसू झलक रहे होते हैं उसकी आंखें आंसू से नम हुई होती है उसको देखकर गर्व जल्दी से अपनी जगह से उठकर केदार की तरफ बढ़ता है पर वह उसकी तरफ जा नहीं सकता था क्योंकि उनके बीच ऊर्जा की दीवार थी अगर वह उस दीवार को छू लेते तो वह उसी वक्त जल कर मर जाते दीवारों के आर पार सिर्फ मनुष्य की आवाज ही जा सकती थी पर मनुष्य नहीं वह केदार की तरफ देख कर कहता है अरे तुम रो क्यों रहे हो मैं अब तक मरा नहीं जिंदा हूं और वैसे भी हमारे पास युद्ध खत्म होने तक का वक्त है तब तक हम लोग कोई ना कोई मार्ग तो अवश्य ही निकाल लेंगे तुम इस वक्त रो मत क्युकी सैनिकों की आंखों में आंसू बिल्कुल भी शोभा नहीं देते हमारे राज्य में बहुत बड़ा संकट आया है अगर हम सैनिक ऐसे ही रोते रहेंगे तो हमारे राज्य की सुरक्षा हम कैसे कर पाएंगे इतना सुनने के बाद केदार शांत हो जाता है गर्व फिर धीरे-धीरे आवाज में केदार से कहता है जिससे कि कोई दूसरा सुन ना सके सुनो केदार इस कारागार में मौजूद पहरेदार सैनिकों में कोई तांडव कबीले का जासूस हो सकता है यह सुनकर केदार की आंखें आश्चर्य से बड़ी हो जाती है यह देखकर गर्व उससे कहता है अपने चेहरे पर भाव मत आने दो क्योंकि हमारा इस वक्त भी कोई निरीक्षण कर रहा होगा और मेरी आगे की बात को ध्यान से सुनो यह सुनकर केदार अपनी आंखों को मलने का नाटक करते हुए अपने चेहरे के भाव को सामान्य करते हुए गर्व की बातों को सुनता है यह तांडव कबीले के जासूस हमारे राज्य में हर तरफ फैले हुए हैं तुम इस कारागार में मंदार के सिवा किसी भी सैनिक के ऊपर भरोसा नहीं कर सकते हो यहां तक कि सैनिकों के कप्तान पर भी नहीं तुमको यहां पर हर एक सेकंड सतर्क रहना होगा मेरे वजह से यहां पर तुम पर भी हमला हो सकता है इन सैनिकों के बीच में मौजूद वह जासूस कभी भी कुछ भी कर सकता है और यहां पर कुछ भी बड़ा हो सकता है तुम्हे यहां पर हर वक्त चौकन्ना रहने की जरूरत है यह सुनकर केदार अपना सिर हिला देता है वह कहता है तुम चिंता मत करो मैं यहां पर हर समय सतर्क रहूंगा और मैं तुम्हें यहां पर कुछ भी होने नहीं दूंगा तुम अभी आराम करो इतना कह कर केदार वहां से चला जाता है इसके बाद गर्व अपने कमरे में बीच में पद्मासन के आसन में बैठ जाता है और चुपके से अपने कपड़ों में रखी स्टोरेज रिंग को बाहर निकलता है इस स्टोरेज रिंग को गर्व ने तभी छुपा लिया था जब उस राज सभा में अधिकारी आकाश सिंह राजा को समझा रहे होते उसे पता था कि कारागार में डालने के पहले उससे यह स्टोरेज रिंग ले ली जाएगी इसलिए उसने पहले ही बड़े ही चालाकी से यह अपने कपड़ों के अंदर छुपा ली थी और अब उसने अपने जादुई शक्ति के दम पर अपनी बर्फीली तलवार को गायब करने की क्षमता भी आ गई थी वह अपने मन में ही सोच कर अपनी तलवार को बुला सकता था या वापस अदृश्य कर कर वापस भेज सकता था उसने यहां कारागार में आने से पहले अपनी जो तलवार और कवच सैनिकों को वापस किए थे वह तो सब नकली थे इस वक्त उसका दुनिया में कोई सगा नहीं था राजा के क्रोधित हो जाने पर वीर सेन के साथ साथ उसके सैनिक और मंदार केदार ने भी राजा को समझाने का कोई खास प्रयास नहीं किया था वह तो अपनी जगह पर किसी मूर्ति की तरह भूत बनकर खड़े हुए थे अगर उन्होंने अपनी थोड़ी हिम्मत करके राजा को सच बताया होता तो वह अब कारागार में पड़ा नहीं होता उसकी तो उस राज सभा में ही जान खतरे में आ गई थी पर एक भी आदमी उसको बचाने सामने नहीं आने वाला था वह अपने कैद की कमरे में ही रहकर ध्यान साधना करने का निर्णय लेता है इस वक्त तक उसकी ध्यान करने की शक्ति काफी बढ़ गई थी अपने ध्यानशक्ति के बल पर वह अब कई सारे जादुई शक्तियों का भी उपयोग कर सकता था वह जहां पर बैठा हुआ था वह उसके 2 मीटर के घेरे में एक अदृश्य ऊर्जा की लहर की दीवार बना लेता है कोई भी आकाश मंडल के नीचे का योद्धा इस ऊर्जा की दीवार के अंदर आसानी से प्रवेश नहीं कर सकता है वह अपने स्टोरेज रिंग में से जादुई जड़ी बूटियों को निकालकर उसका सेवन करता है इसको गर्व ने जंगल में रहकर ही बनाया था इसका सेवन करते ही गर्व की ताकत एकदम से बढ़ जाती है और वह फिर से ध्यान साधना में लीन हो जाता है फिर से वह अपने सारे विचारों और भावनाओं को भूल कर अपना सारा ध्यान अपनी श्वास की गति पर लगा देता है वह चार पांच घंटों तक लगातार ध्यान साधना में लगा रहता है पर वह इस बार हवा में तैरते हुए ध्यान नहीं करता है क्योंकि इस वक्त में उस पर कई सारे बाकी के कैदियों का ध्यान होता है और गर्व नहीं चाहता है कि उसकी असली ताकत का किसी को अनुमान लगे पर तभी उसे कुछ गड़बड़ होने का एहसास हो रहा था उसको अपनी जादुई शक्तियों से बनाई हुई उर्जा के घेरे में लगातार कंपन महसूस होते जा रही थी वह झट से अपनी आंखें खोलता है यहां पर गर्व का अनुमान एकदम सही था इस कारागार में कुछ गड़बड़ होने की संभावना उसे लग रही थी उसके कमरे के अंदर एक दो सेंटीमीटर बड़ी चीज पड़ी हुई थी जिस से लगाकर धुआं निकलते जा रहा था वह धुआं गर्व की बनाई ऊर्जा की दीवार के कारण गर्व की तरफ नहीं आ रहा था यह धुआं जहरीला होता है अगर इस धुएं के अंदर में वह कुछ मिनट तक रहता तो उसकी जान भी जा सकती थी गर्व वहां पर मौजूद बाकी के कैदियों की तरफ देखता है उनमें से कुछ कैदी गर्व की तरफ देखकर आंख मार कर हंसते जा रहे थे और उनको छोड़कर बाकी के कैदी अपने कमरों में मूर्छित होकर पड़े थे तभी गर्व यहां वहां देख कर वहां मौजूद सैनिकों की तरफ देखता है पर वहां पर कोई भी सैनिक मौजूद नहीं थे वह नीली उर्जा की दीवार को नियंत्रित करने वाले सैनीक की तरह भी देखता है पर वह तो अपनी कुर्सी पर आराम से सोया हुआ था उसकी तरफ तो गर्व की आवाज भी नहीं पहुंच सकती थी गर्व को यहां वहां देखते हुए देखकर वह कैदी गर्व की तरफ देखकर जोर-जोर से हंसकर मजाक उड़ाते जा रहे हैं तभी गर्व अपनी बर्फीली तलवार का आवाहन कर कर उसको प्रकट करता है और उसके जरिए वह उस 2 सेंटीमीटर की चीज को जिसको गर्व के कमरे में फेंका था उसे बर्फ से जमा देता है जिस से उस से जहरीली हवा निकलना बंद हो जाती है इसके बाद वह वहां फैली हुई जहरीली हवा को भी हवा में ही जमा देता है जिसकी वजह से वह जहरीली हवा जमकर पत्थर बन जाती है और नीचे गिर जाती है इसके बाद वह अपनी तलवार को भी अदुर्ष्य कर देता है यह देखकर वहा कैदियों में मौजूद तांडव कबीले के हत्यारों की हंसी कब की गायब हो चुकी थी इस बार गर्व उन कैदियों की तरफ देखता है और मुस्कुराते हुए अपनी आंख मार देता है अपना मजाक उड़ाते हुए देखकर उन हत्यारों को बहुत ज्यादा गुस्सा आ जाता है और वह गुस्से से भरी निगाहों से गर्व की तरफ देखने लग जाते है और गर्व भी उनकी तरफ देख मुस्कुराए जा रहा था वह हत्यारे तभी कारागार के एक कोने की तरफ देखकर कुछ इशारा करते हैं यह वही कोना होता है जहां पर वह नीली ऊर्जा को नियंत्रित करने वाला सैनिक अपनी कुर्सी पर आराम से सोया हुआ था गर्व को पता चल गया कि वही सैनिक इन हत्यारों से मिला हुआ है वह उसकी तरफ देखता है पर वह तो अभी भी अपनी कुर्सी पर आराम से सोया हुआ होता है तभी उसकी खुर्सी के पीछे से एक सैनिक अंधेरे से खड़ा होता है उसने सैनिकों के कपड़े पहने हुए थे और चेहरे को काले कपड़ों से ढका हुआ था वह वहां पर खड़ा होता है और अपनी पीठ के पीछे से चाकू निकालकर सीधा उस सोए हुए सैनिक के गले पर मार देता है वह चाकू सीधा उसके गले के अंदर जाकर उसके गर्दन के पीछे से बाहर निकल कर लकड़ी की कुर्सी के आर पार निकल जाता है वह सैनिक तड़पता जा रहा था गर्व इस वक्त उस सैनिक की मदद करना चाह रहा था पर वह इस बार कुछ भी नहीं कर सकता था क्योंकि वह उससे काफी दूरी पर था वह सैनिक चाकू के गले पर लगने से तड़पते जा रहा था उसकी जान पूरी नहीं निकल गई थी उसी वक्त उसके पीछे खड़ा सैनिक अपनी तलवार से उसका हाथ काट देता है और वहां पर मौजूद यंत्र में कुछ काम करने लगता है हाथ कटने की वजह से वह सैनिक अपने पूरे शरीर को जोर-जोर से हिलाते हुए तड़पते जा रहा था उसको तड़पता हुआ देखकर वहा बाकी के कमरों में बंद तांडव कबीले के हत्यारे उसका मजा लेते जा रहें थे इन हत्यारों के घिनौने अवतार को देखकर गर्व को बहुत ही ज्यादा गुस्सा आ जाता है और वह गुस्से से खड़ा हो जाता है और उन कैदियों की तरफ गुस्से भरी निगाहों से देखने लगता है गर्व को अपनी तरफ गुस्से से भरी निगाहों से देखते हुए उन हत्यारों को और जोश आ जाता है और वह जोर-जोर से हंसते हुए गर्व की तरफ देख कर उसका मजाक उड़ाते जा रहे थे तभी वहां पर जो भी गर्व का मजाक उड़ाते जा रहे थे उनके कमरे की ऊर्जा की दीवार में एक तरफ छेद होने लगता है और वह सारे तांडव कबीले के हत्यारे अपने कमरे से बाहर निकलते हैं और वह सारे गर्व के कमरे के सामने आ जाते हैं वह हत्यारे उसके कमरे के सामने आकर गर्व की तरफ देखकर जोर-जोर से हंसते हुए उसका मजाक उड़ाते जा रहे थे