वह सारे लोह मानव उस कारागार के दरवाजे की तरफ बढ़ते जा रहे थे गर्व जल्दी से उन सारे लोह मानव की तरफ ध्यान से देखता है उसे उन पर कुछ संशय आ रहा था वह वहां मौजूद सारे सैनिकों से ऊंची आवाज में कहता है कि इन सारे लोह मानवो के अंदर मंदार भी हो सकता है कुछ भी हो जाए मेरे यहां पर मौजूद होने की बात को तुम इन लोगों से बिल्कुल भी मत करना यह सुनकर सारे सैनिक अपना सिर हिलाते हैं उस कारागार के अंदर अभी भी कई सारे भेड़िया मानव मौजूद थे पर वहां पर मजबूत जाल बीछे होने के कारण वह बाहर नहीं आ पा रहे थे अभी वह लोह मानव भी कारागार की सुरक्षा दीवार के नीचे आ गए थे वह वहां आकर सारे के सारे रुक जाते हैं उनके रुकते ही वहां की धरती भी हिलना बंद हो जाती हो उन लोह मानवो में से 1 लोह मानव का लोहे से बना हुआ सर अचानक दरवाजे की तरह खुलता है और अंदर में उन सब को एक आदमी दिख रहा होता है यह और कोई नहीं बल्कि मंदार ही था मंदार को देखकर एक सैनिक जोर से चीखता है कमीने फिर गर्व तेजी से उस चीखने वाले सैनिक की तरफ जाते हुए उसके कान में धीरे से कहता है नहीं मंदार ऊपर की ओर उन सैनिकों की तरह तरफ देखते हुए ऊंची आवाज में कहता है ऊपर मौजूद सारे सैनीको ध्यान से सुनो हमारे राज्य का भगोड़ा और तांडव कबीले का जासूस गर्व कारागार के अंदर के सैनिकों को मार के भेड़िया मानव के साथ भाग चुका है अगर कोई भी सैनिक गर्व के करीब है या फिर कोई भी सैनिक गर्व की मदद करते हुए पकड़ा जाता है उसे तुरंत ही बंदी बना लिया जाएगा यह सुनकर तो वहां मौजूद सारे से सैनिक एक दूसरे की तरफ देखने लगे गर्व का अनुमान एकदम से सही था इन लोह मानव के अंदर तांडव कबीले का जासूस मंदार हि मौजूद होता है और उसके के हाथों में राजा का आदेश होता है और वह वही संदेश पढ़ रहा होता है कमीने वहां पर मौजूद एक सैनिक जोर से चिल्लाने ही वाला था पर तभी गर्व उसके मुंह पर अपना हाथ रख देता है मंदार की तरफ देखकर इस वक्त उन सारे सैनिकों का खून खौले जा रहा था सभी केदार नीचे खड़े मंदार की तरफ देखकर ऊंची आवाज में पूछता है कि तुम कारागार के बाहर कैसे निकले तुम तो कारागार के अंदर थे ना मंदार उसको ऊंची आवाज में जवाब देता है जल्दी करो केदार अभी इन सारी बातों का वक्त नहीं है हमें कारागार के अंदर मौजूद गर्व के भेजे हुए दोस्तों को अभी मारना होगा नहीं तो वह कारागार के बाहर निकल कर अपने राज्य की जनता को भेड़िया मानव में परिवर्तित कर देंगे जल्दी से कारागार का दरवाजा खोलो और हमें अंदर आने दो नहीं तो वक्त हाथ से निकल जाएगा मन्नार की बातों को सुनकर सारे सैनिकों का खून खौले जा रहा था और वह इस वक्त कुछ भी नहीं कर सकते हैं क्योंकि राजा का आदेश होता है कि कोई भी गर्व गर्व की मदद करेगा या फिर उसके साथ रहेगा तो उसको बंदी बना लिया जाएगा अगर वह इस मंदार का विरोध करते तो वह सब एक गद्दार कहलाते और बाद में मारे जाते हैं रात के वक्त में उन सारे लोह मानवों की तलवार की पातों में से आग धधकते जा रही थी वह सारे के सारे किसी नरक के सुरक्षा रक्षक जैसे लग रहे थे अगर केदार दरवाजा खुलने में देरी लगा देता तो वहां सारे लोह मानव खुद ही कारागार का दरवाजा तोड़ देते और बाद में उन सारे सैनिकों को भी मार देते केदार को यकीन नहीं हो रहा था कि मंदार ही तांडव कबीले का जासूस है उसके मन में कई सारे विचार आ रहे थे तभी गर्व धीरे से केदार के पास में जाकर कहता है खोल दो दरवाजा मुझ पर यकीन रखो इस वक्त केदार को गर्व पर पूरा भरोसा हो गया था वह गर्व के कहते ही कारागार के मुख्य दरवाजे को चालू कर देता है वहा नीचे खड़े लोह मानवो के साथ-साथ कई सारे सैनिक भी खड़े हुए होते हैं कारागार का दरवाजा खोलते ही उन लोह मानवो के साथ साथ वह सारे सैनिक भी अंदर आ रहे थे साथ में कारागार के बाहर कई सारे लोगों की भीड़ भी लगी हुई होती है उन्हें पता था कि अंदर गर्व कैद है अगर गर्व गलती से भी उनके हाथ लग गया तो वह उसको वहीं पर मार डालेंगे क्योंकि उसकी ही वजह से उन्होंने अपने कई परिजनों को खोया था वहां नीचे मौजूद लोह मानव के साथ-साथ सैनिकों को अंदर आता हुआ देखकर गर्व जल्दी से केदार को कहता है सारे जालों को हटा दो केदार तुरंत ही कारागार के अंदर मौजूद सारे जालो को हटा देता है सारे जालो के हटते ही वहां मौजूद भेड़िया मानव कारागार के दरवाजे की तरफ दौड़ पड़ते हैं जहां से हो वह सारे लोह मानव हाथ में जलती हुई तलवार लेकर अंदर आ रहे होते हैं उन लोह मानव के अंदर मौजूद सैनिकों को इसकी उम्मीद नहीं थी उन्हें लगा की उनको थोड़ा वक्त मिल जाएगा पर कारागार के अंदर आते ही सारे के सारे भेड़िया मानव उन लोह मानवो की तरफ तेजी से बढ़ते जा रहे थे उन लोह मानवो के साथ मौजूद सैनिक भी इससे हड़बड़ा गए थे और वह जल्दी से लोह मानवो के पीछे छुप कर अपना बचाव करने लगते हैं क्योंकि उन भेड़िया मानवो ने उन पर एकदम से तेजी से हमला कर दिया था गर्व ने इसलिए ही केदार को सारे जालो को हटाने के लिए कहा था क्योंकि वह सारे सैनिक जल्दी से कारागार की सुरक्षा दीवार के ऊपर आ सकते थे और अगर वहां ऊपर आ जाते तो वह गर्व को यहां मौजूद देखते और यहां मौजूद सारे सैनिकों की मुश्किल हो जाती इन लोह मानवो के साथ-साथ सैनिकों को भेड़िया मानव के साथ लड़ते हुये देखकर गर्व सुरक्षा दीवार के ऊपर मौजूद सैनिकों को एकत्रित करता है और उनसे कहता है यह मंदार तांडव कबीले का जासूस होने के कारण वह बहुत ही चालाक है वह कुछ भी कर सकता है अगर उसको गलती से भी पता चल गया कि यहां पर मैंने तुम्हारी जान बचाई है तो तुम सबकी जान यहां मंदार इसी जगह हो पर ले लेगा यह सुनकर वहां मौजूद सारे सैनिक अपना सिर हिला देते हैं उनको भी यह लग रहा था कि यह मंदार सच में बहुत कमीना है वह अपने उद्देश्य को साध्य करने के लिए किसी की भी जान ले सकता है पर केदार को अभी भी मंदार पर यकीन नहीं हो रहा था की वह सच में तांडव कबीले का जासूस है और अगर नहीं है तो वह कारा गार के बाहर निकला कैसे उसके चेहरे पर अजीब से भाव आ गए थे और वह अजीब से भाव से गर्व के तरफ देखे जा रहा था गर्व आगे कहता है अभी हमें यहां मूर्छित पड़े हुए कैदियों की चिंता करनी चाहिए मैंने ही इन सब को कारागार के बाहर सुरक्षित लाया है और मैं ही इन सब को उनके कारागार के कमरों तक वापस पहुंचा सकता हूं अगर हम इन्हें यही पर रखेंगे तो हम किसी को यह नहीं समझा सकते है कि हमने इनको कैसे कारागार के कमरों के बाहर निकाला है फिर हम सब पर यह आरोप लग सकता है कि हम सारे सैनिक इन तांडव कबीले के हत्यारो के जासूस है और हम सारे सैनिकों ने मिलकर इन कैदियों को अगवा किया है और फिर सबको मृत्युदंड भी मिल सकता है यह सुनकर वहां मौजूद सारे सैनिकों के चेहरे पर डर का भाव उत्पन्न हो जाता है यह परिस्थिति सच में काफी मुश्किल थी और अभी यहां पर कुछ भी हो सकता था नीचे मौजूद लोह मानव तेजी से अपने तलवार की मदद से उन भेड़िया मानवो को काटकर मारते जा रहे थे उनकी एक ही वार में उन भेड़िया मानव के हाथ पैर कटते जा रहे थे गर्व फिर जल्दी से वहां मौजूद सारे मूर्छित कैदियों को अपने स्टोरेज रिंग में वापस रख देता है और वहां मौजूद एक सैनिक के कपड़े अपने खुद के कपड़ों से बदल देता है और फिर उस सैनिक को भी अपने स्टोरेज रिंग में रख देता है और तेजी से सुरक्षा दीवार के नीचे उतरता है और अपने चेहरे को मिट्टी और कीचड़ से ढक देता है क्योंकि उसे कोई पहचान ना सके इस वक्त में वह सारे भेड़िया मानव लोह मानव के साथ-साथ बाकी के सैनिकों के साथ युद्ध में उलझे हुए थे उन लोगों ने कई सारे भेड़िया मानव के सर काट कर अलग कर दिए थे पर भेड़िया मानव ने भी कई सारे सैनिकों को दांतों से काट कर उनको भेड़िया मानव में परिवर्तित कर दिया था और फिर से उन लोह मानवो का काम बढ़ गया था गर्व को इन सारे झमेले से बचते हुए कारागार के अंदर जाना होगा और उनके कैदियों को फिर से अपने कमरों के अंदर डालना होगा इस वक्त तो वह अपनी बर्फीली तलवार का उपयोग नहीं कर सकता था उसे एक सादी तलवार से ही काम चलाना होगा वह जमीन पर रेंगते हुए आगे बढ़ते जा रहा था इन सारे लोगों से बचते हुए किसी की नजर में नहीं आते हुए कारागार के अंदर तक जाना बहुत ही मुश्किल कार्य था तभी उसे अपनी स्टोरेज रिंग का खयाल आता है वह बिना वक्त गवाए एक भेड़िया मानव के कान के अंदर जमीन पर रहते हुए ही अपनी स्टोरेज रिंग फेंक देता है और उसी क्षण वह स्टोरीज रिंग के अंदर भी प्रवेश कर लेता है उसके जमीन पर रेंगने की वजह से किसी का भी उसकी तरफ ध्यान नहीं गया था गर्व का निशाना एकदम सटीक था वह स्टोरेज रिंग सीधी जाकर उस भेड़िया मानव के कान के अंदर चली जाती है तभी उस भेड़िया मानव जिसके कान के अंदर गर्व की स्टोरेज रिंग गई थी उसके गर्दन पर एक लोह मानव अपनी तलवार को चलाता है और उसका सर उसके धड़ से अलग होकर हवा में उड़ते जा रहा होता है उसका सर कारागार के प्रवेश द्वार की तरफ उड़ कर जा रहा होता है पर वह सर कारागार के अंदर की तरफ नहीं गिरने वाला होता है उसका सर उस प्रवेश द्वार से 5 मीटर दूर गिरने वाला होता है अगर कारागार के प्रवेश द्वार के बाहर ही गर्व अपने अपनी स्टोरेज रिंग से बाहर आ जाता तो सबकी उस पर नजर पड़ जाती है वह उसके कान के अंदर से ही अपनी स्टोरेज रिंग को उस कारागार के प्रवेश द्वार की तरफ उछलता है वह स्टोरेज रिंग उसके कान में से निकल कर सीधा उस प्रवेश द्वार के अंदर चली जाती है यह देखकर गर्व के जान में जान आती है वह तेजी से स्टोरेज रिंग के बाहर निकलता है और सारे कैदियों को अपने स्टोरेज रिंग की मदद से अपने कमरों में वापस रखते जा रहा था वक्त के साथ-साथ कारागार के बाहर वह भेड़िया मानव लगातार मरते जा रहे थे उनका उन लोह मानवो के साथ कोई मुकाबला नहीं होता है वह भेड़िया मानव अपने हाथों की ताकत से लोह मानव के कवच को सैनिकों के शरीर से अलग करने का प्रयास करते जा रहे थे उन्होंने एक लोह मानव के कवच को तोड़कर उसमें मौजूद एक सैनिक को भी काट लिया था परंतु उनका उन लोह मानव के तलवार के आगे कोई भी मुकाबला नहीं होता है उन लोह मानवो ने अपनी तलवार की मदद से कई सारे भेड़िया मानवो के शरीर को चीर कर रख दिया था वहां मौजूद भेड़िया मानव की लगातार मौत होती जा रही थी उन सब के मरने से पहले गर्व को सारे कैदियों को अपने कमरों के अंदर रखना होगा इसलिए वह तेजी से सारे कैदियों को अपने कमरों के अंदर भेजे थे जा रहा था आखिर गर्व ने सारे कैदियों को अपने कमरों के अंदर भेज ही दिया वह सारे कैदी अभी भी बेहोश ही पड़े हुए थे फिर गर्व ने कारागार के एक कोने में रखी अपने निकाले हुए सामान को वापस अपनी स्टोरेज रिंग के अंदर रख दिया उस सामान को देखकर गर्व के जान में जान आ गई क्योंकि वह बहुत ही कीमती सामान होता है जिसको गर्व ने बड़ी ही मेहनत से जमा किया होता है इसके बाद वह उस सैनिक को स्टोरेज रिंग से बाहर निकलता है जिसकी कपड़े पहनकर वह इस कारागार में आया था जिसने अभी गर्व के कैदियों के कपड़े पहने हुए थे वह दोनों जल्दी से अपने कपड़े बदलते हैं गर्व फिर से कैदियों के कपड़े पहनता है और वह सैनिक अपने सैनिकों के कपड़े को पहनता है इसके बाद गर्व उस सैनिक को कहता है कि मैं इस स्टोरेज रिंग के अंदर जाने के बाद तुम स्टोरेज रिंग को अपने कपड़ों के अंदर छुपा देना फिर गर्व तेजी से स्टोरेज में प्रवेश करता है इसके बाद वह स्टोरेज रिंग को अपने जेब में डाल देता है सारे कैदियों को अपने कमरे के अंदर देखकर वह सैनिक एक लंबी सांस लेता है अगर वह कैदी अपने कमरों के अंदर मौजूद ना होते तो वहां मौजूद सारे सैनिकों पर आरोप आ जाता है कि उन सैनिकों ने क़ैदियों को भागने में मदत की है और उन सैनिकों पर आरोप आ जाता की वह तांडव कबीले के जासूस है और उनको मृत्यु दंड दे दिया जाता वह उन कैदियों के कमरों की तरफ देखे जा रहा था तभी उसके कंधों पर एकदम से भार बढ़ जाता है वह अपने कंधों की तरफ देखता है तो वह पाता है कि एक लोह मानव ने उसके कंधों पर अपना भारी हाथ रखा होता है जिसकी वजह से उसके कंधों पर एकदम से भार बढ़ गया था फिर उस लोह मानव के चेहरे पर लगा हुआ धातु सरकने लगता है और उसके अंदर मौजूद आदमी का चेहरा उस सैनिक को नजर आने लगता है उस चेहरे को देखकर उस सैनिक को बहुत ज्यादा गुस्सा आते जा रहा था वह चेहरा किसी और का नहीं बल्कि मंदार का ही होता है पर वह सैनिक अपने गुस्से के भाव को अपने चेहरे पर आने नहीं देता फिर मंदार सैनिक से पूछता है तुम अकेले ही यह पर कैसे मौजूद हो बाकी के सैनिक तो सुरक्षा दीवार पर मौजूद है