फिर गर्व उस भेड़िया मानव की रस्सी को एक इमारत की ओर फेकता है वह रस्सी सीधा जाकर उस इमारत के दीवार पर चिपक जाती है और उस रस्सी की के सहारे झूलते हुए गर्व उन इमारतों के बीच में से भागने लगता है अब तक वहां मौजूद सारे तांडव कबीले के हत्यारों और भेड़िया मानवो की भी नजर गर्व पर पड़ जाती है और वह इन इमारतों के बीच में से जाते हुए गर्व की तरफ दौड़ पड़ते हैं गर्व तेजी से एक खाली इमारत के अंदर चला जाता है इस वक्त कालीचरण भी अपनी पक्षी की मदद से गर्व के पीछे लगा हुआ था एक बार फिर गर्व ने कालीचरण को विफल कर दिया था और एक बार फिर कालीचरण का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया था वह पूरे त्वेश के साथ गर्व के पीछे पड़ा हुआ था गर्व को ऐसा भागता हुआ देखकर वहां मौजूद भरतपुर राज्य के लोह मानव को लगा कि अब तो गर्व और राजा की जान को कोई नहीं बचा सकता उनका राज्य आज रात को दो बड़े योद्धाओं को खो देगा गर्व को एक खाली इमारत के अंदर जाता हुआ देखकर कालीचरण ऊपर से ही हत्यारों को कहता है जाओ और जाकर उस गर्व के बच्चे को पकड़ कर लाओ और फिर कई सारे हत्यारे उस खाली इमारत के अंदर प्रवेश कर जाते हैं वहीं दूसरी तरफ गर्व ने जैसे ही इस खाली इमारत के अंदर प्रवेश किया था उसने जल्दी से उस पूरी इमारत का निरीक्षण करना चालू कर दिया था यह इमारत तीन मंजिला बड़ी होती है वह तेजी से तीसरी मंजिल पर प्रवेश कर लेता है हत्यारों को भी दिख गया था कि गर्व तीसरी मंजिल पर है तो वह भी उसके पीछे उस मंजिल की तरफ भागते हैं तीसरी मंजिल पर पहुंचते ही गर्व इस पूरी मंजिल का ध्यान से निरीक्षण करता है इस मंजिल पर कई सारी खिड़कियां होती है और इस इमारत के पीछे की तरफ खाली जगह होती है वहां कोई भी मौजूद नहीं होता वहा नीचे सिर्फ मिट्टी होती है फिर गर्व उस कमरे के बीच में जाता है और कमरे के बीच में से वह अपने स्टोरेज रिंग को इमारत के पीछे फेकता है और उसी समय उसमें प्रवेश भी कर लेता है जैसे ही वह स्टोरेज रिंग खिड़की से बाहर निकलती है उस मंजिल पर वह हत्यारे पहुंच जाते हैं वह उस मंजिल का चप्पा चप्पा छान मारते हैं पर गर्व उन्हें कहीं पर भी दिखाई नहीं देता है क्योंकि कालीचरण बहुत ही उचाई पर होता है इसलिए उसे खिड़की से स्टोरेज रिंग को बाहर आते हुए नहीं देखा था वह हत्यारे फिर उस इमारत की हर मंजिल का चप्पा चप्पा छान मारते हैं उस इमारत के पीछे भी जाकर देखते हैं वह स्टोरेज रिंग ऊपर से नीचे सीधा मिट्टी में गिरी थी और वह मिट्टी के अंदर चली गई थी वह हत्यारे गर्व को चारों ओर ढूंढे जा रहे थे पर वह किसी को भी नहीं दिख रहा था कालीचरण जोर जोर से चिल्लाया जा रहा था अरे मूर्खो जल्दी से ढूंढो तुम एक बच्चे को भी नहीं ढूंढ पा रहे हो तभी एक हत्यारे को अपने पैर के नीचे कुछ महसूस हो रहा था वह नीचे झुक कर जमीन पर देखता है तो पाता है वहां पर एक स्टोरेज रिंग होती है उन्हे स्टोरेज रिंग के बारे में पता होता है वह कालीचरण से कहता है हमें स्टोरेज रिंग मिल गई है इस वक्त कालीचरण बहुत ही ज्यादा गुस्से में था वह अपनी तलवार को बिजलीयो से लगातार चमकाते जा रहा था वह अपने पक्षी से नीचे आते हुए कहता है अब होगा मौत का तांडव एक बार फिर आवाज आती है और ऊंची आवाज में आती है अब होगा मौत का तांडव वह आवाज आते ही वहां पर चारों दिशाओं में नीली ऊर्जा की गोलियां दिखाई दे रही थी और वह गोलियां सीधा एक हत्यारे के सिर का निशाना लेती जा रही थी यह जो ऊंची आवाज होती है यह किसी और की नहीं बल्कि गर्व की ही थी उसने स्टोरेज रिंग के अंदर जाते ही वैज्ञानिक विक्रांत के मदद से नीलम पत्थर को अपने शरीर पर बांध दिया और उसने उस नीलम पत्थर को एक रस्सी से बांधकर उस रस्सी के कई सारे छोरो पर उसने 100 से ज्यादा चाकूओ को बांध दिया उस चाकुओं को गर्व अपने जादुई शक्ति से नियंत्रित कर रहा था नीलम पत्थर की उर्जा उन रस्सियों में से प्रवाहीत होकर चाकूओ में जा रही थी और और उन चाकुओं को नियंत्रित करते हुए उनमें से गर्व नीली ऊर्जा की गोलियों को छोड़ सकता था जैसे ही उसने सुना कि अब होगा मौत का तांडव वह तुरंत स्टोरेज के बाहर निकल गया और तांडव कबीले के हत्यारों पर नीली ऊर्जा की गोलियों को बरसाने लगा उस जगह पर हर तरफ नीली ऊर्जा की गोलियां दिख रही थी देखते ही देखते कई सारे हत्यारे गोलियां लगने के कारण मारे जाते हैं यह देखकर कालीचरण भड़क उठा ऊपर रहकर ही उसने गर्व के तरफ बिजली उछाल दी अपनी तरफ बिजली को आता हुआ देखकर गर्व एक इमारत के अंदर चला गया जहां पर हत्यारों की संख्या कम थी वह बिजली सीधा तांडव कबीले के हत्यारों पर जा लगी और वह वहीं पर मारे गए दूसरी इमारत के अंदर जाते ही गर्व ने उस इमारत के अंदर मौजूद सारे हत्यारों पर नीली ऊर्जा की गोलियो की बारिश कर दी उस इमारत के हत्यारे देखते ही देखते मारे गए वह मरते हुए खिड़की और दरवाजे से बाहर गिरते गए फिर गर्व उस इमारत की भी बाहर निकल गया और बाहर सड़क पर मौजूद तांडव कबीले के हत्यारों को नीली ऊर्जा की गोलियों की बारिश की वह सारे देखते ही देखते मारे गए गर्व को एक बार फिर इमारत के बाहर आते हुए देखकर कालीचरण ने उस पर बिजली पर बरसा दि फिर गर्व दूसरी इमारत के अंदर चला गया और वहां मौजूद सारे हत्यारों को नीली ऊर्जा की गोलियों से मार दिया उनके मरने के बाद गर्व फिर उस इमारत के बाहर आया और बाहर मौजूद हत्यारों पर नीली ऊर्जा की गोलियां बरसा दी एक बार फिर कालीचरण के गर्व पर बिजली बरसा दी फिर गर्व दूसरी इमारत में चला गया इस वक्त कालीचरण का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचा हुआ था उसे कोई फर्क नहीं पड़ता था कि उसके कितने हत्यारे मारे जा रहे थे उसे तो बस गर्व की जान लेने की परवाह थी उसके बिजली के वार से कई हजार हत्यारे मारे जाते हैं और साथ में भेड़िया मानव भी मारे जाते हैं पर वह फिर भी रुक नहीं रहा था वह लगाकर गर्व पर हमला किए जा रहा था वहां मौजूद सारे इमारतों के अंदर और रास्तो में चारों तरफ हत्यारों के और भेड़िया मानव के शव पड़े हुए थे यह गुफा बहुत ही बड़ी होती है इसकी लंबाई का कोई भी पता नहीं चल रहा था यहां पर चारों तरफ सिर्फ लाल ही लाल रंग फैला हुआ था यहां पर भले हजारों हत्यारे मारे जा रहे थे पर फिर भी यहां लगातार कई सारे हत्यारे भागे आ रहे थे उनकी तादाद लाखों में हो सकती थी पहले ही गर्व बहुत देर से लड़ाई कर रहा था वह बहुत ज्यादा देर तक लड़ाई नहीं कर सकता था वह इस वक्त एक इमारत के अंदर छुपा हुआ था इस इमारत की खिड़की से उसकी लाल ऊर्जा के दरवाजे पर नजर पड़ती है जिसके पीछे अभी भी हजार के करीब लोह मानव खड़े हुए होते हैं वह देखता है कि जहां से यह लाल ऊर्जा प्रवाहित हो रही थी वह जगह पत्थर से बनी हुई होती है उन पत्थरों के बीच में वह लाल ऊर्जा की दीवार बनी हुई होती है और उन पत्थरों के आजू-बाजू धातु लगे हुए होते हैं फिर वह तुरंत एक क्षण का भी समय नहीं गवाते हुए उस लाल ऊर्जा की दीवार की तरफ भागता है कालीचरण जैसे ही गर्व को भागता हुआ देखता है वह फिर से उस पर बिजली गिरा देता है गर्व पास में मौजूद इमारत में जाकर अपना बचाव कर लेता है इसके बाद फिर गर्व इस इमारत के बाहर निकलता और फिर उस दीवार की तरफ भागना चालू कर देता है फिर कालीचरण उस पर बिजली बरसा देता है फिर गर्व एक इमारत में जाकर अपना बचाव कर लेता है ऐसा करते-करते गर्व उस दीवार तक पहुंच ही गया था फिर गर्व उस लाल की दीवार के पास एक ऊंची इमारत की छत पर जाकर खड़ा हो जाता है और कालीचरण की तरफ अपनी बाहें फैलाते हुए देखता है गर्व को देखकर कालीचरण को एक बार फिर गुस्सा आ जाता है और वह अपनी पूरी ताकत से गर्व की तरफ अपनी तलवार की नोक कर देता हैं उसके तलवार की नोक से बिजली का तेज लहर बाहर निकलती है और वह गर्व की तरफ बढ़ने लगती है फिर गर्व तेजी से अपनी जगह से हट जाता है वह बिजली का प्रवाह गर्व के पीछे उन पत्थरों पर जा लगता है जिस में से वह लाल ऊर्जा प्रवाहित हो रही थी यह देखकर कालीचरण की आंखें एकदम से बड़ी हो जाती है इस छोटे से कछुए ने ऊसे एक बार फिर बेवकूफ बना दिया यह बिजली सीधा उन पत्थरों पर जा लगती है और वह टूट कर नीचे गिरने लगते हैं पत्थरों के टूटते ही वह लाल उर्जा वहा से गायब होकर उनके बाजू मौजूद धातु में वापस चली जाती है उसके गायब होते ही वहां पर मौजूद सारे लोह मानव उस गुफा में प्रवेश करना चालू करते हैं गर्व की तरफ देखकर तो कालीचरण पागल होते जा रहा था वह उसे बार-बार मूर्ख बनाते जा रहा था और वह इतना बड़ा नेता होकर भी मूर्ख बनते जा रहा था वहां से लाल ऊर्जा की दीवार गायब होते ही लोहमानव इस गुफा के अंदर आने लगे कालीचरण भी उनकी तरफ बिजलिया बरसाने लगता है पर गर्व उन बिजलियों को अपनी बर्फीले तलवार की मदद से रोक देता है इस जगह पर फिर से तांडव कबीले के हत्यारे आना चालू होते हैं वह सारे लोह मानवों की तरफ बढ़ने लगते हैं तब गर्व फिर कालीचरण के पक्षी के तरफ नीली ऊर्जा की गोलियां बरसा रहा था गर्व एक इमारत की छत पर से दूसरी छत पर छलांग मारते जा रहा था और उस पक्षी पर लगातार नीली ऊर्जा की गोलियां बरसाते जा रहा था उस पक्षी के शरीर पर कई सारी गोलियां लगी अपनी तरफ लगातार इतनी सारी गोलियां आने की वजह से वह इधर उधर उड़ने लगता है और वह इसके कारण हड़बड़ा जाता है इसका फायदा उठाकर गर्व तेजी से नीचे जमीन पर गिरे हुए राजा के पक्षी की तरफ पहुंचता है और उसके शरीर में फंसा हुआ कवच का टुकड़ा खींच कर बाहर निकलता है वह पक्षी अभी भी मरा नहीं था उसकी सांसे चल रही होती है या देखकर गर्व राहत की सांस लेता है वह फिर अपने स्टोरेज रिंग में से एक लेप निकालता है और वह इस पक्षी के घाव पर लगा देता है जिसके कारण कुछ ही देर में उसके घाव ठीक हो जाते हैं कालीचरण पक्षियों की गुफा के ऊपर मे उड़ रहा होता है पर गर्व के अचानक गायब हो जाने से वह हड़बड़ा जाता है वह अपने शिकार को अपनी नजर की दूर जाने नहीं दे सकता था फिर कालीचरण गुस्से से लोह मानव के ऊपर हमला कर देता है पर गर्व उस पर जरा सा भी ध्यान ना दे कर गर्व राजा के पक्षी के मुंह को खोलता है और उसके मुंह के अंदर चला जाता है राजा का पक्षी का आकर बहुत ही बड़ा था उसके मुंह के अंदर एक साथ गर्व के जैसे चार लोग आ सकते थे उसके मुंह के अंदर जाते ही गर्व उसके गले की तरफ जाता है और अपने स्टोरेज रंग में से एक जड़ी बूटी को निकालता है और उसके साथ वह एक ज्वलनशील पदार्थ को बांधता है और उसको वह सीधा उस पक्षी की पेट के अंदर फेंकता है वह जड़ी-बूटी सीधा उस पक्षी के कलेजे में जाती है और एक तेज आवाज के साथ फट पडती है और उसके जिगर में आग लग जाती है