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उनकी सिर्फ चीखे ही रात को सुनाई आई यह सुनकर वहां पर मौजूद सैनिकों की आंखें बड़ी हो गई फिर आकाश सिंह ने कहा पर तुम लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है पर तुम्हें सावधान रहने की जरूरत है बहुत लोग तुम्हें उकसा भी सकते हैं पर तुम्हें अपनी भावना पर नियंत्रण रखना है अगर तुम किसी दूसरे उम्मीदवार से लड़ना चाहो तो यहां पर इस बड़े अखाड़े में आ सकते हो और अपने नाम को यहां पर लड़ने के लिए दर्ज करा सकते हो पर यहां तुम अपने अपने प्रतिद्वंदी को जान से नहीं मार सकते हो तुम्हें अपने प्रतिद्वंदी को सिर्फ घायल करना है और तुम्हारा प्रतिद्वंदी को हल्का सा भी घाव लगता है तो तुम जीत जाते हो पर अगर तुमने अपने प्रतिद्वंदी को जान से मार डाला तो तुम्हें यहां से बाहर निकाल दिया जाएगा और तुम्हें जंगल में भेज दिया जाएगा इस जगह पर इस वक्त एक लोह मानव का उस शेर जैसे आदमी के साथ लड़ाई चालू होती है जिसका सिर शेर का और बाकी का पूरा शरीर आदमी का होता है और उसकी मांसपेशियां बहुत ही बड़ी और तगड़ी दिखाई दे रही थी वह जो दूसरा लोह मानव होता है वह दूसरे राज्य का होता है उसका कवच भरतपुर राज्य के सैनिकों के कवच से अलग लग रहा था उनका तंत्रज्ञान भरतपुर राज्य के तंत्रज्ञान से काफी अलग और ज्यादा विकसित लग रहा था वह सिंह मानव उस लोह मानव के कवच पर कई मुक्के मारते जा रहा था पर उसके कवच पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ रहा होता है वह लोह मानव भी उस सिंह मानव के ऊपर कई वार किए जा रहा था वह इस वक्त अपने हथियार का उपयोग नहीं कर रहा होता है वह बस अपने हाथ और पैरों का ही उसके साथ लड़ने के लिए उपयोग कर रहा होता है उसने जैसे ही देखा कि उसके सारे वारो का वह सिन्ह मानव आसानी से बचाव करते जा रहा था उसने अपने शरीर पर लगे कवच पर एक बटन को दबा दिया जिससे कि वह देखते ही देखते गायब हो गया जिसके कारण वह किसी को भी दिखाई नहीं दे रहा था वह उस सिंह मानव को भी नहीं दिखाई दे रहा होता है पर वह सिंह मानव भी बहुत चालाक होता है वह हड़बड़ाया नहीं उसने नीचे पड़ी मिट्टी को जोर जोर से हवा में उछालना चालू किया और वहां मौजूद हवा में चारों तरफ मिट्टी फैल गई उस मिट्टी में उस लोहमानव के कवच पर भी लगी और इसके कारण वह उस सिंह मानव को दिखाई दे गया पर अब वह सिंह मानव मिट्टी के धुवे के अंदर गायब हो गया अब वह उस सिंह मानव को दिखाई नहीं दे रहा था किसी को कुछ समझ में आता उससे पहले ही उस लोह मानव के कवच के सिर का कवच गायब हो गया और वह सिर का कवच उस मिट्टी के धुए से बाहर आ गया वहां मौजूद सारे लोगों ने उस सिर के कवच को देखा और थोड़ी ही देर बाद वहां से किसी के खासने की आवाज आने लगी वह लोग वहां पर देखते हैं कि वहा सिंह मानव अपने दोनों कंधों पर एक लोह मानव के कवच को रखकर उस मिट्टी के धुवे में से बाहर आ रहा है वह जैसे ही उस लोह मानव को लेकर उस मिट्टी के धुवे में से बाहर लाया वहां मौजूद सारे लोगों ने एक साथ तालियां बजाना चालू कर दी गर्व भी उसको देखकर अपने आप ही ताली बजाने लगा वह सिंह मानव वाले लोग तो सच में चालाक है गर्व को लग रहा होता है कि वह सिंह मानव वाले लोग सिर्फ चालाक और विद्वान बनने का नाटक करते हैं पर वह तो सच में काफी होशियार निकले उस मिट्टी के धुवे के बाहर आकर उस सिंह मानव ने उस लोह मानव को नीचे जमीन पर आराम से रख दिया और वह वहां से चला गया उसने उस लोह मानव को एक शब्द भी नहीं कहा वहां लोह मानव इस वक्त अपनी हार से निराश लग रहा था पर वह कुछ कर नहीं सकता था वह बस जमीन पर अपने हाथ पटक कर वहां से चला गया इसके बाद वहां पर और भी मुकाबले आयोजित होने वाले थे पर इस वक्त गर्व को मुकाबलों को देखने में कोई भी दिलचस्प नहीं होती है फिर गर्व ने आकाश सिंह से पूछा अगर यहां पर किसी की अखाड़े को छोड़कर किसी दूसरे जगह लड़ाई हो जाती है तो यह कैसे पता लगाया जाता है लड़ाई को पहले किसने शुरू किया यह सवाल सुनकर अधिकारी आकाश सिंह के चेहरे पर एक हल्की मुस्कुराहट आ गई पर उन्होंने अपने चेहरे के हाव-भाव को वापस सामान्य कर दिया और गर्व से कहा तुम इतना मत सोचो तुम्हे बस इतना ही सोचने की जरूरत है कि तुम्हें खुद से किसी से भी झगड़ा बगैरा करना नहीं है नहीं तो तुम को यह अधिकारी लोग कड़ी सजा दे सकते है यह केंद्रीय अधिकारी ऐसे ही ताकतवर नहीं बने हैं वह बहुत कुछ पता लगा सकते हैं जो तुम सोच भी नहीं सकते हो इसलिए तुम्हें इस जगह पर सावधानी से रहने की जरूरत है आकाश सिंह की बातें सुनकर कर गर्व ने अपना सिर हिला दिया पर उसे जो समझना था वह वो अच्छे से समझ गया अगर वह अधिकारी यहां उपस्थित नही भी हो कर यह पता लगा सकते हैं कि यहां पर क्या हो रहा है तो जरूर ही उन्होंने यहां पर ऐसी कोई चीजें लगाई होगी जिससे कि वह यहां पर जो कुछ चल रहा है उस पर अपनी नजर रख सके इसका मतलब यह भी है कि वह वहां पर जो भी परीक्षा देने के लिए उम्मीदवार आए हैं उन पर भी उनके कमरे में नजर रख सकते हैं इसीलिए उम्मीदवार के कमरे में बहुत सारा सजावट का सामान रखा होता है इन सामानों में से कोई भी चीज ऐसी हो सकती है जिससे उन पर नजर रखी जा सकती है इसलिए गर्व को यहां पर कुछ भी जानने में दिलचस्पी नहीं होती है वह फिर वहां से वापस अपने कमरे की तरफ जाने लगा उसके पीछे पीछे उसके भरतपुर राज्य के सैनिक भी जाने लगे क्योंकि वह अभी उसी के सैनिक होते हैं इसलिए उनकी गर्व की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी होती है वह सारे वापस अपने अपने कमरे में चले गए गर्व है इस वक्त केदार के कमरे में जाने वाला होता है वहां पर जाकर वह अपने स्टोरेज रिंग में रखे हुए सामानों का परीक्षण करने वाला होता है और उसने जैसे ही यह सोचा कि अधिकारियों को जब यह पता चलेगा कि उसके कमरे में वह नहीं बल्कि उसका सैनिक मौजूद है और वह उसके सैनिक के कमरे में रह रहा है तो बड़े केंद्रीय अधिकारियों को उस पर शक हो जाएगा और बहुत सारे उसकी जासूसी करने के लिए लग जाएंगे पहले ही तांडव कबीले के जासूस कम है इस दुनिया में जो वह और केंद्रीय अधिकारियों के जासूसों को भी अपना भक्त बनाए इसलिए उसने केदार के कमरे जाने के अपने फैसले को बदल दिया वह अपने कमरे में चला गया और उसने थोड़ी देर तक अपने कमरे में रखे लोह मानव के कवच को पहन कर उसके साथ वह थोड़ा सा खेला उसका उसने थोड़ा सा उपयोग किया उसने वहां की थोड़ी चीजें भी गलती से तोड़ दी फिर वह अपने इस कवच को लेकर कमरे की बत्तियां बुझाकर बिस्तर पर सो गया वह इस वक्त सोया हुआ नहीं होता है उसे तो बिस्तर से नफरत होती है वह सो कैसे सकता है उसने अपनी जादुई ताकत से लोह मानव के कवच के अंदर रहकर अपने कपड़ों में से वह स्टोरेज रिंग निकाली और वह उस में स्टोरेज रिंग में प्रवेश कर गया भले ही वह लोह मानव के कवच के अंदर होता है पर वह कवच अपने जगह पर जैसे का वैसे ही होता है उसका बस गर्व नहीं होता है बल्कि वहां स्टोरेज रिंग होती है जिसके अंदर गर्व ने प्रवेश कर लिया था स्टोरेज रिंग के अंदर आते ही गर्व ने एक लंबी राहत की सांस ली इस वक्त का वह कितने दिनों से इंतजार कर रहा था यहां पर आने के लिए उसे क्या क्या करना पड़ा फिर गर्व ने यहां पर रखे हुए सारे सामान को देखा और उसका निरीक्षण किया वहां पर अपनी एक काम की चीज को ढूंढ रहा था और उसे आखिर वह मिल भी गई गर्व को इस वक्त कई सारी चीजों को बनाना होता है उसको कई सारे नए हथियार भी बनाने होते हैं जिनका वह जंगल में तांडव कबीले के लोगों के साथ लड़ने में उपयोग कर सकें साथ ही वहां पर उसने ढेर सारी किताबें भी जमा करके रखी हुई थी जिन को पढ़कर वह उन तांडव कबीले के लोगो के बारे में और ज्यादा जान सकता है और इस ज्ञान का उपयोग उन हत्यारों से लड़ने के वक्त भी इस्तेमाल कर सकता है उसने तो सबसे पहले वहां मौजूद सारी ध्यान से जुड़ी हुई किताबो को पढ़ डाला उसे नई चीजें भी सीखने को मिली वह स्टोरेज रिंग में रात भर काम करता रहा और वह सुबह होते ही स्टोरेज रिंग के बाहर निकल गया और वह वापस उस लोह मानव के कवच के अंदर पहुंच गया वहां पर पहुंचते ही उसने उस स्टोरेज रिंग को अपनी जादुई शक्ति से फिर से अपने कपड़ों के अंदर छुपा दिया और वह अपने बिस्तर से उस लोह मानव के कवच के साथ उठ गया वह वहां से ऐसे उठा कि वह पूरी रात बिस्तर पर आराम से सो रहा हो पर वह तो पूरी रात स्टोरेज रिंग में काम करता रहा था वह तुरंत ही अपने लोह मानव के कवच के बाहर निकल गया और कमरे के बाहर जाकर जड़ी बूटी का सेवन किया जिससे कि उसके शरीर में फिर से उर्जा आ गई बाहर यहां वहां टहलकर वह फिरसे अपने कमरे मैं चला गया वह अपने कमरे के बाहर इसलिए गया होता है कि क्योंकि उसको लग रहा होता है कि कमरे की बाहर की गलियारों पर से कोई उसपर नजर तो नहीं रख रहा होता है पर वहां पर तो सिर्फ परीक्षार्थी उम्मीदवारों के कमरे पर ही नजर रखी जाती है क्योंकि वह स्टोरेज रिंग में रात भर काम कर रहा होता है इसलिए उसके शरीर में थकान आ गई होती है और इसी थकान को मिटाने के लिए उसे जड़ी बूटी का सेवन करना जरूरी होता है जड़ी बूटी का सेवन करके और यहां वहा बाहर टहलकर वह जल्द ही अपने कमरे के अंदर आ गया वह अपने पहचान पत्र का उपयोग करके यहां से कभी भी निचली मंजिल या भोजनालय की मंजिल पर जा सकता है उसके पास 2 महीने का समय होता है इस 2 महीने में उसे अपनी ताकत को जितना बढ़ा सकता है उसे उतना बढ़ाना पड़ेगा फिर वह दोपहर तक ध्यान करने के लिए बैठ जाता है और फिर वह दोपहर के खाने के लिए अपने सैनिकों के साथ में जाता है उसके बाद वह फिरसे अपने कमरे में आता है वही शाम तक वह काली ध्यान साधना करते रहता है इस वक्त बहुत वह तांडव कबीले की जो ध्यान करने की तकनीक होती है उसका अभ्यास वह कर रहा होता है इस ध्यान कला में अपने शरीर को एक स्थान पर स्थिर रखना होता है अपने शरीर के किसी भी अंग की हलचल नहीं करनी होती है ध्यान करते वक्त तुम्हारे शरीर का नाखून भी हिल गया तो इस ध्यान करने का कोई मतलब नहीं होता है गर्व शाम का खाना खाने के बाद भी यही ध्यान साधना करता रहा वह कितनी भी कोशिश करता पर ध्यान करते वक्त उसके शरीर का कोई हिस्सा गलती से बार-बार हिल ही रहा था पर वह बिलकुल भी हार नहीं मान रहा था वह पूरा एक हफ्ता इसी ध्यान की तकनीक में महारत हासिल करने में व्यस्त था उसके साथ के सैनिक उसे युद्ध अभ्यास करने के लिए बुलाते थे पर वह उनको मना कर देता था उसने पूरा एक हफ्ता अपना ध्यान कहीं पर नहीं लगाया वह पूरी रात ध्यान करने में लगा रहता वो तो वैसे भी सो नहीं सकता था क्या पता वह फिर गहरी नींद में चले जाएं और फिर वह अपनी गहरी नींद में समय में आगे सफर करते करते किसी और वक्त किसी दूसरी जगह पर पहुंच जाए