राज - क्यों नहीं जवाब देते शिव की कौन है यह लड़की और कौन है यह लड़की जो तुम्हारे साथ रहती है अब शिव गुस्से में बोल पड़ता है यह तो आपकी .....!!!
अब आगे
यह कहते-कहते शिव रुक जाता है ।
मधु जी परेशान होते हुए - पता नहीं किसकी नजर लग गई हमारी हसते खेलते परिवार को ।
राज - अरे मां यह कहिए जब से उस नाजायज औलाद को उठाकर लाया है तभी से हमारे परिवार में दिक्कतें शुरू हो गई !
अब शिवांश बहुत ज्यादा गुस्से में है शिवांश - दादी इन्से कहे कि थोड़ा चुप हो जाएं नहीं तो ...…!!
राज - नहीं तो क्या कर लोगे ।।
आज तुम इतने बड़े हो और इस काबिल हो यह बस मेरे दम पर हो !!
शिव - आपने तो सिर्फ बिजनेस ही खड़ा किया है मेहनत तो मेरी है ना ! आपने कहा कि शिवि का खर्चा आप नहीं उठा पाएंगे । तो मैंने कॉलेज के साथ-साथ आपका बिजनेस भी संभाला इसीलिए यह मेरे मेहनत का पैसा है आपका पैसा तो मैं देखता भी नहीं हूं।
देव - चुप हो जा शिव चुप हो जा !
मधु जी - देव इसको लेकर जा !
अब देव शिव को रूम में लेकर चला आता है!
बाहर हाल में राज - देखा मा कितना बदतमीज हो गया है यह शिव !
मधु जी - तू भी तो कितने उल्टे सीधे सवाल करता रहता है उस्से। मीडिया वालों का तो काम ही है इस तरह के सवाल करना और उन्हें थोड़ा सा मसाला मिल जाता है तो वह बहुत ही लंबा चौड़ा कर देते हैं।
रामू जो कि घर का सैफ है वह पानी लेकर आता है मां जी आप अपनी पीजिये।
मधु - यह सब क्या हो रहा है रामू तू तो कब से इस घर में काम कर रहा है तुझे इस सब के बारे में पता है क्या !? पता नहीं किसकी नजर लग गई है हमारे हंसते खेलते परिवार को !?
रामू - माजी हम इन्हे जानते है ।हमारे बेटे के घर के करीब मे हि इनका घर है ।गौरी नाम है इसका छोटी सी थी ।हमारे घर आया करती थी अमरुद तोड़ने। इसके पिता रिटायर प्रोफ़ेसर है।बहुत हि भले लोग है ।
वो मा जी बड़े साहब और शिव बेटा के बीच बोलना ठीक नहीं समझा।
मधुजी - तू मुझे ले चलेगा ।इसके घर।
रामू - ठीक है ।माजी
मधुजी - लेकिन किसीको पता ना चले।
अब प्रीति जी बिल्कुल चुपचाप डाइनिंग टेबल की कुर्सी पर बैठे हैं ।
प्रीति - किसी ने एक निवाला भी नहीं खाया और सुबह-सुबह हमारे यहां यह तांडव शुरू हो गया ।
इधर गौरी के घर पर हड़कंप मचा हुआ है योगेश जी यह खबर देखकर एकदम से सुन पड़े हैं गौरी जो कि ये खबर देख रही है वो भी एक जगह बैठी रो रही है गौरी रोते हुए -- मै तो इस लड़के को जानती भी नहीं हू । मुझे तो बस यह लिफ्ट में मिला था अविनाश से पूछिए ।
अविनाश जो कि वह वहीं बैठा है - गोरी चुप हो जाओ मुझे पता है की सच्चाई क्या है और इन मीडिया वालों का तो कम ही होता है कोई भी छोटी सी बात को बड़ा चढ़ा कर पेश करना !
अब योगेश जी बिल्कुल चुप है। प्रीति जी भी उनके पास सर पर हाथ रखे बैठे हैं!
सिया गिलास में पानी लाती हैं यह लीजिए पापा मम्मी पानी पीजिये।
गोरी दी आप भी पीजिये।
अब अविनाश सभी को पानी देता है ।अब योगेश जी खड़े होते हैं - अविनाश क्या अगर हम शादी इन तीन दिनों के ही अंदर करें तो तुम्हारी मां को कोई एतराज तो नहीं है अविनाश नहीं चाचा जी कोई एतराज नहीं है हम तो सिर्फ गौरी की पढ़ाई पूरी होने का वेट कर रहे थे ।
योगी जी - अब गौरी को आप शादी के बाद पढ़ा लीजिएगा ।तनु जी पंडित जी से मिलकर परसों का शुभ मुहूर्त निकलवाइये ।
हम शादी परसों ही करेंगे और कुछ जाने पहचाने लोग ही बुलाएंगे ज्यादा भीड़भाड़ नहीं करेंगे।
अविनाश - लेकिन चाचा जी इतनी जल्दी क्या है!
तनु जी - योगी जी बिल्कुल ठीक कह रहे हैं अविनाश बेटा !!
इतनी बदनामी तो हो चुकी है एक बार शादी हो जाएगी तो सब लोग सब कुछ भूल जाएंगे !
अब तनु जी पंडित जी को फोन करते हैं !!अविनाश अपनी मां को फोन करता है अविनाश की मां भी बहुत खुले विचारों के हैं उन्हें गौरी बचपन से ही पसंद है !!
देव शिवाय के रूम में उसे समझा रहा है।।।
तू इतना गुस्सा क्यों करता है मुझे तो यह समझ में नहीं आता है। कोई भी बात संती से भी तो की जा सकती है ।
शिव - आपको पता है ना भाई कि मैं ऐसा नहीं हूं और आप भी जानते हैं कि शिवि कौन है।
देव जानता है कि शिवि कौन है।
देव - मैं जानता हूं लेकिन कर क्या सकते हैं! हमने अगर हमने घर में शिव के बारे में सबको बताया तो शायद सब कुछ तहस-नहस हो जाएगा !
शिवांश - इसी वजह से भाई मैं कभी किसी को कुछ नहीं बताता हूं लेकिन राय सिंहजी इतना गुस्सा दिला देते हैं क्या करूं और मैं उस् लड़की को नहीं जानता कि वह कौन है वह तो हम दोनों सिर्फ लिफ्ट में थे और उसके पैर पर कॉकरोच चढ़ गया था तो डर के मारे चिल्लाई और फिसल कर मेरे पास आ गई । इतनी ही देर में लिफ्ट खुल गई और मीडिया वाले जो कि पहले से ही वहां मौजूद थे उन्होंने इस मौके का फायदा उठाकर इस खबर को मसाला खबर बना दिया।
देव मैं जानता हूं - यार की तू गलत नहीं है।
राज राय सिंह स्टडी रूम में अपने भरोसेमंद आदमी वेद को वहां बुलाते हैं ।
वेद लंबा चौड़ा पर्सनालिटी का 40 साल का नौजवान है जो भी मारपीट उठना तोड़ना फोड़ना काम है वह सब राज राय सिंह इसे ही देते हैं ।
अब वेद पीछे हाथ करके राज राय सिंह के सामने खड़ा हुआ है - हां बोलिए सर क्या बात है आपने मुझे क्यों याद किया !?
राज्जी - मालूम करो कि जो लड़की शिवांश के संग दिखाई गई है वह कौन है।?
वेद - आपके कहने से पहले ही मैंने मालूम कर लिया है सर जी !!
यह लड़की लक्ष्मी नगर के एक मिडिल क्लास फैमिली की लड़की है !
इसके पिता रिटायर प्रोफेसर हैं इसका घर आपके सैफ रामू जी के बेटे के घर के करीब हैं और इसकी शादी तय हो गई है ।।
राज जी - क्या शादी तय हो गई है!?
तय ही हुई है ना ।।हुई तो नहीं है।
वेद - नहीं सर जी इन दोनों की शादी परसों ही है !
राज - तुम्हें कैसे पता।
वेद - क्योंकि मेरे पिता जो पंडित जी हैं वही इन लोगों की शादी मंदिर में करा रहे हैं!
राज - अब मैं जैसा कहता हूं वैसा करो !? मुझे यह लड़की मेरे घर की बहू चाहिए !!
वेद - ठीक है सर !!!!!
अब क्या होगा फ्रैंड्स ।क्या करेगा वेद ।?
गौरी और शिव की शादी कराने के लिए ।।।।।