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लड़की को बात ना मानते देख उस आदमी ने गुस्से से दूसरे आदमी की तरफ देखते हुए कहा,, "इस बच्चे को उठाकर भट्टी में फेंक दो। अब इसके हाथ में इसका भाई नहीं उसकी राख ही आएगी।"
उस आदमी की बात सुनते ही उसे लड़की की आंखें shock से फेल कर बड़ी हो गई। और डर के मारे थर थर कांपने लगी।
उस आदमी के कहते ही अचानक से एक उस अंधेरी जगह पर एक दरवाजा ऊपर को खिसका,, और उसी के साथ गर्म भट्टी के जलते अंगारे उसे लड़की की आंखों के सामने आ गए।
अपनी आंखों के सामने जलती भट्टी के लाल अंगारों को देखने के बाद वो लड़की मछली की तरह उस लड़की की पकड़ में फड़फड़ाते हुए बोली,, "नहीं.....मेरे भाई को छोड़ दो। मेरे भाई को मत जलाओ। तुम जो बोलोगे....मैं वो करूंगी। प्लीज....मेरे भाई को छोड़ दो।"
उस लड़की के इतना कहते ही उस आदमी ने दूसरे आदमी को इशारा किया,, तो जलती हुई भट्टी का दरवाजा एक बार फिर से बंद हो गया।
उस लड़की के हामी भरते एक बार फिर से वहां का माहौल शांत हो गया।
वो आदमी जो इस वक्त अपने बॉडीगार्ड्स को उस लड़की के साथ ये सब करते हुए देख रहा था,, वो आदमी आगे आया। तो उसके चेहरे पर रोशनी पड़ गई।
उसका गोरा रंग,, attrective face and handsome persnality को देख कर कोई नहीं कह सकता था,, कि...वो चोरी छिपे ऐसा कोई भी काम करता है। जिसे देखकर लोगों का दिल दहल जाए।
उसकी आंखों पर goldan frame का पावर लेंस लगा हुआ था । उसने सूट बिजनेस सूट पहना हुआ था। और साथ ही उसकी बॉडी इंपॉर्टेंट कपड़े वॉच और जूते से लैस थी।
उस आदमी ने पॉकेट से एक sigret का packet निकाल कर सिगरेट सुलगाई,, और सिगरेट का एक लंबा कश लेने के बाद धुंए को हवा में छोड़ते हुए बोला, , "इसे अपनी ब्यूटीशियन के पास लेकर जाओ। इसका रूप निखरकर नजर आना चाहिए।"
"मैं नहीं चाहता इसकी ये सड़ी सी शक्ल देखने के बाद Dad के गेस्ट डील को छोड़कर भाग जाए, और अगर... हमारे गेस्ट भागे,, तो इस लड़के को जिंदा जला देना। वो भी इसी की आंखों के सामने भट्टी में डालकर।" अपने सामने खड़ी बॉडीगार्ड को order देने के बाद उस आदमी ने एक बार फिर से सिगरेट का कस लिया। और उसके बाद सीधे वहां से बाहर निकल गया।
उस आदमी के बाहर जाते ही वो लड़की अपने भाई के पास जाना चाहती थी। लेकिन,, वहां खड़े तीनों बॉडीगार्ड्स में उस लड़की को पकड़ा। और उसे खींचते हुए, , कोयले की फैक्ट्री से बाहर लाकर गाड़ी में फेंक दिया।
"मुझे मेरे भाई से तो मिलने दो। नहीं तो....."
उस लड़की ने रोते हुए इतना ही बोला था,, कि.... दूसरा बॉडीगार्ड उसे दांत पीसते हुए आंखें निकाल कर देखने लगा।
उस body builder को अपनी तरफ इस तरह से देखते पाकर वो लड़की चुपचाप बैठ गई। और अपने मुंह से बिना एक शब्द निकाले वो लड़की अब जो उसके साथ होने वाला था,, उसके लिए खुद को तैयार करने लगी।"
" दीप्ति. ... तुझे ये करना ही होगा। मां ने तुझे तेरे भाई की जिम्मेदारी दी थी। अगर....तू उसे भी नहीं बचा सकी,, तो फिर....तेरे जीने का कोई फायदा नहीं। " खुद से ये सब बात बोलते हुए दीप्ति ने अपनी आंखों में आए आंसुओं को पोंछा,, और अपने दिल ओर दिमाग को मजबूत करने लगी।
०००००
1 घंटे बाद. . ..
दीप्ति को एक कमरे में लाकर छोड़ा गया,, तो कई सारी ब्यूटीशियन ने आकर दीप्ति को घेर लिया, और उसके सारे कपड़ों को निकलने लगी।
दीप्ति ने खुद को बचाने के लिए अपने हाथों से खुद को cover करने की कोशिश की,, तो सामने खड़े बॉडीगार्ड्स ने beautetion को आर्डर देते हुए कहा, , "ये लड़की में आधे घंटे में मुझे रेडी चाहिए। अगर.... ये कोई नखरे दिखाए,, तो मैं बाहर हूं। मुझे बता देना।"
ब्यूटीशियन से इतना कहने के बाद वो सांड जैसा बॉडीगार्ड्स कमरे से बाहर निकल गया।
अब बेचारी दीप्ति खुद को बेबस महसूस करते हुए उन सारी लड़कियों को देखने लगी।
लेकिन कुछ ही सेकंड के बाद उसने अपना सर झुकाकर अपने हाथों को खुद ही खुला छोड़ दिया,, और उसके साथ जो वो लड़कियां करना चाहती थी उन्हें करने दिया।
आधे घंटे के बाद दीप्ति,,
red colour की short ड्रेस,, हाथों में ब्रांडेड ब्रेसलेट ,, गले में ब्रांडेड नेकलेस, कानों में छोटे-छोटे इयररिंग्स, खुले बाल,, उसकी बड़ी-बड़ी आंखों पर लगा काजल और मस्कारा, , इन सब ने दीप्ति की खूबसूरती में चार चांद लगा दिए थे।
कोई भी उसे देखकर ये नहीं कह सकता था, कि.... ये वही लड़की है,, जो कुछ देर पहले तक एक बंद पड़े कमरे में बुरी सी हालत में बस रोए जा रही थी।
बॉडीगार्ड ने जैसे ही दीप्ति को बाहर आते देखा, तो अपनी आंखों के सामने खड़ी दीप्ति को देखने के बाद उस बॉडीगार्ड की आंखें हैरानी से फेल कर बड़ी हो गई, और उसके मुंह से लार टपकने लगी।
लेकिन, अगले ही पल वो body gaurd अपने होश में आया, और दीप्ति को गाड़ी में डालकर तेजी से वहां से निकल गया।
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1 घंटे के बाद वो गाड़ी आकर फिर से एक hotel होटल के सामने आकर रुक गई।
दीप्ति अपनी बगल वाली सीट पर बैठे बॉडीगार्ड से बचने के लिए बुरी तरह से घबरा रही थी। क्योंकि... जिस तरह से वो बॉडीगार्ड दीप्ति को लस्ट भरी नजरों से देख रहा था,, उसे देखकर दीप्ति बुरी तरह से घबरा रही थी।
जैसे ही गाड़ी का दरवाजा खुला, तो उस बॉडीगार्ड ने दीप्ति के हाथ को पकड़ कर गाड़ी से बाहर निकाला। और दीप्ति की कमर में हाथ डाल कर दीप्ति को जबरदस्ती होटल के अंदर ले गया।
दीप्ति उस बॉडीगार्ड के साथ नहीं जाना चाहती थी। लेकिन,, जबरदस्ती दीप्ति को उस बॉडीगार्ड के साथ चलना पड़ रहा था।
लिफ्ट में enter करने के बाद उस बॉडीगार्ड ने लिफ्ट को बंद किया,, तो लिफ्ट 15 फ्लोर पर आकर रुक गई।
लिप से बाहर निकालने के बाद वह बॉडीगार्ड एक बार फिर से होटल के कॉरिडोर में चलने लगा।
कुछ ही secounds के बाद उस बॉडीगार्ड ने एक room का door open किया, ओर दीप्ति को उस कमरे में फेंक कर दरवाजे को फिर से बंद कर दिया।
कमरे के अंदर जाने के बाद दीप्ति ने जैसे ही कमरे में नजरे घूमा कर देखा,, तो दीप्ति की सांस ही रुक गई।
Hotel के उस लग्जरियस रूम में दीप्ति को अपने आगे सामने खड़ी दो लड़कियां नजर आ गई, , जो इस वक्त बिलकुल बिना कपड़ों के उस कमरे में खड़ी थी। और एक दूसरे को lip to lip kiss किये जा रही थी।
उन लड़कियों ने जैसे ही दीप्ति को देखा,, तो वो दीप्ति को देखकर मुस्कुराने लगी।
"Ohhh... So,, damen की new target ये लड़की है।" दीप्ति को देखकर उनमें से एक लड़की ने दीप्ति से कहा।
" लगता है फर्स्ट टाइम है" दूसरी लड़की ने हंसते हुए पहली लड़की से कहा,, और उस लड़की के सीने पर हाथ घुमाने लगी।
"चु चु चु चु... First time ह तो, बहुत बुरा होने वाला है बेचारी के साथ।" दूसरी लड़की ने उस लड़की से इतना कहा,, और फिर दीप्ति के पास आकर दीप्ति की शॉर्ट ड्रेस को उतार शोल्डर से उतारते हुए बोली,, "किसको टारगेट करके तुम्हें या लाया गया है,, बाप... माँ या बहन?"
उस लड़की की हरकतों की वजह से दीप्ति डरने लगी थी।
लेकिन, फिर भी दीप्ति ने घबराते हुए जवाब दिया,, "भाई-भाई को बचाने के लिए यहां आई हूं। मुझे मेरे भाई को बचाना है।"
दीप्ति की भाई को बचाने वाली बात को सुनते ही वो दोनों लड़कियां हंसने लगी।
"तुम्हें लगता है तुम अपने भाई को बचा पाओगी? " पहली लड़की ने दिव्या के बालों को पीछे करते हुए कहा।
" अरे. .. वह लोग तुम्हारे भाई को वैसे भी मार देंगे। " दूसरी लड़की ने दीप्ति के पास आते हुए कहा।
"और नहीं तो क्या। एक ही रात में मेरे साथ तीन-तीन लुक्खों को सुलाने के बाद इन लोगों ने मेरे बाप को मेरी आंखों के सामने मार डाला। तेरा तो भाई है। वो तो वैसे भी नहीं बचाने वाला।" पहली लड़की ने गुस्से से भरकर कहा।
"ओर मेरी तो बहन को 3, 3 लड़को से नोचवा दिया इन कमीनो ने। तुम्हें क्या लगता है, कि.... तुम अपने एक भाई के लिए ये सब करोगी, तो वो तुम्हारे भाई को छोड़ देंगे। इस भ्रम से बाहर निकलो dear." दीप्ति को ये सब बताकर वो लड़की फूलों से सजे bed पर बैठ गई।
ये सब जानने के बाद दीप्ति को अपने भाई के लिए बेचैनी होने लगी थी।
" मैं अपने भाई को बचाने के लिए ये सब करने के लिए आई थी। लेकिन, जब मेरा भाई ही नहीं बचेगा तो फिर मुझे ये सब करने का क्या फायदा। इससे तो अच्छा है,, कि.... मैं अपनी जान दे दूं। या तो मुझे अपने भाई को बचाना होगा,, या फिर मुझे अपनी जान दे देनी चाहिए।" अपनी जगह पर खड़ी दीप्ति के घबराते हुए ये सब सोच ही रही थी, कि.... तभी अचानक से उस रूम का दरवाजा खुला, और दीप्ति अपने ख्यालों से बाहर आ गई।
लेकिन, अपने ख्यालो से बाहर आने के बाद दीप्ति ने जो देखा, उसे देखने के बाद दीप्ति लड़खड़ाते हुए दो कदम पीछे हट गई, और डर के मारे उसकी सांस फूलने लगी।
आखिर क्या देख लिया है दीप्ति ने. ..??
और कौन है दीप्ति???