की तभी एक लड़की की आवाज आती है ,,,,,,यह क्या कह रही हो मां,,,,,आप ऐसा कैसे कह सकती हैं,,,,,,कि आप अपना वक्त भूल गई है ,,,,,,जब डैड बीमार थे ,,,,,,तब इन्हीं के खानदान ने आपकी मदद की थी,,,,,,,,,,
और वह रुही थी ,,,,,,जिसने आपको पैसे दिए थे ,,,,,,डेड की इलाज के लिए,,,,और आप इस गिरा हुआ कह रहे हैं
अरे माँ किस पर,,,,,मुसीबत नहीं आती ,,,,,,,,एक वक्त था जब हम पर मुसीबत आई थी,,,,,,,और आज मुसीबत रूही पर आई है,,,,,,तो आप ऐसे ,,,,,मुह मौड रहे हो
अगर आपको उसकी मदद नहीं करतो,,,,तो कह दो,,,,,,और वैसे भी वह आपसे चाहती ही क्या है,,,,,,सिर्फ यही ना,,,,,,कि आप उसे बता दो ,,,,कि उसकी मां कहां है ,,,,,अगर नहीं बताना तो ऐसे उसे बातें तो मत सुनाओ,,,
अपनी बेटी की बात सुन उसकी मां शर्मिंदा हो जाती है ,,,,,,,क्योंकि उसकी बेटी सही तो कह रही थी,,,,
जब वह सब मुसीबत में थे,,,,,,,,तब रुही ही थी,,,,,जिसने उनकी मदद की थी,,,,,,,लेकिन फिर भी वह अपने चेहरे पर घमंड लिए,,,,,,,तो क्या हुआ ,,,,,,,,जो इसने हमारी मदद करती
हम कोई खूनी या टेररिस्ट थे नहीं,,,,कि यह हमारी मदद ना करती,,,, लेकिन यह एक खुनी है ,,,,,,,,,और मैं किसी खुनी की मदद नहीं कर ससकती,,,,,,,,यह कह वह ,,,,,वहा से,जाने लगती है
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Aab aage______________________
उसे जाता देखा ,,,,उसे औरत की बेटी ,,,,ठीक है मां आप नहीं मदद कर सकती,,,,,,तो मैं इसकी मदद करूंगी,,,,,,,क्योंकि आप भुल सकते हो
कि इसने हमारी मदद की थी ,,,,लेकिन मैं नहीं,,,,यह कहे वह खुद ही रुही के पास जा उसकी मां के बारे में बताने लगते हैं
की कैसे तुम्हारी जेल जाने के बाद कुछ गुंडो ने तुम्हारी मां को धक्के मार के घर से निकाल दिया था ,,,,,,,,,उनकी हालत भी बहुत खराब हो गई थी ,,,,,,,कोई भी उन्हें सहारा नहीं दे रहा था ,,,,,,और वह अकेले ही इस मोहल्ले में घूमती थी,,,
और आगे बोलते बोलते हैं उसकी जवान लडखडा रही थी ,,,, जिससे वह अपनी लड़खडाती जुबान से,,,,,,,,और तुम्हारी मां के सामने कोई भी आता तो तुम्हारी मां उसे पत्थर से मरती थी
मतलब उन्हें एक मेंटल प्रॉब्लम हो गई थी,,,,,,जिससे सब लोगों ने ,मतलब,,,,,,मोहल्ले के सब लोगों ने ,,मिलकर,,,,,,तुम्हारी मां को मेंटल असाइनमेंट में भेज दिया ,,,,,,आई मीन तुम्हारी मां इस वक्त पागल खाने में है
जब रहि,,,,,यह सुनती है ,,,,,,,तो उसका दिल जैसे सुन्न सा हो जाता है
उसे अपने दिल में इतना दर्द हो रहा था,,,,,,,,,कि उसका दिल कह रह था ,,,,,,कि अभी वह अपने दिल को निकाल कर फेंक दे
क्योंकि वह खुद को हारा हुआ देख सकती थी,,,,,,लेकिन अपनी मां को पागल नहीं ,,,,,,जिससे रूही बगैर रुके ,,,,,,वहां से अपने उल्टे कदम ले चली जाती है
वह पैदल ही चली जा रही थी ,,,,,,,उसकी आंखों से लगातार आसू बहे जा रहे थे ,,,,,,,वह बस रोते हुए कुछ सोची जा रही थी
चारों तरफ से फूल ही फूल था रोहि अपनी मम्मी की आंखों में पट्टी बांधे और उन फूलों पर चलते हुए,,,,,,,उसे एक जगह लेकर जाती है
की तभी रूही अपनी मां की आंखों से पट्टी खोलते हुए,,,,,,जोर से चिल्लाती है सरप्राइज तो उसकी मां वहां का नजारा देख बहुत खुश होती है उसके सामने उसका पति खड़ा था ,,,,,,,,,जो अपने हाथों में केक लिए हुए था,,,,,,,यह शाम का टाइम था चारों तरफ से लाइटी ही लाइटी थी,,
और आसपास पेड़ पौधे थे और उसके थोड़ा दूर एक झरना था यह नजारा देखने में बहुत ही खूबसूरत लग रहा था
यहां पर सिर्फ और सिर्फ वही उसकी मॉम डैड थी,,,,,,, क्योंकि आज उसकी मॉम का बर्थडे था,,,,,,,,और यह सरप्राइज किसी और ने नहीं,,,,,,,रूही ने अपनी मॉम को दिया था ,,,,,,,,,,,जिससे उसकी मां की फेस पर स्माइल आ जाती है ,,,,,,,और वह अपनी नम आंखों से,,,,,अपनी बेटी की तरफ देखते हुए ,,, थैंक यू बेटा
जिसे सुन ,,,,,रूही मुंह फूलते हुए ,,,,यह क्या,,,,,,,खुशियों के टाइम पे आंसू ,,,,,,ये पुष्पा,,,,,,,मुझे तेरी यह मोटे-मोटे आंसू अच्छे नहीं लगते,,,,, यह कहते हुए रूही जोर-जोर से हंसने लगती है
और अपनी मम्मी के गालों पर किस करते हुए ,,,,लव यू माम्मा और आपको यह सरप्राइज कैसा लगा
और वह रुही के गालों पर,,,हाथ रखते हुए जानवी ,,,,,,,,,बहुत अच्छा
और फिर रोहि के गालो से हाथ हटा,,,,,,दूसरी तरफ मुंह करते हुए,,, ,लेकिन क्या फायदा,,,,,,,यह तो तुम्हारी तरफ से,,,,आखरी तोहफा है
क्यों माम्मा आप ऐसे क्यों कह रहे हो
अपनी बेटी की बात सुन,,,,जानवी ,,,,,,अपने अंदर-अंदर मुस्कुराते हुए,,,,,,,,क्योंकि अगर तेरी शादी हो गई,,,,,,तो तु थोड़ी ना मुझे ,,, ,,ऐसे सरप्राइज दिया करेगी,,,,,,,,,,तू तो अपने सास को सरप्राइज दिया करेगी
उसकी बात सुन रुही,,,,,,,,,अपनी मां को पीछे से गले लगाते हुए ,,,,,ऐसा कभी नहीं होगा मां,,,,,,,,मैं आपको कभी नहीं भूलूंगी ,,,,,,जिंदगी भर मैं आपको ऐसे ही सरप्राइस दूंगी ,,, , ,,,,,जब भी आपको बर्थडे आएगा ,,,,,,,,,,आपको मैं ऐसे ही फुलो पर चल कर लाऊंगी
अगर कभी ऐसा हुआ,,,,,,,,तो मैं किसी से शादी ही नहीं करूंगी ,,,,,,उसके बाथ सुन,,,,,,जानवी उसके गालों पर ,,,,,,,,थपकी देते हुए चल बदमाश ,,,,,,,कुछ भी बोलती है ,,,,,शादी नहीं करेंगे
की तभी रूही की डैड,,,,,,,अरे तुम मां बेटी तो आपस में एक दूसरे को प्यार लुटा रही हो,,, ,और मेरा क्या होगा ,,,,,,,,,,तुम दोनों तो मुझे भूल ही गई
रुही अपने डैड की बात सुन,,,,,,,अपनी डैड की तरफ देखते हुए,,,, हां आज मेरा सारा का सारा प्यार ,,,,,,,सिर्फ मम्मी के लिए,,,,,,क्योंकि आज मम्मी का बर्थडे है ,,,,,,,,तो आप भुल जाइए ,,,,,,,और वैसे भी माम्मा आपसे ज्यादा प्यार,,,,,,,मुझसे करती हैं ,,,,,,, रूही की बात सुन ,,,,,तीनों जोर जोर से ,,,हंसने लगते हैं
यह बात याद करते हुए,,,,,,,,,रुही के आंखों से ,,,,,,आंसू लगातार गीर रहे थे
वह गातार रोते हुए,,,,,,,अपनी मन में ,,,,,,,,,मुझे माफ कर दो मा,,,,,,मैं आपकी अच्छी बेटी नहीं बन पाई,,,,,, यह कहते हुए उसकी आंखों से आंसू रुकने का ,,,,नाम ही नहीं ले रहे थे
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और वहीं दूसरी तरफ,,,,,,एक लड़की रोते हुए आदित्य छोड़ो मुझे ,,,,दर्द हो रहा है
लेकिन वह लड़का उसे लड़की को नहीं छोड़ता,,,,,,, और जबरदस्ती घसीटते हुए ,,,,,,,,उसे अपने कमरे में ले जाने लगता है,,,
और उसे बेड पर फेंकते हुए,,,,,,,,,मैंने तुम्हें कितनी बार कहा है ,,,,,,,कि लड़कों से दूर रहा करो,,,,,,,,,,लेकिन नहीं,,,,,,,,तुम्हें तो जैसे समझ हीं नहीं आता
मैंने मैंने कहा था ना,,,,,,,की मैं तुम्हें हाथ नहीं लगाऊंगा ,,,,,,,,,जब तक तुम नहीं चाहती ,,,,,,,बस में यही चाहता था ,,,,,,,,कि तुम कभी किसी लड़की के साथ मुझे नहीं दिखनी चाहिए ,,,,,,,,,,लेकिन तुम तुमने मेरी बात नहीं मानी ,,,,,,,,,लगता है तुम चाहते नहीं थी ,,,,,,,,,कि मैं तुम्हारे साथ अच्छा पेश आओ ,,,,,,,,तभी तो तुमने मेरी बात टाली
और फिर अपने शर्ट के बटन खोलते हुए बेड की तरफ आते हुए ,,,,,,,तुम तुम भूल जाती हो कि एक्चुअली तुम मेरी बीवी हो और तुम्हारा एक पति है ,,,,,,,,,
तो कोई बात नहीं,,,,,,,,आज मैं तुम्हें पूरी तरह से याद दिला देता हूं ,,,,,,,,,,कि तुम्हारा एक पति भी है,,,,,,,,,,यह कहते हुए आदित्य,,, ,, उसे लड़की के ऊपर आ जाता है और,,,,,,,,,,उसके होठों पर अपने होठो को रख,,,,,,फोर्सफुली किस करने लगता है
और वही वह लड़की रोते हुए ,,,,,,,,,,आदित्य प्लीज,,,,,,मुझे छोड़ो,,, तुमने जो देखा ,,,,,,,,,वह सही नहीं था ,,,,,,,वह सिर्फ मेरा क्लासमेट था,,,,,,,,,,,मेरा यकीन करो ,,,,,,,,,,,मेरा उससे कोई नाता नहीं है ,,,,,,,,यह कहते हुए वह लड़की रोये जा रही थी
और वही आदित्य उस लड़की की कमर को दबाते हुए,,,,,,,,,,,तुम्हें जितना रोना है,,,, रोओ,,,,,,,,,,लेकिन मैं आज तुम्हें छोड़ने वाला नहीं हूं,,,,,,,,,,तुम्हें भी तो पता चले,,,,,,,,,मेरी बात ना मानने का,,,,,,,,क्या नतीजा होता है
यह कह अदित्या,,,,,,एक झटके में उस लड़की के,,,,,,,,सारे कपड़े फाड़ कर,,,,,,,,जमीन पर फेंक देता है,,,,,,और दोबारा उसके उपर आ,,, उसे चुमने लगता है,,,,,
और वही वह लड़की ,,,,,,,आदित्य के नीचे दबे,,,,,,,, ,रोते हुए खुद को छुड़ाने की कोशिश किये जा रही थी,,,,,,,,
और यह लड़की कोई और नहीं साइना थी,,,,,,,,,जिसकी शादी कुछ महीने पहले ही,,,,,,आदित्य से हो गई थी,,,,,,,,
और आदित्य से पहले ही कहा था,,,,,,,कि जब तक तुम्हारा पूरा कॉलेज कंप्लीट नहीं हो जाता ,,,,,,,,मैं तुम्हें हाथ नहीं लगाऊंगा ,,,,, बस उसके बदले तुम्हें मेरी बात माननी होगी
लेकिन जब उसने ,,,,,साइना को,,,,,,,किसी लड़के के साथ देखा ,,, तो उसका दिमाग खराब हो गया ,,,,,,,उसे साइना पर बहुत गुस्सा आने लगा ,,,,, ,,,उसे ऐसा लग रहा था,,,,,,,,,की कहीं साइना,,,,,,,,उसे छोड़कर चली ना जाए,,,,,,,,,,वह आप किसी भी हाल में साइना को अपना बनाना चाहता था,,,,,,चाहे प्यार से या फिर गुस्से से
जिससे आदित्य बस साइना को किस किये जा रहा था ,, और फिर उसके ऊपर से थोड़ा उठ अपने कपड़े उतारने लगता है
और वही साइना,,,,,,,,आदित्य को अपने ऊपर उठता देख,,, , जल्दी से खुद को छुपाने लगती है
और आदित्य की तरफ देखते हुए ,,,,,,,,अपने नम आंखों से ,,,,,,अदित्य प्लीज,,,,,,,,ऐसा कुछ मत करो ,,,, मुझसे दूर रहो ,,,,,,,,मैं वादा करती हूं,,,,,,,,,अब दोबारा ऐसी गलती नहीं होगी ,,,,,,,पर प्लीज मेरे साथ ऐसा कुछ मत करो
लेकिन आदित्य उसकी एक नहीं सुनता ,,,,,,,,,और दोबारा उसके ऊपर आ,,,,,,,,,,,उसके होठों पर होठ रख,,,,,,,,,,किस करने लगता है
और कुछ कुछ ही देर में बगैर किसी मॉर्निंग के ,,,,,डायरेक्टर साइना के अंदर इंटर करता है,,,,,,,,जिससे एक जोरदार चीख,,,,,,,उस कमरे में साइना की सुनाई देती है,,,,,,,,,यह चीख बहुत ही दर्दनाक थी
लेकिन आदित्य तब भी नहीं रकता और साइना के अंदर फोर्सफुली मूव करने लगता है
और लगभग 3 घंटे की मेहनत के बाद आदित्य एक गहरी सांस ले,,,,,,,,साइना के ऊपर से उठता है ,,,,,,,,तो देखता है कि,,,,,,,,,साइना धीरे-धीरे अपनी आंखें बंद कर रही थी ,,,,,,,उसे अपनी आंखें बंद करता देख
फिर से दोबारा उसके ऊपर आ,,,,,,,,,,उसके फेस को देख ,,,,,,साइना के कमर को सहलाते हुए ,,,,,,ओपन योर आइज माय लिटिल विइफे
वरना मुझे देरी नहीं लगेगी,,,,,,,,,दोबारा तुम्हारे साथ वह सब करने में,,, यह कहते हुए,,,,,,,उसके फेस पर डाविल स्माइल थे,,,
जिसे साइना ,,,,,,जो अपनी आंखें बंद करने वाली थी ,,,,,,,वह झट से अपनी आंखें खोल ,,,,,,,अपने चेहरे की बिल्कुल नजदीक आदित्य का चेहरा देख ,,,,,,उसे देखने लगती है,,,,,,,,,आदित्य को अपने इतने नजदीक देख,,,,,साइना की आंखों में दोबारा आंसू आ जाते हैं
जिसे देख आदित्य झट से ,,,,,,,,नीचे झुक,,,,,,साइना के आंसू पर,,,,,,,अपने होंठ रख देता है ,,,,,,,और उसे लिक कर ,,,,,,,,,
दोबारा साइना के फेस को देखते हुए ,,,,,,,,यहां आसूं मैंने दिए है ना माय लिटिल विइफे,,,,,,,
तो याद रखना,,,,,,,,अगर तुम आगे ,,,,,नहीं चाहती इस दर्द को साहेना ,,,,,,,,,तो मैं कभी दुबारा,,,,,किसी भी लड़के को,,,,,,,तुम्हारे आसपास ना देखु,,,,,,,,यहां कह आदित्य झट से ,,,,,,,साइना के ऊपर से ,,,,उठ जाता है
और बगैर कोई मौका दिए,,,,,साइना को ,,,,,अपने को बाहों ले,,,,,,बाथरूम की तरफ चला जाता है
और वहीं दूसरी तरफ, ,,,,,,,,एक लड़की किसी खूंखार शेरनी की तरह ,,,,,,,सामने सोफे पर बैठी थी ,,,,,,,,,,उसके फेस पर मास्क लगा था,,,,,,,,वह देखने में ही किसी डेविल क्वीन से काम नहीं लग रही थी,,,,,,,जिसे देख किसी की भी रुह काप सकती थी
की तभी कुछ लोग एक लड़के को जबरदस्ती उस लड़की के सामने खड़ा कर देते हैं,,,,,,,और वही वह लड़का,,,,,,,जो पहले काफी डरा हुआ था,,,,,,,,अपने सामने किसी लड़की को देख उस पर हंसते हुए ,,,,,,,तो तुम मुझे इसके पास लाए हो,,,,,
कौन है या लड़की और क्या होगा इस लड़के का और क्या साइना कभी माफ करेगी अदित्या को,,,,