m mar jaungi

जिसे सुन रुहि चिखते हुए,,,,,,,खबरदार जो मेरी मां को मरा हुआ कहा तो,,,,,,,मेरी मां जिंदा है ,,,,,,,और फिर वह,,,,, फिर से अपनी माँ को उठाने लगती है

की तबी उनमें से एक आदमी,,,,,,अरे चलो ,,,,चलो अब तो इस भिखारन की बेटी आ गई है ,,,,,,यह संभाल लेगी ,,,,,,यह कहे सब अपने अपने कामों में चले जाते हैं

और वही रूही जबरदस्ती अपने आंसुओं को साफ करते हुए, ,,,,,,ह हां हां ,,,,,मैं में मैं ,,,,,अपनी मां को बचा लूंगी,,,,,,,यह कहते हुए ,,,,,,,, रुही जबरदस्ती अपनी मां को उठाने लगती है ,,,,,,,,लेकिन उसकी मां काफी भारी थी,,,,,,,और रुही काफी कमजोर,,,,,,क्योंकि वह 7 सालों से जेल में थी,,,,,,,,,,,और उसने तो कई दिनों से खाना भी नहीं खाया था ,,,,,,,,,,और उसे जेल में भी रोटी जल्दी नहीं मिलती थी,,,,,,,,,,,उसे तो चार चार पांच दिनों तक,,,,,,,भूख रखा जाता था जिससे उसकी बॉडी बहुत ही कमजोर हो गई थी

लेकिन रूही हिम्मत नहीं है हारती ,,,,,,,,और वह बड़ी मुश्किल से किसी तरह ,,,,,,,अपनी मां को उठा,,,,,,,किनारे ले जा,,,,,,, अस्पताल पहुंचाने के लिए ,,,,,,,किसी से हेल्प मांगने लगती हैं,,,,,,,,लेकिन कोई भी उन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए तैयार नहीं था

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अब आगे_____________

जिससे रूही की आंखों में लगातार आंसू आने लगते हैं ,,,,,,,, उसने अपनी मां को अस्पताल पहुंचाने के लिए,,,,,,,,,,पता नहीं कितने लोगों से मिन्ते,, मागी,,, लेकिन किसी ने भी उसकी मदद करने के लिए ,,,,आगे नहीं आए थे

की तभी उसकी नजर एक बूढ़े अंकल पर जाती है,,,,,जो एक रेडी पर कुछ सामान रख,,,,,,चलाते हुए उसे ले जा रहे थे

जिससे रुही मदद उस अंकल के पास जा,,,,,,उनसे मदद मांगती है ,,,,,,,जिससे वह बुढ़ा आदमी उसकी मदद करने को तैयार हो जाता है,,,,,

क्योंकि उसे रूही पर बहुत तरस आ रहा था ,,,,,,और अच्छा भी लग रहा था,,,,,,,कि आज भी कुछ ऐसे बच्चे हैं ,,,,,,,,,जो अपने मां-बाप की कदर करते हैं,,,,,,,,,,ना कि उसके बच्चे की तरह ,,,,,,,,,सड़क पर छोड़ देते हैं ,,,,,,,जिससे उनका दिल पसीज जाता है ,,,,,,जिससे,,,वह अपना रेडी उसे ले जाने को ,,,,,दे देता हैं

और फिर वह रोहि दौड़ते हुए अपनी मां के पास जा ,,,किसी न किसी तरह अपनी मां को,,,,,,, रेडी पर लेटा देती है ,,,,,,,,और फिर खुद ही रेडी को चलाते हुए,,,,,,,,,,,,,वही किसी पास अस्पताल की तरफ,,,, ले जाने लगती हैं,,,,,

साइकिल चलाते-चलाते हैं,,,,,,,उसके पेट में बहुत तेज दर्द होने लगा था,,,,,,,,उसे ऐसा दर्द हो रहा था ,,,,,,,,कि जैसे उसका पेट कट गया हो ,,,,,,,उसे,,,,, यह दर्द बर्दाश्त नहीं हो रहा था ,,,,,

,लेकिन फिर भी वह,,,,,पूरी हिम्मत बढ़ा वह साईकिल चलाए जा रही थी

इस वक्त रोहित पूरी पसीने से भीज चुकी थी ,,,,,और फिर वह,,,,,,,,उसे चलाते हुए ,,,,,,एक बार पीछे मुड़ अपनी मां को देखते हुए,,,,,,,प्लीज माँ मुझे छोड़कर मत जाना,,,,,,यह कह रूही,,,,,फिर साइकिल चलाने लगती हैं

लेकिन अब रूही से,,,,,, अपना यह दर्द बर्दाश्त नहीं हो रहा था ,,,,,,,,,जिससे रुही ,,,,,,अपनी साड़ी का पल्लू फाड ,,,,,,,अपने पेट पर बांध देती हैं ,,,,,,,ताकि उसके पेट दर्द ,,,,कम हो जाए ,,,,,,

और कुछ ही देर में रुही होसपिटल पहुंच जाती है,, , , और उसका इलाज भी सूरू हो जाता है,,,, 

और वही डॉक्टर ,,,,,,रूही को ,,,,उसकी मां के बारे में बताते हुए कहती है ,,,,,,,कि कि हमने आपकी मां को चेक कर लिया है

अब तो वह काफी हद तक ठीक है ,,,,,,,,, और हमने उनकी कई टेस्ट भी लिए है,,,,,,जिसका रिपोर्ट कुछ देर में मिल जाएंगे ,,,,,यह कह डॉक्टर रोहि की तरफ देखते हुए ,,,,,और प्लीज आप पैसे काउंटर पर जमा करा दीजिएगा ,,,,,यह कहे वह वहां से चली जाती है 

और वही रोहि पैसे का नाम सुनती है,,,,,,तब उसे याद आता है ,,,,,कि उसके पास तो पैसे थे ,,,,,,जो आयुष ने उसे दिए थे,,,,,,,जिसे याद कर,,वहां उस पैसे के बारे में सोचने लगती है

कि इस वक्त पैसे कहां होंगे ,,,,,,जिसे उसे याद आ जाता है ,,,,,,,, कि उसने वह पैसे तो,,,,,

जिससे रूही वहां से दौड़ते हुए ,,,,,हॉस्टपिटल से बाहर निकल जाती है,,,,,,,,, रुही रो रोते हुए ,,,,,आसमान की तरफ देखते हुए,,,,,,,प्लीज भगवान् जी पैसे वहीं पर हो,,,,,,कोई उसे न उठाय हो,,,,,,यह कहते हुए ,,,,,रूही लगातार भागे जा रही थी

उससे भागा भी नहीं जा रहा था ,,,,,,,उसकी सांसे उखड़ रही थी,,,,,,,उसका पैर भी दुख रहा था ,,,,,,,,और साथ में उसके पेट में बहुत तेज दर्द हो रहा था,,,, जिससे रूही दौड़ते हुए ,,,,,,,अपने पटी को थोड़ा और टाइट कर देती है ,,,,,,,,,जो इतनी देर बाद लॉस हो चुका था

लगभग डेढ़ घंटे दौड़ने के बाद,,,,,रूही उस जगह पहुंचती है ,,,,,,,जिस जगह उसकी मां का एक्सीडेंट हुआ था ,,,,,,वह उस जगह बहुच,,,,,, अपनी नजर चारों तरफ ,,,, घुमाते हुए ,,,, वह अपने पैसे ढूंढने लगती हैं

लेकिन उसे पैसे कहीं भी नजर नहीं आते ,,,,,,, जिससे रूही की आंखों में पानी आ जाता है ,,,,,,,, उसे इस वक्त बहुत रोना आ रहा था, ,,,,,,,कि उसकी किस्मत थी आज कल ,,,,, उसका साथ नहीं दे रही थी,,,,,,उसे मिले हुए पैसे भी ,,,,,अब उसके पास नहीं थे,,,

जिससे रूही,,, आसमान की तरफ देखते हुए ,,,,,,,क्यों भगवान क्यों क्यों ,,,,,,,आप मेरे साथ ऐसा करते हो ,,,,,,,क्यों आप बार-बार मेरी परीक्षा ले रहे हो

अब मैं थक गई हूं ,,,,,,मुझे भी सकून चाहिए ,,,,,,,जीने दो मुझे भी ,,,,,,,,क्यों भगवान मुझे एक अच्छी जिंदगी नहीं मिल सकती ,,,,,,मैं मांग ही क्या रही हूं ,,,,,,,,सिर्फ एक सुकून,,,,,,, यह कहते हुए रोहि जोर जोर से,,,,,रोने लगती है

आज उसे अपनी किस्मत पर रोना आ रहा था,,,,,,,,,कि भगवान ने उसकी किस्मत किस पेन से लिख दी है ,,,,,,,,,जो कि उसकी लाइफ में दुख जा ही नहीं रहा है 

और फिर वह फूट-फूट कर रोने लगती है,,,,,,,

और वह पागलों की तरह बढ़ बढ़ाई जा रही थी,,,,,,,,,कि मैं अपनी मां को नहीं खो सकती ,,,,,,,नहीं नहीं रुही मुझे कुछ करना होगा ,,,,,,,,आप मेरी लाइफ में सिर्फ और सिर्फ मेरी मां के सिवा कोई नहीं है ,,,,,,,अगर उन्हें कुछ हो गया ,,,, तो मैं,,,,,मर जाऊंगी,,,,,,,

इसलिए मुझे कुछ करना होगा ,,,,,, की तभी उसके दिमाग में आयुष का ख्याल आता है ,,,,,हां हां आयुष आयुष मेरी मदद जरूर करेगा,,,,,,,

की तबी उसे याद आता है ,,,,,कि उसने तो आयुष का दिया हुआ नंबर भी फाड़ दिया था ,,,,, जिससे उसे, ,,,खुद पर बहुत गुस्सा आने लगता है

जिससे वहां जल्दी से उसे जगह से उठ जाती है,,,,,,और फिर भागते हुए ,,,,,,बस स्टैंड के पास जा ,,,,,जमीन पर पागलों की तरह, ,,,,उस पेज को धुडने लगती है

जो कुछ देर पहले उसी ने फाड़ दिए थे,,, लेकिन उसे एक भी पेज नहीं मिलता,,,,,, जिससे वह पागलों की तरह ,,,,,अपने बाल पकड़ ,,,,,एक चीख के साथ ,,,,,, रोते हुए,,,,,,,, अब में क्या करूं 

और वह वहां बैठे जोर-जोर से रो रही थी ,,,,,उसे समझ नहीं आ रहा था,,,,,,, की वह आब,,,,इतने पैसे का इंतजाम ,,,,,करे तो करें कहां से ,,,,,,कितने मुश्किल से कुछ ही पैसे मिले थे,,,,वह भी उसने गवा दिए,,,,,और साथ में आयुष का नंबर भी

वही लोग खड़े हो,,,,,रूही को रोता हुआ तमाशा देख रहे थे ,,,,,

और फिर रुही उन लोगों को देख,,,,,,,अपने आंसुओं को पूछ ,,,,,,,नहीं नहीं,,,,,तुझे अपनी मां को बचाना होगा,,,,,उसके लिए तुझे जो करना पड़े वह करेंगी,,,,,यह सोच,,,रूही दोबारा हॉस्पिटल की तरफ भागने लगती है

आज के लिए बस इतना तो रूही कैसे बचाएंगे अपनी मां को जाने के लिए पढ़ते रहे ,,,, माय डेविल हस्बैंड आई हेट यू

और हैप्पी हैप्पी न्यू ईयर ऑल ऑफ़ यूAnd Happy Happy New Year to all of you my reader and may you all have a very good year