Ghar ho rahi hoon bore
Tu lagaa le thoda zor
Disco mein nachne ka mann kare hardcore
Haan main daddy ko sula ke ,,,,Apni mummy ko pata ke Aa jaaungi tujhse milne,,,,Dress mini wali paa ke
इस गाने को सुन रुही गोल-गोल घूमते हुए ,,,,अपने हाथों को अपने कमर के पास ले जा,,,,धीरे-धीरे ऊपर की तरफ लाते हुए,,,,वहां गोल-गोल घूमने लगती है ,,,,इस वक्त रूही काफी फास्ट डांसिंग मूव कर रही थी
Jaanu kuch bhi tu kar,,,,,Mujhe nahi rehna ghar
Baby mujhe mere ghar se utha le,,,Mujhe mere ghar se utha le... utha le utha le... Oo Jaanu... aaj raat ka kaam bana le ,,,
oo Jaanu. scene bana le Jaanu... aaj raat ka scene bana le
वह तो बस आंखें पड़े रूही को देखी जा रहा था,,,, क्योंकि इस वक्त रूही सच में बहुत ही सेक्सी लग रही थी ,,,,रूही ने आज भी स्कर्ट ही डाली थी ,,,,,लेकिन इस बार वास कट फ्लाफी थी ,,,,,,जो कि,,,,,वह स्कर्ट सिर्फ रोहि के थाई को ही कवर कर रही थी,,,, स
की तभी वह लड़का उठकर ,,,,,अपने हाथ में वाइन का ग्लास लिए हुए ,,,,,,अपने कदम रुही की तरफ बढ़ा देता है,,,,,
रोही उस लाइट में,,,,,बीचो-बीच से डांस कर रही थी,,,,
रोहित को इस वक्त खुद पर घिन आ रही थी ,,,,,कि वह पैसों के लिए, ,,,, इस हद तक गिरती जा रही है,,,,,अब तो जैसे उसके पास कोई शर्म ही नहीं रह गई थी
क्योंकि वक्त ने उसे ,,,,सब कुछ छीन लिया ,,,,शर्म बची थी अब वह भी टूटती जा रही थी ,,,,,पैसे होती है ऐसी चीज,,,,,जो इंसान को किसी भी हद तक गिरा सकती है ,,,,,और रुही भ भी उस पैसों के लिए ,,,,,खुद को गिराती चली जा रही थी
और वही उस लड़के को उठता देख,,,,बाकी के भी लड़के उठकर ,,,,रूही के पास आ जाते हैं ,,,,,और उसके ऊपर पैसे देखने लगते हैं
Badshah Rap:
Gaadi main lagaunga tere ghar ke gate par ,,,,,Thik 11: 15 baje tu ho na jaiyo late par
Time waste na kariyo ,,,,,mera Baby mujhko kaam bahot hai
Entry ka koi chakkar nahi ,,,,Tere yaar ka naam bahot hai ,,,,,,Dress wahi tu daal lio ,,,,,Jo dali thi b'day pe,,,,
Party ke baad baby ,,,,chalenge apne adde pe ,,,,Wahan karenge fun! ,,,,Teri friendein bhi bula lenge,,,,,
Tu gaadi mein to beth ja,,baby,,,,,Scene bhi bana lenge
Kiss se tu sharma rhi hai,,,,Scene chalenge khulam khule,,,,,Jinka jor nhi chalta baby,,,,,unko padke le gye
thulle Police ki tension mat lio ,,,,,Minister apna bhai hai ,,,Jo naako pe khade hai ,,inki Bharti maine karayi hai ,,,,Aane waale hain exam Bas aaj ki shaam ,,,Agle weekend main busy hoon ,,,
Hai mujhe kuch kaam,,,,Baithi hoke excite Baby aaj ki night
Mujhko tu bas club mein ghusa de...,,,Mujhko tu bas club mein ghusa de!
Jaanu. Jaanu. Jaanu. Aaj raat ka scene bana le Jaanu... scene bana le Aaj raat ka scene bana le
और वही मिहिर का गुस्सा बढ़ता जा रहा था,,,,,रोहि को इस तरह देखकर
की तभी गाना बंद होता है और वह लड़का रोहि की कमर पकड़ अपनी तरफ खींच लेता
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अब आगे________
जिसे महसूस कर रुही,,,, सिर्फ अपने दांत भेजते रहे जाती है,,,,,,,क्योंकि वह उन लड़कों को कुछ नहीं कर पाए ,,,,,क्योंकि उसे शायद आप अपनी किस्मत पर कोई भरोसा ही नहीं रहा ,,,,,कि अब उसके साथ लाइफ में कुछ अच्छा होगा
जिससे वह लड़कों को बगैर कुछ कहे,,,, उस लड़के का हाथ ,,,,,अपनी कमर से हटाते हुए,,,,,,सर मैंने जो आपने कहा वह मैंने कर दिया,,,,,क्या आब में जा सकती हूँ,,,,यह कहे रूही धीरे से
नीचे झुक टेबल पर रखें उन पैसों को,,,,,,और जमीन पर बिखरे हुए ,,,,उन पैसों को उठाने लगती है
और वही मिहिर की आंखें गुस्से से लाल हो जाती है,,,,,रूही को इस तरह करते हुए देखकर,,,,
उसे रुही से ,,,,और भी नफरत होने लगी थी,,कि रुही कितनी घटिया और लालची औरत है,,,,वह पैसों के लिए कुछ भी कर सकती है ,,,,,,,कहीं भी किसी भी तरह का काम कर सकती है ,,,,,,,,वह किसी भी हद तक,,,,,नीचे गिर सकती है
उसे यकीन नहीं हो रहा था ,,,,,कि रोहि इस कदर बदल गई ,,,,कि जो गलती से भी,,,,,,उसके हाथ से पैसा या कोई भी चीज गिर जाए,,,,,, वह जमीन से कभी नहीं उठाती थी,,,यह सोचकर कि उसके पास बहुत पैसे हैं
लेकिन आज वह एक भिखारी की तरह,,,,,नीचे गिरे हुए पैसे को उठा रही थी
और वही रूही अभी जमीन से में पैसे उठा रहे थे ,,,,,कि तभी एक लड़का उसमें से एक नोट पर अपना पैर रख ,,,,, रुही को पैसे उठाने से रोक देता है ,,,,,और फिर उसे देखते हुए,,,,,,तुम्हें देखकर लग रहा है ,,,,,,,कि तुम्हें पैसों की बहुत जरूरत है,,,,,,तुम कहो तो,,,,,तुम्हें हम मुंह मागी रकम दे सकते हैं,,,,,बस तुम्हें,,,हमे ,,,एक रात खुश कर दो
की तबी,,,,उसमें से दूसरा लड़का,,,,हां हां हमें खुश कर दो,,,हम तुम्हें पैसों के नोटों से नहला देंगे,,,,,
की तभी वह लड़का,,,,,,, रुही को देखते हुए,,,अपने इस हुस्न को बेस्ट मत करो ,,,,,क्योंकि हमने सुना है ,,,,,तुम्हारी सिर्फ एक झलक को देखने के लिए,,,,,तुम्हारे लाखों आशिक मारे जा रहे हैं,,,,,और उनमें से एक हम भी हैं
आखिर में हमें भी अपने हुस्न का दीदार, ,,,,, यह कहते हुए वह डेविल स्माइल करने लगता है ,,,,,,जिससे रूही अपनी नजर उठा ,,,,,,एक नजर उस लड़के को देख,,,,,बगैर कुछ कहे,,,,,उस नोट को छोड़,,,,,बाकी के नोटों को उठाने लगती है
रूही अब तक एक ही नोट उठाई थी,,,कि वहां अगला नोट उठाती ,,,,,,उससे पहले ही,,,,,उसे अपने बाजू पर किसी के मजबूत हाथ महसूस होते हैं
जिसे महसूस कर रुही ,,,,,अपनी आंखें भीज लेती है,,,,,,और फिर अपना सर उठा ,,,,,,एक नजर ऊपर देखती है ,,,,,,,तो उसकी आंखें सामने खड़े,,,,,,,उस लड़के की, ,,,,लाल आंखों से जा मिलती है,,,,,,,,,
जिसे देख पता नहीं क्यों,,,,,लेकिन रोहि के होठों पर एक,,,,दर्द भरी मुस्कान आ जाती है,,,,,,क्योंकि रुही,,,,उसकी आंखों में,,,,,वह गुस्सा देख सकती थी,,,,,,जो उसने मैहर की आंखों में कुछ साल पहले देखे थे ,,,,,
लेकिन इस बार इस गुस्से में कुछ और भी था,,,,,,जिसे रूही नजर अंदाज नहीं कर पाई,,,,,,क्योंकि उसकी गुस्से में एक नाराजगी नजर आ रही थी ,,,,,,, जिसे महसूस कर,,,,,,रुही बगैर कोई रिएक्ट किये,,,,,,,वहां अपना दूसरे हाथ से,,,,,नोटों को उठाने लगती है
रुही उस नोटों को छू भी पाती,,,,,,,,उससे पहले ही,,,,,,,,वहां मौजूद मिहिर द्वारा उठा ,,, घसीटते हुए,,,,,,उस रूम से बाहर जाने लगती है
जिससे रोहि अपने दूसरे हाथ से,,,,,,,,मिहिर के हाथों पर मारते हुए ,,,,,,,मिस्टर मिहिर,,,,,मेरा हाथ छोड़ो,,,,,मैंने कहा छोड़ो,,,,तुम्हारी प्रॉब्लम क्या है,,,,,,अब तो मैं यहां से जा भी नहीं रही,,,,आखिर में तुम चाहते क्या हो ,,,, बक्क्ष क्यों नहीं देते मुझे
लेकिन मिहिर रुही को,,,,कुछ नहीं बोलता और वह आब भी लगातार ,,,,, रुही को खींचते हुए,,,,लिए जा रहा था
और वही मिहिर द्वारा खींचते हुए,,,,,,उसके पीछे चली जा रही थी,,,,,,,,वह अब भी मिहिर के हाथों पर,,,,,,अपने दूसरे हाथ से बोल करते हुए ,,,,,,अपनी पूरी कोशिश कर ,,,,,,,खुद को मिहर से छुड़ा रही थी लेकिन लेकिन उन मजबूत हाथों को रूही अपने बाजू से छुड़ा नहीं पाए ,,,,,,वह तो मिहिर की एक उंगली तक अपने बाजू से हटा नहीं पा रही थी ,,,,,,तो उसके हाथों को कैसे
और वही मिहिर रूही को खींचते हुए,,,,,अपनी केबिन की तरफ ले ज,,,,,,,,उसे कमरे की तरफ धक्का दे,,,,,,,दरवाजा बंद कर देता है ,,,,,,,,और फिर अपने कदम रूही की तरफ बढ़ा देता है,,,,,,और वही रूही जो मिहिर द्वारा धक्का देने की वजह से,,,,,,,, रुही कमरे में ,,,,,,सीधा,,,जमीन पर जा गिरती है,,,,,और अब भी रुही का सर,, जमीन की तरफ,,,,झुका हुआ था
वह धीरे से अपना सर ,,,उठा,,,अपने होठों पर आब भी ,,,,,उसी तरह स्माइली ला,,,,,अपना सर पीछे कर,,,,,,,मिहिर की तरफ देखती है,,,,,,, तो मिहिर को गुस्से से खुद की तरफ आता देख,,,,,रूही की रोगटे खड़े हो जाते हैं,,,,,,,,लेकिन वह अपने डर को,,,,,काबू कर ,,,,रुही,,अब भी,,उसी तरह मिहिर को घुरी जा रही थी,,,,,,,जैसे कि उसे भी कोई मतलब ना हो ,,,,,इस वक्त रुही की आंखों में ,,,,कोई ईमोशन नहीं थे,,,,,यहां तक खुद की जिंदगी को जीने का भी नहीं
और वही मिहिर,,,,, जो अब भी रुही की तरफ,,,,अपने कदम बढ़ा रहा था,,,,,रूही के चेहरे पर कोई ,,,,,ना इमोशन देख,,,,,,मिहिर को और भी गुस्सा आ रहा था ,,,,,,उसे ऐसा लग रहा था,,,, की रुही,,सब जानबूझकर कर रही है ,,,,,जिससे मिहिर अपने लंबे कदमों से ,,,, रूही के करीब जा,,,,उसके बालों को पकड़ उठाते हुए ,,,,,उसका चेहरा अपने चेहरे के पास ला,,,,,अपने दांत भेजते हुए
तू खुद को समझती क्या है ,,,,,तुझे क्या लगता है,,,,,,मैं तेरी इन हरकतों से पिघल जाऊंगा,,,,,,तो ऐसा कभी नहीं होगा ,,,,,,तो हमेशा मेरी नजर में गिरी थी है ,,,,और रहेगी ,,,,,लेकिन आज तो तुम और भी मेरी नजर से गिर गई,,,
और फिर महीर रुही के चेहरे को देखते हुए ,,,,,,,बहुत घमंड है,, तुम्हे,,,,तुम्हारी खूबसूरत चेहरे का,,,,,,,बहुत शौक है ना तुम्हें अलग-अलग मर्दों को,,,,अपने करीब लाने का,,,,,,यह कहते हुए मिहिर,,, रुही के गालों को दबाने लगता है
की तभी मिहिर कुछ ऐसा करता है,,,,,,जिससे रूही का बच्चा-बच्चा भी कॉन्फिडेंस मर जाता है,,,,,
तो मिहिर रूही के साथ ऐसा क्या करता है,,,,,,जिससे रूही की आत्मा तक छल्ली हो जाती है,,,,
आज के लिए बस इतना