begunah ishq

और वही मिहिर जैसे खुद को दिलासा दे रहा हो, ,,,,,कि कहीं रोहि को ,,,,,यह ना लगे,,,,,,,कि कहीं उसे उसकी लत लग गई है ,,,,,,,क्योंकि सच में मिहिर को ,,,,,रूही की लत लग गई थी ,,,,,,,वह रूही को,,,,,,एक बार छुने के बाद,,,,,मिहिर को,,,,,रूही को ,,,,,बार-बार छुने का,,,,,,मन करता था,,,,,,,,जिसे वहां रूही के सामने जताना नहीं चाहता था,,,, 

जिससे मिहिर,,,,,,,अपने दिल की ,,,,,,सारी भड़ास,,, रूही पर निकाल,,,,,, उसके ऊपर से ,,,,,,उठ जाता है ,,,,,,,,और फिर अपने बिखरे हुए कपड़ों को पहन ,,,,,,,, ,,,

वह उस कमरे में बने,,,,,,,एक ड्रवर में से ,,,,,,एक नोटों की गट्टी निकाल,,,,,,,,,रोहि के मुंह पर फेंकते हुए ,,,,,,,,यह लो,,,,,,आज रात मुझे खुश करने का इनाम,,,,,,,यह कह मिहिर,,,,,,,बगैर रूही की तरफ देखे,,,,,,,,वह उस कमरे से निकल जाता है 

और वही रूही अब भी,,,,,,,,अपनी आंखें बंद किए हुए ,,,,,,, उसी तरह,,,,,,बेड पर लेटी हुई थी,,,,,,,,क्योंकि अब रुही के सामने ,,,,,,,,कोई भी रास्ता नहीं दिख रहा था ,,,,,,,,उसे तो ऐसा लग रहा था ,,,,,,,,,कि अब उसके सामने का ,,,,,,सभी रास्ता बंद हो चुका है ,,,,,,,,अब वह,,,,किस तरफ जाए

 फ्लैशबैकफ्लैशबैक एंड

वह यह सब,,,,सोच ही रही थी,,,,,,,कि तभी रूही की नजर ,,,,बेड पर रखे,,,,उस पैसों पर जाती है,,,,,जो कुछ देर पहले,,,,,कमरे में आते हुए ,,,,,,रुही ने,,,,,गुस्से से ,,, उन नोटों की गट्टी को,,,,बेड पर फेंके थे,,,, 

वहां उन पैसों को देख ,,,,,,धीरे धीरे कदमों से ,,,,,,वह बेड के पास पहुंच,,,,,,,,उन पैसों को उठा के देखने लगती है,,,,,,जिसे देख रुही के,, दिमाग में ,,,,,कुछ और ही,,,चलने लगता है,,,,,,

 जिसे सोच रुही ,,,,,, उन पैसों को देखते हुए,,,,,,अपने चेहरे पर दर्द भरी मुस्कान लिए,,,,,,,,,,,,रुही,,,,बातें तो तूने बहुत कुछ कही थी,,,,,उसे बर्बाद करने की,,,,लेकिन उसके हाथों ,,,, तू बर्बाद तो हुई ही,,,,,अब तू इन नोटों की गटिया के हाथों भी,,,,बर्बाद हो जाएगी,,,,, 

की तभी उसे ,,,,कमरे का दरवाजा खुलता है ,,,,,,जिससे रूही पलट कर देखती है ,,,,,,तो उसे एक चीखने की आवाज सुनाई देती है,,, 

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अब आगे________

और वही संध्या जो अपना काम खत्म कर ,,,, सीधा,,,,कमरे के अंदर आती है,,,,,और रूही को इस तरह देख,,,,,,,उसकी चीख निकल जाती है ,,,,,,और वही संध्या उसे,देखते हुए,,,,,,तुम कौन हो ,,,,,और मेरे कमरे में क्या,,, क्या कर रही हो,,,,,वह इतना ही बोली थी,,,कि तभी उसकी नजर,,,,,रूही की पूरे चेहरे पर जाती है,,,,,,जिसे देख,, संध्या समझ जाती है,,,,,,की यह कोई और नहीं ,,,,रूही ही है

जिसे संध्या रूही,,,की तरफ कदम बढ़ा देती है ,,,,,और फिर वह,,,रूही के नजदीक जा,,,,,,हउसके बालों को छूते हुए ,,,,,,यह तुम्हारे बालों का हाल किसने किसने किया ,,,,,,,,वह यह बोलते हुए काफी हकला रही थीह,,,क्योंकि उससे भी ,,,,,रूही का यह देखा नहीं जा रहा था 

लेकिन रोहि संध्या के बातों से भी कोई रिएक्ट नहीं करती,,,,,,जिससे संध्या दोबारा ,,,,,रूही की तरफ देखते हुए,,,,,,,रूही यह हाल तुम्हारा किसने किया,,,,,,क्या ,,,,क्या यह मिहिर सर ने ,,,,,,,संध्या ने इतना ही बोला था ,,,,,,,,की रूही बीच में उसकी बात काटते हुए,,,,,,मैं वक्त की मारी बेबस लड़की हूं,,,,,,हजो की बर्बादी के दलदल में धस्ती जा रही हू,,,,,,

मुझे वक्त और अपनो ने,,,बर्बाद किया है,,,,, ,, इसलिए डर लगता है, ,,,,,किसी और को,,,,अपना कहने से,,,,, किसी को आपने करीब करने से,,,,,,क्योंकि अब मैं ,,,,,,,किसी और को,,,अपने करीब कर,,,उसकी हाथों चोट नहीं खाना चाहती,,,, और वैसे भी ,,,,जो भी मेरे करीब आता है ,,,,,वह भी,,, मेरे जैसा ही,,,,,बर्बाद हो जाता है

तो प्लीज ,,,,तुम भी मुझसे दूर रहा करो ,,,,,,यह कहे रुही ,,,,, बगैर संध्या की तरफ देखे ,,,,,वह अपने बेड पर जाकर लेट जाती है

और वही संध्या,,,,रोही की बात सुन ,,, ,उसकी आंखों में आंसू आ जाता है ,,,,,,,जैसे कि वह,,,,,उसके दर्द से,,,,वाकिफ हो, ,, 

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और वही दूसरी तरफ कॉलेज में

अरे आयान ये तेरे सर पर चोट कैसे है 

जिसे सुन अयान ,,,,,अरे ज्यादा कुछ नहीं बस किसी ने मुझ पर हमला कर दिया था,,,,,वह तो शुक्र है,,,,,,, कि वहां पर वह नकाबपोश आ गए,,,,,पता नहीं वह कौन थे,,,,उन्होंने मेरी मदद की ,,,,,अगर वह मेरी मदद ना करते,, तो पता नहीं मेरा कया होता,,,,, ,,, और फिर थोड़ा हंसते हुए ,,,,, और आज में यहां ना होता ,,,,

,, अयान की बात सुन ,,,,,अयान का दोस्त शॉक्ड होते हुए,,,,,,,,क्या तुझ पर हमला हुआ ,,,,पर किसने किया

पता नहीं ,,,शायद कोई चोर होगा 

जिसे सुन,,, वह लडका ध्यान से रहा कर यार ,,,,और इतनी महंगी कार मत लाया करो ,,,,

देखा ना,,,,हादसा होते होते,, बचा,,,,और फिर वह दोनों एसे ही,,आपस में बात करते-करते,,,,,,,वह कॉलेज के अंदर ,,,,,जाने लगते हैं ,,,,

की तभी उसे स्पीकर पर ,,,,,,खुद का नाम सुनाई देता है,,,, जिसे सुन, अयान के कदम,,,,वहीं रुक जाते हैं,,,,कि तभी अयान का दोस्त,,,,अयान मुझे ऐसा क्यों लगा ,,,,, कि किसी ने तेरा नाम लिया ,,,,,जिसे सुन,,, आयान ,, क्यों मेरे कान,,नहीं है,,,मुझे भी सुना ,,,,,,,इसलिए तुझे बताना जरूरी नहीं ,,,,,,यह कहे अयान,,,,धीरे-धीरे अपने कदम ,,,,उस तरफ,,,बढ़ा देता है ,, जिस तरफ से आवाज आ रही थी

वह वहां पहुंच देखता है ,,,,,,तो वहां पर कई सारे लोग थे ,,,,,,,जो कि शायद अंश का नाम सुन कर ही,,,,,वहां पर आए थे,,,,,लेकिन उस,,,,अनाउंसमेंट वाली इंसान को ना देख,,,,,आयत कंफ्यूज हो जाता है,,,, और वहा चारों तरफ देखने लगता है,,, तो पाता है कि सब लोग उस ही देख रहे थे,,,, 

की तभी उसे अपनी कंधो पर,,,,किसी के हाथ महसूस होता है,,,,,,जिसे महसूस कर,,,, वह पलट कर देखता है ,,,,,,तो उसके सामने आर्य खड़ी थी,,,,,,अपने हाथों में गुलाब का फूल लिए ,,,,,,,वह अयान की बगैर कोई बात सुने,,,,,अपने हाथ में पकडे फुल को ,,,,,अयान के आगे करते हुए ,,,,,, आई लव यू आयान,,,,,आई लव यू,,,,,,,,, और फिर एक नजर अयान की आंखों में देख ,,,,,,अपने दूसरे हाथ में पकड़े,,,,,माइक को अपने होठों के पास ले जा ,,,,,, माइक में ,,,,,आई लव यू अयान कहती है,,,,,जिसे सुन आयान तो हैरान हो जाता है ,,,,,क्योंकि उसे नहीं लगा था,,,,,कि आर्य,,,उसे इस तरह प्रपोज करेगी,,,,वह भी सबके सामने 

और वहीं अयान से ज्यादा हैरान तो वहां खड़े सभी लड़के थे,,,,,क्योंकि वहाँ खड़े किसी भी इंसान को ,,,,,यकीन नहीं हो रहा था ,,,,,,की आर्य ने अयान को प्रपोज किया है,,,,,,,,,क्योंकि वहां पर खड़े,,,,,,हर लोग आर्य से वाकिफ थे ,,,,,,,कि आर्य कैसी,, , , क्योंकि वहां खड़े सभी लड़कों को लग रहा था,,,,,,कि आर्य जैसी लड़की ,,,,किसी,,लड़के से मोहब्बत कर ही नहीं सकती

फिर आर्य ने ,,,,,,अयान को प्रपोज किया तो किया क्यों,,,,, क्योंकि आर्य तो कभी,,,,,अयान की तरफ ,,,देखती तक नहीं थी,,,,,,अगर गलती से देख भी ले,,,,,,,तो वह उसे इग्नोर कर चली जाती थी ,,,,,,,और ,,,अगर जब कभी,,,,,आर्य ने ,,,,अयान को ,,,,देखा ही नहीं,,,,,,तब आर्य को मोहब्बत हुई तो हुई कैसे आयान से,,,,,,,, यही चीज,,,,,वहां पर खड़े,,,,,हर लोग सोच रहे थे ,,,,,,,,और अयान से,,, जलन भी महसूस कर रहे थे ,,,,,कि कास अयान की जगह ,,,,,वह खुद होते,,,,,और आर्य खुद उन्हें,,,,इसी तरह,,,,,,सबके सामने प्रपोज करती 

और वही अयान तो ,,,,,,अपनी आंखें बड़ी कीए ,,,,,बस आर्य को ही देखे जा रहा था,,,,,,,,इस वक्त उसे,,, आर्य पर ,,,,,,बहुत ही गुस्सा आ रहा था ,,,,,,,,,जिससे आयान,,,,आर्य को गुस्से से ,,, घुरते हुए,,,,अपनी धीमी आवाज में ,,,,,यह क्या बकवास है,,,,,,,और यह क्या ड्रामा लगा रखा है आर्य,,,,, ,, अभी इसी वक्त,,,,,,यह तमाशा बंद करो ,,, और हा,,,,अगर , अब तुमने ,,,,,,इससे आगे कुछ कहा ,,,, तो मुझसे बुरा,,,,,कोई नहीं,,,,,यह कह अयान ,,,,,,वहां से जाने के लिए मुड जाता है ,,,, 

 की तभी अयान को ,,,,,दोबारा माइक से,,,,,,आर्य की आवाज आती है ,,,रुक जाओ ,,,अयान

,, और वही आयान,,,,आर्य की बात सुन ,,,,,,अपने हाथों की मुट्ठी और अपनी आंखें बंद कर देता है ,,,,,,और फिर तुरंत अपनी आंखें खोल ,,,,,,आर्य की बातों को इग्नोर कर,,,,, अपने लंबे कदम ले,,,,,वह वहां से जाने लगता है

,,, और वही आर्य, ,,,,,,,अयान को ज्यादा देखे भी,,,,,,,उसके चेहरे पर ,,,,कोई मोशन नहीं थे,,,,,,,,उसका चेहरा देख कोई नहीं बता सकता था,,,,,,,कि इस वक्त,,,,,आर्य के दिमाग पर,,,,,क्या चल रहा है

इस वक्त भी, ,, आर्य ने,,,,ब्लैक जीन,,,, व्हाइट क्रॉप टॉप और उसके ऊपर ,,,,,ब्लैक श्रग डाला था ,,,,,और बालों का पोनीटेल कर रखा था ,,,,,,और उसके चेहरे पर,,,,आब भी,,,स्माइल नहीं थी,,,,,वह इस वक्त,,,पूरी डैविल लुक में थी

की तभी आर्य ,,,,,माइक पर दोबारा ,,,,,,रुक जाओ अयान,,,,यह कहते हुए ,,,,,अपने हील से,,,, टक्क टक करते हुए,,,,,,,वह बिल्कुल आयान के नजदीक चली जाती है,,,,,और फिर दोबारा अयान के कंधे पर हाथ रख ,,,,,,उसे पलट,,,,,,बगैर उसे कोई मौका दिए,,,,,,अपना हाथ ,,,,,,अयान के सर पर ले जा,,,,, उसे अपनी तरफ झुका,,,,,,बगैर देरी किये,,,, उसके होठों पर होठ,,,, रख उसे किस कर लेती है,,,, 

, , ,, यह सब नजारा,,,,,वहां खड़े ,,,,,सभी लोग देख रहे थे,,,,,,,, और आर्य की ऐसी हरकत देख , ,,,,, सब लोग शौक्ड हो जाते हैं,,,,,और वह अपनी आंखें बड़ी कर ,,,,,बस अयान और आर्य को ही देखे जा रहे थे

और वही अयान की भी आंखें ,,,,बड़ी हो गई थी,,,,,,आर्य के इस पक्रिया से ,,,,,,,,वह तो जैसे किसी सदमे में ,,,,चला गया हो,,,

और वही,,,,,लगभग 5 मिनट के,,,,,किस के बाद ,,,आयान ,,, वहा खड़े,,,, सभी लड़कों की हटिंग सुन ,,,,अपने होश में,,, आ,,,,,, आर्य को खुद से दूर कर ,,,,,,,,एक नजर बड़े, गौर से,,,,,,,आर्य को देख ,,,,,,, बगैर देरी किये,, गुस्से से ,,,,अपना हाथ उठा,,,,,आर्य के गालो पर,, दे मारता है,,,,,जिससे आर्य का ,,, गाल एक तरफ झुक जाता है ,,,,,,और 

आज के लिए बस इतना,,,,,आयान ऐसा खत्म क्यों उठाया था ,,,,,क्या सच में आर्य,,,,आयान से मोहब्बत करती थी,,,,,,,या कोई और वजह है,,,,,,इस प्रपोजल में ,,,,,,आर्य ,,,आर्य ने क्यों प्रपोज किया था ,,,,,अयान को ,,,,,क्या वजह थी

जाने के लिए पढ़ते रहे ,,,

मेरे प्यारे रीड्स बस कुछ चैप्टर और,,,,,फिर उसके बाद,,,, सच्चाई सामने आने वाली है