जिसे देख मिहिर को अब उसे केबिन में घुटन सी होने लगी थी,,,,,,जिससे मिहिर बगैर वक्त गवाएं,,,,,,वह मैगी को रोहि को अटेंड करने को कह ,,,,,,वह उस, केबिन से ही निकल जाता है
और लगभग 10 मिनट के अंदर ही ,,,, रुही का इलाज शुरू हो जाता है ,,,,,और डॉक्टर मैगी की कंडीशन बता ,,,,,मेडिसिन दे,,,,वह वहां से चला जाता है
और वही मैगी डॉक्टर के मुंह से ,,,,,, रुही की कंडीशन सुन ,,,,,मैगी के पैर डगमगा जाते हैं,,,,,,और उसके चेहरे पर भी एक दर्द की लकीर खिंच जाती है
और ऐसे ही दो दिन बीत जाते हैं ,,,,,और इस वक्त मिहिर अब तक बाहर नहीं आया था,,,,,,,,क्योंकि वह बिजनेस बिजनेस ट्रिप के लिए जर्मनी गया था
क्योंकि यहां की क्लाइंट मिहिर से खुद मिलकर बिजनेस की बात आगे बढ़ना चाहते थे,,,,,,जिससे मिहिर को ,,,,,ना चाहते हुए भी जर्मनी जाना पड़ा
इस वक्त मिहिर,,,जर्मनी के सबसे फेमस फाइव स्टार होटल में रुका हुआ था ,,,,,कि तभी मिहिर मीटिंग फाइनल कर ,,,,,अपने कमरे की तरफ जा रहा था,,,,,की तभी मिहिर के पीछे से ,,,,,,कोई छोटी बच्ची ,,,,,,,दौड़ते हुए,,,,मिहिर के पैरों से ,,,,जा टकराती है
,,, की तभी मिहिर को ,,,,,अपने पीछे से एक औरत की आवाज सुनाई देती है ,,,,,जो माही थोड़ा ध्यान से,,,,जिसे सुन मिहिर पीछे पलट देखता है तो,,,,उसकी आंखें हैरानी से फैल जाती है ,,,,और वह दो कदम पीछे हट जाता है
❤🩵🩵🩵🩵🩵
Ab aage,,,,
क्योंकि उसके सामने कोई और नहीं अलीशा खड़ी थी वह भी जिंदा ,,,,,जिसे मिहीर ने मरा हुआ समझा था ,,,,
उसे अपने सामने जिंदा देख,,,मिहिर के चेहरे पर ,,,,,कोई एक्सप्रेशन नहीं आते ,,,,और उसके चेहरे के सामने ,,,,,सिर्फ और सिर्फ रूही का चेहरा घूमने लगता है ,,,,,,,उसकी कही हई बातें घूमने लगती है ,,,,,,,,, कि मेरा यकीन करो मिहिर,,,,,,,मैंने अलीशा को नहीं मारा,,,,,,,मैं आखिर उसे क्यों मारूंगी ,,,,,यह सोच सोच अब उसका सर दुखने लगा था ,,,, उसे सिर्फ आब रूही की चीखें सुनाई देने लगी थी
और वही अलीशा अपने सामने मिहिर को देख,,,,,वह अपना सर झुका लेती है,,,,,क्योंकि उसे उम्मीद नहीं थी,,,,,कि वह आज मिहिर को देखेगी,,,,,,,वह भी लगभग 7 साल बाद ,,,,वह भी इस तरह ,,,,इस होटल में ,,,,,,,,जिससे उसे बहुत ही शर्मिंदगी और घबराहट होने लगी थी,,,,,,कि वह अब मिहिर को क्या जवाब देगी, , , जिससे वह अपना सर नीचे झुका लेती है
और वही मिहिर बड़ी मुश्किल से रूही का ख्याल अपने दिमाग से निकाल ,,,,, ,,अपनी आंखों में कई सारे सवाल लिए,,,,,वह अपनी कदम अनीशा की तरफ बढ़ाने लगता है
की तभी मिहिर के पैरों के पास,,,,खड़ी वह छोटी बच्ची ,,,,,जो लगभग साथ साल की होगी,,,,,वह आलिशा को देख,,,,माम्मा कह दौड़ते हुए ,,,,अलीशा के पैरों से जा लिपटी है
और वही मिहिर उस बच्ची को देख ,,,मिहिर की आंखें छोटी हो जाती है
जिससे मिहिर अपने लंबे कदम ले अलीशा के बिल्कुल नजदीक पहुंच जाता है,,,,,,और फिर वह एक नजर माही की तरफ देख अलीशा तुम जिंदा हो ,,,,और तूम यहां ,, ,,,
और वही अलीशा अपना सर अब भी नीचे झुकाए हुए,,,,,सॉरी मिहिर सॉरी अब तक सच्चाई छुपाने के लिए
अलीशा की बात सुन मिहिर की हाथों की मुट्ठी बंद जाती है,,,, क्योंकि मिहिर को अलीशा की सॉरी शब्द ,,,,,अपने कानों में चुभते हुए महसूस हो रहे थे ,,,,क्योंकि अलीशा के सॉरी ने ही,,,,,,मिहिर को उसका सारा जवाब दे दिया था ,,,,,
लेकिन फिर भी मिहिर अलीशा के मुंह से सब सच सुनना चाहता था,,,,,,कि उसने अपनी मौत की झूठी खबर क्यों फैलाई
की तभी मिहिर,,खुद को बड़ी मुश्किल से शांत कर,, ,,,एक नजर अलीशा की तरफ देख ,,,,,हम कहीं बैठ कर बात करें
जिसे सुन अलीशा अपना सर हा में हिला देती है
और कुछ देर में वह दोनों एक रूम में,,,,चेयर पर ,,,,वह दोनों बिल्कुल आमने-सामने बैठे हुए थे
और वहीं मिहिर कोफी का एक सीप लेते हुए ,,,,,अलीशा की तरफ देख ,,,,,,अलीशा तुमने यह सब क्यों किया,,,,,,तुम जिंदा थी,,,,,,तुमने हम सबको बताया क्यों नहीं,,,, मिहिर बडे ही नॉर्मली अलीशा से बात कर रहा था ,,,,,,,
जिसे सुन आलिशा को काफी बुरा और शर्मिंदगी फील हो रही थी,,,,,,,जिसे अलीशा मिहिर की तरफ देख ,,,,,,आई एम सॉरी मिहिर लेकिन,, मैं तुमसे शादी नहीं करना चाहती थी ,,,,,, और मेरे पास सिर्फ यही आखरी ऑप्शन था ,,,,,तुमसे शादी करने से बचने की,,,,यह कहते हुए अनीशा अपने आंखों में,,,,, एक उम्मीद लिए मिहिर की तरफ देखने लगती है,,,,, कि वह उसे माफ कर,,,, दे,,,क्योंकि अलीशा ने मिहिर से सच्ची दोस्ती की थी ,,,ना कि मोहब्बत
जिसे सुन मिहिर कोई रिएक्ट नहीं करता,,,,,,,और वह दूसरी कोफी का सिंप ले लेता है,,,,,उसे जैसे कोई फर्क ही न पड़ा हो ,,,,,अलीशा के कहे इन शब्दों का,,,,,,,पता नहीं क्यों लेकिन मिहिर को एक खुशी भी हो रही थी ,,,,,,कि अच्छा हुआ कि ,,,,,उसकी शादी अलीशा से नहीं हुई
जिससे मिहिर ,,, ओ तो तुम मुझसे शादी नहीं करना चाहती थी ,,,,,, और फिर थोड़ा रुक कर ,,,,,,तो यह बात तो,,,,,तुम मुझे जाकर भी कह सकती थी,,,,,,तुम्हें यह सब करने की क्या जरूरत थी,,,,,
बहुत कोशिश की थी मिहिर तुम्हें सच बताने की ,,,,,,कि ,,,मैं तुमसे प्यार नहीं करती ,,,,लेकिन तुम , ,,,ह कहते हुए आलिशा चुप हो एक नजर मिहिर को देखने लगती है ,,,,,तो उसे मिहिर बिल्कुल शांत नजर आ रहा था ,,,,,,,लेकिन वह नहीं सोच सकती,,,,,कि इस वक्त मिहिर के मन में क्या चल रहा है,,,
और वही मिहिर अलीशा को चुप देख ,,,,,,तुम्हारी इस हरकत का ,,,,तुम्हें पता है ,,,
,,तुम्हारी इस हरकत ने किसी की जिंदगी बर्बाद कर दी,,,,और उसके सामने फिर से रूही का चेहरा घूमने लगता है,,,,,
रुही का उसके सामने गिड़गिड़ाना ,,,,अपने डैड के लिए ,,,उससे जिंदगी की,,,भीख मांगना ,,,,,,,उसका जोकर बनना,,,,,,,,उसका कुछ पैसों के लिए कुत्ता बनना,,,,,,,यह सब याद कर मिहिर,,,,कुछ पल के लिए अपनी आंखें बंद कर लेता है,,,,,,,अब उसे समझ ,,, आया,,कि रूही क्यों ऐसा वरताव कर रही थी ,,,,,
और जब मिहिर अपनी आंखें खोलता है,,,,,तो उसकी आंखें बिल्कुल लाल हो चुकी थी ,,,,,,वह अपनी लाल हुई आंखों से,,,,,अलीशा की तरफ गुस्से से घुरते हुए ,,,,,,,,,तुम्हारी सिर्फ एक घटिया हरकत ने,,,,,,,किसी की जिंदगी बर्बाद कर दी,,,,, ,,,,तुमने उस दिन फोन पर झूठ क्यों बोला ,,,,,,,,कि तुम्हें रूही मारना चाहती थी,,,,,,,,तुमने यह सब एल्जम रूही पर ही,,,,,,क्यों लगाया,,,,,क्या,,,क्या कसूर था,,,उसका
जिसे सुन अलिशा ,,,,मुझे माफ कर दो मिहिर,,,,,,मैं ऐसा कुछ नहीं करना चाहती थी,,,,,, की रूही के साथ कुछ ऐसा हो, ,,,,,, मैं बस तुम्हारे साथ नहीं,,,, विक्की के साथ रहना चाहती थी मैं उससे शादी करना चाहती थी
इसलिए मैंने विक्की के साथ रहने के लिए , ,,,,यह सब किया, , क्योंकि तुम,, रुही से शादी करने के बाद भी,,,,,तुम मुझसे शादी करना चाहते थे,,,,,वह भी रोहि को डाइवोर्स देख कर ,,,,,,इसलिए मुझे यह सब करना पड़ा,,
क्योंकि मिहिर ,,,,बड़ी मुश्किल से हमने प्लान बनाकर,,,,,,,तुम्हारी शादी रूही से करवाई थी ,,,,,
जिसे सुन मिहिर की आंखें बड़ी हो जाती है ,,,,, उसे यकीन नहीं हो रहा था अलीशा की कहे इन शब्दों से ,,,,कि बड़ी मुश्किल से हमने प्लान बनाकर,,,,,,,तुम्हारी शादी रूही से करवाई थी ,,,, यह शब्द मिहिर के कानों में आब भी ,,,, गुज रहे थे ,,,,क्योंकि उसे लगा था की रूही ने उसे पाने के लिए,,,,उसके दादाजी से जबरदस्ती शादी के लिए हां कर वाई थी
, की तभी मिहिर दोबारा ,,,,,,अलीशा कि शब्दों से भी रखना होश में आता है,,,,,क्योंकि मैं विक्की से शादी करना चाहती थी ,,,,,,इसलिए मैं और विक्की ने मिलकर रूही के सामने यह पेटेंट किया ,,,,,कि हम तुम्हें धोखा दे रही हूं ,,,,,,,और मैं तुमसे नहीं ,,,,किसी और से प्यार करती हूं ,,,,,,,मैं तुम्हारा सारा पैसा लेकर भाग जाऊंगा,,,,,,जिसे सुन रोहि तुम्हारे पास भी आई थी,,,,,लेकिन तुमने उसकी बात नहीं सुनी,,,,,,,,जिससे रूही ने तुम्हें बचाने के लिए,,,,,दो दिन के अंदर अंदर तुमसे शादी कर ली
की तभी मिहिर को रूही की बात याद आने लगती है ,,,,,मिहिर तुम जैसे अलीशा को सोचते हो,,,,,वह वैसी नहीं है,,,,,,,,वह तुमसे नहीं तुम्हारे पैसों से प्यार करती है ,,,,,मेरा यकीन करो ,,,,,,वह तुमसे प्यार नहीं करती ,,,,,,,वह तो,,,,,,लेकिन मिहिर ने उसकी एक नहीं सुनी,,,,,उल्टा वह रूही को सुना कर ,,,,गुस्से से वहां से चला जाता है,,,, क्योंकि उसे लगा था कि ,,,,,रोहि उसके दिल में जगह बनाने के लिए ,,,,,अलीशा के खिलाफ उसे भड़का रही है
कि तभी अनीशा अपनी बात दोबारा कंटिन्यू करते हुए ,,,,,,और जब तुम्हारी शादी रुही से,हुई ,,,,,,,मुझे लगा हमारा रास्ता साफ ,,,,,,,लेकिन तुम रूही को 6 महीने के अंदर अंदर डाइवोर्स दे ,,,,,,,मुझसे शादी करना चाहते थे,,,,,,,की तभी मुझे पता चला,,,,,,कि मैं विकी के बच्चे की मां बनने वाली हूं ,,,,,,वह यह कहते हुए एक नजर माही की तरफ देख,,,,,,,,,,,दोबारा मिहिर की तरफ देख,,,,,
इसलिए मुझे मरने का नाटक करना पडा, , ,,, ताकि तुम मुझसे शादी ना करो,,,,,और मेरा रास्ता साफ हो जाए
की तभी मुझे पता चला कि,,,,,तुम अब भी ,,,,मुझे,,,,रोहि को डाइवोर्स दे, ,,,,, मुझसे शादी करना चाहते हो,,,,,,,जिससे मैं यह सब प्लान बनाया ,,,,और यहां से चली गई
जिसे सुन मिहिर गुस्से से ,,,,,,मैंने पूछा,,,,,,कि तुमने रोहि पर ,,,,,खुद को मारने का इल्जाम क्यों लगाया ,,,,,वह यह चीज बहुत ही गुस्से से अलीशा से पूछता है ,,,,,जिससे अलीशा थोड़ा डर जाती है ,,,,
और फिर दोबारा ,, मिहिर की तरफ देखते हुए ,,,,,,,ताकि तुम्हारा सारा ध्यान रूही पर हो ,,,,,,और मैं अपने प्लान में कामयाब हो ,,,,इस शहर से दूर जा सकूं
और मुझे लगा अगर मैं रोही पर इल्जाम ना लगाती ,,,,,तो तुम मुझे किसी न किसी तरह ढूंढ निकालते,,,,,,और मेरा प्लेन वही खराब हो जाता,,,इसलिए मैंने रूही पर सारा ब्लेम लगा यहां से चली गई ,,,,,,,,,यह सब बोल अलीशा शांत हो जाती है ,,,,,,,
और वहां पर कुछ देर की शांति फैल जाती है,,,,,ना ही कुछ मिहिर बोलता है ,,,,,और ना ही कुछ अलीशा ,,,, क्योंकि इस वक्त मिहिर के पास कोई शब्द ही नहीं थे,,,,शिवाय मायुसी कि ,,,,उसने जिसे चाहा ,,,,,,,उसने कभी उसे नहीं चाहा,,,,,और जिसने उसे इतनी सिद्त से चाहा,,,,,उसने उसकी पूरी जिंदगी तबाह कर दी
की तभी मिहिर गुस्से से चेयर से उठ,,,, क्योंकि अब उसे और बर्दाश्त नहीं हो रहा था , , ,,,,अनीशा की शक्ल देखना,,,,,और उसकी बातें सुनना,,, जिससे मिहिर गुस्से से,,,,अलीशा की तरफ देख,,,,अपने गले से वह लॉकेट निकाल,,,,,अलीशा के मुंह पर मरते हुए तुम डिजर्व ही नहीं करती थी,,,,मेरा प्यार ,,,,,,,और अब मुझे गुस्सा आ रहा है ,,,,कि मैंने तुमसे प्यार क्यों किया ,,,और मैंने दादी की बात क्यों मानी ,,,,,काश मैं उस दिन दादी की बात ना मानता तो
आज के लिए बस इतना,,,,ओके बाय एंड गुड नाइट,,