जिसे सुन मिहिर गुस्से से ,,,,,,मैंने पूछा,,,,,,कि तुमने रोहि पर ,,,,,खुद को मारने का इल्जाम क्यों लगाया ,,,,,वह यह चीज बहुत ही गुस्से से अलीशा से पूछता है ,,,,,जिससे अलीशा थोड़ा डर जाती है ,,,,
और फिर दोबारा ,, मिहिर की तरफ देखते हुए ,,,,,,,ताकि तुम्हारा सारा ध्यान रूही पर हो ,,,,,,और मैं अपने प्लान में कामयाब हो ,,,,इस शहर से दूर जा सकूं
और मुझे लगा अगर मैं रोही पर इल्जाम ना लगाती ,,,,,तो तुम मुझे किसी न किसी तरह ढूंढ निकालते,,,,,,और मेरा प्लेन वही खराब हो जाता,,,इसलिए मैंने रूही पर सारा ब्लेम लगा यहां से चली गई ,,,,,,,,,यह सब बोल अलीशा शांत हो जाती है ,,,,,,,
और वहां पर कुछ देर की शांति फैल जाती है,,,,,ना ही कुछ मिहिर बोलता है ,,,,,और ना ही कुछ अलीशा ,,,, क्योंकि इस वक्त मिहिर के पास कोई शब्द ही नहीं थे,,,,शिवाय मायुसी कि ,,,,उसने जिसे चाहा ,,,,,,,उसने कभी उसे नहीं चाहा,,,,,और जिसने उसे इतनी सिद्त से चाहा,,,,,उसने उसकी पूरी जिंदगी तबाह कर दी
की तभी मिहिर गुस्से से चेयर से उठ,,,, क्योंकि अब उसे और बर्दाश्त नहीं हो रहा था , , ,,,,अनीशा की शक्ल देखना,,,,,और उसकी बातें सुनना,,, जिससे मिहिर गुस्से से,,,,अलीशा की तरफ देख,,,,अपने गले से वह लॉकेट निकाल,,,,,अलीशा के मुंह पर मरते हुए तुम डिजर्व ही नहीं करती थी,,,,मेरा प्यार ,,,,,,,और अब मुझे गुस्सा आ रहा है ,,,,कि मैंने तुमसे प्यार क्यों किया ,,,और मैंने दादी की बात क्यों मानी ,,,,,काश मैं उस दिन दादी की बात ना मानता तो
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अब आगे, _____________
और तुम्हें अपने दिल में जगह ना देता ,,,,
और वही आलीशा,,, मिहिर की बात सुन,,,,,वह चेयर से उठ ,,,,मिहिर की तरफ देखते हुए ,,,,मैं समझी नहीं,,,,,, मिहिर तुम्हारे कहने का मतलब,,,,,,,
कि तुम दादी ,,,,,,पर तुम्हारी दादी और मेरा क्या लेना देना,,,,,,और यह लॉकेट किसकी है ,,,,,,जो तुम मुझे दे रहे हो ,,,,,,यह कहते हुए अलीशा ,,,,,,उस लोकिट को अपने हाथ मे ले,,,,,बड़े गौर से देखने लगती है ,,,,,,
जिस पर डायमंड की कारीगरी से ए अक्षर को बहुत ही हाईलाइट कर ,,,,,,उसे सावरा गया था ,,,,,,वह लॉकेट देखने में बहुत ही ज्यादा खूबसूरत था,,,,,,जिसे अलीशा बड़े गौर से देखते हुए ,,,,,यह सब कह रही थी
अलीशा की पूरी बात सुन ,,,,,,और उसका मतलब समझ ,,,,,,आलिशा की की तरफ देखते हुए ,,,,,,,तुम्हारा कहने का मतलब कि यह तुम्हारा लॉकेट नहीं है
जिससे अलीशा अब भी,,,,,,,उस लॉकेट को देखते हुए ,,,,,नहीं नहीं मिहिर,,,,
यह लॉकेट मेरा नहीं है,,,,,,,जिसे सुन मिहिर की तो जैसे सांस ही रुक गई हो,,,,,,,और उसकी दिल की धड़कनें बहुत ही तेज चलने लगी हो ,,,,,,,उसे अब वहां पर घुटन सी होने लगी थी,,,,,और उसकी सांस फूलने लगी थी ,,,,,,,,
अब और मिहिर से वहां एक पल और भी रुकना बर्दाश्त नहीं हो रहा था ,,,,,,और ना ही अलीशा की शक्ल देखना,,,,,,,जिससे मिहिर अलीशा के हाथ से उस लेकट को,,,,,,,छीन,,,,,बगैर अनीशा की तरफ देखे,,,,,,,वह उस होटल से बाहर निकल आता है,,,,
क्योंकि अब वहा,,,,,मिहिर की सांसे घुटने लगी थी,,,,,,उसे होटल के रूम में ,,,,,अलीशा के सामने बैठकर ,,,,,, उसकी शक्ल देखते हुए
जिससे मिहिर अपनी कार में बैठ,,,,,वह बगैर किसी बॉडीगार्ड के ,,,,,,अपनी कार की स्पीड बढ़ा,,,,,वहां से बहुत दूर चला जाता है,,,,,क्योंकि वहां कुछ पल ,,,,,खुली हवा में रहना चाहता था ,,,,जिससे वह एक खुली जगह पर जा,,,,,,,जहां पर कोई नहीं था ,,,,,
,,,,वह कार से निकाल ,,,,,बगैर देरी किये,,,,,वह वहां जा गहरी गहरी सांस लेने लगता है ,,,,,कि जैसे उसे सांस नहीं ली जा रही हो,,, उसकी धड़कने बहुत तेज चलने लगी थी,,,,और और उसका मन भी बहुत जोरों से घबरा रहा था,,,,, उसे सांस लेने में मुश्किल हो रही थी
,,,,,और उसके सामने अब भी रुही का चेहरा घूम रहा था,,,,,जो रुही फ्लैशबैक
रोही मिहिर का कोट उठाती है,,,,,तो उसके कोर्ट से एक लॉकेट गिरता है ,,,,,जिस पर डायमंड की कारीगरी से ए अक्षर को बहुत ही प्यार से नवासा गया था,,,,,,,जिसे देख रुही के चेहरे पर स्माइल आ जाती है,,,,,,,,,
और वह बड़े प्यार से ,,,,,उस लॉकेट को छुते हुए,,,,,,अरे यह तो मेरी दादी की लॉकेट है,,,,,जो मैंने उन आंटी को दिया था,,,,,,, जिसकी वजह से मुझे ,,, माम्मी की कितनी डांट सुननी पड़ी थी ,,,,,,कि मैं इतनी कीमती पेंटिंग किसी भी अनजान को दे दिया,,,, ,,, और फिर उसे पंडित को चोमते हुए ,,,,अच्छा हुआ ये मुझे मिल गया,,,,,
और फिर कुछ सोच रुही,,,,,,लेकिन यह मिहिर के पॉकेट में ,,,,,क्या कर रहा था,,,,,वहां बस इतना ही कही थी,,,,,,,कि तभी मिहिर उसके हाथ से लॉकेट छिनते हुए ,,,,,,तुम्हें कितनी बार कहा है,,,,,,कि ऐसे मेरी किसी भी चीजों को हाथ मत लगाया करो,,,,,,,तुम्हें एक बार में समझ क्यों नहीं आता
तुम जबरदस्ती मेरी जिंदगी में घुस गई हो,,,,,,तुम मेरी चीजों को जबरदस्ती मत छुए करो ,,,,,और मुझसे दूरी बनाकर रहा करो ,,,,,,जिसे सुन रुही मुस्कुराते हुए ,,,,अपने दोनों हाथ मिहिर के गले में डाल ,,,,,अरे ऐसे कैसे ,,,,,अब तो मेरी,,,,,तुमसे शादी हो गई है,,,,,तो जितना हक मेरा तुम पर है,,,,उतना ही तुम्हारी चीजों पर
और रही बात तुम्हारे हाथ में पड़े हुए लॉकेट की ,,,,,,,तो मैं तुम्हारे जानकारी के लिए बता दू,,,,,तो यह लॉकेट मेरा है ,,,,,जो मैंने ही अस्पताल में एक आंटी को ,,,,,,अपनी लकी लॉकेट दी थी,,,,,,,,,, ताकि वह जल्दी से ठीक हो जाए,,,,,,, और मैं दुबारा उनसे लॉकेट ले लूंगी ,,,,,,जिसके लिए मैं वापस भी आई थी हॉस्पिटल,,,,,लेकिन वह तो मुझे मिला ही नहीं ,,,,,और ना ही मेरी लॉकेट,,,,,,,तुम्हें पता है यह लोकत मेरे लिए बहुत कीमती थी,,,,क्योंकि यह मेरी दादी की आखिरी निशानी थी ,,,,,
लेकिन आब मुझे खुशी हो रही है,,,,,कि जिस लोकट को मैं ,,,,,,इतने सालों से खोज रही थी ,,,,,,वह तुम्हारे पास थी,,,,
लेकिन यह लोकत ,,,,,,तुम्हारे पास क्या कर रही हैं ,,,,यह तो मैंने उन बुढी अंटी को दी थी,,,,,,,यह कहते हुए रूही मिहिर के हाथों से ,,,,,,, वह लोकट,,,, लेने लगती है ,,,,,जिससे मिहिर गुस्से से ,,,,,,,रोहि का हाथ पकड़ ,,,,,उसके कमर से लगा,,,,,,उसे पर चीखते हुए,,,,शर्ट आप रुही ,,,,,, तुम्हें लगता है ,,,, की मैं तुम्हारी किसी भी,,,,, झुठी कहानी पर विश्वास कर लूंगा ,,,,,तो यह तुम्हारी मिस अंडरस्टैंडिंग है
और फिर मिहिर,,,,,रोहि को अपनी चिड भरी नजरो से देखते हुए ,,,,,,तुम कितनी बेशरम होती जा रही हो,,,,,,तुम्हें शर्म नहीं आती ,,,,,किसी दूसरे की चीजों पर,,,,,,अपना हक चला आते हुए,,,,,,,अरे तुम कितना झूठ बोलोगी,,,,,,,पहले झूठ बोलकर मुझसे शादी कि,,,,,,और अब,,,,,झूठ बोलकर ,,,,क्या मेरे दिल में भी जबरदस्ती घुसना चाहती हो
मैं मैं समझी नहीं मिहिर तुम्हारी बात ,,,, इस लॉकेट,,,,और,,,तुम्हारे दिल में जगह बनाने की,,,क्या लोजिक है
और तुम समझ भी नहीं सकती,,,,,,,तो तुम दूर रहा करो मेरी चीज से,,,, और मुझसे,,,
लेकिन यह तो मेरा है,,,,,,यह मेरी दादी की आखिरी निशानी है,,,,मेरा यकीन करो,,,,,,वह तो मैंने उस दिन सिर्फ ,,,,,,उसने बस इतना ही कहा था,,,,,कि तभी मिहिर दोबारा रूही पर चीखते हुए,,,,,,तुम्हें एक बार में समझ नहीं आती ,,,,,,मैंने कहा कि अपनी बकवास बातें करना बंद करो ,,,,,,
और तुम्हें लगता है मैं तुम्हारी जुबड़ी और झूठी बातों पर विश्वास करने वाला हूं ,,,,,,तो कभी नहीं ,,,,,,क्योंकि तुम बहुत ही घटिया ,,,झूठी और बदतमीज लड़की हो,,,,यह कह मिहिर,, गुस्से से,,,,वहां से चला जाता है
फ्लैशबैक एड
यह सब सोचते हुए तो जैसे मिहिर पर बिजलियां ही टूट पड़ी हो,,,,कि उसके साथ यह क्या हो गया,,,,,,,जिससे वह टूटकर चाहता था ,,,,,,वह अलीशा नहीं रूही ही थी,,,,, जिसे वहां अपने दिल और जिंदगी में जगा देना चाहता था,,,,,वह कोई और नहीं रुही थी,,,,,उसके आगे वह फूलों की बरसात करना चाहता था ,,,,, उसने उसी के आगे ,,,कांटे की बौछार कर दी थी,,,,
मैंने सब कुछ खो दिया,,,, मैंने अपने हाथों से , , ,,,सब कुछ खो दिया,,,,,,, उसे बर्बाद कर दिया,,,,,,
जिससे उसने कभी बात करने को सोचा था ,,,,,वह उसे ना जानते हुए भी,,,,,उसके प्यार करता था,,,,,,उसे अलीशा से नहीं ,,,,,,उस लड़की से प्यार था,,,,,,जिस लड़की ने बगैर अपनी परवाह कीए ,,,,,,,उसकी दादी की केयर की थी ,,,,,उसे अस्पताल पहुंचाया था ,,,,,और अपनी लकी लॉकेट निकाल कर ,,,,,,,उसकी दादी के गले में डाल दिया था,,,,
उससे इतनी बड़ी गलतफहमी कैसे हो गई ,,,,,,कि यह लॉकेट अलीशा कि नहीं,ू ,,,,, रुही की थी,,,
,यह सिर्फ ए अक्षर की वजह से हुआ था,,,,,,उसे लगा अलीशा का ही नाम है ,,,,,लेकिन यह अलीशा कि नहीं रूही की दादी का नाम था ,,,,,अनामिका,,,,,
जिससे मिहिर उस लॉकेट को बड़ी मजबूती से अपने हाथों की मुट्ठी में पकड़ लेता है ,,,,,,जिससे उसे लॉकेट में बने ,,,,उस डायमंड की तीखी नोक से,,,,,,मिहिर के हाथों में चोट लग जाती है ,,,,,,क्योंकि मिहिर ने अपनी पकड़ ,,,,,उस डायमंड पर और ज्यादा कस्ती थी ,,,,,उसे तो अपने दर्द का अंदाजा भी नहीं हो रहा था,,,,, क्यकि उसके दिल का दर्द ,,, जो ज्यादा था,,,
की तभी मिहिर का फोन बचता है,,,,,,,जिस पर मेहर का असिस्टेंट सिद्धार्थ का नाम शो होता है ,,,,,,जिसे देख मिहिर जोर से चिखते हुए ,,,,,वह फोन जमीन पर दे पटकता है ,,,,,,क्योंकि उसे कुछ पल के लिए शांति चाहिए थी,,,,,,क्योंकि उसके दिमाग पर आब भी ,,,,,,,बहुत सी बातें चल रही थी,,,,,जो कि सब रूही की थी
रूही के साथ किया हुआ एक-एक बरताव,,,,,मिहिर को आज याद आ रहा था,,,,,,उसे पर झूठे इल्जाम लगाना ,,,,,,,मिहिर को याद आ रहा था ,,,,,,उसका बार-बार अपमान करना ,,,,,,उसे कॉलेज में सबके सामने,,,,,,उसके प्यार का तमाशा बनाना,,,,,,रूही के प्यार को ठुकराना ,,,,,,,रूही का उसके आगे भीख मांगना ,,,,,कि उसके डैड को छोड़ दे
रूही की आंसू,,,,,रूही की दर्द भारी चीखें,,,,,,रूही का उससे माफी मांगना ,,,,,,,
रूही का,,,,,,उसे खुद को छोड़ देने को कहना ,,,,,रोहित को खुद के बच्चे को छोड़ देने को कहना ,,,,,,यह सब याद कर ,,,,, मिहिर को,,,,अपने दिल में बहुत दर्द महसूस हो रहा था ,,,,,जिससे मिहिर अपनी पॉकेट में हाथ डाल उसमे से सीक्रेट का पैकेट निकाल,,,,,,वहां उसे जला,,,,अपने होठों से लगा ,,,,,लंबे-लंबे कस लेने लगता है,,,,,,,जैसे कि वह इन दोनों के जरिए अपने दिल में उमड रहे,,,,,सभी दर्द को बाहर उड़ा सके,,,,,,वह इन दोनों के जरिए खुद को सुकून पहुंच सके
इसलिए मिहिर,,,खुद को सुकून पहुंचाने के लिए ,,,,, उसने पूरी सीक्रेट का पैकेट,,,,,एक धुए की तरह ,,,,,, कुछ ही मिनट में उड़ा दिया था,,,,,,,
लेकिन मिहिर का गुस्सा और दर्द ,,,,,,अब भी शांत नहीं हुआ था,,,,,,और उसके सामने आब भी रोही बेबस नजरे,,,,,,,उसका बार-बार अपने बच्चे को बक्क्ष देने को,,,कहना,,,,,,उसे,सुनाई दे रहा था
जिससे उसे बहुत तकलीफ हो रही थी,,,,,,की काश वह ,,,,,अनीशा के उस फेक कॉल पर विश्वास न करता ,,,,,और रोहि को जेल ना भेजता ,,,,,,तो आज का पल,,,,,,,शायद कुछ और ही होता ,,,,,,,उसने पूरे 7 साल वेस्ट कर दिया,,,,, अगर उसने रुही की जबरदस्ती अबॉर्शन ना कराया होता तो,,,,,,आज उसका 7 साल का ,,,,खुद का एक बच्चा होता
जिसे उसने ,,,,,,अपने हाथों से,,,,,,उसे मार दिया था,,,,,,,,क्योंकि वह नहीं चाहता था ,,,,,,,कि उसका बच्चा,,,,बिन मां के पाले-बड़े ,,,,,,,और बड़ा होकर उसे पता चले ,,,,,,कि उसकी माँ,, एक खूनी थी ,,,,,,,,इसलिए वह अपने बच्चों को,,,,,,इस दुनिया में लाने से पहले ही ,,,,,उसे रुही कू कोख में मरवाने का सोचा था,,,,,,,लेकिन आज सच्चाई जानने के बाद ,,,,,,उसे अफसोस हो रहा था,,,,उस दिन,,,, से,,,,,उस पल से,,,,,और उस फैसले से
उसे अफसोस हो रहा था,,,,,,उस रात से,,,,,जब उसने रोहि को जेल भिजवाया था ,,,,,जब रूही का आबोशन करवाया था ,,,,,,और सबसे बड़ी बात ,,,,,जब उसने उसी के सामने उसके डैड को,,,,,छत से कूदने को कहा था और रुही से अपने बॉडीगार्ड के सामने कपड़े उतारने को कहा था,,,,,यह सोच मिहिर की दोबारा से ,,,,,सांस लेने में प्रॉब्लम होने लगती है,,,,,,,,क्योंकि मिहिर भी कई सालों बाद ,,,,कोम से बाहर आया था
आज के लिए बस इतना ,,,,,तो देखते हैं,,,,,कि अब रूही की जिंदगी में ,,,,आगे क्या होने वाला है
देखो मेरे प्यारे रीडर,,,,आज तो मेरे दो एपिसोड दिया है ,,,,तो चलो जल्दी से,,,,मुझे अच्छे-अच्छे कमेंट ,, और मेरी इस एपिसोड को ,,,,शेयर जरूर करना,,,,,,,
ओके बाय एंड गुड नाइट