she is only mine

ईशा के बेड पर गिरते ही कबीर तुरंत उसके गाउन को खींचने लग जाता है जिसकी वजह से ईशा का गाउन फट जाता है, वही गाउन को फाड़ने के बाद कबीर उसके दोनों हाथ पकड़ कर उसके ऊपर झुकने लगता है,कबीर को ऐसा करते हुए देखा ईशा रोते हुए गिड़गिड़ा कर उससे जाने देने की भीख मांगने लग जाती हैं। - "प्लीज मुझे जाने दो.. प्लीज छोड़ दो मुझे..!"

पर कबीर उसकी एक नहीं सुनता और अपनी शर्ट को भी उतार कर उसके ऊपर चढ़ जाता है, और धीरे-धीरे उसके होठों की तरफ बड़े ने लगता है, वही कबीर को अपने करीब और करीब आते हुए देखा ईशा की आंखों से लगातार आंसू बहे जा रहे थे लेकिन कबीर उस पर कोई भी ध्यान नहीं देता और लगातार उसके होठों की तरफ बढ़ने लगता है।

लेकिन इससे पहले वह ईशा के होठों को चूम पाता, तभी एक धाडा़म की आवाज के साथ उस कमरे का दरवाजा खुलता है और दरवाजे के खुलते ही एक शख्स हीरो की तरह अंदर आता है जैसे उसकी एंट्री हीरो वाली थी वैसे ही वह दिखने में किसी हीरो से काम नही लग रहा था।

अचानक कमरे में हलचल सुन कबीर जो ईशा के होठों पर किस करने ही वाला था वह तुरंत रुक जाता है और फिर अपनी नजरें दरवाजे की तरफ करता है जहां से उसे एक अनजान शख्स उनके कमरे के अंदर बे–धड़क घुसे चला आ रहा था, और लगातार उसी की तरफ बड़े चला आ रहा था, उस शख्स की तरफ अपने कमरे में आते देख कबीर ऊंची आवाज में उस शख्स पर चिल्ला कर कहता है। - "what he'll , Who are you , बिना मेरी परमिशन के तुम्हें मेरे कमरे के अंदर किसने आने दिया? " सिक्योरिटी..... सिक्योरिटी....!

लेकिन कबीर ने अभी इतना ही कहा था की तब तक वह शख्स कबीर के बेहद नजदीक पहुंच चुका था और कबीर की बात पूरी होते ही वह बिना कुछ देखें कबीर के मुंह पर एक जोरदार पंच जमा देता है जिससे कबीर ईशा के ऊपर से हट सीधा जमीन पर जा गीरता है।

वही कबीर को ईशा के ऊपर से हटाने से उस शख्स की नजरें बेड पर फटे कपड़ों में पड़ी बेबस लाचार ईशा के ऊपर जाती है और जिसकी की आंखों से इस समय लगातार आंसू बहे जा रहे थे और फिर तभी उसकी नजर ईशा के गालों पर चली जाती है जो कबीर के उसे थप्पड़ मारने की वजह से बुरी तरह से सूज चुकी थी और उसके होठों के किनारे से भी थप्पड़ की वजह से हल्का सा खून बह रहा था।

वही ईशा को भी जब इस बात का एहसास होता है की, उसे बचाने वाला शख्स और कोई नही वही अंजान आदमी है तो उसके चेहरे पर हल्का सुकून छा जाता है, और फिर वो अपने बदन को अपने हाथ से ढकने का कोशिश करती है,

वही ईशा की ऐसी हालत देख उस शख्स जो की नील था उसकी आंखों में खून उतर आता है, वह सामने रखी एक ब्लैंकेट से ईशा को कवर कर देता है और फिर वह अपनी जलती हुई आंखों से जमीन पर पड़े हुए कबीर की तरफ अपने जानलेवा इरादों से देखने लगता है।

वहीं अब तक कबीर भी जमीन से खड़ा हो चुका था और जमीन से खड़े होते ही कबीर गुस्से से उस शख्स की तरफ देखते हुए कहता है। - "तुम्हारी इतनी हिम्मत कि तूने मुझ पर यानी कबीर सक्सेना पर हाथ उठाया..... मैं तूझे..."

लेकिन इससे आगे कबीर कुछ कह पाता नील बिना देरी किए एक और जोरदार पंच कबीर के मुंह पर जमा देता है जिससे कबीर लड़खड़ा कर जमीन पर फिर गिर जाता है लेकिन नील इतने में ही नहीं रुकता कबीर के जमीन पर गिरते ही वह अपनी आंखों में जानलेवा औरा ही रख कबीर के पास पहुंच जोर की लात उसके पेट में जमा कर कहता है।-" I don't like it at all when someone puts such pressure on girls, especially one who is mine. Not at all on her...

नील के मुंह से especially the one is mine. ये वाक्य सुन के कबीर हैरान था,

इसी हैरानी में कबीर नील से कहता है"– यह तुम्हारी है मतलब?? तुम कौन हो तुम?? जो इसके लिए तुम मुझे ऐसे मार रहे हो, क्या लगती है तुम्हारी यह लड़की???

वही नील कबीर के किसी भी सवाल का जवाब न देकर बस उसे मारे ही जा रहा था।

एक अनजान शख्स के मार की वजह से कबीर के मुंह से लगातार खून बहने लग गया था और उसका मुंह पूरी तरह से नीला पड़ चुका था लेकिन नील कबीर को अब भी छोड़ने के लिए राजी नहीं था।

कबीर को बुरी तरह लहूलुहान करने के बाद वह नील उसका दाया हाथ पकड़ कबीर से कहता है। - " यह वही हाथ है ना जिससे तूने !"

इतना कहते ही वह कबीर के उस हाथ को अपने पैरों के बीच फंसा कर एक झटके में मोड़ कर तोड़ देता है।

उस शख्स के ऐसा करते ही कबीर के मुंह से एक दर्द भरी चीख निकल जाती है। - "आ....ह ! "

लेकिन उस शख्स पर तो जैसे कबीर के चिल्लाने का कोई असर ही नहीं पढ़ रहा था, वह तुरंत ही कबीर के दूसरे हाथ को भी अपने पैरों के बीच फंसा कर एक झटके में उसे भी तोड़ देता है।

अपने दूसरे हाथ के तोड़ने पर कबीर के मुंह से एक बार फिर और भी तेज और दर्दनाक चीख निकलती है। - "आ...ह ह ह ह ह!"

कबीर की यह चीख इतनी भयानक थी जिसे सुन किसी की भी आत्मा कांप उठे । और फिर जब कबीर अपने दर्द को और नहीं सह पाता वह दर्द के कारण ही बेहोश हो जाता है।

वही कबीर के बेहोश होने पर भी नील का उसे ऐसे मारना देख कर ईशा भी खौफ में आ जाती है वह चीखते हुए कहती है–" छोड़ो उसे वहां मर जाएगा।

ईशा की आवाज सुन नील अपने सेंस में आता है और अपना उठा हुआ हाथ रोक लेता है, और फिर वह है बेड के एक किनारे पर घबराई हुई ईशा को देख उसके पास जाता है और उसका हाथ पकड़ कर उससे कहता है –"चलो यहां से..।

जैसे ही नीला दो कदम बढ़ाता है पर इशा वहीं पर जमी रहती है नील एक बार फिर ईशा की तरफ देखकर कहता है –"मैंने कहा चलो यहां से...!!!! पर ईशा पर तो किसी भी बात का कोई असर ही नहीं हो रहा था क्योंकि वह इस वक्त सदमे में थी, इससे आगे नील उससे कुछ ना कह उसे अपनी गोद में उठाकर उस कमरे से बाहर आ जाता है।

वही ईशा अभी उसकी बाहों में लगातार रोते जा रही थी, और उसके सामने बार-बार कुछ वक्त पहले हुआ हादसा घूमे जा रहा था जिसकी वजह से उसका पूरा शरीर अब भी बुरी तरह डर के मारे कांप रहा था।

वही ईशा को अपनी बाहों में थामे हुए नील को भी ईशा का ऐसे डर से कांपना महसूस हो रहा था जिसे महसूस कर नील ईशा को और भी मजबूती से अपनी बाहों में कस कर पकड़ लेता है और उसे कुछ देर पहले की घटना याद आने लगती है जब वह ईशा का पर्स लौटाने के लिए वापस आ रहा था।

कुछ देर पहले फ्लैशबैक।।

नील की कार ट्रेफिक लाइट पर रुकी हुई थी और सिग्नल के ग्रीन होने का इंतजार कर रही थी वही कार के अंदर बैठा नील इस समय ईशा के आईडी प्रूफ अपने हाथों में लिए उसकी यादों में खोया हुआ था तभी उसके कानों में कारों की हार्न की आवाज पड़ती है, जिससे वह नील ईशा की यादों से बाहर आता है और उसे याद आता है वह इस समय कहां पर है।

कारों के हॉर्न की आवाज सुनते ही नील भी तुरंत अपनी कार आगे की तरफ बढ़ाता है लेकिन फिर कुछ ही आगे जाकर वह कुछ सोच तुरंत यू टर्न लेकर ईशा का पर्स लौटाने के लिए कार को एक बार फिर ओबेरॉय प्रोडक्शन की तरफ मोड़ लेता है।

कुछ ही पल में नील की कार ओबेरॉय प्रोडक्शन के सामने पहुंचने ही वाली थी तभी नील की नजर ओबेरॉय प्रोडक्शन से अपनी आंखों में आंसू लिए बाहर आती ईशा दिखाई देती है, ईशा पर नजर पड़ते ही नील के चेहरे पर एक बड़ी सी मुस्कान आ जाती है और वह अपनी कार उसके पास लेकर ही जाने वाला होता है इससे पहले ही एक ब्लैक कलर की एसयूवी ईशा के ठीक सामने आकर रूकती है और उसमें से एक शख्स हुडी पहने तुरंत ईशा को एसयूवी के अंदर खींच लेता है और एसयूवी वहां से तेजी से निकल जाती है।

यह सब देख पहले तो नील हैरान होता है लेकिन फिर जब तक उसे सब समझ आता है तब तक एसयूवी वहां से काफी दूर निकल चुकी थी यह देखते ही नील भी तुरंत अपनी कार को फुल स्पीड में एसयूवी के पीछे भगा देता है।

आधे घंटे तक उस एसयूवी का पीछा करने पर नील जब देखता है वह एसयूवी शहर से बाहर एक फार्म हाउस पर रुक गई है।

तो नील भी उस फार्महाउस से कुछ पहले ही अपनी कार रोक एसयूवी में बैठे हुए लोगों की हरकत नोटिस करने लगता है, तभी वह देखता है एसयूवी का दरवाजा खुलता है और उसमें से चार लोग बाहर निकलते हैं और वह चारों बैक सीट पर बेहोश पड़ी ईशा को उठाकर उसे फार्म हाउस के अंदर लेकर चले जाते हैं।

उन लोगों के एक फार्म हाउस के अंदर जाते ही नील की बिना देरी किए उन लोगों का पीछा करते हुए उसे फार्म हाउस के अंदर घुस जाता है।

To be continued.......

आखिर कौन है नील और कहां से आया है क्या मकसद है इसका ईशा को बचाने के पीछे जानने के लिए पढ़िए dream love 💕 का मेरा अगला चैप्टर।