रावत मेंशन
दिव्यांश का सवाल सुनकर Cherry कुछ पल तो उसकी तरफ देखती रही और फिर उसका हाथ अपनी कमर से हटाकर वहां से जाने लगी। दिव्यांश ने उसे ज़ोर से पीछे की तरफ खींचा और लगभग से धक्का देते हुए वापस दीवार से लगाया तो इस बार Cherry की दर्द से आह निकल गई।
दिव्यांश गुस्से से बोला "मैंने कुछ पूछा है तुमसे और मेरे सवाल का जवाब दिए बिना आइंदा ऐसे जाने की हिम्मत मत कर देना!"
Cherry उसकी तरफ देखते हुए बोली "आपको जवाब चाहिए ना तो जवाब मैं दे देती हूं आपको Avocado... हां, मैंने मिस्टर अवस्थी को अपने करीब आने से नहीं रोका क्योंकि वो मेरे इतना करीब नहीं आए, जितना आप मेरे करीब आ रहे हैं. अगर वो मेरे इतना करीब आते तो मैं जरूर उनको रोकती।"
दिव्यांश तुरंत बोला "मतलब तुम इंतजार कर रही थी कि वो तुम्हारे और भी ज्यादा करीब आए?"
Cherry हैरानी से बोली "आप किस बात का क्या मतलब निकाल रहे हैं… मुझे नहीं पता लेकिन मैंने अब आपको जवाब दे दिया और हां.. जो जवाब आप मुझसे मांग रहे हैं.. वही सवाल क्या मैं आपसे करूं?? निहारिका के साथ आपकी इंगेजमेंट की अनाउंसमेंट होने वाली है और तो और निहारिका को आपने सबके सामने इंट्रोड्यूस भी किया… लेकिन दूसरी तरफ आप मेरे भी करीब आ रहे है, क्या मैं जान सकती हूं क्यों? और आप सिर्फ मेरे करीब नहीं आए हैं, आप भी जानते हैं कि हम दोनों के बीच क्या हुआ?? किसी और के साथ शादी और किसी और के साथ वो सब करते हुए आपको अजीब नहीं लगा!"
दिव्यांश तुरंत बोला "नहीं लगा!"
उसके जवाब पर Cherry हैरान रह गई।
दिव्यांश तिरछा मुस्कुरा कर बोला "तुमने मुझसे सवाल पूछा मैंने जवाब दे दिया। अब और भी कुछ कहना है क्या तुम्हें?"
Cherry ने गहरी सांस ली और बोली "नहीं.. अब मुझे आपसे ना ही कुछ पूछना है और ना ही आपको कोई जवाब देना है… मुझे बस यहां से जाना है, छोड़िए मुझे!"
ये बोलकर जैसे ही अब उसने दिव्यांश का हाथ अपनी कमर से हटाना चाहा…दिव्यांश ने अपना हाथ और भी ज्यादा कस दिया।
वो गहरी मुस्कुराहट के साथ बोला "सवाल जवाब तो खत्म हो गए… अब तुम मेरी बात जरा ध्यान से सुनो! अगर उस कार्तिक अवस्थी को अपने उतना भी करीब आने दिया, जितना अब वो आ रहा था तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा! तुम्हारे बदन पर किसी का हाथ तो दूर, किसी की परछाई भी नहीं आनी चाहिए.. समझी तुम!"
उसकी बात सुनकर Cherry बस उसकी तरफ देखती रह गई!
दिव्यांश अब उसके चेहरे पर थोड़ा और ज्यादा झुका और बहुत ही इंटेंस वॉइस में बोला "तुम्हारी इस बॉडी पर, तुम पर… यहां तक कि तुम्हारी सांसों पर भी सिर्फ और सिर्फ मेरा हक है… मेरे अलावा कोई तुम्हें उन नजरों से देख भी नहीं सकता, जिन नज़रों से मैं तुम्हें देखता हूं!"
ये बोलते हुए उसकी गर्म सांसे Cherry के चेहरे को छू रही थी और Cherry अब झट से बोली "क्यों? आप कौन होते हैं…इस बात का फैसला लेने वाले की कौन मेरे करीब आएगा और कौन नहीं, किसे मुझे छूने का हक है और किस का नहीं ?"
दिव्यांश उसके सवाल पर हंसा और बोला "तो फिर हाथ लगवा कर दिखाओ किसी को खुद को… किसी और को खुद को छूने की इजाजत तो दो… तुम्हारे इस सवाल का जवाब तुम्हें खुद ब खुद मिल जाएगा!"
ये बोलकर दिव्यांश पीछे की तरफ हट जाता है। Cherry ने कुछ पल उसे यूं ही देखा। उसका गला सूख रहा था। इस वक्त दिव्यांश के एक्सप्रेशन सच में बहुत अलग थे।
उसने अपना गला तर किया और वहां से जाने लगी।
अगले ही पल दिव्यांश ने उसके पेट पर अपना हाथ रखते हुए उसे वापस दीवार से लगाया और फिर उसके सिर के पीछे अपना हाथ रखकर उसके बालों को कसकर मुट्ठी में जाकर लिया। Cherry हैरान रह गई।
उसे तो समझ ही नहीं आया कि आखिर दिव्यांश करने क्या वाला है और जब तक वो कुछ रिएक्ट करती उससे पहले तो दिव्यांश उसके चेहरे पर झुक कर उसके होठों को अपने होठों में कैप्चर कर चुका था। Cherry शॉक्ड रह गई।
दिव्यांश उसके होठों को इस कदर चूम रहा था, जैसे वो न जाने कब का भूखा हो और Cherry के होंठ कोई लजीज खाना… वो उसके होठों को हल्का-हल्का अपने दांतों में चबा भी रहा था, जिसकी वजह से Cherry के होठों की सारी लिपस्टिक हटती चली जा रही थी और उसे अपने होठों में दर्द भी महसूस होने लगा था लेकिन दिव्यांश तो ठहरा दिव्यांश रावत...
वो कहां ही Cherry पर कोई रहम दिखाने वाला था। तकरीबन 5 मिनट वो Cherry को यूं ही किस करता रहा। Cherry ने उसके कंधों पर अपने हाथ रखे हुए थे और वो उसे पीछे की तरफ धकेलना की कोशिश कर रही थी लेकिन वो दिव्यांश को जरा सा भी खुद से अलग नहीं कर पाई और अब जब 5 मिनट बाद दिव्यांश ने उसे छोड़ा तो दिव्यांश उसके चेहरे पर झुक कर ही गहरी गहरी सांसे लेने लगा।
Cherry भी बेहद गहरी सांसे ले रही थी। उसकी तो सांसे रूक चुकी थी, अगर दिव्यांश और दो चार पल उसे छोड़ना नहीं तो!
वो हैरानी से दिव्यांश की तरफ देख रही थी और दिव्यांश मुस्कुराते हुए बोला "ये पिंक लिपस्टिक बेकार थी… आइंदा से मत लगाना!! जो आज फार्म हाउस में लगी हुई थी, वो ज्यादा बैटर थी! उसका टेस्ट अच्छा था!!"
ये बोलकर उसने अपने होठों पर अपनी जीभ को गोल घुमाया और फिर तुरंत वहां से चला गया।
Cherry बस उसे जाते देखती रह गई। उसे तो अभी तक समझ नहीं आया था कि आखिर उसके साथ हुआ क्या?? दिव्यांश ने यू पार्टी में उसे किस किया… अगर उन्हें कोई देख लेता तो? बाकी सब का तो चलो छोड़ो, अगर निहारिका ही उन्हें देख लेती तो?
वो अभी भी चौंकते हुए उस तरफ देख रही थी, जहां से दिव्यांश गया।
वो गहरी सांस लेकर बोली "मुझे Avocado... से दूर रहना होगा! उन्होंने मेरे साथ जो किया सो किया लेकिन मैं उन्हें यू बार-बार अपने करीब नहीं आने दे सकती!! उन्हें बहुत प्रॉब्लम है ना कि कोई मेरे करीब आएगा तो वो उसे छोड़ेंगे नहीं… मैं भी देखती हूं कि वो क्या करते हैं!! मैं अपनी लाइफ अपने हिसाब से जिऊंगी! वो भी तो किसी और से शादी कर रहे हैं ना… तो मुझे भी अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीने का हक है!"
ये बोलते हुए उसके चेहरे पर काफी सख्त एक्सप्रेशन थे।
वो अब आगे की तरफ आई और धरा के पास चली गई।
धरा मुस्कुराते हुए बोली "मैं तुम्हारा ही इंतजार कर रही थी!"
Cherry ने सवालिया नजरों से उसे देखा।
धरा उसकी तरफ देखते हुए बोली "आई नो… अब तुम बड़ी हो गई हो और अपनी लाइफ के डिसीजन तुम खुद ले सकती हो! अब क्या तुमने तो छोटे होते हुए भी अपनी लाइफ के डिसीजन खुद लिए थे लेकिन अब तुम्हारी लाइफ का एक डिसीजन मैं लेना चाहती हूं Cherry.."
Cherry हैरान रह गई।
धरा मुस्कुराई और बोली "तुम्हारे जितने भी क्वेश्चंस है ना.. सब का जवाब तुम्हें मिलेगा!! तुम आओ मेरे साथ.."
ये बोलकर वो स्टेज पर आगे की तरफ बढ़ गई, जहां पर व्योम पहले से ही खड़ा था।
अब धरा भी उसके साथ आकर खड़ी हुई। Cherry को वहां पर बहुत अजीब लग रहा था।
व्योम धरा की तरफ देखते हुए बोला "are you serious cry baby? तुम सच में ये करना चाहती हो?"
Cherry उन दोनों को हैरानी से देख रही थी। उसे अभी भी कुछ समझ नहीं आ रहा था।
वही धरा मुस्कुराई और बोली "यस ऑफकोर्स मिस्टर रावत… मैं सीरियस हूं और मैं सच में ये करना चाहती हूं!! मैं आज अपनी Cherry के लिए एक डिसीजन लेना चाहती हूं!"
ये बोलकर वो मुस्कुराई और अगले ही पल उसने व्योम के हाथों से माइक ले लिया।
वो मुस्कुराते हुए बोली अटेंशन एवरीबॉडी… आई होप, आप लोग ये पार्टी इंजॉय कर रहे होंगे! लेकिन आप सब लोगों के दिल में एक सवाल भी होगा कि आखिर रावत मेंशन में ये पार्टी रखी क्यों गई है?? तो मैं आप लोगों को बता दूं कि ये पार्टी रखी गई है मिस्टर दिव्यांश रावत की इंगेजमेंट अनाउंसमेंट के लिए.... "
उसकी बात सुनकर सब लोग क्लैप करने लगे और साथ ही साथ हूटिंग भी!
धरा ने निहारिका और उसके मॉम, डैड को स्टेज पर बुलाया और साथ ही साथ दिव्यांश को भी…. दिव्यांश ने अपनी पॉकेट में अपने हाथ डाले हुए थे! उसके चेहरे पर इस वक्त बेहद एटीट्यूड झलक रहा था!
धरा मुस्कुराते हुए बोली "ये है निहारिका कपूर... दिव्यांश की होने वाली लाइफ पार्टनर!!!!!"
उसकी बात पर अब सब लोगों ने एक बार फिर से तालियां बजानी शुरू कर दीया था!
दिव्यांश ने अपनी शादी की अनाउंसमेंट सुनी लेकिन उसके चेहरे पर कुछ खास एक्सप्रेशंस नहीं थे क्योंकि उसे इंतजार था धरा के उस मूव का… जो वो अब चलने वाली थी!
धरा मुस्कुराते हुए बोली "होल्ड ऑन एवरीबॉडी… सिर्फ इतना ही नहीं… आप सब लोगों के लिए एक और गुड न्यूज़ भी है क्योंकि रावत मेंशन में सिर्फ एक ही शादी नहीं हो रही है.. बल्कि एक शादी और हो रही है!"
उसकी बात सुनकर Cherry के चेहरे पर भी सवालिया एक्सप्रेशंस आ गए क्योंकि अभी तो ध्रुवांस और रावी बहुत छोटे थे। उनकी शादी का तो कोई सवाल ही नहीं बनता था तो फिर धरा और किसकी शादी की बात कर रही है।
तभी धरा ने मुस्कुराते हुए Cherry के गाल पर अपना हाथ रखा और बोली "दूसरी शादी होगी Cherry और मिस्टर कार्तिक अवस्थी की… प्लीज मिस्टर कार्तिक अवस्थी आप यहां आइए!"
ये बोलते हुए उसने सामने खड़े कार्तिक की तरफ देखा, तो वो मुस्कुराते हुए आगे की तरफ आया। धरा की बात सुनकर दिव्यांश की गुस्से से मुठिया कस चुकी थी।
अब उसे समझ में आया कि कार्तिक उसके सामने किन बातों का जिक्र कर रहा था और धरा भी बार-बार उसे किस चीज के लिए सुना रही थी?
उसके जबड़े पूरी तरह से कसे हुए थे।
वहीं धरा ने Cherry का हाथ कार्तिक के हाथ में रखा और बोली "आई होप… तुम मेरे इस डिसीजन को रिस्पेक्ट करोगी चेरी! और ट्रस्ट मी… मेरा ये डिसीजन तुम्हारी लाइफ का बेस्ट डिसीजन होगा!"
उसकी बात पर Cherry कुछ बोल ही नहीं पाई। वो बस कार्तिक को देखने लगी और फिर उसकी नज़रें दिव्यांश पर गई…. उसे देखते ही उसे दिव्यांश की कही हुई बातें याद आने लगी….
" तो फिर हाथ लगवा कर दिखाओ किसी को खुद को… किसी और को खुद को छूने की इजाजत तो दो… तुम्हारे इस सवाल का जवाब तुम्हें खुद ब खुद मिल जाएगा!"
वो बातें याद करते हुए Cherry के रोंगटे खड़े हो गए।