यह दुनिया आज से 20 साल पहले पूरी तरह से बदल गई। अचानक, पृथ्वी पर कई रहस्यमयी पोर्टल दिखाई देने लगे, जो देखने में प्रकाश के वलय (Ring of Lights) जैसे प्रतीत होते थे।
वैज्ञानिकों की एक टीम ने दावा किया कि ये **वॉर्महोल्स** हैं, जो पहली बार 50 साल पहले पृथ्वी पर प्रकट हुए थे। प्रारंभ में, ये पोर्टल केवल संसाधनों जैसे कि खनिज, ब्लू स्टोन, सोना, चांदी, और अन्य की आपूर्ति कर रहे थे। लेकिन कुछ समय बाद, इन पोर्टल्स के भीतर **अजीब जीव** दिखाई देने लगे। हालांकि, किसी अज्ञात शक्ति के कारण वे इन पोर्टल्स से बाहर नहीं आ सकते थे।
प्रत्येक पोर्टल की एक **आयु-सीमा** होती थी, और कुछ समय बाद वे स्वतः नष्ट (Burst) हो जाते थे। समय के साथ, इन पोर्टल्स में मौजूद राक्षस (Monsters) पहले से अधिक शक्तिशाली होते गए। डर के कारण, हमने उन पोर्टल्स में प्रवेश न करने का निर्णय लिया, जिनमें खतरनाक जीव बसते थे। और क्योंकि वे अंततः फट ही जाते थे, इसलिए उन पर अधिक ध्यान नहीं दिया गया।
लेकिन, जब ये पोर्टल्स बर्स्ट हुए, तो उनके भीतर कैद राक्षस आज़ाद हो गए। मानव-निर्मित हथियार उनके खिलाफ **बेअसर** साबित हुए। ऐसा लगने लगा कि मानवता के विनाश का समय आ गया है।
और तभी, **"Awakened System"** इस दुनिया में प्रकट हुआ। हालाँकि, पहला मानव जिसने इस शक्ति को ग्रहण किया, वह इस युद्ध में बलिदान हो गया। लेकिन उसके बाद, हमें कई **Awakened Humans** मिलने लगे, जिन्हें **"Saviors"** कहा जाने लगा।
इन सेवियर्स ने मानवता के अस्तित्व की अंतिम उम्मीद जगाई।
समय के साथ, पोर्टल्स न केवल अधिक शक्तिशाली होते गए, बल्कि **Awakened Humans** की संख्या भी बढ़ने लगी। हमें अब तक यह नहीं पता था कि यह **"सिस्टम"** आखिर क्या है, लेकिन वैज्ञानिकों ने इस पर कई परीक्षण किए।
इन प्रयोगों के दौरान, हमें एक चौंकाने वाली सच्चाई का पता चला—यह **सिस्टम पृथ्वी के कोर से जुड़ा हुआ है**। वैज्ञानिकों ने जो **फ्रीक्वेंसी** पृथ्वी के कोर से रिकॉर्ड की, वही फ्रीक्वेंसी इस सिस्टम के चारों ओर भी पाई गई।
इससे यह अनुमान लगाया गया कि शायद **पृथ्वी स्वयं** ने इस सिस्टम को सक्रिय किया है—मानवता को उन अज्ञात जीवों से बचाने के लिए जो पोर्टल्स से बाहर आ चुके थे।
अतीत में भी मानवता कई बार विलुप्त होने के कगार पर पहुंच चुकी है, लेकिन हर बार किसी न किसी तरह हम बचते आए हैं। कभी प्राकृतिक आपदाएँ, कभी युद्ध, तो कभी अज्ञात महामारियाँ—हर बार ऐसा लगा कि यह अंत है, फिर भी हम सर्वाइव कर गए।
लेकिन जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूँ, तो एक सवाल बार-बार दिमाग में गूंजता है—**क्या हमें सच में बचना चाहिए था?**
ऐसा लगता है जैसे कोई अज्ञात शक्ति हमें जबरदस्ती आगे बढ़ा रही है, जैसे हमारी अस्तित्व की यह यात्रा पहले से तय हो। और अगर यह सच है, तो हो सकता है कि **ये पोर्टल्स ही मानवता के सफर का अंतिम अध्याय हों।** शायद यही वह परीक्षा है जिससे हम कभी पार नहीं पा सकेंगे।
या शायद... **यही वो वजह है जिसके लिए हमें हमेशा बचाया जाता रहा।**
हमारी अब तक की स्टडी के अनुसार, वर्तमान दुनिया में **400 मिलियन (40 करोड़) लोग** जीवित हैं, जिनमें से लगभग **4 मिलियन (40 लाख) लोग Awakened Humans** बन चुके हैं। हालांकि, यह केवल हमारा अनुमान है।
अब तक, हमने **40,000 Awakened Humans** को भर्ती कर लिया है, जिन्हें **"Saviors"** कहा जाता है। लेकिन यह संख्या इस विनाशकारी खतरे से निपटने के लिए पर्याप्त नहीं है।
**इसलिए, मैं सभी Awakened Humans से अनुरोध करता हूँ—हम सबको एकजुट होकर ,अपनी शक्तियों को पहचानकर ,मानवता की रक्षा के लिए आगे आना होगा
अब निर्णय का समय आ गया है—या तो हम **एक साथ खड़े होंगे और इस दुनिया को बचाएंगे, या इतिहास का हिस्सा बन जाएंगे।**