जैसा कि हमने देखा कि चिंटू भागते हुए मासा के पास आकर उन्हें कहता है कि अर्जुन भाई सा एयरपोर्ट पहुंच गए है और वापिस आ रहे है । अब आगे...
मासा खुशी से झूम उठती है और जल्दी से गहना को पूजा की थाली तैयार करने को कहती है ।
गहना भी मासा के कहने पर दूर्वा की तरफ चल पड़ती है ....अरे !! दूर्वा .... तुमने थाली तैयार कर दी ??
दूर्वा भी हां मै हा मिला के गहना को कहती है जी बड़ी दीदी सब तैयार है ।
वही अर्जुन के लिए भी गाड़ी भिजवा दी गई थी और कुछ ही मिलो की दूरी पर था अर्जुन । अर्जुन का स्वभाव बहुत ही अच्छा था .... अर्जुन नरम दिल का इंसान था। और आज अर्जुन के साथ आते आते कुछ ऐसा हुआ था कि उसे समझ नहीं आरा था कि वह क्या करे ....
अर्जुन के घर पर मासा को छोड़ कर सब जानते थे अर्जुन की गर्लफ्रेंड के बारे मै और उसकी गर्लफ्रेंड तनीषा कई बार अर्जुन की मां गहना से भी बात किया करती थी । और तोह और उसके घर के सभी लोगों को तनिषा बहुत पसंद थी ।
दोनो अर्जुन और तनीषा शादी भी करने वाले थे पर कुछ ऐसा हो गया अर्जुन के साथ जो उसने कभी सोचा भी नहीं था । अर्जुन का प्यार उसे हमेशा के लिए छोड़ के चला गया ।
तनीषा की वो वीडियो रोहन के साथ। देख कर अर्जुन की आंखे तंग रह जाती है ....अर्जुन का मन नहीं मान रहा था कि तनीषा ऐसा कुछ कर सकती है ....मतलब उसका विश्वास और उसका २ साल का रिलेशनशिप दोखेबाजी से चलता आ रहा था ।
अर्जुन फट से तनीषा को फोन करने की कोशिश करता है पर उसका फोन ही नहीं लग रहा होता है ....और जैसे ही अर्जुन उतर के गाड़ी मै बैठ के अपना डाटा ऑन करता है आगे तनीषा का मैसेज देख के उसके पैरो तले जमीन खिसक जाती है ।
तनीषा ने अर्जुन को मैसेज करा था कि वो माफी चाहती है ..... पर वो वीडियो जो अर्जुन ने देखा है वो एक दम सच है ...और वो अर्जुन के दोस्त रोहन से बैंगकॉक मै कुछ ही दिनों मै शादी करने वाली है । और वह अर्जुन के साथ अभी और नहीं रह सकती । क्युकी अर्जुन ने उसे कभी समझा ही नहीं और न ही उसकी कभी कोई बात मानी ।
तनीषा ने यह भी लिखा था कि वो चाहती थी कि अर्जुन और वो फिजिकल रिलेशनशिप मै आए पर अर्जुन इस बात के लिए कभी माना ही नहीं । और यही main कारण था तनीषा अर्जुन को छोड़ के रोहन से शादी कर रही थी ।
अर्जुन को गुस्सा आता है और वह एक बार फिर से तनीषा को फोन करता है । आगे फिर से तनीषा का नंबर नहीं लग रहा होता। अर्जुन बिना कुछ सोचे समझे तनीषा की बहन को फोन करता है और जेसे ही उसकी बहन फोन उठती है अर्जुन उसकी बात तनीषा से करवाने को कहता है । जिधर तनीषा अर्जुन से बात करने के लिए मना कर देती है ।
अर्जुन गुस्से से तनीषा की बहन को बोलता है ... किस मुंह से बात करेगी तुम्हारी बहन मुझ से ....अरे!!! प्यार ही तोह कर था मै ... और बोला भी था इकसे की हो जाएंगे हम भी फिजिकल बस एक बार हमारी बात घर पर हो जाए ।।।।। और मुझे तोह पता ही नहीं था कि यह मेरे पीछे से क्या गुल खिला रही है ।
याद रखना तनीषा ... मै तुमसे सच प्यार किया था पर तुम मेरे साथ दोखेबाजी करके ठीक नहीं किया .....यह सब तुझ पर बहुत भरी पड़ेगा .।।।।बहुत रोएगी तू तनीषा ।।। याद रखना और तब तुझे भी मेरे दर्द का एहसास होगा । शादी करने जा रही है न तू उससे मै भी देखता हु वो कितनी ही अच्छे से तुझ से शादी निभाता है । मुझे उम्मीद भी है कि वह तुझ से शादी नहीं निभाएगा ।
तनीषा गुस्से से अपनी बहन से फोन ले लेती है .....और अर्जुन से कहती है ....तुम्हे किस बात की इतनी jealousyy हो रही है । वह भी तब जब मैं सब कुछ तुमसे खत्म करना चाहती हु । चुप चाप खत्म करो और निकलो यहां से ।
अर्जुन जवाब देते हुए कहता है ..... मेरे प्यार का क्या फायदा उठाया है तुम waaah!!!!! मतलब यह है कि तूने मुझसे कभी प्यार कर ही नहीं .... चल बोल अब मुझे भी तोह पता चले ...कब से तू यह सब करती आ रही है ।
तनीषा चुप हो जाती है और अर्जुन से कहती है मुझे बस इतना कहना है कि मुझे तुमसे कोई भी रिश्ता नहीं रखना बस ।।।।।
अर्जुन भी तनीषा से कहता है कि मुझे भी कोई रिश्ता नहीं रखना वो भी ऐसी लड़की से जो पीछे कुछ और है और मुंह पर कुछ और है । जो दोखेबाजी करे ... अब मुझे समझ आ रहा है कि क्यों इतना चिपकती थी उसके साथ । दोस्त क्यों बनाती थी।
ऐसे ही तू तू मैं मै दोनो के बीच होती है और तनीषा फोन काट ते हुए यह कहती है कि तुम किसी लड़की से प्यार के लायक नहीं हो । अरे!!! वह तोह तुम्हारे बिहेवियर से ही डर जाएगी जो मर्दानगी तुम लोगो को दिखा फिरते हो न .....कोई लड़की शादी नहीं करेगी तुमसे । और मुझे भी बस पीछा shudana था तुमसे तभी मैने यह सब करा और मुझे अपने डिसीजन पर कोई शक नहीं है न और बार बार मुझे फोन करके परेशान मत करना और तनीषा फोन काट देती है ।
अर्जुन गुस्से से अपने फोन की सिम निकाल के बाहर फेंक देता है और अपने आप से यह वादा करता है कि वह आगे से कभी किसी से प्यार नहीं करेगा। उसके लिए प्यार बस तनीषा ही थी । जिसे वह कभी भुला नहीं पाएगा । और वह इस बात का दावा करता है कि आगे से बस वह अपने करियर पर ही फोकस करेगा। उसके इलावा और कुछ नहीं । वह यह भी दावा करता है कि तनीषा के जाने का ग़म वह किसी के साथ भी शेयर नहीं करेगा और न ही उसके न होने का अपनी जिंदगी पर कोई फरक आने देगा ।
अब कुछ ही मिल की दूरी पर था जैतसर गांव। जैसे ही अर्जुन की गाड़ी जैतसर की सड़क पर पहुंचती है चारों और से फूल बरसते है उसकी गाड़ी पर । और हाथ जोड़ के लोग अर्जुन को प्रणाम करते है । अर्जुन भी हल्की सी स्माइल करके सबको आदर समान के साथ प्रणाम करता है ।
और फाइनली ५ सालों के बाद अर्जुन अपनी हवेली मै पहुंच ही गया था । जैसे ही अर्जुन की गाड़ी हवेली मै पहुंचती है चारों और से गुलाब की पत्तियां अर्जुन की गाड़ी पर गिराई जा रही होती है साथ ही अर्जुन को" बड़े कूबर सा "के नाम के नारे लग रहे होते है ।
ऐसा मानो कि कोई राजकुमार का स्वागत हो रहा हो । और हो भी क्यों न आखिर बड़ी हवेली का बड़ा वारिस जो आया था ।
गाड़ी से उतरते ही मासा यानि अर्जुन की दादी खड़ी होती है फूलों कर हर लिए और अर्जुन के गले में डाल देती है । अर्जुन भी खूब अदर से मासा के पाऊं छू कर उनका आशीर्वाद लेता है और मासा अर्जुन को गले से लगा लेती है । और अर्जुन से कहती है: तरस गई थी यह आंखे तुझे देखने के लिए बेटा !!! लेकिन अब तू आ गया है न बस अब सब ठीक होगा । अब जल्दी से तेरी शादी कर देंगे हम ..... और मेरे गुजरने से पहले अपने पड़पोते का चेहरा देखना चाहती हु मै । अर्जुन मासा की बात सुन कर तंग रह जाता है । और दादी सा के सवाल का जवाब एक हल्के से hmm से देता है ।
फिर गहना अति है आरती की थाल लेकर और अर्जुन को टीका लगाती है और उसकी आरती उतारती है । अर्जुन गहना के पाऊं छूता है और कहता है ..... और बताओ मां ....कैसे हो आप ??
गहना जवाब देते हुए कहती है अब मेरा लाल आ गया है न तू अब मै ठीक हु एक दम । इतना सुनते ही अर्जुन गहना को गले लगा लेता है ।।।। अर्जुन को ऐसे देख गहना हैरान हो जाति है और उसका दिल कहता है कि अर्जुन को कोई बात है जो बहुत परेशान कर रही है । पर वो कुछ नहीं कहती है।
फिर ऐसे करते करते अर्जुन अपने बापू सा से मिलता है जिनका नाम राजकुमार होता है । अर्जुन उनका आशीर्वाद लेता है और ऐसे ही बाकी के सदस्यों से भी आशीर्वाद लेकर वह अंदर की और जाता है ।
हवेली मै पौ रखते ही अर्जुन के ऊपर फूलों की मानो बरसात सी होने लगती है । और अर्जुन के बापू सा अर्जुन को एक बैठक में ले जाते है । जहां पर अर्जुन गांव वालों से यह वादा करता है कि जल्द ही जैतसर मै एक हॉस्पिटल खुलेगा और डॉक्टर की पढ़ाई भी शुरू होगी । कई नर्सेज या गांव के अनेमप्लॉयड लोगों को वहां पर काम दिया जायेगा । जहां लोग बहुत खुश होते है और खूब तालियां बजा के बड़े कूबर सा की जय बोल कर उन्हें सम्मान देते है ।
और अर्जुन और बापू सा वहां से चल पड़ते है ।
घर ( यानी हवेली) पहुंचते ही पहले तोह केक कट किया जाता है अर्जुन की आने की खुशी मै .....जिसमें चिंटू और अर्जुन दोनों एक साथ केक काट ते है और फिर अर्जुन को खाने के टेबल पर बिठा दिया जाता है ।
और एक एक कर के सारे पकवान अर्जुन के पास लाए जाते है ।
अर्जुन को एक टाइम पर यह भी भूल गया था कि तनीषा भी उसकी लाइफ में कोई लड़की थी .....उसकी फैमिली उसे इतना प्यार करती है कि अर्जुन बिल्कुल भी उसके बारे मै नहीं सोच रहा होता है पर मन ही मन मै याद तोह आ ही रही थी उसे तनीषा की भी ।
अर्जुन के आगे पूरे २० पकवान रखे जाते है ..... जयपुर का सबसे बड़ा खाने का थाल उसके साथ साथ ....जलेबी पकोड़े और जो भी चीजें अर्जुन को पसंद थी सब बनाई गई थी ।
अर्जुन भी खूब पेट भर के खाता है पर उससे ज्यादा खाया नि जा रहा होता है । अर्जुन मासा को कहता है बस मेरा खाना हो गया ....जहां गहना अर्जुन से कहती है .... अरे!! मेरे लाल इतना सा खाना खाया तूने ...थोड़ा और खा ले ।
अर्जुन जवाब देते हुए कहता है नहीं मां भूख नहीं है ।
गहना जवाब देती हुई अर्जुन से कहती है ऐसे कैसे भूख नहीं है .... चल आ मै तुझे अपने हाथों से खिलाती हु । गहना एक रसभरी का टुकड़ा तोड़ कर अर्जुन के मुंह मै डाल ही रही होती है इतने मैं मासा आ के गहना का हाथ पकड़ लेती है ।
क्यों रे गहना ... उसने कहा न उसे नहीं है भूख जबरदस्ती खिलाएगी क्या ??
गहना मुरझा जाती है और मासा से कहती है ... नहीं मासा ।
मासा: तोह फिर क्यों खिला रही है ??
गहना अर्जुन के पास किया हुआ वो टुकड़ा नीचे छोड़ देती है ....जैसे ही गहना नीचे करती है अर्जुन गहना का हाथ पकड़ के उनके हाथ मै पकड़ा हुआ टुकड़ा अपने मुंह मै डाल देता है । और कहता है ओह !! मां अपने खिलाया मजा आ गया । और खिलाए न ।।।।
गहना खुश हो जाती है और ऐसे ऐसे करते अर्जुन सारा खाना खा लेता है ।
और मासा अंदर ही अंदर जल रही होती है ।
To be continued.....
Please guys like kre share kare aur comment karke btaye apko meei story kaisi lagi ....baki roj ke new parts ke liye baney rahe meri novel ke sath ...