सुनहरी दुनिया का रहस्य

एपिसोड 13: सुनहरी दुनिया का रहस्य

सुनहरा द्वार अर्जुन और वेदांत के सामने चमक रहा था। चाँदी का रेगिस्तान पीछे छूट गया था, और हवा में एक अजीब-सी गर्मी थी। अर्जुन ने मायरा के अवशेष—उस छोटे स्फटिक—को कसकर पकड़ा, उसकी नज़र द्वार पर टिकी थी। वेदांत उसके बगल में खड़ा था, उसकी तलवार तैयार।

"कालद्रष्टा... अभी बहुत कुछ बाकी है..." वह फुसफुसाहट फिर गूँजी, इस बार और साफ़।

"यह आवाज़ कौन है?" अर्जुन ने वेदांत की ओर देखा।

वेदांत ने भौंहें सिकोड़ीं। "मुझे नहीं पता। लेकिन यह द्वार हमें जवाब देगा। तैयार हो?"

अर्जुन ने सिर हिलाया। "हाँ। मायरा के लिए।"

दोनों ने द्वार में कदम रखा। एक तेज़ सुनहरी रोशनी ने उन्हें घेर लिया, और अगले ही पल वे एक नई दुनिया में थे।

सुनहरी दुनिया

अर्जुन ने आँखें खोलीं। चारों ओर सुनहरे पहाड़ थे, जिनकी चोटियाँ आसमान को छू रही थीं। नदियाँ तरल सोने की तरह बह रही थीं, और हवा में छोटे-छोटे सुनहरे कण तैर रहे थे। आकाश गहरा नीला था, लेकिन उसमें सितारे दिन में भी चमक रहे थे।

"यह क्या जगह है?" अर्जुन ने बुदबुदाया।

होलोग्राफिक स्क्रीन चमकी—

[आप सुनहरी दुनिया में प्रवेश कर चुके हैं। यहाँ की शक्ति: प्रकाश और समय। सावधान रहें।]

वेदांत ने चारों ओर देखा। "यह जगह शक्ति से भरी है। लेकिन खतरे भी उतने ही होंगे।"

तभी, सुनहरे कण हवा में इकट्ठा होने लगे, और एक आकृति बन गई। यह एक लंबा प्राणी था, जिसका शरीर सुनहरे कवच से ढका था और हाथ में एक चमकता हुआ भाला था। उसकी आँखें सफेद थीं, जैसे उनमें कोई पुतली न हो।

[सावधान! सुनहरा पहरेदार प्रकट हुआ। खतरे का स्तर: उच्च।]

"लगता है यहाँ भी स्वागत गर्मजोशी से नहीं होगा," अर्जुन ने मुस्कुराते हुए कहा।

सुनहरा पहरेदार

पहरेदार ने भाला घुमाया, और सुनहरी रोशनी की लहरें अर्जुन और वेदांत की ओर बढ़ीं। अर्जुन ने "टाइम स्लो" का इस्तेमाल किया और वेदांत को साथ लेकर एक तरफ कूदा। लहरें ज़मीन से टकराईं, और सुनहरी मिट्टी पिघल गई।

"यह शक्ति सामान्य नहीं है," वेदांत ने कहा और अपनी तलवार से वार किया। उसकी तलवार से हरी ऊर्जा निकली, लेकिन पहरेदार ने भाले से उसे रोक लिया।

अर्जुन ने "डार्क लाइट फ्यूजन—संतुलन वार" का प्रयोग किया। नीली, काली, और सुनहरी लहरें पहरेदार से टकराईं, और वह कुछ कदम पीछे हटा। उसका कवच चटक गया।

[सुनहरा पहरेदार को क्षति पहुँची! -20% शक्ति।]

"यह काम कर रहा है!" अर्जुन ने कहा।

लेकिन पहरेदार ने चीख मारी, और उसके कवच से सुनहरी रोशनी फटी। वह तेज़ी से अर्जुन की ओर झपटा। अर्जुन ने "प्रीडिक्शन मोड" सक्रिय किया और हमले को देख लिया। उसने "टाइम ब्रेकर" का इस्तेमाल किया, समय रुका, और वह पहरेदार के पीछे पहुँचा।

"संतुलन विस्फोट!"

तीन रंगों की लहरें पहरेदार के कवच को चीर गईं, और वह सुनहरे कणों में बदलकर बिखर गया।

[बधाई हो! आपने सुनहरा पहरेदार हराया। 250 एक्सपी प्राप्त हुए।]

अर्जुन हाँफते हुए रुक गया। "यह आसान नहीं था।"

वेदांत ने सिर हिलाया। "और यह तो बस शुरुआत है।"

शक्ति का स्रोत

दोनों आगे बढ़े। सुनहरे पहाड़ों के बीच एक विशाल मंदिर दिखाई दिया। इसका दरवाज़ा सोने से बना था, और उस पर प्राचीन चित्र खुदे थे—एक योद्धा, एक स्फटिक, और एक चमकता हुआ गोला।

"यह शक्ति का स्रोत हो सकता है," वेदांत ने कहा।

अर्जुन ने मायरा का अवशेष निकाला। यह अब तेज़ी से चमक रहा था। "मायरा, क्या तुम मुझे सुन रही हो?"

स्फटिक से हल्की आवाज़ आई। "हाँ, अर्जुन। यह जगह मेरी शक्ति से जुड़ी है। लेकिन सावधान—यहाँ कुछ और भी है।"

दरवाज़ा अपने आप खुल गया, और अंदर एक विशाल कक्ष था। कक्ष के बीच में एक सुनहरा गोला तैर रहा था, जो प्रकाश और समय की ऊर्जा से भरा था।

[नई सूचना: शक्ति का स्रोत मिला। इसका उपयोग सावधानी से करें।]

अर्जुन ने गोले की ओर हाथ बढ़ाया, लेकिन तभी मंदिर काँपने लगा। सुनहरे कण फिर से इकट्ठा हुए, और एक नई आकृति उभरी। यह एक महिला थी, जिसका शरीर सुनहरे प्रकाश से बना था। उसकी आँखें नीली थीं, और उसके हाथ में एक स्फटिक था—मायरा के अवशेष जैसा।

"आप कौन हैं?" अर्जुन ने पूछा।

"मैं इस दुनिया की संरक्षक हूँ," उसने कहा। "मेरा नाम सूर्या है। तुम यहाँ शक्ति के स्रोत के लिए आए हो, लेकिन यह इतना आसान नहीं है।"

"हमें इसे चाहिए," अर्जुन ने कहा। "मायरा को वापस लाने के लिए।"

सूर्या ने सिर हिलाया। "शक्ति का स्रोत तुम्हें वह दे सकता है, लेकिन इसकी कीमत होगी।"

"क्या कीमत?" वेदांत ने पूछा।

"तुम्हारी यादें," सूर्या ने कहा। "या तुम्हारी शक्ति। एक को चुनना होगा।"

अर्जुन ने मायरा का स्फटिक देखा। "मैं अपनी यादें नहीं खो सकता—वे मायरा से जुड़ी हैं। और शक्ति के बिना मैं उसे बचा नहीं पाऊँगा। कोई और रास्ता है?"

सूर्या मुस्कुराई। "है। लेकिन इसके लिए तुम्हें मुझे हराना होगा।"

[सावधान! सूर्या, सुनहरी संरक्षक प्रकट हुई। खतरे का स्तर: सर्वोच्च।]

सूर्या का मुकाबला

सूर्या ने हाथ उठाया, और सुनहरी रोशनी की तलवारें हवा में तैरने लगीं। उसने एक झटके में उन्हें अर्जुन और वेदांत की ओर भेजा। अर्जुन ने "टाइम स्लो" का इस्तेमाल किया, और वेदांत ने अपनी तलवार से कुछ तलवारों को काट दिया।

"हम साथ में लड़ेंगे," वेदांत ने कहा।

अर्जुन ने "संतुलन वार" किया, लेकिन सूर्या ने हवा में उड़कर हमले से बच लिया। उसने स्फटिक से एक विशाल प्रकाश गोला बनाया और फेंका। अर्जुन ने "टाइम ब्रेकर" का प्रयोग किया और वेदांत को साथ लेकर एक तरफ हटा।

[आप पर हमला हुआ! -15 HP।]

"यह तेज़ है," अर्जुन ने कहा।

वेदांत ने अपनी हरी ऊर्जा से एक ढाल बनाई। "उसके स्फटिक पर निशाना लगाओ। वह उसकी शक्ति का केंद्र है।"

अर्जुन ने "प्रीडिक्शन मोड" और "आत्म-स्वीकृति" को एक साथ सक्रिय किया। उसने सूर्या की अगली चाल देखी और "संतुलन विस्फोट" किया। तीन रंगों की लहरें सूर्या के स्फटिक से टकराईं, और वह चीखते हुए पीछे हटी।

[सूर्या को क्षति पहुँची! -30% शक्ति।]

"अब खत्म करो!" वेदांत ने चिल्लाया और अपनी तलवार से वार किया। अर्जुन ने भी पूरा ज़ोर लगाया।

"डार्क लाइट फ्यूजन—अंतिम विस्फोट!"

ऊर्जा की लहरें सूर्या से टकराईं, और उसका स्फटिक टूट गया। वह सुनहरे कणों में बदल गई।

[बधाई हो! आपने सूर्या को हराया। 500 एक्सपी प्राप्त हुए।]

कीमत और इनाम

सूर्या की हार के बाद शक्ति का स्रोत चमकने लगा। उसमें से एक रोशनी निकली और मायरा का स्फटिक उसमें समा गया।

"अर्जुन..." मायरा की आवाज़ गूँजी, और उसकी आकृति फिर से ठोस हुई। वह जीवित थी।

"मायरा!" अर्जुन ने उसे गले लगाया।

"तुमने यह कर दिखाया," मायरा ने कहा।

लेकिन तभी, शक्ति का स्रोत काँपने लगा। एक नई फुसफुसाहट गूँजी—

"यह अभी खत्म नहीं हुआ..."

मंदिर से एक काला पोर्टल उभरा।

[नया मिशन: अंधेरे पोर्टल में प्रवेश करें।]

अर्जुन, मायरा, और वेदांत एक-दूसरे की ओर देखे। "लगता है हमारी यात्रा जारी है," अर्जुन ने कहा।

(एपिसोड 13 समाप्त! अगले एपिसोड में अंधेरे पोर्टल का रहस्य खुलेगा!)