एपिसोड 17: समय के खिलाफ
नीली दुनिया का महल अंधेरे में डूब चुका था। अर्जुन, मायरा, और वेदांत समय का स्वामी के सामने खड़े थे, जिसकी लाल आँखें काले और नीले शरीर से चमक रही थीं। उसकी मौजूदगी से हवा भारी हो गई थी, और चारों ओर समय धीमा पड़ता हुआ महसूस हो रहा था। अर्जुन की डार्क लाइट फ्यूजन तलवार उसके हाथ में काँप रही थी, जैसे वह भी इस शक्ति को महसूस कर रही हो।
होलोग्राफिक स्क्रीन चमकी—
[सावधान! समय का स्वामी (Time Overlord) प्रकट हुआ। खतरे का स्तर: अज्ञात।]
"तुम मेरे बनाए खेल में हो, कालद्रष्टा," समय का स्वामी ने गहरी आवाज़ में कहा। "हर दुनिया, हर लड़ाई—सब मेरी योजना थी।"
अर्जुन ने दाँत भींचे। "तो असुरवक्त, कालवक्त, नीलवक्त—सब तुम्हारे सेवक थे?"
"हाँ," समय का स्वामी ने कहा। "और तुम मेरे सबसे बड़े हथियार थे। लेकिन अब तुम बेकाबू हो गए हो।"
मायरा ने अर्जुन का हाथ पकड़ा। "हम इसे हराएँगे, जैसे हर बार किया।"
वेदांत ने तलवार उठाई। "यह अंतिम लड़ाई है।"
समय का स्वामी ने हँसा। "अंतिम? यह तो बस शुरुआत है।" उसने हाथ उठाया, और काली लहरें फैल गईं।
समय का तूफान
लहरें इतनी तेज़ थीं कि अर्जुन का "टाइम स्लो" भी काम नहीं कर सका। मायरा ने अपनी नीली ढाल बनाई, लेकिन वह तुरंत टूट गई। वेदांत ने हरी ऊर्जा से बचाव की कोशिश की, लेकिन तीनों पीछे उछल गए।
[आप पर हमला हुआ! -35 HP।]
"यह शक्ति..." अर्जुन हाँफते हुए उठा। "यह समय को नियंत्रित कर रहा है।"
समय का स्वामी ने एक विशाल काला घेरा बनाया। घेरे में समय धीमा पड़ गया, और तीनों की गतियाँ रुकने लगीं।
[आप समय के जाल में फँसे! गति -70%।]
"हमें इससे निकलना होगा!" वेदांत ने कहा, लेकिन उसकी आवाज़ धीमी और खिंची हुई थी।
अर्जुन ने "प्रीडिक्शन मोड" सक्रिय किया। उसे समय का स्वामी का अगला हमला दिखा—एक काला गोला जो उनकी ओर आ रहा था। उसने "टाइम ब्रेकर" का इस्तेमाल किया, लेकिन प्रभाव आधा ही हुआ। समय पूरी तरह नहीं रुका।
"मेरे सामने तुम्हारी समय की शक्ति बेकार है," समय का स्वामी ने कहा और गोला फेंका।
मायरा ने अपनी सारी नीली शक्ति से एक नई ढाल बनाई। गोला उससे टकराया, और ढाल ने उसे रोक लिया, लेकिन मायरा घुटनों पर गिर पड़ी।
"मायरा!" अर्जुन ने उसे थामा।
"मैं ठीक हूँ," मायरा ने कमज़ोर स्वर में कहा। "हमें इसका स्रोत ढूँढना होगा।"
स्रोत की खोज
अर्जुन ने समय का स्वामी को गौर से देखा। उसकी छाती पर एक काला और नीला क्रिस्टल चमक रहा था। "वहाँ! उसका क्रिस्टल उसकी शक्ति है।"
वेदांत ने कहा, "लेकिन हम इसके करीब कैसे पहुँचेंगे?"
मायरा ने साँस ली। "मैं समय को थोड़ा रोक सकती हूँ। लेकिन मेरी शक्ति सीमित है।"
"नहीं, तुम पहले ही कमज़ोर हो," अर्जुन ने विरोध किया।
"हमें कोई और रास्ता नहीं है," मायरा ने कहा और अपनी नीली शक्ति को इकट्ठा किया। उसने उसे समय का स्वामी की ओर भेजा। एक नीला घेरा बना, और समय का स्वामी की गति कुछ पल के लिए धीमी पड़ी।
[समय का स्वामी प्रभावित! गति -30%।]
"अब!" मायरा चिल्लाई।
अर्जुन और वेदांत ने मौका लिया। अर्जुन ने "सत्य का वार" किया, और वेदांत ने अपनी हरी ऊर्जा से हमला किया। सफेद और हरी लहरें समय का स्वामी से टकराईं, लेकिन उसने क्रिस्टल से एक काला ढाल बना लिया।
[समय का स्वामी को क्षति पहुँची! -15% शक्ति।]
"यह पर्याप्त नहीं है!" वेदांत ने कहा।
समय का स्वामी ने ढाल हटाई और हँसा। "तुम मेरे समय को नहीं हरा सकते।" उसने क्रिस्टल से एक काला तूफान बनाया। तूफान ने तीनों को हवा में उड़ा दिया।
[आप तूफान में फँसे! -20 HP प्रति सेकंड।]
पुनर्जनन का स्फटिक
अर्जुन की साँसें थम रही थीं। उसने जेब से पुनर्जनन का स्फटिक निकाला। "यह हमारा आखिरी मौका है।"
स्फटिक चमका, और एक सफेद रोशनी तीनों को घेर गई। उनकी शक्ति और HP बहाल हो गए।
[पुनर्जनन का स्फटिक सक्रिय! HP पूर्ण। शक्ति +50%।]
"यह क्या था?" समय का स्वामी चौंका।
अर्जुन उठ खड़ा हुआ। "तुम्हारा अंत।" उसने "आत्म-स्वीकृति" और "सत्य का वार" को एक साथ सक्रिय किया। उसकी तलवार से सफेद और सुनहरी रोशनी निकली।
मायरा ने अपनी नीली शक्ति जोड़ी। "हम साथ हैं।"
वेदांत ने हरी ऊर्जा मिलाई। "यह हमारे लिए है।"
तीनों ने एक साथ हमला किया—"संतुलन का अंतिम विस्फोट!"
सफेद, नीली, हरी, और सुनहरी लहरें समय का स्वामी के क्रिस्टल से टकराईं। क्रिस्टल चटक गया, और एक विशाल विस्फोट हुआ। समय का स्वामी की चीख गूँजी, और उसका शरीर काले और नीले कणों में बिखर गया।
[बधाई हो! आपने समय का स्वामी को हराया। 1000 एक्सपी प्राप्त हुए।]
सच का खुलासा
अर्जुन, मायरा, और वेदांत हाँफते हुए रुक गए। नीली दुनिया फिर से शांत हो गई। पानी शांत होकर नीचे बहने लगा, और महल स्थिर हो गया।
"क्या यह सच में खत्म हुआ?" मायरा ने पूछा।
तभी, क्रिस्टल के टुकड़ों से एक हल्की रोशनी निकली, और एक आकृति उभरी। यह एक बूढ़ा व्यक्ति था, जिसका शरीर पारदर्शी था।
"मैं समय का मूल स्वामी हूँ," उसने कहा। "मेरा नाम कालपुरुष है। समय का स्वामी मेरा दूषित रूप था। तुमने मुझे आज़ाद कर दिया।"
अर्जुन ने पूछा, "तो यह सब क्या था?"
कालपुरुष ने कहा, "यह एक चक्र था। तुम, कालद्रष्टा, मेरी शक्ति का हिस्सा थे। मैंने तुम्हें बनाया, लेकिन मेरी शक्ति बेकाबू हो गई। तुमने इसे संतुलित किया।"
"तो अब क्या?" वेदांत ने पूछा।
"अब तुम आज़ाद हो," कालपुरुष ने कहा। "लेकिन तुम्हारी नियति अभी पूरी नहीं हुई।"
उसने हाथ उठाया, और एक सुनहरा पोर्टल उभरा।
[नया मिशन: सुनहरे पोर्टल में प्रवेश करें। अंतिम यात्रा शुरू।]
"यह कहाँ ले जाएगा?" मायरा ने पूछा।
"तुम्हारे घर," कालपुरुष ने कहा। "या शायद कुछ और। यह तुम पर निर्भर है।"
अर्जुन ने मायरा और वेदांत की ओर देखा। "हम तैयार हैं।"
तीनों पोर्टल की ओर बढ़े, लेकिन कालपुरुष की आखिरी आवाज़ गूँजी—"सावधान रहना, कालद्रष्टा। समय कभी खत्म नहीं होता।"
(एपिसोड 17 समाप्त! अगले एपिसोड में कहानी का अंतिम चरण शुरू होगा!)