ziddi ishq

यह कहते हुए ,,,,,वह दादिया की तरफ देखने लगते हैं,,,,, जो उन्हो की तरफ देख रही थी,,,,,,जिससे वह सब पकड़ा जाते हैं

की तभी दोनों दादिया,,,,,वहां आ जाती है,,,,,,,और फिर अपने बेटे की तरफ देखते हुए ,,,,,,क्या हुआ है इन दोनों को

 दादी की बात सुन ,,,,, वह दोनों साथ में ही ,,,अपनी मां की तरफ देखते हुए,,,,,,,पता नहीं इन्होंने शायद गलती से कुछ खा पी लिया है

 जिसे सुन दादिया ना जाने का नाटक करते हुए,,,, क्या तुम्हारे कहने का मतलब,,,कि यह नशे में

और वही दादिया अंश और जानवी,,,,, की ऐसी हालत देखकर ,,,,वह मुस्कुरा रही थी,,,,,,,क्योंकि वह उन दोनों को,,,,,,, इस तरह एक दूसरे से चिपक कर ,,,,डांस करता देखा मुस्कुरा रही थी

जिसे देख अंश के ,डैड,,,,अपने माँ की तरफ देखते हुए,,,,,,,,,,माँ आप इन दोनों को इस तरह देख मुस्कुरा रही है

की तभी दादी जिसे छुपाते हुए ,,,,,अरे नहीं और इन दोनों को जाओ,,,,,,कमरे में ,,,,, ले ,,,,जाने,,को कहती है,,, ताकी इन्हें कोई,,,, इस हालत में देख ना ले

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अब आगे________________________________

जिसे सुन अंश के मॉम डैड,,,,,,,,,आंस और जानवी को उनके कमरे में छोड़ आते हैं

और वही जानवी तो इस पार्टी को छोड़कर जाने के लिए तैयार ही नहीं थी ,,,,,क्योंकि जानवी तो ,,,,,,,,,पूरी तरह टल्ली हो चुकी थी,,,,, उसे तो कुछ करने का मन ही नहीं कर रहा था,,,,,,,,शिवाय डांस के जिससे वह बहुत ही ज्यादा सदा घोलने लगी थी

क्योंकि जानवी की एक कमजोरी थी,,,,,क्या शराब पी लेती थी तो पूरी तरह नशे में डूब जाती थी,,,,,,,,,इसलिए जानवी जल्दी शराब या अल्कोहल नहीं लेती थी,,,,,,,,,,क्योंकि उसे बहुत जल्दी आसर होता था 

और रही बात आंश की,,,,,,,,,,तो एक तक बस जानवी को देखे जा रहा था ,,,,,,,,,जिससे आंश के मॉम डैड ,,,,,,बड़ी मुश्किल से उन दोनों को कमरे में ले जा बंद कर देती हैं

और वही जानवी तो ,,,,,जाने के लिए तैयार ही नहीं थी,,,,,,,जिसे आंश की मां ,,,,,,,,,,बड़ी मुश्किल से ,,,,,जानवी को कमरे में ले जा ,,,,,,,,,,कमरे के अंदर म्यूजिक ऑन कर देती हैं,,,,,,,,क्योंकि क्योंकि जानवी तो जिद करके बैठी थी,,,,,,,कि उसे अब भी डांस करना है

जिससे अंश की मोम दरवाजा बंद कर,,,,,,बाहर चली जाती है

और वही जानवी म्यूजिक के सामने जा,,,,,,खुशी से डांस करने लगती है 

और वही आंस जो हाल्का होश और हल्का नशे में था,,,,,,,,वह अपनी पलके झपकाये,,,, बस एक तक जानवी को देख रहा था ,,,,,जो इस वक्त बेड पर चढ डांस कर रही थी, , ,,

अंश जो पहले से ही नशे में था,,,,,,जानवी को इस तरह डांस करता देख ,,,,,,,जैसे उसे और नशा होने लगा हो ,,,,,जिससे वह धीरे-धीरे अपने कदम जानवी की तरफ बढ़ा देता है

और फिर उसके पास जा ,,,,,उसकी कमर पकड़ अपनी तरफ खींच लेता है,,,,,इस वक्त जानवी बेड पर ,,,,,,और अंश बेड के नीचे था जिससे आंश का चेहरा ,,, जानवी के सीने से ,,,,थोड़ा नीचे आ रहा था,,,, 

और वही जानवी अंश के सामने खड़े हो ,,,,,, अपना सर नीचे कर,,,,,,उसको देखने लगती है,,,,,,और वही अंश जानवी की साड़ी को थोड़ा उसके पेट से हटा,,,,, निचे झुक उसके नाभि पर किस कर लेता है,,,,, क्योंकि अंश कब से ही जानवी की कमर छुना चाहता था,,, जो अब जाके उसे मौका मिला था

और वही अंश के इस प्रकार किस करने से,,,,जानवी को अपने शरीर में ,,,,,,,कुछ करन्ट सा महसूस होता है,,,,,जिससे वह आपने दो कदम पीछे लेने के चक्कर में ,,,,,अंश को लेकर बेड पर ही गिर जाती है 

इस वक्त जानवी पूरी तरह बेड पर,,,,,,और अंश आधा बेड पर ,,,,और आधा नीचे ,,,,, जिससे अंश का फेस जानवी के पेट पर था 

 जानवी तो बेड पर ,,,,,और आंश जानवी के पेट पर गिरा था,,,,,,,जिससे उसे बहुत सोफ्ट-सोफ्ट महसूस हो रहा था ,,,,,,,जिससे अंश बार-बार,,,,,अपने हाथों से जानवी के पेट को टच कर फील कर रहा था,,,,,,,क्योंकि उसे जानवी को इस तरह,,,,, छुना ,,,,उसे बहुत ही अच्छा ,,,,और सुकून पहुंचा रहा था 

जिससे अंश जानवी के पेट से ,,,,,अपना चेहरा उठा,,,,,,,धीरे-धीरे जानवी के ऊपर आने लगता है

और वही जानवी ,,,,,अपनी आंखें बंद और खोल आंश की तरफ देखते हुए ,,,,यह यह क्या कर कर रहे हो

जिसे सुन अंश अपने उंगलियो को जानवी के होठों पर ,,,,,, छू करते हुए 

और फिर आंस,,,,नीचे झुक,,,,,अपने गालों से ,,,,,जानवी के गालो को टच कर ,,,,,,,,,धीरे से उसके कान के पास जा ,,,,,,,,अपने गरम सासो को छोड़ते हुए ,,,,,क्या तुम्हें पता है ,,,,,कि ,,,,तुम बहुत खूबसूरत और सॉफ्ट हो,,,,,यह कहते हुए,,,,, अंश के हाथों को जानवी की कमर से,,,,ऊपर की तरफ बढ़ने लगे थे

और वहीं जानवी,,,,,,आंश के ऐसा करने से,,,,उसे काफी गुद गुदी और ,,,,,,अपने पेट तितली सा,,,,,उड़ता हुआ महसूस हो रहा था,,,,,,जिससे जानवी काफी हिलने दुलने लगी थे 

जिससे अंश उसके कमर को जोर से दबाते हुए ,,,,,हिलना बंद करो ,,,,,,और मुझे फील करो,,,,,यह कह अंश जानवी की साड़ी का ,,,, पालू हटा देता है

जिसे महसूस कर जानवी,,,,,,,लंबे-लंबी गहरी सांस लेने लगती है जैसे उसे पता चल गया हो ,,,,,,कि आब आगे क्या होने वाला है

और वही अंश जानवी के ऊपर से हॉट,,,,,उसे पलट खुद उसे,,,,,अपने ऊपर कर लेता है ,,,,,और फिर अपने हाथ ,,,,,उसके बैक पर ले जा,,,,,,उसके ब्लाउज की हूक खोल देता है 

और फिर उसके कंधे से ब्लाउज हटा,,,,,,उसके कंधे को चूमने लगता है ,,,,,और,वह धीरे-धीरे कर ,,,,जानवी का ब्लाउज उसके शरीर अलग कर,,,,,उसे दोबारा बेड पर लेटा,,,,,उसके ऊपर आ जाता है ,,,,,,और फिर एक नजर उसके चेहरे को देखने लगता है,,,,,,

क्योंकि आश इतने भी नशे में नहीं था ,,,,,,कि वह क्या कर रहा है ,,,,,उसे पता ना हो

लेकिन वह जानवी की खूबसूरती में पूरी तरह मदहोश हो गया था,,,,,जिससे वह आब और देर नहीं रुक सकता था ,,,,,, इसलिए अंश नीचे झुक,,,,,उसके हाठो से होठ लगा,,,,, उसे किस करने लगता है,,, 

और कुछ ही देर में ,,,,,,उस कमरे में जानवी की सिसकियां की आवाज आने लगते हैं

और सुबह के 9:00 बजे,,,,,सूरज की रोशनी ,,,,,खिड़की से होते हुए,,कमरे में आ रही थी,,,,,,जिससे जानवी क्समसाते हुए ,,,,अपनी आंखें खोल देती है,,,, 

लेकिन उसकी आंखें खोलते ही,,,,,,,उसे अपने सामने अंश का चेहरा दिखता है ,,,,,,जिसे देख जानवी की आंखें बड़ी हो जाती है,,,,,,, ,जिससे वह हढ़बढ ,,,,जल्दी से उठने लगती है ,,,,लेकिन वह उठ नहीं पाती

क्योंकि अंश,, ने उसे ,,,,,बहुत मजबूती से पकड़ा था ,,,,,अब तो अंश की भी आंखें खुल गई थी,,,,,,,,जानवी के इस तरह करने से,,,,

अंश की आंखें सीधा जानवी के चेहरे से जा मिलती है,,,,, की तभी अंश को रिलाइस होता है,,,,,,,,कि जानवी उसके ऊपर है ,,,,,,

वह भी बगैर कपड़ों के ,,,,,,,यह महसूस कर अंश के कान रेड हो जाते हैं,,,,,,जिससे आश की पकड़ ,,,,,,उसकी कमर पर और टाइट हो जाती है

जिसे जानवी को अपने शरीर में,,,,एक दर्द की लहर उठाती है,,,,,,, जिससे उसकी,,, दर्द भरी याह निकल जाती हैहै,ि ,,,,से सुन अंश जानवी के चेहरे को देखने लगता है,,,,,और फिर उसकी कमर को छोड़ देता है

और वही जानवी अंश के छोड़ते ही,,,,,,वह झट से ,,,,,आंज के ऊपर से उठ जाती है,,,,,,और उससे दूरी बना लेती है ,,,,

और वही आंश की तो, ,,,,हालत खराब हो गई थी,,,,,, जानवी को देखकर,,,,,,,,,,जिससे अंश अपना सिलाईवा गटकाते हुए ,,,,,,जानवी को ही देखे जा रहा था,,,, , ,,

और ऊपर से ,,,,,,, उसे कल रात का सब कुछ याद भी आ जाता है ,,,,,,कि कैसे वह खुद ही ,,,,,जानवी के करीब गया था ,,,,,,उसे एक-एक मोमेंट याद आने लगता है,,,,,,,की कैसे उसने जानवी को अपनी बाहों में भरा था,,,,यहां सब सोच,,,,,उसके फेस पर स्माइल आ जाती है,,,,,,, और वह मुस्कुराते हुए ,,,,,, एक टक जानवी को ही,,,देखे जा रहा था

और वही जानवी ,,,,अपने ऊपर आंश की तापिस महसूस कर,,,, वह खुद को देखती हैं ,,,,,, तो उसकी आंखें बड़ी हो जाती है ,,,,,,जिससे जानवी झट से उठ कर चादर को खुद पर लपेट ,,,,,, दौडते हुए वोसरूम में चली जाती है 

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मुझे माफ करना,,,, लेकिन मेरा दिल इस नोवेल को,,,,,,आगे लिखने को नहीं करता

क्योंकि आप सब बिलकुल कमैट नहीं करते,,,,,, जिससे मुझे यह स्टोरी लिखने में बिल्कुल भी मजा नहीं आता

लेकिन कयी रिडर इस नॉवेल को भी आगे बढ़ाने को कह रहे हैं,,,,,जैसे मैंने सोच लिया है,,,,,कि मैं यह नोवेल लिखने की कोशिश करूँगी

और यहां स्टोरी आगे चलकर काफी मजेदार होने वाली है,,,,,,,क्योंकि इसमें जानवी को ता जिन्दा जला दिया जाएगा ,,,,,और वह मर जाएगी,,,,,,लेकिन फिर भी वह ,,,,,इस स्टोरी की हीरोइन होगी ,,,,,,,वह कैसे,,,,,,यह आप सबको,,,,,स्टोरी पढ़ने के बाद पता चलेगा

आज के लिए बस इतना