और वही आंश की तो, ,,,,हालत खराब हो गई थी,,,,,, जानवी को देखकर,,,,,,,,,,जिससे अंश अपना सिलाईवा गटकाते हुए ,,,,,,जानवी को ही देखे जा रहा था,,,, , ,,
और ऊपर से ,,,,,,, उसे कल रात का सब कुछ याद भी आ जाता है ,,,,,,कि कैसे वह खुद ही ,,,,,जानवी के करीब गया था ,,,,,,उसे एक-एक मोमेंट याद आने लगता है,,,,,,,की कैसे उसने जानवी को अपनी बाहों में भरा था,,,,यहां सब सोच,,,,,उसके फेस पर स्माइल आ जाती है,,,,,,, और वह मुस्कुराते हुए ,,,,,, एक टक जानवी को ही,,,देखे जा रहा था
और वही जानवी ,,,,अपने ऊपर आंश की तापिस महसूस कर,,,, वह खुद को देखती हैं ,,,,,, तो उसकी आंखें बड़ी हो जाती है ,,,,,,जिससे जानवी झट से उठ कर ,,,,,,चादर को खुद पर लपेट ,,,,,, दौडते हुए वोसरूम में चली जाती है
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अब आगे_______
ऐसे ही 2 दिन बीत गए थे ,,,,,,,लेकिन जानवी अंश के करीब नहीं जाती थी,,,,,,,, और ना ही ,,,,,उसे अपनी नजर उठा के देखती थी,,,,,क्योंकि जब आज कमरे में आता तो जानवी ,,,,,वहां से चली जाती थी,,,,,,,,वह पूरी तरह,,,,,,अंश को इग्नोर कर रही थी ,,,,,,,,,जिससे अब अंश को बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा था
क्योंकि अब अंश के दिल में बेचैनी होने लगी थी ,,,,,,,
वह आजकल हर वक्त सिर्फ जानवी को देखना चाहता था,,,,,,,,उसे दोबारा अपनी बाहों में भर ,,,,,प्यार करना चाहता था ,,,,,,शायद उसे जानवी से प्यार हो गया था,,,,,,,,, या फिर उसे,,,, उसका नशा चड गया था,, ,,,,जिससे वह उसे हर जगह इमैजिन करने लगा था
लेकिन ज्यादा जानवी उससे दूर ही रहती थी,,,,,,,, आज तो,,,अब सब ,,,,,,,,,फार्म हाउस छोड़कर ,,,,,,आपने मैसेन जाने वाले थे,,,,
जिससे वहां दोबारा अपना सारा सामान पैक कर रहे थे ,,,,,,,,कि तभी जानवी,,,,,,अपना सारा सामान पैक कर ,,, मेंशन के लिए रवाना हो जाते हैं,,,,,,,और वही सब मैसेज पहुंच जाते हैं ,,,,,
और वही जानवी ,,,,, नौकरो से अपना और अंश का बैग,,,,,,,,अंश के कमरे में रखवा देती है
की तभी जानवी देखती है ,,,,,,,,कि अंश अपने कमरे में जा रहा है,,,,,,,जिसे देख जानवी जल्दी से ,,,,,उसके पास जा,,,,,,,,उसके सामने खड़े हो जाती है ,,,,,और फिर अंश के हाथ में ,,,,,,एक पर्ची रख ,,,,वहां से चली जाती है
और वही अंश,,,,,जानवी की इस हरकत पर कंफ्यूज हो जाता है,,,,,,क्योंकि उसे नहीं पता था क्या जानवी,,,,ने उसे पर्ची क्यों दिया ,,,
उसे मुंह से भी तो बोल सकती थी,,,,,,लेकिन वह ,,, इस बात पर ज्यादा ना ध्यान देते हुए,,,,,,,,सीधा अपने कमरे में जा,,,,,,उस परची को खोलता है,,,,
तो उसमें लिखा था,,,,,,कि आज आश तुम्हारे लिए सरप्राइज है,,,,,,,,,तुम यहां आना और उसमें,,, उस जगह का,,,पता भी लिखा था,,,,,जहां पर अश के लिए जानवी ने सरप्राइज रखा था
और वही अंश जब,,,,, सुनता है कि,,,,,जानवी उसे सरप्राइस दे रही है ,,,,,,,तो उसे बहुत खुशी होती है ,,,,,,,,,,जिससे वह बहुत एक्साइटेड हो ,,,,,,,अपने मन मे,,,,,,,,क्या जानवी मुझे प्रपोज करने वाली है ,,,,,,जिसे सोच अंश बहुत खुश हो जाता है
और फिर वहां शाम होने का इंतजार करने लगता है,,,,,,,,,कि कब शाम हो,,,,,,,,,और वह उस जगह जाए ,,,,,,जहां पर जानवी ने ,,,,,,,उसे मिलने बुलाया है,,, जिससे सोच,,, वह अपनी खुशी का ठिकाना नहीं रहता
और फिर बहुत इंतजार करने के बाद ,,,,,,,वह शाम आ जाती है,,,,,,और आंश इस वक्त होटल के बाहर खड़ा था ,,,,,और कुछ ही देर में अंश ,,,,,अपने लंबे कदम ले,,,,,,521 रुम नंबर के सामने खड़ा होता है
और कुछ ही देर में अंश दरवाजा खोल अंदर जाता है ,,,,,,,तो अंदर का नजारा देख ,,,,वह बहुत खुश होता है ,,,,,,,उसकी खुशी का तो कोई ठिकाना ही नहीं होता,,,,,,क्योंकि उसने जो सोचा था,,,,,वही हो रहा था,,,,
की तभी उसकी नजर ,,,,,,,सामने खडी जानवी पर जाता हैं,,,,,,,जिसने इस वक्त ,,,,शॉर्ट ड्रेस पहने,,,,,,,,,धीरे-धीरे उसी के करीब आ रही थी,,,,,,,,,वह इस वक्त बहुत ही खूबसूरत लग रही थी ,,,,, लेकिन पहले दिनों से कुछ अलग लग रही थी, ,,,
की तभी जानवी अंश की बिल्कुल करीब आ,,,,,,,,उसकी आंखों में देखते हुए,,,,,,,आई लव यू अंश ,,,,,
और वही अंश ,,,,,जानवी के मुंह से प्रपोजनल सुन,,,,,,,, अंश अपने सभी सोच पर विराम लगा,,,,,खुद ही आगे बढ़ ,,,,, जानवी को अपने गले लगा,,,,,,,,आई लव यू टू जा
की तभी उसे एहसास होता है ,,,,,,, कि जैसे यह जानवी ना हो,,,,,,,क्योंकि उसे इन कुछ दिनों में जानवी के अहसससे से बहुत वाकिफ था
उसे जानवी की खुशबू से,,,,,जानवी का देखना ,,,सब कुछ ,,,,,उसे अच्छे से महसूस किया था,,,,,,जिसे वह जान जाता है,,,,,,कि इसके सामने खड़ी उसकी जानवी नहीं है,,,,,,,
जिससे आंस उससे दूर होने लगता है ,,,,कि तभी वह लड़की ,,,,,,,आंश को दोबारा ,,,,,अपनी बाहों में भरते हुए,,,,,मुझे पता था,,,,,तुम मुझसे बहुत प्यार करते हो ,,,,,,तभी तो देखो आज मैं जिंदा तुम्हारे सामने खड़ी हू
जिसे सुन अंश की आंखें बड़ी हो जाती है ,,,,,,क्योंकि वह समझ जाता है कि,,,,,,उसके सामने खड़ी जानवी नहीं ,,,,,,,,उसकी आलिया है,,,,, जिसे जान,,,,,, अंश,,,,,उससे दूर हो,,,,,,वह उसे कमरे में चारों तरफ देखने लगता है ,,,,,,,जैसे वह कुछ ढूंढ रहा हो
और वही सामने खड़ी लड़की, ,,,सच में जानवी नहीं थी,,,,,यह आलिया थी ,,,,,,,जो आश को कमरे में ,,,,कुछ ढूंढता देख,,,,,क्या हुआ तुम्हें कुछ चाहिए ,,,,,
जिसे सुन अंश अपने होश में आते हुए ,,,,,आलिया की तरफ देखते हुए ,,,,,,,अरे आलिया तुम यहां कैसे आई,,,,,और तुम इतने दिन,,, से कहां थी,,,
जिसे सुन आलिया अंश की तरफ देखते हुए,,,,,,अपने हाथ आगे बढ़ा,,,,,,अंश के बालों को छूते हुए ,,,,,,,,अंश जब मेरा एक्सीडेंट हुआ था ,,,,,,,,,,मैं मरी नहीं थी,,,,,,मैं जिंदा थी ,,,,,,और कुछ इंसानों ने मुझे बचा लिया था,,,,,,और और वह अंश को सब कुछ बता देती है,,,,,,कि वह कैसे बची थी
और तुम्हें पता है अंश,,,,,,मुझे कुछ भी याद नहीं था ,,, हहहसिर्फ तुम्हारा नाम ,,,,,,,,की तभी मैं ,,,,,,,मुझ जैसी दिखने वाली लड़की ,,,,,,,,क्या नाम था उसका,,, यार क्या नाम,,,, हा जानवी नाम था
उसने मुझे पहचान लिया ,,,,,,,,,,,,और फिर वह मुझे याद दिलाई थी ,,,,,,उसने मुझे तुमसे मिलाया है,,,,,,,तुम्हें पता है ,,,,,,,,वह लड़की बहुत अच्छी है,,,,,,,,क्योंकि अंश,,,,मैं उसकी वजह से तुम्हारे पास हूं
और यही सब सुन अंश को भी नहीं पता चल रहा था ,,,,,,,कि इस वक्त वह क्या महसूस कर रहा था,,,,,, उसका दिल बगावत करने लगा था,,,,, कि वह आब क्या ही करें ,,,,,उसके सामने आलिया खड़ी है,,,,,जिसके लिए उसने इतना कुछ किया,,,,,,वह कैसे अब जानवी के बारे में पूछे,,,,, लेकिन फिर भी अंश ने हिम्मत कर,,,,,आलिया की तरफ देखते हुए ,,,,आलिया इस वक्त जानवी कहां है
की तभी आलिया खुश होते हुए,,,,अंश की तरफ देखते हुए,,,,,,,अरे वह यहीं पर है,,,,तुम्हारे पीछे,,, उसी ने तो यह सब इंतजार किया था, ,,,,,वही तो मुझे,,,,,तुम्हें सरप्राइज देने के लिए ,,,,,मुझे यहां तक लाई थी ,,,,,यह कहते हुए आलिया आश के पीछे ,,,, इसारा कर देती है,,,
जिसे सुन अंश पीछे मुड़ देखता है ,,,,,तो सच में उसके पीछे ,,,,,,जानवी खड़ी थी,, , ,,,,,, जिसने इस वक्त क्रॉप टॉप ,,,,,विद लोंग लेंथ सक्ट डाली थी,,,,,जिसमें वह बहुत ही खूबसूरत लग रही थीं,,,,,, जिससे अंश उसे एक टक देखता रह जाता है,,,, ,,, सायेद अंश को धीरे-धीरे,,, अब जानवी का नशा चढ़ने लगा था,,,,,,,,,,
इस वक्त अंश, ,,,,, बस एक टक जानवी का चेहरा देखे जा रहा था,,,,,वह जैसे जानवी की आंखों में कुछ देखने की कोशिश कर रहा था, ,,,,,,
,उसे खुद ही नहीं पता चल रहा था,,,,,,,, कि वह अब जानवी की आंखों में ,,,,,,,,क्या ढूंढने की कोशिश कर रहा है ,,,,,, जिससे उसका दिल जोरो से धड़क रहा था,,,,,,,, लेकिन, उसका दिल,,,,,इस वक्त किसके लिए धड़क रहा है,,,,वह अपने दिल में किसके लिए प्यार महसूस कर रहा है,,,,वह किसे अपना बनाना चाहता है ,,,,,,,वह किसके साथ रहना चाहता है,,,,, उसे कुछ समझ नही आ रहा था,,,,,,
यह सब सोचते हुए ,,,,वह टूटता जा रहा,,,,,,, की तभी,,,,,उसे जानवी की आवाज आती है,,,,
जो अंश की तरफ आते हुए ,,,,,,सच में अंश,,,,,,,तुम्हारा प्यार सच में बहुत सच्चा है,,,,,,,तभी तो देखो,,,,,,,,आलिया मौत के मुंह से वापस आ गई ,,,,,,,,और फिर जानवी एक नजर आलिया और अंश की तरफ देखते हुए,,,,,,,और मुझे खुशी हो रही है ,,,,,,,,कि किसी को तो उसका सच्चा प्यार मिला,,,,,,,
यह कहते हुए जानवी की आंखों में पानी आ जाता है ,,,,,,,,लेकिन वह उन्हें ,,,,,,,,बहने से पहले ही,,,, अपने इमोशंस को कंट्रोल कर अपनी आंखों से आंसू बहने से रोक लेती है ,,,
आज के लिए बस इतना