इससे पहले अपने पढ़ा कि अबरार जैद को पिछले दो दिनों में हुई सारी घटनाओं के बारे में बता रहा था। उसी दौरान उनके पास ही मौजूद एक गली में जोर डर धमाका हुआ और जब जैद और अबरार वहां पहुंचे तो उन्होंने वह कुछ ऐसा देखा जिसकी कल्पना करना भी मुश्किल था।
अब आगे_______________________________
जैद और अबरार जब दौड़ते हुए उस गली तक पहुंचे तब उन्होंने देखा कि वहां दो लड़के एक जवान आदमी को घेर कर खड़े थे।
साथ ही देखने से साफ पता चल रहा था कि वहां कुछ भी ठीक नहीं था, वो आदमी जिसे घेर लिया गया था डर के मारे कांप रहा था उसे देखकर ऐसा लग रहा था मानो उसने अपनी मौत देखली हो और उसके डर की वजह वो दोनों लड़के थे।
जैद को ये सब काफी अजीब लग रहा था।
वो आदमी उन दोनों लड़के से उम्र में काफी बड़ा था और वो चाहता तो उन दोनों से निपट सकता था पर वो तो डर के मारे हिल भी नहीं पा रहा था।
जैद ये सब सोच ही रहा था कि तभी उन लड़कों मैसे एक ने उस आदमी से कहा,
" आखिर कार हमारे शिकंजे में आ ही गए तुम, अगर सीधी तरह अपने पैसे और सामान हमे दे देते तो तुम्हे हम सही सलामत छोड़ देते"।
फिर दूसरे लड़के ने कहा,
" अब जब तुमने हमसे इतनी मेहनत करवाई है तो उसका हर्जाना भी तुम्हे भुगतना पड़ेगा" ।
इतना कहकर उस लड़के ने अपने दोनों हाथों को उस आदमी की तरफ उठाया , उसके हाथ उठाते ही वहां काफी तेज हवा चलने लगी l
अचानक उस आदमी के पैरों के नीचे एक तेज हवा का बवंडर उठा और उसने बवंडर ने उस आदमी को हवा में उछाल दिया।
जैद ओर अबरार दोनों ये मंजर अपनी आंखों से देख रहे थे पर फिर भी जो हो रहा था , वो जैद को एक सपने जैसा लग रहा था।
इस आदमी के हवा में उड़ते ही दूसरे लड़के ने अपनी चाल चली, एक ही झटके में उसके हाथ को दहकती हुई आग ने जी लिया।
जैसे ही उस लड़क ने अपना हाथ उस आदमी की तरफ उठाया उसके अगले ही पल हाथों से लपटी आग सहलाब बनकर बरस गई जिसकी गर्मी जैद और अबरार भी महसूस कर पा रहे थे।
वो आग सीधा उस आदमी की तरफ बढ़ी उसे लगा कि अब वो नहीं बच पाएगा।
लेकिन तभी अबरार ने बिजली की रफ्तार से एक तेज और ऊंची छलांग लगाई और उस आदमी को हवा में ही पकड़ा और पीछे की दीवार से छलांग लगाकर वापस वापस अपनी जगह पर आ गया।
अबरार की इस हरकत से जैद को एक ओर बढ़ा झटका लगा, अब साफ पता चल रहा था कि अबरार भी पहले जैसे नहीं रहा वो भी उन्हीं लड़कों की तरह बन चुका था।
उसकी ताकत भी अब एक आम इंसान से कई ज्यादा बढ़ गई थी, जिन दो जगहों पर उसने छलांग लगाई थी वो दोनों जगह उसकी ताकत के दबाव से तबाह हो गई थी।
जैद ने फिर भी खुद को संभाला और सोचने लगा आखिर इन दोनों से कैसे निपटा जाए और तभी उसके कानो में एक आवाज गूंजी ,
" आगे बढ़ो अब तुम्हारी बारी है, दिखाओ इन्हें की अनंत ऊर्जा का मालिक आखिर क्या कर सकता है"।
जैद ये आवाज पहचान गया ये उसकी नकाब पोश इंसान की आवाज थी, जैद को उसकी आवाज सुनते ही फिर से गुस्सा आ गया वो गरजते हुए बोला,
" तुम अभ भी मेरे दिमाग के साथ खेल रहे हो"।
लेकिन उस आवाज ने जैद की बात बीच में ही काट दी और कहा ,
" फिल हाल तुम्हारा ध्यान उन दोनों लड़कों पर होना चाहिए अगर इन्हें खुला छोड़ दिया तो ये खुद को और दूसरे कई लोगों को नुकसान पहुंचा सकते हैं"।
वो दोनों लड़के और वो आदमी जैद को अजीब सी नजरे से देख रहे थे क्योंकि उन्हें लग रहा था कि वो खुद से बाते करने वाला पागल लग रहा था।
वो दोनों लड़के उस आदमी के पीछे तो थे ही पर अब जब जैद और अबरार ने उनके काम में दखल दे दिया था, तो वो उन दौड़ने को भी इतनी आसानी से नहीं जाने देने वाले थे।
लेकिन वहीं जैद को खुद से बाते करते हुए देख कर अबरार समझ गया कि उसके साथ क्या हो रहा है, उसने जैद को समझाते हुए कहा,
" उसकी बात मानले जैद वरना यहां से निकला बहुत मुश्किल हो जाएगा, इन दोनों लड़कों की ताकत भी दो दिन पहले ही जागी होगी पर मानना होगा इतनी खतरनाक ताकत को ये लोग अच्छे से इस्तेमाल कर रहे हैं और लगता है अब हमें भी लड़ना होगा"।
इतना कहकर अबरार ने उन दोनों पर हमला कर दिया,
उसकी रफ्तार काफी तेज थी,
उसने सीधा उस लड़के पर वार किया जो हवा को काबू कर रहा था,
पर इससे पहले की वो उस तक पहुंच पाता दूसरे लड़के ने अबरार पर आग की लपटों से वार किया।
अबरार तेजी से दूर हटकर बच गया।
पर अब उन दोनों लड़कों ने एक के बाद एक हमलों की लड़ी लगा दी।
अबरार सिर्फ उनसे बच पा रहा था बेशक वो,एक आम इंसान से कई गुना तेज और ताकतवर था पर फिर भी वो आग का सामना नहीं कर सकता था।
जैद अबरार को मुश्किल में फंसा देखकर समझ गया कि अब उसके पास कोई रास्ता नहीं है इसलिए उसने नकाब पोश आदमी की बात मन ली।
फिर उस नकाब पोश इंसान ने जैद से कहा,
" तुम्हे कुछ नहीं करना बस ध्यान लगाओ, अपने अंदर छिपी ताकत को महसूस करो अगर तुमने एक चिंगारी भी जगा ली तो बहुत है"।
जैद नए वही किया जैसा उससे कहा गया,
अपनी आंखे बंद करके उसने ध्यान लगाना शुरू किया,
धीरे धीरे वो अपना सारा ध्यान अपनी ताकत पर केंद्रीत करने लगा, और वही हुआ उसने एक चिंगारी महसूस सी महसूस की,
पर वो चिंगारी उसके लिए एक भूचाल के बराबर थी।
उसके शरीर में एक अजीब सी ताकत बहने लगी,
उसका खून गर्म होने लगा,
उसे वैसा ही महसूस हो रहा था जैसा उसे अपने स्कूल में खेले गए फुटबॉल मैच के दौरान हुआ था।
जैद का शरीर ऊर्जा से भरने लगा उसके आंखों का रंग नीला हो गया,
उसकी नीली आंखों में उसकी उभरती हुई ताकत साफ नजर आ रही थी।
अब जैद के कानो में फिर से आवाज गूंजी ,
" आगे बढ़ो और आजमाओ खुदको, तुम खुद जान जाओगे कितनी नायाब चीज हो तुम"।
जैद ने अपना कदम आगे बढ़ाया, उसके आगे बढ़ते ही एक भारी ऊर्जा का दबाव वहां मौजूद हर इंसान को महसूस हुआ,
उस दबाव की वजह से उन दोनों लड़कों का ध्यान जैद की तरफ चला गया, जिसे वो अब तक कोई आम लड़का समझ रहे थे।
अबरार भी पीछे हट गया और कहा,
" तुम दोनों अपनी पूरी ताकत लगा देना वरना तुम्हे कोई नहीं बचा पाएगा"।
अब दोनों लड़कों ने अपनी पूरी ताकत अपने एक वार मे झोंक दी,
पहले लड़के एक बार वो जितनी बना सकता था उतनी आग बरसाई और दूसरे ने एक हवा का बवंडर उस आग में मिला दिया जिससे कि वो आग और भी ज्यादा ताकतवर बन गई।
जैद की तरफ एक दो मंजिला इमारत जितनी बड़ी आग की लहर आ रही थी,
उन लड़कों को लगा कि वो उनके इस बार से बच नहीं पाएगा, लेकिन जैद ने उनका ब्रह्म तोड़ दिया।
उसने सिर्फ सामान की तरफ देखा और अपना हाथ उठाया,
वो लोहे को पिघला देनी वाली आग जैद के एक इशारे से उसके हाथ में सिमट गई,
जैद ने उसे एक चिंगारी की तरह बुझा दिया।
एक दम से पूरे माहौल में सन्नाटा छा गया, वहां हर कोई जैद की लाजवाब ताकत देख कर हैरान था। पर वो दोनों लड़के हैरान नहीं थे, बल्कि खौफ से कांप रहे थे।
जैद की नीली आग सी दहकती आंखे उन्हें घुर रही थी, वो दोनों इतना घबरा गए कि सीधा जैद के कदमों में आ गिरे,
उन्हें अपने सामने मौत दिखाई दे रही थी, वो उसके पैरों में गिर कर अपनी जान की भीख मांग रहे थे।
जैद भी ये बात जनता था कि ये दोनों बस ताकत के नशे में चूर दो आवारा बच्चे थे, इसलिए उसने बस उनमे से एक की गर्दन पकड़ी और उसे हवा में उठा कर ठंडी और भारी आवाज में कहा ,
" अगर आज के बाद तुम दोनों मुझे नजर भी आए, या मुझे पता चला कि तुम दोनों ने दोबारा किसी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की तो में तुम्हे इंसान से खाक में बदल दूंगा, समझ आई बात"।
उनमेसे दूसरे ने तुरंत जवाब दिया ,
" हम, हम आज के बाद कभी ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे, में तुम्हारे सामने हाथ जोड़ता हूं, हमे माफ कर दो"।
जैद नए उस लड़के को छोड़ दिया और कहा,
" दफा हो जाओ "।
फिर जैद ने उस आदमी से भी कहा ,
"बेहतर होगा आप भी अपने घर चले जाए",
सभी लोगों ने जैद की बात बिना कुछ कहे मान ली और वहां से चले गए।
अब वह सिर्फ जैद ओर अबरार बचे थे, इतना सब जाने के बाद जैद नए अब अपना इरादा बदल दिया, उसने अबरार से कहा ,
" तू सही था दोस्त, अब कुछ भी पहले जैसा नहीं रहा"।
अबरार ने जाए को समझाते हुए कहा ,
" तो अब तू मेरी बात मानले और उसके पास वापस चल, वो नकाब पोश ही है जो जनता है कि इन बच्चों को कैसे ठीक करना है और इन बच्चों को और हमे मिली इस शक्ति के बारे में भी वही बता सकता है"।
" मुझे डर लगता है यार वो हमारी सोच से ज्यादा ताकतवर और खतरनाक है, बरसो से देखता आया हु उसे मैं, उसके अंदर एक आग जल रही है, बदले की आग और मुझे डर है कि कही ये आग हम सब को भी जला कर खाक करदे", जैद ने अपनी फिक्र जताते हुए कहा।
अबरार उसकी बात कर जवाब में कुछ न कह सका वो भी जानता था कि कही न कही जैद सही था। फिर जैद ने खुद ही आगे कहा
" अब अंजाम जो भी हो, हम पीछे नहीं हट सकते, जिस कहानी का आगाज हुआ है उसे अंजाम तक पहुंचाना अब हमारा फर्ज है,"।
इतना कहकर जैद अबरार को साथ लेकर, अपने घर की ओर रवाना हो गया।
TO BE CONTINUED........