अध्याय 3: टाउन की परीक्षा

**बीस्ट-टेमर उपन्यास – अध्याय 3: टेमर टाउन की परीक्षा**

टेमर टाउन की मुख्य इमारत — *ग्लास डोम ऑफ़ बाइंडिंग* — शहर के बीचोंबीच थी। यही वो जगह थी जहां हर युवा टेमर को अपनी आत्मीयता का प्रमाण देना होता था।

आरव, अपने कंधे पर बैठे निक्स के साथ, बड़ी संगमरमर की सीढ़ियाँ चढ़ते हुए भीतर पहुँचा। अंदर हज़ारों लड़के-लड़कियाँ कतार में खड़े थे। कुछ के कंधों पर बाघ जैसे बीस्ट थे, कुछ के पैरों के पास बिजली जैसी चमकती आकृतियाँ।

पर कोई भी निक्स जैसा नहीं था।

**\[आपकी उपस्थिति असामान्य है]**

**\[टेमर रजिस्ट्रार निक्स की ऊर्जा को पढ़ नहीं पा रहा]**

"तुम क्या चीज़ हो, निक्स..." आरव ने मन ही मन कहा।

"तुम!" एक आवाज़ पास से आई। आरव ने देखा — वही लड़का जो कल जंगल में उसे रोकने आया था, अब आधिकारिक परीक्षा गार्ड की वर्दी में था।

"यहाँ भी तुम आ गए?"

"मुझे नहीं लगता टेमर बनने के लिए तुम्हारा मुंह देखने की ज़रूरत है," आरव ने शांति से कहा।

"अच्छा, देखते हैं तुम परीक्षा में टिक भी पाते हो या नहीं…"

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परीक्षा का पहला भाग था — **सोल चार्ज टेस्ट।** इसमें हर टेमर को अपनी बीस्ट के साथ टेम्पल क्रिस्टल पर हाथ रखकर ऊर्जा स्थानांतरित करनी होती थी। जितनी अधिक सामंजस्य ऊर्जा, उतना गहरा संबंध और बेहतर रैंक।

सामान्य लोग: 10–30 यूनिट

औसत टेमर: 50–80 यूनिट

उत्कृष्ट: 100 यूनिट तक

"अगला!"

आरव आगे बढ़ा। निक्स उसकी बाँह से लिपटा रहा।

उसने हाथ क्रिस्टल पर रखा।

…शांत…

…कुछ नहीं…

भीड़ में कानाफूसी शुरू हो गई।

"शायद इसका बीस्ट फेक है।"

"या कोई बेसिक पालतू…"

फिर…

**धड़ाम!**

क्रिस्टल काला पड़ गया।

**\[ERROR: UNKNOWN ENERGY DETECTED]**

**\[System Overload — Energy Level: 314+]**

भीड़ सन्न।

"तीन सौ… क्या?!"

"इतनी उच्चतर बीस्ट भी नहीं देती!"

"क्या यह टेमर है या शापित?"

आरव चुप था। निक्स अब उसकी हथेली से उतरकर हवा में मंडराने लगा। उसकी आंखें भयंकर रूप से चमक रही थीं।

"यह असंभव है," एक बूढ़ा परीक्षक सामने आया। "Void-type बीस्ट… हमने सदियों में ऐसा कुछ नहीं देखा। लड़के, तुम्हें विशेष कक्षा में भेजा जाएगा।"

आरव ने सिर झुकाया। उसकी यात्रा अब शुरू हो चुकी थी — लेकिन यह एक सीधा रास्ता नहीं था। इसके आगे टेमर टाउन की अंधेरी राजनीति, रहस्यमय आत्मीयताएं और पुराने युग के बीस्ट्स उसका इंतज़ार कर रहे थे।

और उसी भीड़ के एक कोने में, एक लड़की चुपचाप खड़ी थी — उसकी आँखें सफेद थीं, और उसके बीस्ट की परछाई हड्डियों जैसी थी।

"मुझे तुमसे मिलना है," उसने धीरे से कहा। "क्योंकि मेरी आत्मीयता… मृत्यु से है…"